नौकरी की तलाश में जिगोलो बना और चूत मिली
(Naukari Ki Talash Me Gigolo Bana aur Choot Mili)
नमस्कार, मेरा नाम अभिनव है, मेरी उम्र 26 साल की है, शरीर से फिट और गुडलुकिंग हूँ, मेरा कद 5’8” का है। मैं करनाल हरियाणा का रहने वाला हूँ।
मैं अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज का कई सालों से पाठक हूँ। मैं आज आपको अपनी कहानी बताने जा रहा हूँ। मुझे उम्मीद है कि यह आप सभी को पसंद आएगी।
दो साल पहले मैंने अपनी पुरानी नौकरी छोड़ दी थी और नई नौकरी की तलाश में था.. मगर कोई नौकरी मिल नहीं रही थी, मैं अपने घर में ही रहता था, टाईम पास के लिए कंप्यूटर पर गेम और नेट सर्फिंग करता रहता था, शाम को किसी दोस्त के साथ घूमता था.. जॉब ना मिलने के कारण मैं बहुत परेशान था।
एक दिन मैं नेट पर नई जॉब सर्च कर रहा था। तभी मैंने ‘स्पर्म डोनेट’ वाली जॉब देखी और करनाल में इस तरह की जॉब को सर्च किया और वहाँ इस तरह की जॉब देने वालों के कई नम्बर थे। मैंने पूरी डिटेल चैक की और उनमें से मुझे एक की डिटेल पसंद आई। मैंने वो नम्बर सेव कर लिया.. लेकिन मेरी हिम्मत नहीं हुई कि मैं उन्हें कॉल करूँ।
ऐसे ही कुछ दिनों तक मैं टालता रहा और इसी दौरान मैं ‘स्पर्म डोनेट’ के लिए कंप्यूटर पर सर्च करता रहा।
काफी सर्च करने के बाद मुझे अपने शहर के नजदीक ही ‘स्पर्म डोनेट’ की लैब की वेबसाइट मिली, वहाँ पर मुझे एक फार्म भरने के लिए मिला। उसे मैंने फिल कर दिया और अपनी दो परिचय पत्र भी भेज दिए।
लेकिन कई दिनों तक कोई जवाब नहीं आया। इसी दौरान मैंने और दूसरे नम्बरों को भी फोन कर दिया, उनमें से एक ने मुझे अपनी ईमेल आईडी दी और मेरी पूरी जानकारी और दो फोटो दो आईडी प्रूफ मंगवाए.. जो मैंने भेज दिए।
तीन दिन के बाद उनका कॉल आया और उन्होंने अपने रूल बता दिए कि एक महीने में वो मुझे चार दिन काम देंगे। एक मीटिंग का मुझे 10000 रूपये देंगे। इसमें से वो अपना 25% लेंगे। मेरे ही शहर में क्लाइंट देंगे और मुझे क्लाइंट से मिलने के लिए जगह बताएंगे। मुझे अपने बारे में क्लाइंट को कुछ नहीं बताना है।
मैंने ‘हाँ’ कर दी।
एक हफ्ते बाद उनका कॉल आया और उन्होंने मुझे जगह और टाइम बताया.. जहाँ क्लाइंट को मिलना था।
मुझे डर भी लग रहा था.. लेकिन पैसे की जरूरत की वजह से मुझे जाना पड़ा।
मैं उनकी बताई गई जगह पहुँच गया। वो एक रेस्तरां था। मैं इंतजार करने लगा। मैं काफी नर्वस हो रहा था। दस मिनट बाद मुझे कॉल आया।
मैंने फोन उठा लिया। दूसरी तरफ एक लेडी थी.. उसने कहा- तुम कहाँ पर बैठे हो?
मैंने उन्हें बता दिया।
वो मेरे साथ आकर चेयर पर बैठ गईं, वो एक 35-36 साल की महिला थीं, उन्होंने मुझसे मेरा नाम पूछा और अपना नाम कविता (बदला हुआ नाम) बताया।
हम वहाँ 15 मिनट बात करते रहे, फिर उन्होंने मुझे अपने साथ चलने को कहा।
बाहर खड़ी उनकी गाड़ी में बैठकर हम हाइवे पर एक होटल में आ गए। उनके पास रूम की चाभी पहले से ही थी, हम सीधा कमरे में चले गए।
वो समझ गई थीं कि मैं नर्वस हो रहा हूँ, वो बिस्तर पर बैठ गईं और मुझे अपने पास बुलाया, दोपहर 2 बजे का समय था। मैं उनके साथ जाकर बैठ गया।
उन्होंने कहा- घबराने की कोई जरूरत नहीं है.. अब तक कितने क्लाइंट के साथ तुमने डील की है?
मैंने कहा- यह मेरा पहला मौका है।
यह सुनकर उन्होंने मुझे गले लगा लिया और किस कर लिया, उन्होंने कहा- आज तू मेरा है और तू मुझे बहुत पसंद है।
फिर वो मुझे गाल पर.. गर्दन पर किस करने लगीं।
मैं अभी भी बहुत घबरा रहा था, मैं दिखने में सीधा सा हूँ।
वो मेरी कमीज के बटन खोलने लगीं। उन्होंने मुझे बिस्तर पर लिटा दिया और मेरे ऊपर आकर मुझे किस करने लगीं।
बहुत देर तक और अच्छी तरह मुझे चाटने के बाद वो उठीं और अपनी कमीज़ और ब्रा उतार कर मेरी बनियान और पैन्ट उतार दी। अब मैं सिर्फ फ्रेंची में था और वो सलवार में थी।
मेरे पास आकर वो मुझे फिर किस करने लगीं और एक हाथ मेरे अंडरवियर में डाल कर मेरे लंड को सहलाने लगीं।
अब मैं भी गर्म हो गया था, मैं उनके दूध दबाने लगा और एक हाथ से उनकी गांड भी दबाने लगा।
वो समझ गई थीं कि लौंडा गर्म हो गया है, वो खड़ी हुईं और अपनी सलवार का नाड़ा मुझे पकड़ा कर खींचने को कहा।
मैंने जैसे ही खींचा.. सलवार सरक कर उनके पैरों में गिर गई, पर्दा खुल गया था और सामने तिकोनी पैन्टी दिख रही थी।
उन्होंने मुझसे पैन्टी उतारने को कहा.. मैंने तुरंत ही उतार दी।
जैसे ही उनकी रसीली सी चूत दिखी.. मेरे शरीर में गर्मी का अहसास हुआ और मेरा लंड पूरी तरह खड़ा हो गया, मेरे हाथ काँप रहे थे।
उनकी चूत पर हल्के बारीक बाल थे, मैं उनकी चूत पर हाथ लगा कर देखने लगा, मुझे मजा आ रहा था।
तभी मैंने उंगली चूत में डाल दी, उन्होंने मुझे रोका और मुझे खड़ा कर दिया, मेरा अंडरवियर उतार दिया तो मेरा 6.5″ लंबा खीरे सा मोटा लंड देख कर वो खुश हो गईं।
अब वो कहने लगीं- घबराने की जरूरत नहीं है.. तुम एक अच्छे शरीर और अच्छे लंड के मालिक हो।
वो मेरा लंड मुँह में लेकर चूसने लगीं।
दो मिनट बाद मेरा माल उनके मुँह में ही छुट गया, वो बाथरूम में जाकर अपना मुँह साफ करने लगीं, मैं बिस्तर पर लेट गया।
वो मेरे पास आकर मेरे साथ लेट गईं और मुझसे कहा- पहली बार जल्दी निकल जाता है.. डोंट वरी।
उन्होंने मुझे अपनी बांहों में भर लिया।
कुछ देर बाद मैंने उन्हें किस करना शुरू कर दिया, वो भी मेरा साथ देने लगीं। अब मैं फिर से उत्तेजित हो रहा था और मेरा हौंसला भी बढ़ गया था।
अब मुझे भी मजा आ रहा था, मैं चूत को अच्छी तरह से देखना चाहता था कि वह कैसी होती है.. क्योंकि यह मेरा पहला मौका था.. जब मैं किसी के साथ सेक्स कर रहा था।
तभी मैंने उन्हें बताया- मैं आपकी चूत देखना चाहता हूँ।
उन्होंने अपनी टांगें फैलाते हुए ‘हाँ’ कर दी।
मैं उनकी टांगों के बीच में जाकर बैठ गया और उनकी चूत फैलाकर देखने लगा। चूत को छूते ही मेरा लंड कड़क हो गया, मुझ पर हवस सवार हो गई।
चूत को छूते छूते मैंने उसे चाटना शुरू कर दिया।
अब तो मैं पागल होने लगा और वो भी मेरा सिर पकड़ कर दबा-दबा कर अपनी चूत चटवाने लगीं और काम्कुक आवाजें उम्म्ह… अहह… हय… याह… निकालने लगी।
कुछ देर बाद उनकी चूत में से नमकीन पानी सा निकलने लगा तो उन्होंने मेरा सिर पूरी जोर से चूत पर दबा दिया।
पानी चूत से बहने लगा.. उसने मुझे खींच कर अपने ऊपर ले आईं.. मेरा लंड पकड़ कर चूत के मुँह पर रख दिया। इसके बाद मुझे लंड का जोर दिखाने को कहा।
दो झटकों में ही मैंने पूरा लंड चूत में डाल दिया, वो मादक सिसकारियाँ लेने लगीं, उनको ऐसा लग रहा था जैसे भूखी चूत को चूसने के लिए मोटा गन्ना मिल गया हो।
मैं उनके होंठों को चूसने लगा। मुझे भी अपार आनन्द की अनुभूति हो रही थी। इसी दौरान मेरी स्पीड खुद ब खुद बढ़ने लगी।
कुछ मिनट की चुदाई के बाद वो एकदम से अकड़ गईं और उनका पानी निकल गया, उन्होंने मुझे कस कर पकड़ लिया, मैंने चुदाई चालू रखी और दो मिनट के बाद मैंने भी उनकी चूत में अपना माल छोड़ दिया।
यह मेरी जिंदगी की पहली चुदाई थी।
हम काफी समय तक बिस्तर पर पड़े रहे। शाम 5 बजे हम खड़े हुए और फिर एक-दूसरे को गले से लगाया। वो मुझे फिर से किस करने लगीं।
कुछ देर बाद ही हम दोबारा से चुदाई के लिए तैयार हो गए।
अब वो घुटनों के बल पर होकर बिस्तर पर टिक गईं और मुझे पीछे से लंड डालने को कहा।
मैंने ऐसा ब्लू-फिल्म में देखा था, मैं उनके पीछे जाकर लंड को चूत पर मसलने लगा, फिर धीरे-धीरे लंड चूत में डालने लगा और उनकी पीठ पर किस करने लगा।
यह चूत चुदाई देर तक चली थी।
अब 6 बज चुके थे, हम दोनों बेड पर नंगे लेटे आपस में बात करने लगे, उन्होंने अपने पति के बारे में बताया- वह अपने काम के सिलसिले में बाहर रहते हैं। घर पर मेरी सास और 7 साल का बेटा है और जब कभी मौका मिलता है तो मैं लड़कों को हायर करके सेक्स करवाती हूँ।
मैंने भी अपने बारे में बता दिया।
करीब 6:30 हम कपड़े पहनने लगे, लगभग 7 बजे हम होटल से बाहर निकल आए और गाड़ी में बैठकर हम वहाँ से चले गए।
रास्ते में ही उन्होंने मुझे पैसे दिए और मुझे बस स्टैंड पर छोड़ दिया, मैं वहाँ से ऑटो पकड़ कर घर आ गया।
अगले दिन सुबह मुझे एसोसिएट से कॉल आया उन्होंने मुझे एकांउट नम्बर दिया.. जिस पर मैंने 2500 रूपए भेज दिए।
कुछ दिनों बाद मुझे अपनी दूसरी फील्ड जॉब मिल गई लेकिन इस ग्रुप के साथ मैंने काम चालू रखा और डेढ़ साल काम किया।
मैंने अब तक 40 से ज्यादा क्लाइंट के साथ डील की.. कुछ क्लाइंट रिपीट भी हुए तो कुछ ने मुझे अपना नम्बर भी दिया।
किसी कारण से यह ग्रुप 6 महीने पहले बंद हो गया था.. लेकिन मेरे पास क्लाइंट के नंबर होने की वजह से मेरी एक किटी पार्टी ग्रुप से बात हुई।
मेरी एक पुरानी क्लाइंट इस किटी पार्टी ग्रुप की मेम्बर है, उसने ही मेरी बात करवाई।
पिछले 4 महीने से मैं इस ग्रुप की 12 महिलाओं के साथ हफ्ते-दस दिन में किसी ना किसी एक को खुश करता रहता हूँ। वो सब खुश हैं और मैं भी खुश हूँ। इससे मुझे कमाई भी है।
अगली कहानी में आपको इस ग्रुप की एक युवा महिला के बारे में बताऊँगा.. जिसकी शादी को अभी 3 साल ही हुए थे। उसको बच्चा नहीं हो रहा था। मैंने उसे अपने बच्चे की माँ बनने का मौका दिया। वो अभी 2 महीने के गर्भ से है।
मेरी कहानी कैसी लगी.. मुझे लिखिएगा जरूर। मैं जल्द ही आपके लिए एक और कहानी लिखूँगा।
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