दो बॉटम दोस्तों के दो टॉप यार- 3

(Top Gay Porn Kahani)

रत्न दत्त 2024-01-13 Comments

टॉप गे पोर्न कहानी में दो बॉटम दोस्त अपने टॉप यानि गांड मारने वाले लड़कों को अपने पति मानते थे. वे दोनों एक दूसरे के टॉप पति का ख्याल भी रखते थे.

फ्रेंड्स, मैं रतन दत्त आपकी सेवा में अपनी गे सेक्स कहानी का अगला भाग लेकर हाजिर हूँ.
कहानी के दूसरे भाग
गे सेक्स में पार्टनर की अदला बदली
में आप ने पढ़ा कि कैसे दो बॉटम ने अपने टॉप अदल बदल कर गांड मरवाई.

अब आगे टॉप गे पोर्न कहानी:

कल्याण ने हर्षद का लंड साबुन से धोया.
उसने लंड धोते समय कहा कि गांड में कीटाणु हो सकते हैं, साबुन से धोना जरूरी है.

हर्षद ने कल्याण की गांड धोयी.
फिर दोनों पलंग पर नंगे लेट गए.

हर्षद- कल्याण तुम्हें कैसा लगा? मुझे तो बहुत मजा आया?
कल्याण- मुझे बहुत मजा आया, इतनी देर तक गांड मरवाने का नया सुखद अनुभव मिला.

सुबह चारों देर से उठे, सभी खुश दिख रहे थे.

संजय ने हर्षद से पूछा- कल की रात कैसी रही? मुझे तो एक नया मजा मिला.
हर्षद- मुझे भी नया सुख मिला.

जब हर्षद ने कल्याण और योगेश से पूछा कि तुम दोनों को मजा आया?

तो दोनों एक साथ बोले कि हां नया अनुभव था, काफी अच्छा लगा.

हर्षद- एक बार चारों एक ही बिस्तर पर सम्भोग करके देखें?
कल्याण, योगेश ने कोई जवाब नहीं दिया.
वे दोनों लड़कियों की भान्ति चाय नाश्ता बनाने किचन में चले गए.

किचन में योगेश और कल्याण ने फैसला किया कि चारों एक कमरे में सम्भोग नहीं करेंगे.
क्योंकि स्वाद बदलने के लिए जब दोनों एक दूसरे के पति के साथ सम्भोग करेंगे, तब खुलकर मजा नहीं ले पाएंगे.

कल्याण, योगेश ने सम्भोग के समय ज्यादा ख़ुशी जोश दिखाया तो उनके पति को कुंठा हो सकती है कि उनके पति से ज्यादा उनको दूसरे के पति से ज्यादा मजा आता है.

योगेश- कल्याण, तेरे पति संजय ने मुझे घोड़ी बनाकर मेरी गांड मारी. उसके साथ वह मेरे कूल्हों पर चांटे मार रहा था. उससे मजा और बढ़ गया. मेरा पति हर्षद ऐसा नहीं करता है.
कल्याण- कूल्हों पर चांटे मारने से इतना मजा आता है तो मैं संजय को बोलूंगा कि वह मुझे घोड़ी बनाकर चोदते समय मेरे कूल्हों पर चांटे मारे.

दोनों नाश्ता लेकर बैठक में गए.

उन्होंने संजय हर्षद से कहा- आपके कहने पर हम दोनों ने स्वाद बदलने के लिए एक दूसरे के पति के साथ सम्भोग किया, पर एक कमरे में चारों सम्भोग नहीं करेंगे.

जब पतियों ने पूछा- तुम दोनों को मजा नहीं आया क्या?
पत्नियों (कल्याण और योगेश) ने कहा- स्वाद बदलने के लिए ठीक है, पर रोज रोज नहीं. हफ्ते में एक बार कर सकते हैं.

नाश्ते के बाद कल्याण और संजय अपने घर चले गए.
दोनों जोड़ों ने रात को जमकर सम्भोग किया.

दोनों जोड़ों ने पास पास फ्लैट खरीद लिया.
पत्नी बदलने का कार्यक्रम हर शनिवार रात होता.

एक दिन चारों में रोचक चर्चा हुई.
उनमें तुलना हुई कि किसी लड़की पत्नी के बदले किसी बॉटम को पत्नी बनाने से क्या फायदे और नुकसान हैं.

दोनों पतियों संजय और हर्षद का कहना था कि लड़की पत्नी के बहुत से प्रॉब्लम और नखरे होते हैं. मासिक धर्म के समय सम्भोग नहीं, अदला बदली में राजी भी हुई, तो दूसरे से बच्चा होने का डर. उम्र के साथ चूत ढीली होना. बहुत सी पत्नियां लंड नहीं चूसती हैं. आजकल बहुत से दम्पति बच्चा नहीं चाहते हैं. बॉटम लड़का पत्नी के साथ उतना ही मजा आता है. सम्भोग के समय छेद आगे चूत हो या पीछे गांड, कोई फर्क नहीं पड़ता. गांड में ज्यादा मजा मिलता है. उम्र के साथ गांड ज्यादा ढीली नहीं होती. बॉटम भी अच्छा खाना बनाते हैं. सिर्फ कभी कभी ही इच्छा हो सकती है कि किसी लड़की को चूमने की.

दोनों पत्नियों योगेश, कल्याण का कहना था- हम बॉटम तो किसी लड़की से शादी कर नहीं सकते. हमें किसी को चोदने की इच्छा नहीं होती. जब पतियों इच्छा हो कि किसी लड़की के साथ यौन आनन्द लिया जाए, तो उनके लिए हम मेकअप और लड़कियों के कपड़े पहनकर लड़की बन सकते हैं. सुना है बहुत से पतियों को अपनी स्त्री पत्नी की गांड मारने में ज्यादा मजा आता है.

योगेश और कल्याण ने मेकअप सीख लिया.
पति के कहने पर लड़की का भेष बना लेतीं.

हर्षद को कंपनी के काम से 15 दिन टूर पर जाना था.
उसने संजय और कल्याण को कहा कि तुम दोनों मेरी पत्नी योगेश का ख्याल रखना.

टूर से जाने से पहले हर्षद ने संजय को अकेले में कहा- कुछ दिनों के लिए तुमको कल्याण और योगेश को सम्भोग से खुश रखना है. मैं कैसे देर तक बिस्तर पर कैसे टिका रहता हूँ, वह बताता हूँ. जब सम्भोग के समय तुमको लगे कि तुम थोड़ी देर बाद झड़ने वाले हो, तब लंड को बाहर निकाल लेना और लंड की जड़ को उंगलियों के कस कर पकड़ लेना. लम्बी सांस लेना या सांस को थोड़ा रोकना, ध्यान दूसरी तरफ लगाना … झड़ना टल जाएगा.

शुक्रवार को हर्षद चला गया.

दोनों बॉटमों कल्याण व योगेश ने प्लान बनाया कि संजय को सरप्राइज दिया जाए.

शनिवार रात कल्याण ने अपने पति संजय से कहा कि तुम 15 मिनट बाद लंड साबुन से धोकर, योगेश के फ्लैट का दरवाज़ा चाबी से खोलकर अन्दर आना, तुम्हें कुछ सरप्राइज देना है. मैं और योगेश वहां रहेंगे.
योगेश के फ्लैट में सेल्फ लैच से दरवाज़ा बंद कर योगेश और कल्याण नंगे होकर बेडरूम में घुटनों के बल बैठे.

संजय दरवाज़ा खोलकर बेडरूम में आया तो वहां दोनों को घुटनों पर खड़ा देखकर गर्म हो गया.
वह तुरंत अपनी पैंट चड्डी उतारकर योगेश, कल्याण के सामने खड़ा हो गया.

दोनों ने उसका लंड चूमने के बाद बारी बारी से चूसना शुरू कर दिया.

संजय ने योगेश और कल्याण से कहा- तुम दोनों पलंग पर पीठ के बल लेट जाओ. कमर के नीचे तकिया लगा लो और अपने पैर अपनी छाती की तरफ लेकर पकड़ लो.
दोनों ने वैसा ही किया.

संजय ने दोनों की आंखों में पट्टी बांधकर कहा- यह मेरा सरप्राइज है.

दोनों अपनी चुदाई का बेकरारी से इतंजार करने लगे, उनको कुछ दिखाई नहीं दे रहा था.

संजय ने दोनों के कूल्हों पर बेल्ट से धीरे धीरे मारा.
हर मार के साथ दोनों की उत्तेजना बढ़ रही थी.

संजय ने तेल लगाकर अपना लंड कल्याण की गांड में पूरा पेल दिया और गांड मारने लगा.

कल्याण हल्के दर्द और आनन्द से कमर हिलाने लगा, सिसकारी लेने लगा.

थोड़ी देर बाद संजय ने अपना लंड बाहर निकाला, अपने लंड को जड़ से पकड़कर सांस रोकी तो उसका जोश थोड़ा कम हुआ.

संजय अपना लंड योगेश की गांड की छेद में घिसने लगा.
योगेश कमर हिलाकर लंड अन्दर लेने की कोशिश करने लगा.

संजय ने लंड योगेश की गांड में पेल दिया और उसकी कमर पकड़कर चोदने लगा.

कुछ देर बाद जब उसे लगा कि वह झड़ने वाला है तो उसने लंड बाहर निकालकर जड़ से पकड़ लिया.

फिर संजय ने कल्याण, योगेश की आंख की पट्टी खोलकर उनको घोड़ी बनाकर पलंग के किनारे बाजू बाजू खड़ा कर दिया.

अब वह उन दोनों को बारी बारी चोदने लगा, साथ ही उनके कूल्हों पर चांटे मार रहा था.

जब संजय बॉटम बदलता, थोड़ी देर रुक जाता और झड़ना रोकने की प्रक्रिया करता.

दोनों बहुत मजे लेकर 30 मिनट से गांड मरवा रहे थे.
संजय बोला- अब तुम दोनों की बारी है.

संजय चित लेट गया.
कल्याण, योगेश बारी बारी संजय के लंड की सवारी करने लगे.

करीब और 10 मिनट बाद संजय झड़ गया.
तीनों को मजा आया, तीनों थककर लंड गांड धोकर सो गए.

हर्षद के टूर से वापस आने तक तीनों ग्रुप सेक्स करते, कभी दोनों बॉटम लड़की का भेष बदल लेते.

जिस दिन संजय थका होता, कल्याण और योगेश लेस्बियन के समान यौन आनन्द लेते. एक दूसरे के चूचे दबाते चूसते, दोनों एक दूसरे की गांड में वाइब्रेटर लगा डिल्डो डाल देते और 69 पोजीशन में एक दूसरे का लंड चूसकर वीर्य पी जाते.

जब हर्षद वापस आया तो संजय ने कल्याण और योगेश की सहमति से कहा कि हर्षद अगले कुछ दिनों तक तुम कल्याण और योगेश के साथ ग्रुप सेक्स करके 15 दिनों की कसर निकल लो.

रात को हर्षद ने अपना लंड कल्याण, योगेश से चुसवाया.
दोनों को बाजू बाजू पेट के बल लिटाया, बारी बारी से दोनों की गांड एक घंटे तक मारी.

कुछ दिन बाद हर्षद तृप्त हो गया.

अब दोनों बॉटम अपने अपने पति के साथ सोने लगे.

कुछ महीनों के बाद कल्याण को अपने पिताजी के घर जाना पड़ा.
उसके दादाजी की तबियत ज्यादा ख़राब थी.

बारिश के दिन थे, शाम को मौसम सुहाना होता. बाकी तीनों संजय, हर्षद और योगेश को कुछ ज्यादा ही सेक्स की जरूरत महसूस हो रही थी.

उन्होंने तय किया पहले संजय योगेश के साथ यौन आनन्द लेगा.
उसे कम समय लगता है. उसके बाद हर्षद की बारी, उसे एक डेढ़ घटा लगता.

रात का खाना योगेश की जगह हर्षद बनाएगा.

उस रात संजय योगेश की गांड उसे घोड़ी बनाकर मार रहा था और उसके कूल्हों पर चांटे मार रहा था.

योगेश आनन्द से सिसकारी लेकर कमर हिलाकर लंड और अन्दर लेने की कोशिश कर रहा था.

संजय ने दरवाज़ा बंद नहीं किया था.
चांटे और सिसकारी की आवाज़ सुनकर हर्षद बेडरूम के दरवाज़े से अन्दर देखने लगा.

योगेश के गोरे कूल्हे चांटे से गुलाबी हो गए थे.
हर्षद ने कुछ नहीं कहा.
वह खाना बनाने वापस किचन में चला गया.

डिनर के थोड़ी देर बाद हर्षद योगेश को बेडरूम ले गया.
उसने योगेश से पूछा- तुम्हें कूल्हे में चांटे से मजा आता है?

योगेश ने सर हिलाकर हां कहा.

दोनों चूमा-चाटी के बाद नंगे हो गए.
हर्षद ने बेल्ट हाथ में लेकर पलंग के किनारे बैठकर योगेश को लंड चूसने कहा.

योगेश ने खड़े होकर सामने झुककर अपने हाथ पलंग पर रखे और हर्षद का लंड चूसने लगा.
हर्षद योगेश के कूल्हों पर बेल्ट से मारने लगा.

योगेश और जोश में लंड चूसने लगा.

थोड़ी देर बाद हर्षद ने योगेश को पेट के बल पलंग पर लिटा दिया.
अपने लंड पर तेल लगाकर योगेश की गांड रुक रुक कर मारने लगा.

करीब एक घंटे बाद हर्षद ने योगेश की गांड वीर्य से भर दी.

शनिवार को तो योगेश की शामत आ गयी.

सुबह संजय, हर्षद ने उसकी गांड मारी. शाम को फिर से मारी, रात को भी गांड मारी.

एक दिन में छह बार गांड मरवाने से योगेश बहुत थक गया.
रविवार सुबह योगेश मुश्किल से पांव फैलाकर चल रहा था.

दिन भर उसने आराम किया.

रविवार रात संजय और हर्षद ने उसकी गांड सिर्फ एक एक बार मारी.
पांच दिन बाद कल्याण वापस आ गया.

ऐसा ही कल्याण के साथ हुआ, जब योगेश अपने पिता के घर गया था.

चारों को साथ रहते पांच साल हो गए हैं. सब खुश हैं, नौकरी में उनकी तरक्की हुई है. चारों एक दूसरे का सुख-दुःख बीमारी में ख्याल रखते हैं. रोज सेक्स नहीं होता, पर शनिवार रात अदला बदली जरूर होती है.

योगेश, कल्याण ने मेकअप अच्छा सीख लिया.
जब दोनों लड़कियों के सेक्सी कपड़े, गहने, विग पहनकर मेकअप करते हैं, तब बहुत सुंदर और सेक्सी लगते हैं.

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