अय्याश माँ बेटी की चूत चुदाई एक साथ
(Ayyash Ma Beti Ki Chut Chudai Ek Sath)
मेरा नाम करन है, मैं गुरुग्राम हरियाणा में रहता हूँ, मेरी लंबाई 5.11 है और मेरा लंड 6 इंच का है. मैं पेशे से इंजीनियर हूँ और भारत भ्रमण पर ही रहता हूँ, गुरुग्राम मुश्किल से 10 दिन ही रुक पाता हूँ.
यह बात अभी हाल ही की है, उस दिन रविवार था, थोड़ी शाम हो रही थी, रुक रुक कर हल्की बूंदाबांदी भी हो रही थी. मैं अपनी कार से ग्रेटर कैलाश में ब्लॉक मार्केट गया हुआ था. वहाँ मेरी एक दोस्त मुझसे मिलने आयी थी. वो जैसे ही मुझसे मिलकर वहां से निकली, तो कॉफी हाउस के बाहर एक ऑडी के साथ लग कर शॉर्ट्स और ऑफ शोल्डर्स में दो लड़कियां खड़ी बीयर पी रही थीं. दोनों बारिश के मौसम का मजा ले रही थी रही थीं. दोनों की शक्ल मिल रही थी, दोनों बहनें लग रही थी.
वो दोनों इतनी गोरी और खूबसूरत थीं दोस्तो कि दोनों की नंगी जांघें देख कर मेरा तो खड़ा हो गया. मैं सोचने लगा कि काश इनकी जांघ पर बर्फ के टुकड़े को चूसता हुआ जांघ से चुत तक ले जाऊं.
इतने में एक ने जो दूसरी से थोड़ी बड़ी लग रही थी, मेरी तरफ देखा और बोली- कोई प्रॉब्लम है क्या, जो ऐसे हमको घूर रहे हो?
मैंने भी कह दिया- घूर नहीं रहा हूँ. आप दोनों बहनें खूबसूरती की मिसाल हो, वही देख रहा हूँ!
तो वो मुस्कुता कर बोली- हा हा… हम बहनें नहीं मां बेटी हैं.
मैं हैरान होकर बोला- मैम, आपकी बेटी इतनी बड़ी है, फिर भी आप आज भी उसकी सिस्टर लग रही हैं.
वो मेरी बात से और खुश हो गयी.
अभी उनकी जवानी को सोच ही रहा था, कि वो बता रही थी- हम दोनों माँ बेटी साथ में योगा करने जाती हैं. योगा ही मेरी जवानी का राज है.
मैं यह कह कर जाने लगा तो उसने मुझे आवाज देकर रोका और बोली- आज मेरे हसबैंड आउट ऑफ इंडिया हैं, क्या तुम हमारे साथ साइबर हब गुरुग्राम चलोगे?
मैंने कहा- मैं वहीं रहता हूँ, आप अपनी कार से आ जाएं, तब तक मैं आपको वहीं मिलूंगा, क्यूंकि मेरे पास भी अपनी कार है.
वो मान गयी और बोली- तुम जेंटलमैन हो, मुझे अच्छे लगे.
सॉरी दोस्तो, मैंने आपको माँ बेटी का नाम नहीं बताया. उसका नाम नीलम उर्फ़ नीलू और बेटी का सुनयना उर्फ़ याना था. दोनों का साइज़ एकदम कातिल था. दोनों के 34 के चुचे और गांड तो इतनी मस्त.. ‘इशह.. हिइई..’ लंड खड़ा हो गया.
मैं जल्दी से गुडग़ांव पहुंचा, कार पार्क की और ओला कैब से साइबर हब आ गया. वो लोग वहां मेरे सामने ही पहुँचे थे.
अब हम लोग सीधा वहां से स्मैश गए, कुछ गेम खेले, ड्रिंक्स की और रात 11.30 वापसी बाहर आए.
नीलू बोली- ओके हम चलते हैं, हम दोनों को तुम्हारा साथ अच्छा लगा.
फिर हमने अलविदा कहा. नीलू ने पूछा- तुम अब बाहर पैदल क्यों?
मैं बोला- पास ही है घर.. मैं गाड़ी पार्क करके ही आ गया था.
तब उसने मुझे अपनी ऑडी में बिठाया, नंबर एक्सचेंज किए और मुझे घर के बाहर तक ड्राप करके अपने घर दिल्ली चली गयी.
अगले दिन नीलू का कॉल आया और बोली- कॉफी पीने चलें?
तो मैंने भी बोल दिया, मुझे घर की कॉफ़ी ज्यादा पसंद है.
उसने उसी दिन मुझे अपने घर बुला लिया, मैं भी घर से रेडी होकर, लंड चिकना करके गया था कि शायद दोनों चुत आज मिलेंगी.
उसका घर, न्यू फ्रेंड कॉलोनी में शानदार कोठी थी, मेरे लिए कॉफी वो खुद लायी और नौकरानी को भेज दिया कि हम आज बाहर खाएंगे.
उसकी बेटी याना भी वहीं मिली. उसकी बेटी मुझे घर दिखाने लगी और बोली- तुम मॉम को पसंद हो, उनको खुश रखना, तुम्हारे मजे रहेंगे.
मैंने पूछा- और तुमको?
तो बोली- देखते हैं, पहले मॉम पास कर दें तुमको, तब कुछ सोचूंगी.
याना मुझे अपने रूम में ले जाकर बोली- मैं नहा लेती हूँ, फिर बाहर चलते हैं. मॉम भी अपने रूम में रेडी हो रही हैं.
वो मेरे सामने ही पेंटी टाइप शॉर्ट्स में नहाने अन्दर गयी और मैं वहीं बाहर लंड निकाल के हिलाने लगा. उसको देख कर मामला कंट्रोल से बाहर हो गया था.
मुझे नहीं पता था कि उसकी माँ नीलू दरवाजे के पास से मुझे देख रही थी. मैंने माल निकाल कर उसकी बेड पर पड़ी एक ब्रा से साफ किया ही था कि माँ पीछे से आ गयी.
वो बोली कि ये क्या कर रहे हो?
मैंने कहा- सॉरी, आपकी बेटी और आप इतनी हॉट हो कि बस रहा नहीं गया.
मैं शर्मा कर जाने लगा तो बोली कि रुको तुम..
उसने अपनी बेटी को बोला- याना, बाहर आओ टॉवेल में ही..
ये कह कर उस औरत नीलू ने भी मेरे सामने ही अपना टॉप और शॉर्ट उतार दिया. तभी उसकी बेटी याना ने बाहर कदम रखा, वो एक छोटे से तौलिये में थी. सच में सनी लियोनी को भी मात कर रही थी. उसको देख कर मेरा लंड हिनहिनाने लगा.
माँ बोली- लो देखो मेरी गुड़िया को.. और अब हिलाओ.. हमारा बहुत मन है. हम दोनों किसी को लंड हिलाते देखें.
तभी उसकी बेटी ने आगे बढ़ कर मेरे गाल पर चुम्मा जड़ दिया. मेरे होश फाख्ते हो गए और बस यूं लगने लगा कि साली अभी पटक कर चोद दूँ. पर जब दोनों की चुत मिलने वाली हों, तो जल्दबाजी कैसी. बस मैं मस्ती से भर उठा. उन दोनों की जवानी देखकर मैं गरम हो गया और दोनों के सामने अपना लंड हिलाने लगा. अब तक वो दोनों मेरे सामने एक एक कर कपड़े उतार चुकी थीं.
बेटी टॉवल हटा के नंगी हो गई थी तो माँ भी ब्रा और पेंटी निकाल कर चुत में उंगली कर रही थी. उसकी बेटी की सफाचट चूत देख कर मेरा लंड रोने लगा. तभी मेरा मुठ निकला और इतना तेज गति से निकला कि उसकी बेटी मेरे सामने थी, उसकी चुची पर पिचकारी लगी. उसकी चूची मेरे पानी से गीली हो गयी. उसकी माँ की चुत को गीली देख कर मैं सीधा मुठ मारके माँ की चूत चाटने लगा.
उसकी बेटी अपने मुँह से मेरे लंड पर मेरे बचे मुठ को लेकर चूसने लगी. हम तीनों ही इतने गर्म ही हो गए थे कि पता ही नहीं लगा, कब थ्री-सम शुरू हो गया.
बहुत देर तक चुसाई हुई. तीनों ने एक दूसरे के लंड चुत चुसाई की. मेरा पानी एक बार और निकला और वो दोनों अपने मुँह पर मलते हुए बोलीं कि उन्होंने नेट पर पढ़ा है कि औरत की खूबसूरती इससे और दोगुनी हो जाती है.
मैंने कहा- ये नई बात है मुझे मालूम ही नहीं था कि मर्द के वीर्य से औरत के मम्मे दोगुने खूबसूरत हो जाते हैं.
नीलू बोली- सिर्फ मम्मे ही नहीं, पूरे शरीर पर लगाने से निखार आ जाता है.
मैंने पूछा- आपकी बॉडी इसी लिए निखरी हुई है?
वो हंस पड़ी और बोली- मैंने तो हर वैरायटी का माल लगाया है.
मेरी हंस छूट गई और मैंने उसकी बेटी की तरफ देख कर कहा- और मैडम आपने?
उसने कुछ नहीं कहा बस मुझे चूम लिया.
इसके बाद हम तीनों नंगे ही कुछ खाने के लिये रसोई में गए. वहां जाकर हमने केला का शेक बनाया. मैंने एक केला छील कर माँ नीलू की चुत में अन्दर बाहर किया और उसकी बेटी को वही केला खिलाया.
बेटी बोली कि ऐसा लग रहा है कि आज मैं पोर्न स्टार हूँ.
मैंने बोला- तुम उनको भी फेल कर रही हो.
वो खुश होके मुझसे वहीं चूमाचाटी करने लगी थी. नीलू ने शेक तैयार किया और मुझे वहीं बिठा कर पिलाने लगी. मैंने थोड़ा सा शेक दोनों माँ बेटी की चुत पर डाला और मैं दोनों की चुत को चूसने लगा.
मैं खुद इतना गर्म हो गया कि बनाना-शेक दोनों की चुची पर डाल कर चूचे चाटने लगा.
मेरी इस हरकत से वो दोनों एकदम से गरमा गईं और बोलीं- तुम बहुत हॉट सेक्स करना जानते हो.. वेरी गुड.. लगता है आज बड़ा मजा आने वाला है.
कुछ देर बाद हम तीनों बाथरूम में गए मुझे सुसू आने लगी तो करने लगा. वो माँ बेटी वहीं दोनों ख़ुद ही सामने बैठ गईं और मेरे लंड से गिरती धार में नहाने लगीं. मेरे मूत से नहा के उन लोगों ने शावर लिया.
फिर हम लोग बाहर आए और सोफे पर बैठ कर मजा लेने लगे. एक मेरा लंड चूस रही थी तो दूसरी की चुत मैं चूस रहा था. फिर माँ ने लंड चूस कर अपनी चुत पर रखा और अन्दर ले लिया और ऊपर बैठ कर उछलने लगी.
बेटी याना की चुत मेरे मुँह पर पानी छोड़ रही थी और उसकी चुचियां मेरे हाथ में थीं, जिनको ज़ोर से मसल रहा था. मैं लगभग 15 मिनट इस पोजीशन में रहा. मेरा लंड उसकी माँ की चुत में बहने लगा. वो खुद दो बार पानी से लंड गीला कर चुकी थी.
अब नीलू अपनी बेटी याना को पकड़ के चूमने लगी और मुझसे बोली- मुझको देखो और मेरी बेटी की चुत में अपना लंड खड़ा करके डाल दो.
मैंने उनको देख कर अगले 5 मिनट में लंड को चुदाई के लिए तैयार किया और उसकी बेटी की चुत पर रख कर डाल दिया. खूब धक्कमपेल करके मैंने काफी देर तक उसकी बेटी को चोदा. बाद में उसकी बेटी ने मेरा पूरा पानी मुँह में निकलवाया.
मां ने मेरे लंड से जो बचा हुआ पानी निकला, उसे चाटा.
चुदाई के बाद हम लोग फिर से नहाए और माँ बेटी ने मिलकर मुझे फिर पूरा चूमा और मुझे काफी रुपए देकर कहा- जब बुलाएं आ जाना.
मैंने पैसे वापस किए और बोला- इनके बिना भी आ जाऊंगा.
वो लोग बहुत खुश हुईं और बोलीं- साथ में आउट ऑफ इंडिया चलेंगे, बताओ राजी हो?
मैंने हां बोल दिया, अब हम सितंबर में पेरिस जा रहे हैं और वहां हमने एक ही रूम बुक किया है.
उसके बाद याना अब तक कई बार अपनी माँ को बिना बताए गुरुग्राम आकर मुझे चुद कर गयी है.
याना की माँ की बहन यानि याना की मौसी जो ऑस्ट्रेलिया में रह रही है, अभी इंडिया आई हुई है, नीलू मुझे आज भी अपने घर बुला कर अपनी सगी बहन को भी मुझसे चुदवा रही है.
उसके अलावा ना जाने कितनी भाभी और आंटी और वर्किंग लड़कियां मुझसे चुद रही हैं. जल्दी ही एक नयी चुदाई की कहानी लाऊंगा.
दोस्तो, यह कहानी मेरी सत्य घटना है और आज भी मैं गुप्त रूप से चुदाई कर रहा हूं, मुझे अपने विचार यहां भेजें.
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