मॉडलिंग के नाम पर मेरे साथ धोखा- 3

(Bikini Xxx Model Fuck Story)

रोमा शर्मा 2024-09-10 Comments

बिकिनी Xxx मॉडल फक स्टोरी में मैं एक फार्महाउस अपने साथी मॉडल का लंड चूस चुकी थी. अब वे लोग मुझे बेडरूम में फोटोशूट के लिए ले जा रहे थे. वहां क्या क्या हुआ?

कहानी के दूसरे भाग
फोटोशूट में नंगी हुई सेक्सी लड़की
में आपने पढ़ा कि मॉडलिंग के जूनून ने मुझे एक फोटोशूट के लिए एक फार्म हाउस में पहुंचा दिया.
वहां मुझे बिकिनी पहननी पड़ी.
मेरे को-मॉडल लड़के ने मुझे उत्तेजिन करके मेरी चूत चाट ली और मुझे अपना लंड भी चुसवा दिया.

यह कहानी सुनें.

अब आगे बिकिनी Xxx मॉडल फक स्टोरी:

मुझे उम्मीद थी कि बेडरूम में बलदेव ने फोटोशूट का सेटअप लगा के रखा होगा।
पर बेडरूम में जैसे ही में गई वहाँ कुछ भी सेटअप नहीं था।
और न ही बलदेव बेडरूम में था।

बेडरूम के अंदर जाते ही अश्विन ने फिर से अपनी चड्डी नीचे कर दी और अपना लंड मेरे हाथो में दे दिया।
मैं उसका लंड हाथ में लेते ही हिलाने लगी।

अश्विन ने फिर से मुझे नीचे बैठ कर लंड चूसने का इशारा किया।
पर मैंने उससे कहा- ये ठीक नहीं है अश्विन, मैं एक शादीशुदा औरत हूँ!

अश्विन- अरे कुछ नहीं होता नीरा जी, मेरे इस लंड को थोड़ी ही पता है कि आप शादीशुदा है मेरा ये लंड तो बस आप के लिए बेचैन हो गया है!

और अश्विन ने फिर से मुझे नीचे बैठा दिया, अपने लंड को मेरे मुँह में घुसा दिया और आगे पीछे होकर मेरे मुँह की चुदाई करने लगा।

मैं उसका लंड मुँह से बाहर निकल कर बोली- अश्विन, आप ऐसा मत करो. कहीं बलदेव न आ जाये। अभी हमारा आखिरी फोटोशूट बचा है। उस आदमी ने भी कहा था कि अब ज्यादा टाइम नहीं है, हमें अपना फोटोशूट पूरा करना चाहिए। पर पता नहीं ये बलदेव कहाँ चला गया है।

अश्विन फिर से मेरे मुँह में लंड घुसाते हुए और मुँह की चुदाई करते हुये- नीरा जी, अब इस फोटोशूट की जरूरत नहीं है।

मैं फिर से लंड मुँह से बाहर निकाल कर- ये आप क्या कह रहे हो, क्यों जरूरत नहीं है अब फोटोशूट की?

अश्विन- वो इसलिए कि ये सब तो बस एक नाटक था।
मैं- क्या?

मेरे पीछे से बलदेव की आवाज़ आई- जी हाँ नीरा जी, अश्विन ने बिल्कुल ठीक कहा. ये सब तो बस एक नाटक ही था। हम दोनों को तो बस तुम्हारी चुदाई करना चाहते हैं और कुछ नहीं।

मैंने पीछे पलट कर देखा तो बलदेव बिल्कुल नंगा अपना लंड हाथ में लिए खड़ा था।
मैं तो उसकी यह बात सुन कर डर गई।

अश्विन- नीरा जी, हमने आपको कई बार और कई जगह मॉडलिंग का ऑडीशन देते हुए देखा था। हम दोनों भी वहाँ ऑडीशन देने आते थे. आपको देखते ही हमारे लंड खड़े हो गये थे. आप क्या गजब की माल हो।

बलदेव- पर फिर कुछ और दिन के बाद आप हमें दोबारा कही भी कोई भी ऑडीशन देते नहीं दिखी थी। फिर आपको हमने उस दिन मॉल में देखा। बस तभी हमने तय कर लिया कि तुम्हारी चूत तो हम मार के ही रहेंगे।

अश्विन- ये मॉडल बनाने और फोटोशूट के बहाने हमने कई लड़कियों की चुदाई की है. उन्हीं में से तुम एक हो।

मैं वहाँ से मैं उठी और मैंने भागने की कोशिश की.
पर बलदेव ने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोला- नीरा जी, भागने की कोशिश तो आप बिल्कुल भी मत करना. आप ये देखो।

बलदेव ने अपना मोबाइल फ़ोन मेरे सामने कर दिया, उसमें एक वीडियो को प्ले कर दिया।
वो वीडियो देख कर मैं और शॉक्ड हो गई।
वीडियो मेरा ही था जब मैं स्विमिंग पूल में अश्विन का लंड चूस रही थी।

तभी बलदेव ने मेरी पैंटी की ऊपर से ही चूत को सहलाना शुरू कर दिया।
फिर उसने धीरे से मेरी पैंटी के अंदर डाल कर अपनी एक उंगली मेरी चूत में डाल दिया।

उसके ऐसा करते ही मेरे मुँह से ‘आह हह हहह …’ निकल गई।

बलदेव अपनी उंगली को मेरी चूत में अंदर बाहर करने लगा।
मैं भी अब कुछ नहीं कर सकती थी तो मैं भी आनंद लेने लगी।

फिर उन्होंने मुझे बेड पर बैठा दिया और बलदेव ने अपना लंड मेरे मुँह में डाल दिया।

बलदेव का लंड तो अश्विन के लंड से भी बड़ा था।
उसने अपना पूरा लंड मेरे मुँह में घुसा कर हलाक तक पेल दिया था और वह भी मज़े लेकर बोलने लगा- पूरा लंड अंदर तक ले साली कुतिया!

मेरी तो सांस ही रुकने लगी, मैंने बलदेव को धक्का मार कर अलग किया और उसका लंड मुँह से बाहर निकाल दी।

कुछ देर रुकने के बाद बलदेव ने फिर से अपना लंड एक झटके के साथ मेरे मुँह में पूरा अंदर तक पेल दिया और लंड अंदर बाहर करने लगा।
करीब 5-10 मिनट तक वो ऐसे ही मेरी मुँह की चुदाई करता रहा।

बलदेव ने फिर अपना लंड निकाला और मेरी बिकिनी वाली ब्रा पैंटी को उतारकर मुझे बेड पर लिटा दिया और सीधे अपने जीभ मेरी चूत पर रख दी।
उसकी इस हरकत से अब मुझे भी मज़ा आने लगा था तो मज़ा लेते हुए मैंने अपनी आँखें बंद कर ली और बलदेव के सर को धीरे धीरे सहलाने लगी।

बलदेव ने रुक कर पूछा- कैसे लग रहा है?
मैंने बिना कुछ बोले बलदेव के बालों को पकड़ कर फिर से उसका मुंह अपनी चूत पर रख दिया।

तो बलदेव ने मेरे पैरों को पूरा फैला दिया और मेरी चूत में अपनी जीभ अंदर बाहर करता हुआ चूत को चूसना शुरू कर दिया।
मेरे मुँह से सिसकारियां जोर जोर से निकलने लगी- आह हह हम्मह … ओह हहह … आई … उफ … आह!

मैं थोड़ी डरी हुई थी क्योंकि अब मैं दो लंड से चुदने वाली थी।

अब अश्विन भी मेरे पास आ गया, उसने अपना लंड मेरे मुँह में डाल दिया.
नीचे बलदेव मेरी चूत को चूस रहा था।

अब मैं भी अश्विन के लंड को अपने मुँह में ले कर अच्छे से चूसने लगी.
वह मानो मेरे मुँह की ही चुदाई करने लगा।

और साथ साथ में उसने मेरे बूब्स को पकड़ लिया और उन्हें भी दबाने और मसलने लगा।

अब मेरी हालत कुछ ऐसी हो गई थी कि नीचे बलदेव मेरी चूत को मज़े ले ले कर चाट रहा था और ऊपर अश्विन मेरे मुँह में लंड डाले मुँह की चुदाई करते हुए मेरे बूब्स भी मसल रहा था।

उन दोनों की इस हरकत से मैं तो मदहोश होने लगी थी।

कुछ ही देर में उन दोनों ने अपनी पोजीशन बदल ली और अब बलदेव ने मेरे मुँह में लंड डाल दिया और अश्विन नीचे जा कर मेरी चूत चाटने लगा।
थोड़ी देर ऐसा ही आलम रहा.

अब मेरी चूत लंड लेने के लिए तड़पने लगी थी।
मेरी इस तड़प को उन दोनों ने ही भाँप लिया।

तब अश्विन ने मेरी दोनों टांगों को ऊपर उठा कर अपने कन्धों पर रख लिया और अपने लंड को मेरी चूत के ऊपर रख कर सहलाने लगा।

सहलाते सहलाते उसने एक जोर के झटके के साथ अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया और लंड आगे पीछे करते हुए मेरी चुदाई शुरू कर दी।

लंड चूत में जाते ही मुझे थोड़ा दर्द हुआ तो मैंने चिल्लाना चाहा पर बलदेव का लंड मेरे मुँह में था तो मैं चिल्ला भी न सकी।

अश्विन की स्पीड बढ़ती जा रही थी.
उसकी इस तरह चुदाई करने से मैं तो जैसे स्वर्ग में पहुंच गई थी।

कमरे में अश्विन की चुदाई के धक्के से हो रही पट पट की आवाज़ आने लगी थी।

नीचे अश्विन मेरी चूत की चुदाई कर रहा था और ऊपर बलदेव मेरे मुँह की चुदाई कर रहा था।

इतने में ही बलदेव अकड़ते हुए जोर से चिल्लाया और उसके लंड से वीर्य की पिचकारी निकली तो उसने अपने लंड को मेरे मुँह में ही दबा दिया।
बलदेव ने अपना सारा वीर्य मेरे मुँह में ही भर दिया।

उधर अश्विन लगातार मेरी चुदाई कर रहा था।
इधर बलदेव का वीर्य पूरा मेरे मुँह में भर चुका था पर बलदेव ने अभी भी अपना लंड मेरे मुँह से बाहर नहीं निकाला था तो मजबूरी में मुझे उसके वीर्य की पीना पड़ा।

फिर जब बलदेव ढीला पड़ गया तो उसने अपना लंड मेरे मुँह से निकाल लिया और वह मेरे पास से हट गया।
अब मैं और अश्विन चुदाई के मज़े ले रहे थे।

अश्विन चुदाई करते हुए ही मेरे ऊपर ही लेट गया.
उसने अपने होंठ मेरे होंठों पर रख दिये और मुझे चूमता हुए जोर जोर से धक्के मारता हुआ चोदता रहा।

हम दोनों पसीने में बुरी तरह भीग चुके थे।

अश्विन की इस धक्कमपेल चुदाई से मैं तो तड़पने लगी और मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया।

मुझे इस तरह तड़पती देख अश्विन भी अपने आप पर कंट्रोल नहीं कर पाया और जोर जोर से धक्के देते हुये उसने मेरी चूत में ही अपना वीर्य छोड़ दिया।

मैं अश्विन को डांटने लगी, चिल्लाने लगी- तुमने ये क्या किया। मेरी चूत में ही अपना वीर्य क्यों छोड़ दिया?
वह कहने लगा- माफ करना नीरा, मैं अपने आप पर कन्ट्रोल नहीं कर पाया था तो चूत में ही वीर्य छूट गया।

मैं जल्दी से उठी और बाथरूम में जा कर हाथ डाल कर चूत को साफ करने लगी।

कुछ देर बाद जब मैं बाथरूम से बाहर आई तो मैंने देखा कि अश्विन तो बेड पर नंगा ही लेटा हुआ था पर बलदेव वहीँ खड़े होकर मेरा इन्तज़ार कर रहा था. उसका लंड भी खड़ा था जैसे वह मेरे ही इन्तज़ार में हो कि मैं कब बाथरूम से निकलूँ और वह मेरी चुदाई शुरू करे।

बलदेव ने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे अपनी तरफ खींचा. उसके इस तरह खींचने से मैं उसकी बांहों में जा गिरी।

उसने मुझे बेड पर लिटा दिया और फिर से उसने अपना मुँह मेरी चूत पर टिका कर चूत चाटना शुरू कर दिया।
उसकी इस हरकत से मैं एक बार फिर से चुदाई के लिए तैयार हो गई थी।

जब बलदेव को लगा कि मैं चुदाई के लिए तैयार हो गई हूँ तो उसने अपना लंड मेरी चूत पर टिका दिया और एक जोरदार धक्का मरते हुए लंड को चूत में आधा घुसा दिया।
मेरी तो जोर से चीख निकल गई।
मैं चिल्लाने लगी- आहह हह … मर गई ईई … आह हह!

बलदेव का लंड अश्विन के लंड से ज्यादा मोटा था तो जैसे ही बलदेव ने अपना आधा लंड मेरी चूत में डाला था, मेरी चीख निकल गई थी।
उसका आधा लंड अभी भी मेरी चूत के बाहर था।

मुझे इस तरह चिल्लाती देख बलदेव कुछ देर रुक गया।
अब उसके हाथ मेरे बूब्स पर आ गये और वह बूब्स को मसलने लगा।

उधर अश्विन मेरे ही बगल में लेटा हुआ था तो उसने मेरा एक हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया.
मैं अब उसके लंड को हिलाने लगी।

कुछ देर रुकने के बाद बलदेव ने एक और जोरदार धक्का मारा तो उसका पूरा का पूरा लंड मेरी चूत में समा गया।
मैं थी तो फिर से चिल्ला उठी।

अब बलदेव ने मेरी चूत की चुदाई शुरू कर दी।

कुछ देर की चुदाई के बाद बलदेव हटा, वह बेड पर लेट गया और मुझे अपने ऊपर आने के लिए कहा.
मैं उठी और उसके लंड पर बैठ कर लंड को चूत में ले लिया और लंड पर कूदती हुई चुदने लगी।

तभी अश्विन भी उठा और मेरे पास आकर खड़ा हो गया।
तो मैं उसके लंड को मुँह में ले कर चूसने लगी।
नीचे बलदेव के लंड पर कूद कूद कर चुदवाते हुए मैं अश्विन का लंड चूसने लगी।

कुछ देर के बाद अश्विन मेरे पीछे गया और उसने मुझे बलदेव के ऊपर झुका दिया।
जिससे मैं बलदेव की छाती से लिपट गई।

बलदेव का लंड तो अभी भी मेरी चूत में ही था और वह नीचे से अपनी गांड उछाल उछाल कर मुझे चोद रहा था।

फिर अश्विन बोडीलोशन ले आया और उसे मेरी गांड पर अपने लंड पर लगा लिया।
वह अपने लंड का टोपा मेरी गांड पर रगड़ने लगा।

मैं तो समझ गई कि अब अश्विन मेरी गांड मारने वाला है।

अश्विन ने जैसे ही अपने लंड के टोपे को मेरी गांड के अंदर डाला, मेरी फिर से चीख निकली.
मगर बलदेव ने मेरे होंठों को अपने होंठों से दबा लिया तो मेरी चीख भी नहीं निकल पाई।

अश्विन ने फिर से जोर लगा कर अपना पूरा का पूरा लंड मेरी गांड में उतार दिया।

अब बलदेव का लंड मेरी चूत में और अश्विन का लंड मेरी गांड के अंदर था।
और दोनों ने ही मेरी चूत और गांड की चुदाई शुरू कर दी।

अब तो मुझे भी बहुत मज़ा आने लगा था.
पहली बार मैं दो लंड से एक साथ चुद रही थी.

इस चुदाई के खेल में हम तीनों बुरी तरह पसीने में भीग चुके थे।

तभी बाहर फॉर्महाउस के आदमी ने दरवाजा खटखटाया और बोला- आप लोगो का फॉर्महाउस को किराए पर लेने का टाइम पूरा हो गया है, अब तुम लोगों को जाना होगा।

मैं तो डर गई थी पर अश्विन ने उसे चिल्ला कर कहा- हमें अभी कुछ देर और लगेगी. अभी फोटोशूट खत्म नहीं हुआ था. तुम हमसे एक्स्ट्रा चार्ज ले लेना।
इतना कहने पर वह आदमी चला गया।

फिर बलदेव बोला- चलो, अब हम बाथरूम में चलते है और हम तीनों साथ में नहाते हैं.

बाथरूम में जाकर हम तीनों शॉवर के नीचे खड़े होकर एक दूसरे से लिपट रहे थे।

फिर उन दोनों ने मुझे नीचे घुटनों पर बैठा दिया और मुझे लंड चूसने को कहा.
तो मैं बारी बारी से उन दोनों का लंड चूसने लगी।

कभी एक का लंड मुँह में ले कर चूसती और दूसरे का लंड हाथ से हिलाती.
तो कभी दूसरे का लंड मुँह में ले कर चूसती और पहले वाले का लंड हाथ से हिलाती।

ऐसे ही मैं दोनों के लंड चूस रही थी और वे दोनों अपनी आँखें बंद करके अपने लंड को चुसवाने के मज़े ले रहे थे।

अभी उन दोनों की ठरक खत्म नहीं हुई थी।

फिर हम तीनों बाथटब में चले गए.
बलदेव ने मुझे झुका कर घोड़ी बना दिया और पीछे से अपना लंड मेरी चूत में पेल दिया।
और सामने से अश्विन ने अपना लंड मेरे मुँह में पेल दिया।

अब दोनों ही मेरी चूत और मुँह की चुदाई करने लगे।
मैं भी मजे ले ले कर चुद रही थी।

चुदाई करते करते बलदेव ने लंड चूत से निकल कर मेरी गांड में डाल दिया और गांड की चुदाई करने लगा।

मैं बुरी तरह थक चुकी थी पर वे दोनों थकने का नाम नहीं ले रहे थे।

काफी देर की चुदाई के बाद अश्विन तो मेरे मुँह में ही झड़ गया, उसने अपना सारा वीर्य मेरे मुँह में ही भर दिया।

उधर बलदेव भी झड़ने वाला था तो उसने भी जोर जोर कर धक्के लगाते हुए अपना सारा का सारा वीर्य मेरी गांड के अंदर ही छोड़ दिया।

अब तो हम तीनों ही बुरी तरह थक चुके थे।
हम तीनों एक दूसरे से अलग हो गए और साथ नहाते हुये एक दूसरे की जिस्म से खेलते रहे।

नहाते हुए अश्विन और बलदेव मुझ से कहने लगे- नीरा, आज मज़ा आ गया. तुम बहुत हॉट माल हो. तुम्हारी चूत मार कर तो मज़ा ही आ गया. माफ करना यार, तुम हमको तुम्हारी चुदाई करने के लिए इस मॉडलिंग के फोटोशूट का पूरा नाटक करना पड़ा। पर मैं सच कहता हूँ कि जिस तरह तुमने हमारा साथ दिया, उससे तुम्हें भी चुदाई का पूरा मज़ा आया होगा।

मैं- हाँ सच में आज मैंने दो लंडो से चुदाई के पूरे मज़े लिए हैं. मुझे भी बहुत मज़ा आया।

बिकिनी Xxx मॉडल फक के बाद हम तीनों तैयार हुए और फॉर्महाउस से निकल गए।

पर मैंने उन दोनों से कह दी कि इसके बाद हमारा कोई कॉन्टेक्ट नहीं रहेगा और अपने सामने ही मैंने उस से अपनी सारी फ़ोटो वीडियो डिलीट करवा दी।

फिर वो दोनों अपने रास्ते चले गए और मैं अपने घर गई।

तो दोस्तो, यह थी आज की मेरी उस सखी की कहानी।

आप लोगों को यह बिकिनी Xxx मॉडल फक स्टोरी कैसे लगी?
मुझे मेल करके जरूर बताइये.
आप लोगों के फीडबैक मेल से ही मुझे कहानी लिखने का प्रोत्साहन मिलता है.
धन्यवाद।
[email protected]

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