पंजाबी जाट ने मेरी जबरदस्त चुदाई की
(Punjabi Jaat Ne Meri Jabardast Chudai Ki)
मेरा नाम हरी सिंह (बदला हुआ नाम) है. मैं पंजाब के एक छोटे से गांव में रहता हूँ. मेरी आयु 20 साल की है. मेरे घर के पास एक जाट का खेत है जो कि 40 साल का एक पहलवान जट्ट है. ये कहानी मेरी चुदाई की है, जो उसने की थी. उसका नाम सरबजीत है.
मुझे हर रोज सवेरे सवेरे सैर करने की आदत है. मैं हर रोज सवेरे पांच बजे सैर करने निकल जाता था. पंजाब के लोग जानते हैं कि पंजाब में खेतों को सिंचाई करने वाली लाइट रात को आती है. सरबजीत भी रात को अपनी खेती को पानी लगाने जाता था, इसलिए वह सवेरे के समय तक खेत में बना रहता था.
यह बात एक महीने पहले की है. जब मैं सैर करने जाता तो मुझे वह अपने खेत में पानी लगाता हुआ मिलता. उस वक्त वो सिर्फ ब्लू कलर की शर्ट और वाइट कलर की पैन्ट पहने खेतों में काम करता रहता था. वह बहुत ही बलिष्ठ और शानदार मर्द था. जब भी मैं उसे देखता, मेरे मन में वासना पैदा हो जाती. काम करते वक्त उसका शरीर किसी पहलवान जैसा लगता था. मैं हर रोज सैर के बहाने उसे देख कर अपनी आंखें सेंक लेता था.
एक दिन मैं सैर करने गया तो बारिश शुरू हो गई. मुझे सरबजीत के खेत में बनी एक कोठरी में रुकना पड़ा. इस वक्त पानी से बचने के चलते सरबजीत भी उसी कोठरी में आ गया था.
जब मैंने उसे देखा मेरे होश उड़ गए क्योंकि वह अपनी शर्ट उतार कर सुखा रहा था और उसका पूरा शरीर पानी से भीगा हुआ चमक रहा था. जब मैंने उसके मर्दाना शरीर को देखा तो मैं देखता ही रह गया. तभी जब सरबजीत ने मेरी तरफ देखा तो मैंने अपनी नजर फेर ली. उसने मेरा हाथ पकड़ लिया, मेरे दिल की धड़कन बहुत तेज हो गई.
उसने मुझसे पूछा- तुम हर रोज मुझे क्यों देखते हो? क्या मैं तुम्हें अच्छा लगता हूँ?
मैंने डरते हुए हामी भरते हुए उससे अपने मन की बात बोल दी.
उसने मुझे अपनी तरफ खींचते हुए कहा कि तुम भी मुझे अच्छे लगते हो, जब से मैंने तुझे देखा है.. तब से मेरा तुझ पे दिल आ गया है.
उसके मुँह से ये सुन कर मेरी खुशी का कोई ठिकाना ही न रहा. मैं उसके गले से लग गया, उसने भी मुझे अपनी मजबूत बांहों में पकड़ लिया और मेरे होंठ चूसने लगा. मैं भी उसका साथ देने लगा.
यह मेरा पहला किस था, मुझे बहुत मजा आया. उसने मुझे दस मिनट तक किसी लौंडिया की तरह खींच कर लिप किस किया. मुझे पता ही नहीं लगा कि कब उसने मुझे नंगा कर दिया. वह मुझे पूरे शरीर पर किस करने लगा.
मैंने भी उसकी पैन्ट उतार दी. उसका लंड अंडरवियर में झटके दे रहा था. मैंने जल्दी से अंडरवियर उतार दी. मेरी आँखों के सामने उसका लपलपाता 8 इंच का मोटा लंड था. मोटा और खड़ा लंड देख कर मुझसे रहा ही न गया और मैंने जल्दी से बैठ कर उसके लंड को चूसना शुरू कर दिया.
सरबजीत ने मेरे सर पर हाथ रख कर अपना पूरा लंड मेरे मुँह में पेलते हुए मेरे मुँह को चोदना शुरू कर दिया. मैं अपनी मस्ती में उसका मोटा लंड चूस रहा था. जब मेरा मुँह दर्द होने लगा, तो मैंने सरबजीत से कहा- अब जल्दी से मेरी गांड को अपने मोटे लंड से फाड़ डालो.
उसने मुझे डॉगी स्टाइल में करके अपने लंड का टोपा, मेरी गांड की मोरी पर रख कर धक्का मारा, मेरी चीख निकल गई. उसने दूसरा धक्का मार कर अपना आधा लंड मेरी गांड में डाल दिया. मुझे बहुत दर्द हुआ. मैंने उसके चिरौरी की कि अभी बहुत दर्द हो रहा है.. जरा रुक जाओ.
उसने कुछ मिनट रुक कर मुझे चूमना चालू कर दिया. जब मेरा दर्द कम हुआ तो सरबजीत ने एक और धक्का मार कर पूरा लंड मेरी गांड में पेल दिया. दर्द तो काफी हो रहा था, लेकिन अपनी गांड में सरबजीत का मूसल लंड लेने की तमन्ना के चलते में दर्द को सहन कर लिया. मेरी गांड की खुजली भी मिटने लगी थी इसलिए मैंने अपनी गांड को हल्के हल्के हिलाना शुरू कर दिया.
अब सरबजीत को समझ आ गया कि मुझे मजा आने लगा है. उसने मेरी कमर को सख्त हाथों से पकड कर मेरी धकापेल चुदाई शुरू कर दी.
मुझे इस वक्त अपनी गांड चुदाई करवाने में बहुत मजा आ रहा था. अब मेरे मुँह से ‘अह अहाआह.. आआह..’ की आवाजें आ रही थीं.
वह मस्ती में मेरी गांड मार रहा था, मैं उसके नीचे कुतिया बन कर चुदाई करवा रहा था. वह किसी मस्त सांड की तरह मेरे ऊपर चढ़ कर मेरी गांड मार रहा था. उसने तकरीबन बीस मिनट तक मेरी गांड मारी.
इसके बाद सरबजीत ने कहा कि मेरा माल निकलने वाला है.. जल्दी बोल.. कहां पर निकालूँ?
मैंने कहा- मेरी गांड में ही निकल जाना.
तभी उसने अपने धक्कों की स्पीड तेज कर दी. आठ दस तगड़े शॉट मारने के बाद वह मेरी गांड में झड़ गया.
उस दिन के बाद हर तीसरे दिन वो मुझे हंस कर देखता और मैं उसके मोटे लंड से अपनी गांड मरवा कर अपनी प्यास बुझवा लेता हूँ.
आप सबको मेरी गांड चुदाई की कहानी कैसी लगी. प्लीज़ मुझे मेरी ईमेल आईडी [email protected] पर कमेंट्स करके जरुर बताईएगा कि आप सब लोगों को मेरी गांड चुदाई की कहानी कैसी लगी.
धन्यवाद.
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