मेरी चूत ने किया 3- 3 लंड का मुकाबला

(Alone Girl Nangi Kahani)

रेहाना खान 2024-05-12 Comments

अलोन गर्ल नंगी कहानी एक चंचल शोख़ और चुलबुली लड़की की है जो बहुत सेक्सी थी. उसके 3 दोस्त बने जो बहुत पैसे वाले थे. एक दिन वह लड़की उन तीनों से एक साथ चुदी.

यह कहानी सुनें.

मैं जानती हूँ दोस्तो, कि आप मेरी कहानियों का बहुत इंतज़ार करते हैं।
इसलिए आज मैं आपको अपनी एक सच्ची कहानी सुना रही हूँ।

यह उन दिनों की अलोन गर्ल नंगी कहानी है जब मैं निखत एक कॉलेज से पी जी कर रही थी।

मैं एक चंचल शोख़ और चुलबुली लड़की थी।
मुझे गुमान था कि मैं पढ़ने में बहुत अच्छी हूँ, बोलने में भी बहुत अच्छी हूँ क्योंकि मैं कॉलेज के हर प्रोग्राम में, हर डिबेट में शामिल होती थी और फर्स्ट अवार्ड जीत कर आती थी।

इसके साथ साथ मुझे अपनी सुंदरता पर भी गुमान था।
यह सच है कि मुझसे ज्यादा सुन्दर कॉलेज में कोई और लड़की नहीं थी।

मैं कॉलेज में इन्हीं सब बातों के लिए बहुत मशहूर थी।
लड़के मेरे आगे पीछे घूमा करते थे, मुझसे दोस्ती करना चाहते थे.

मैं बोल्ड भी थी, बोलती भी बहुत थी और हेल्प भी सबकी बहुत करती थी।
फिर धीरे धीरे मेरे अंदर जवानी की मस्ती बढ़ने लगी और मैं गन्दी गन्दी बातें करने लगी।

मैं बड़े सेक्सी मूड में रहने लगी, अपने ग्रुप में नॉन वेज चुटकुले सुनाने लगी, गालियां भी मुंह से निकालने लगी.
लोग एन्जॉय करने लगे और मुझे भी मज़ा आने लगा।

मेरा हौसला, मेरी हिम्मत दिन पर दिन बढ़ती गयी और मैं लड़कों से दोस्ती करके उनका फायदा उठाने लगी।
अपने सारे खर्च लड़कों की जेब से करवाने लगी।
उनकी मोटर साइकिल पर उनके साथ बैठ बैठ कर घूमने लगी।

मैं फिर धीरे धीरे उनके साथ शराब पीने लगी, सिगरेट भी पीने लगी और गन्दी गन्दी बातें भी करने लगी।
तब मैं पूरी तरह एक बिंदास और आवारा लड़की बन चुकी थी।

मैं अपना जिस्म दिखने के लिए फैशनेबल और तंग कपड़े पहनने लगी.
लड़के मेरे बड़े बड़े बूब्स, मेरे बड़े बड़े चूतड़ और खुली ख़ुली बाहें देख कर मज़ा लेते थे।
मुझे भी अच्छा लगता था।

मेरा साथ तीन लड़कों से ज्यादा हो गया था बिट्टू, टीटू और टोनी।
ये तीनों पैसे वालों के बेटे थे।

तीनों आवारा थे मगर थे बहनचोद बड़े हैंडसम और स्मार्ट।
मैं तो थी ही पैसे वालों की बेटी लेकिन मैं अपना पैसा पूरा बचा लेती थी और ये तीनों मेरे ऊपर पैसे खूब उड़ाया करते थे।
इसी कारण मैं इन तीनों से काफी नजदीक हो गई थी।

मस्ती में मेरे मुंह से नशे की हालत में लण्ड बुर चूत भोसड़ा सब निकलने लगा था.
तो लड़के खूब हंस हंस कर एन्जॉय करते थे।

मैं मस्त मस्त गालियां भी देने लगी थी तो लड़के और ज्यादा खुश हो जाते थे।

एक दिन बिट्टू मुझे अपने घर ले गया।
घर में कोई नहीं था।

मैंने पूछा तो वह बोला- मेरे मम्मी पापा 3 दिन के लिए बाहर गए हैं, मैं अकेला ही हूँ घर में!
फिर पीछे से टीटू और टोनी भी आ गए।

हम तीनों बैठ कर बातें करने लगे।
इतने में टीटू ने व्हिस्की की बोतल निकाली और हम चारों दारू पीने लगे।
दारू के साथ स्नैक्स भी था, अंडे भी थे.

तो हम लोग वो सब खाने लगे।

टीटू बोला- निखत, एक बात बताओ, तुमको हम लोगों से डर नहीं लगता?
मैंने कहा- बिल्कुल नहीं … तुम भोसड़ी वालों से डर क्यों लगेगा? तुम लोग तो मेरे साथी हो, मेरे दोस्त हो मेरे बॉय फ्रेंड्स हो तो फिर डर काहे का?

बिट्टू बोला- डर इस बात का कहीं हम लोग तुम्हारे साथ कुछ गलत न कर दें?
मैंने कहा- गलत क्यों करोगे? मैं तुम्हारी गर्लफ्रेंड हूँ जो कुछ करना है सही से करो, खुल कर करो।

थोड़ा नशा चढ़ा तो टोनी बोला- यार निखत, तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो। मेरी एक इच्छा है। बोलो पूरा करोगी? मना तो नहीं करोगी?
मैंने कहा- नहीं करूंगी, यार? बोलो क्या इच्छा है तेरी?
टोनी बोला- तुम हमारे सामने अपने कपड़े उतार कर नंगी हो जाओ, प्लीज।

मैंने कहा- अच्छा तो तुम मुझे नंगी देखना चाहते हो। ठीक है मैं अपने कपड़े उतार दूँगी. लेकिन मेरी एक शर्त है। तुम लोगों को भी अपने अपने कपड़े उतारने पड़ेंगे. जब सब नंगे हो जायेंगे तो मुझे शर्म नहीं आएगी। अकेली तो मैं नंगी हरगिज़ नहीं होऊंगी।
बिट्टू- हमें तुम्हारी शर्त मंजूर है।

फिर मैं उठी, खड़ी हुई और अपना टॉप खोल कर उतारने लगी।

टॉप खुला तो नीचे ब्रा दिख गयी।
ब्रा के अंदर मेरे बूब्स झाँक रहे थे।

फिर मैंने हाथ पीछे करके ब्रा का हुक खोला।
हुक खुलते ही मेरे बड़े बड़े बूब्स बाहर निकल पड़े।

गुलाबी रंग के निप्पल तन कर खड़े हो गए।
वे तीनों साले आंखें फाड़ फाड़ मेरे नंगे बूब्स देखने लगे।

मैंने सोच लिया था कि आज जो भी होना है वो सब हो जाए तो अच्छा है।

फिर मैंने बड़ी अदा से अपनी जींस भी खोल डाली।
मैं पैंटी पहनती नहीं तो जींस खुलते ही मेरी छोटी छोटी झांटों वाली चूत छलक कर उनके सामने आ गयी।

मेरी मोटी मोटी जांघें और मस्त गोलाईदार घुटने भी सबका मन मोहने लगे।

लार टपकने लगी उन सब मादर चोदों की मुझे एकदम नंगी देख कर!

मैंने सोच लिया था कि जब ये लोग मेरे ऊपर इतना पैसा खर्च करते हैं तो बदले में ये लोग मेरी चूत ले भी लेंगे तो मुझे कोई ऐतराज़ नहीं होगा।
मैं ख़ुशी ख़ुशी दे दूँगी अपनी चूत!

फिर शर्त के अनुसार वे सब अपने अपने कपड़े उतारने लगे।

सबसे पहले बिट्टू का लण्ड बाहर आया.
तो मैं उसे देख कर बोली- ओ माय गॉड इतना बड़ा लण्ड? मज़ा आ गया तेरा लण्ड देख कर यार!

फिर टीटू का लौड़ा भी मैदान में आ गया।
उसे देख कर मैंने कहा- बाप रे बाप, कितना मोटा है तेरा भोसड़ी का लण्ड यार टीटू?

उसके बाद टोनी का भी लौड़ा फड़फड़ाता हुआ बाहर आकर घोड़े की तरह हिनहिनाने लगा।
मैंने कहा- यार, तेरा लौड़ा तो किसी का भोसड़ा भी फाड़ डालेगा। तेरा ये मादर चोद लण्ड मेरे दिल में समा गया है।

फिर मैंने लपक कर नंगी नंगी तीनों लण्ड एक एक करके पकड़ लिये।
बिट्टू का लण्ड दाहिने हाथ में, टीटू का लण्ड बाएं हाथ में और टोनी का लण्ड मुंह में!

मैं तीनों लण्ड का मज़ा एक साथ लेने लगी।
ये तीनों साले अपना अपना लण्ड टनटनाते हुए मेरे आगे नंगे नंगे खड़े थे, मैं नंगी नंगी सोफा पर बैठी थी।

बिट्टू के लण्ड पर थोड़ी थोड़ी झांटें थी पर टीटू और टोनी के लण्ड पर एक भी झांट नहीं थी।
तीनों लण्ड बड़े हैंडसम और जबरदस्त लग रहे थे।

मुझे लगा जैसे मेरे लिए लण्ड की लॉटरी खुल गयी है।
मैं अपने आपको लकी समझने लगी।
वर्ना लड़कियां एक लण्ड के लिए तरसती रहतीं हैं.
यहाँ तो मेरे सामने तीन तीन लण्ड फुफकार मार रहे हैं।

मुझे लण्ड चाटने चूसने में मज़ा आने लगा।
टोनी ने लण्ड मेरे मुंह से निकाला तो टीटू ने घुसा दिया; टोनी लण्ड मेरे पूरे नंगे बदन पर घुमाने लगा, मेरी चूचियों पर खूब रगड़ा लण्ड, मेरे निप्पल को लण्ड से खूब रगड़ा।

बिट्टू मेरी चूत चाटने लगा तो टोनी ने लण्ड मेरे मुंह में घुसा दिया।
मैं एक हाथ से बिट्टू का लण्ड पकड़े हुए थी।

मुझे बिट्टू से अपनी चूत चटवाने में मज़ा आने लगा।
वह साला चूत के साथ मेरी गांड भी चाटने लगा, मेरे चूतड़ भी चाटने लगा और मेरी मोटी मोटी जांघें भी!

उस पर जवानी शायद कुछ ज्यादा ही चढ़ी हुई थी।
फिर मैं सबको अंदर बेड पर ले गयी।

इससे पहले कि मैं कुछ कर पाती … बिट्टू ने लण्ड मेरी चूत में पेल दिया।
मैं भी मना नहीं कर सकी और चुदवाने लगी।
और मैं भी चाहती ही थी कि कोई लण्ड जल्दी से मेरी चूत में पेले।

मैं फिर एक हाथ में टीटू का लण्ड और दूसरे में टोनी का लण्ड सहला सहला कर बारी बारी से चाटने लगी, चूसने लगी।

मुझे तीन तीन का लण्ड का मज़ा एक साथ मिल रहा था; मैं बहुत खुश थी।

मेरी चूत का बाजा वैसे ही बज रहा था जैसा मैं चाहती थी।
मैं तीन तीन लण्ड इंगेज किये हुए थी।

चाहती तो मैं किसी एक लण्ड का सड़का मार कर खलास कर देती … पर मैंने ऐसा नहीं किया।

10 मिनट के बाद मैंने टीटू को नीचे लिटाया और उसके ऊपर चढ़ बैठ गयी।
जी हां उसके लण्ड पर बैठ गयी तो लण्ड पूरा मेरी चूत में घुस गया।

मैं थोड़ा आगे झुकी और उसका लण्ड वैसे ही चोदने लगे जैसे मरद किसी की चूत चोदता है।

पीछे से मेरी गांड थोड़ी उठी हुई थी।
मैंने उसे और उठा दिया और कहा- भोसड़ी के टोनी, अब तू अपना लौड़ा मेरी गांड में ठोक दे।

उसने आव न देखा ताव गच्च से ठोक दिया लण्ड मेरी गांड में!
मुझे दर्द तो हुआ। इतना मोटा लण्ड चूत तो बर्दाश्त कर लेती है पर गांड नहीं कर पाती।

लेकिन मैंने वह भी बर्दाश्त किया और कहा- तू मादरचोद आज मेरी गांड अच्छी तरह मार ले।
मैं चूत चुदवाने के साथ साथ गांड भी मरवाने लगी।

उधर बिट्टू घूम कर आया और लौड़ा मेरे मुंह में घुसा दिया।
अब मेरे बदन में तीन छेद थे और तीनों में लण्ड घुसे हुए थे; कोई जगह खाली नहीं थी।

मैं बहुत ज्यादा उत्तेजित हो गयी थी।
मुझे लण्ड चूत और गांड के अलावा कुछ दिख नहीं रहा था।

मैं मस्ती में पूरी तरह खोयी हुई थी।
मुझे ज़न्नत का मज़ा आ रहा था।

मेरे मुंह से निकला- हाय दईया … बड़ा मज़ा आ रहा है भोसड़ी वालो! मुझे इसी तरह खूब झमाझम चोदो, हां हां ओहो हन हायल्ला … क्या लौड़े हैं साले आज मेरी चूत फाड़ डालो! चीर डालो मेरी चूत! फाड़ डालो मेरी गांड! हाय रे क्या मस्त चुदाई है तुम लोगों की। पेलते रहो … चोदते रहो … हां ऊँऊँ आआह हही। मैं पहले इस तरह कभी नहीं चुदी! वॉव क्या बात है … हाय रे पूरा लौड़ा पेल दो और जल्दी जल्दी चोदो!

सबने चोदने की स्पीड बढ़ा दी।
धच्च धच्च … भच्च भच्च … फच्च फच्च की आवाज़ें आने लगीं।
चुदाई की महक चारों तरफ फ़ैल गयी।

इतने में टीटू के लण्ड ने पिचकारी मार दी।
वह झड़ गया लेकिन मेरी चूत अभी भी टाइट बनी हुई थी।

फिर टोनी मेरी चूत चोदने लगा और बिट्टू मेरी गांड।

दोनों मिलकर अलोन गर्ल नंगी को धकापेल चोदे चले जा रहे थे।

बिट्टू को कुछ ज्यादा ही जोश आ गया, वह बोली- निखत, तू बुरचोदी बहुत बड़ी चुदक्कड़ है। रंडी है तू रंडी … तेरी माँ का भोसड़ा! आज मैं तेरी चूत को तेरी माँ के भोसड़ा की तरह बना दूंगा। तू बहनचोद बड़ा मस्त माल है। तेरे जिस्म में बड़ी आग है। मैं पछता रहा हूँ कि मैंने तुम्हे पहले क्यों नहीं चोदा। साली कुतिया तेरी बहन का लण्ड!

वह तो इसी तरह गालियां बकता हुआ चोदे जा रहा था।

मैंने भी जबाब दिया- साले कुत्ते कमीने … माँ के लौड़े … हरामजादे, मेरी चूत को क्या अपने बाप का माल समझ कर चोद रहा है तू? आज मैं ऐसी की तैसी कर दूँगी। टोनी के लण्ड की तो माँ चोद दूँगी मैं! मैं तुम लोगों से ज्यादा बेशरम हूँ। खड़ी खड़ी पेशाब करूंगी तुम्हारे लण्ड पे मादरचोदो!

मेरी गालियों का असर यह हुआ कि दोनों साले एक एक करके चोदते चोदते झड़ गए।

हालांकि खलास मैं भी हो गयी थी।

इस तरह मेरी चूत ने उन तीनों लण्ड खूब मुकाबला किया।
फिर सब लोग नंगे नंगे ही लेटे रहे।

एक घंटे के बाद फिर लण्ड साले तन कर खड़े हो गए और मेरी चूत भी लण्ड खाने के लिए तैयार हो गयी।
फिर क्या रात भर हुई खूब धुआंधार चुदाई।
अलोन गर्ल नंगी कहानी पर अपनी राय मुझे बताएं.

[email protected]

लेखिका की पिछली कहानी थी: नौकर से मालिश करवाई तो वासना जाग उठी

What did you think of this story??

Comments

Scroll To Top