ट्रिप में गांड में लंड घुसवाकर हनीमून बनाया
(Meri Gand Mari Sex Kahani)
मेरी गांड मारी सेक्स कहानी में पढ़ें कि मन बहलाने के लिए मैं टूर ओर्गनाइजर के माध्यम से केरल के ट्रिप पर गया. रूम शेयरिंग में मेरे पार्टनर ने मेरी गांड कैसे मारी?
नमस्कार दोस्तो,
मेरी पिछली कहानी थी: दोस्त के पापा से गांड मराकर सुख मिला
मेरा मन काफी समय से नयी कहानी लिखने का था, पर समय की कमी की वजह से मैं नहीं लिख पा रहा था.
मेरी गांड मारी सेक्स कहानी एक ट्रिप की है, जिसके दौरान मेरे साथ ये कामुक घटना हुई थी.
ये 6 महीने पहले मेरे साथ हुआ था.
काम खत्म होने के बाद मैं कुछ समय शान्ति पाने के लिए कहीं घूमने जाना चाहता था.
मैंने अपने काफी दोस्तों से बात की, पर सब अपने काम में व्यस्त थे. कोई भी छुट्टी नहीं ले पा रहा था.
मैं उदास हो गया.
फिर मैंने सोचा कि मैं अकेले ही कहीं चला जाता हूँ.
मैंने गूगल पर किफायती सा पैकेज टूर देखा तो एक साईट से फोन नम्बर मिला और मेरी उनसे बात हुई.
उन्होंने बताया कि उनका एक टूर 5 दिन बाद जाएगा लेकिन वो ग्रुप टूर होगा. जिसमें 2-2 के जोड़े के हिसाब से 20 लोग होंगे.
मतलब मुझे उनके साथ जाना है तो मुझे भी किसी को अपने साथ ले जाने के लिए ढूंढना पड़ेगा.
मैंने उनसे स्पष्ट कहा कि मेरे पास साथ चलने को कोई नहीं है.
तो उन्होंने कहा कि फिर अगर कोई आपके जैसा अकेला टूर के लिए पूछेगा तो उसे आपके साथ एडजस्ट कर देंगे.
मुझे इसमें कोई दिक्कत नहीं थी.
मैंने हां कर दी.
दो दिन बाद मैंने उस नम्बर पर फिर से कॉल किया, पर उसने कहा कि अभी तक कोई नहीं आया.
तीसरे दिन तक मैं लगभग अपना प्लान कैंसल कर चुका था, तभी उसका कॉल आया कि एक आदमी ने पूछा है.
मैंने हां कर दी.
उन्होंने मुझसे पैसे और डिटेल्स ले ली.
मैंने तैयारी शुरू कर दी.
सुबह होते ही मैंने मार्केट से कुछ कपड़े लिए और कुछ जरूरी चीजें ले लीं.
अगले दिन सुबह 6 बजे निकलना था.
मैं सुबह 4 बजे तैयार हो गया और स्टेशन पहुंच गया.
फिर 6 बजे बस से मैं रात में 11 बजे मैं केरल पहुंच गया.
टूर गाइड ने मुझे पिक किया और होटल छोड़ दिया.
सबने खाना खा लिया था. मैंने भी खाना खाया और रूम में आने लगा.
उधर मेरा पार्टनर पहले ही पहुंच गया था. अगले 5 दिन मुझे उसके साथ ही स्टे करना था.
मैं पहुंचा और नॉक किया.
उसने दरवाजा खोला.
मैंने हाई बोला, उसने अपना नाम लोकेश बताया और मैंने उसे अपना परिचय दिया.
फिर मैंने अन्दर जाकर अपना सामान सैट किया और नहाकर सोने चला गया.
हम दोनों का बेड एक ही था, पर कोई दिक्कत नहीं थी.
मैंने देखा वो अपनी वाइफ से वीडियो कॉल पर लगा था.
तो मैंने उसे डिस्टर्ब नहीं किया और सोने लगा.
थोड़ी देर बाद उसने अपनी टी-शर्ट निकाल दी और वो भी सो गया.
मेरी नींद खुली, तब मैंने हल्की रोशनी में उसकी बॉडी देखी.
उसकी बॉडी अच्छी थी.
मैं थोड़ी देर तक उसे निहारता रहा फिर सो गया.
अगले दिन हम अलग अलग जगहों पर घूमे और शाम तक वापस होटल आ गए.
उसकी मेरी अच्छी जम गई थी.
उसने बताया कि उसकी वाइफ है, कुछ दिक्कत के चलते बच्चे नहीं हैं. पर अगले महीने तक उसकी वाइफ का ट्रीटमेंट खत्म होगा, तब हो जाएंगे.
वो थोड़ा खुला हुआ था तो उसने बताया कि उसने एक साल से अपनी वाइफ से फिजिकल सेक्स नहीं किया है. वो कभी कभी वो ऐसे बाहर घूमने जाकर एस्कॉर्ट के साथ कर लेता है. आज रात को भी उसका प्लान हो गया है.
मैंने कहा- बढ़िया.
रात को बारिश होने लग गई तो टूर कंपनी ने बाहर जाने से मना कर दिया.
उसने एस्कॉर्ट को होटल बुलाने की कोशिश की पर बारिश के चलते कोई नहीं आ पाई.
रात में हम दोनों सो गए.
आधी रात के बाद मैंने अपने हाथ में तनाव महसूस किया.
मेरी आंख खुली तो मैंने देखा कि लोकेश ने मेरा हाथ अपने लौड़े के पास रखा है और ब्लू फिल्म देख कर वो फीलिंग ले रहा है.
मैंने उसके लौड़े को देखा.
उसका लौड़ा मेरी हथेली से भी दुगुना बड़ा था.
उसके मूसल लंड को देख कर मेरे मुँह से पानी आ रहा था.
हालांकि मैं सोया रहा.
थोड़ी देर बाद वो वैसे ही सो गया.
मैं उसके थोड़ा पास था, तो उसने मुझे थोड़ा उल्टा कर मेरी गांड से लौड़ा चिपका दिया और सो गया.
रात भर उसका लौड़ा मेरी गांड की दरार में मचलता रहा था.
सुबह होते उसने करवट बदली, तब जाकर मैं सो पाया.
सुबह उठ कर मैंने देखा उसका हथियार पूरा तना हुआ है.
मैंने थोड़ी देर उसे देखा और बाथरूम में जाकर अपनी गांड को शांत किया.
फिर नहा कर वापस आया, तब तक वो जाग गया था.
उसने कहा- माइंड मत करना यार … मैं रात में वीडियो कॉल के बाद नंगा होकर सो गया था.
मैंने कहा- मैं समझ सकता हूँ.
अगले दिन भी काफी बारिश थी. घूमने का शेड्यूल बदल गया.
शाम तक हम सबने काफी गेम्स खेले और बातें की.
इस तरह से दिन बीत गया.
शाम को हम सब आस पास घूमने बाहर निकले.
हमने थोड़ी साइट देखीं और वापस निकलने लगे.
मैंने लोकेश से पूछा- तुम तो एस्कॉर्ट के पास जाओगे?
उसने कहा कि जिस डीलर ने उसे माल दिलाने का वादा किया था, उससे पुलिस इंक्वायरी कर रही तो उसी ने मुझे किसी भी एस्कॉर्ट से कॉन्टैक्ट करने को मना किया है.
मैं पता नहीं क्यों, उसकी इस बात से बेहद खुश हुआ.
हम थोड़ा होटल के पास तक पैदल टहल रहे थे.
लोकेश एक मेडिकल स्टोर पर रुका.
मैंने देखा कि उसने कंडोम और लुब्रिकेंट लिया.
मैं अब और खुश हो गया था और मेरी गांड भी शायद उसका लेने के लिए तैयार थी.
वापस आकर उसने बताया कि उसे सर दर्द है, तो वो गोली लेने लगा था.
मैंने मन में सोचा कि इसका सर दर्द आज मेरी गांड को दर्द देने वाला है.
हम दोनों होटल पहुंचे, खाना खाया और रूम में चले गए.
रूम काफी ठंडा हो गया था. मैंने एसी की कूलिंग को कम किया.
लोकेश नहाकर आया.
उसके बदन पर अब बाल नहीं थे.
मैंने सोचा कि पूरी तैयारी से आज मेरी बजने वाली है.
अब मैं नहाने गया. आने वाले लंड के स्वागत के लिए मैंने भी अपनी गांड और बॉडी से बाल हटाए और नहाकर आ गया.
लोकेश अब भी टॉवल लपेट कर घूम रहा था.
शायद किस्मत कहो या संयोग, उस दिन बारिश के चलते हमारी सारी अंडरवियर भीगी हुई थीं और हम दोनों टॉवल में ही सो गए.
थोड़ी देर में मैंने करवट बदली तो देखा कि लोकेश पूरा नंगा था, उसका लंड तना हुआ था और वो पोर्न देख रहा था.
मैंने थोड़ी देर उसे देखा.
उसने फिर से मेरा हाथ लेकर अपने लौड़े पर रख दिया.
मेरी बॉडी में झनझनाहट दौड़ गई.
उसका लंड कल से ज्यादा गर्म और कठोर लग रहा था.
मेरी गांड सिग्नल दे रही थी.
उसने मेरी तरफ देखा, मेरी आंखें खुली देख कर उसने मेरा हाथ छोड़ दिया.
लेकिन मैंने उसका लंड पकड़ लिया और हल्का हल्का मसलने लगा.
उसका लंड मेरे हाथ में बहुत बड़ा और कठोर लग रहा था.
उसने कहा- तू लेने वाला है, पहले बताता न … कल से मेरे लंड में इतनी खुजली हो रही है.
मैंने कहा- तुझे पता नहीं था क्या?
उसने कहा- पता होता तो अब तक तुझे मैं चोद चोद कर खोल देता और रंडी बना चुका होता.
मैंने कहा- अब भी देर नहीं हुई है, रंडी तो मैं आज भी बनने को तैयार हूँ.
उसने मुझे पास ले लिया और बोला- तो फिर तो आज तुझे इतना ठोकूंगा कि तेरी गांड की सारी गर्मी निकल जाएगी.
मैंने पूछा कि जब तुझे नहीं पता था कि मैं लेने वाला हूँ, तो कंडोम क्यों लिया?
उसने कहा कि एक वेटर देने को मान गया था, पर उसकी ड्यूटी दिन की है. मगर अब उसकी जरूरत नहीं है. उससे जवान गांड मिल गई है.
इतना सुन कर मैंने उसके लौड़े को लपक कर मुँह में ले लिया और चूसने लगा.
उसने मेरे सर को पकड़ लिया और जोर जोर से दबाने लगा.
मैंने उसे रोका और कहा- रुक जाओ, मैं नीचे सो जाता हूँ, तुम ऊपर आकर मेरा मुँह चोद लो.
उसने मुझे लिटाया और मेरे ऊपर चढ़ गया. मेरे मुँह में लंड घुसा दिया.
मैं बड़े ही शौक से उसका लौड़ा चूस रहा था.
मैंने उसे इतना ज्यादा गर्म कर दिया था कि वो जोर जोर से अपनी वाइफ का नाम लेकर चिल्लाने लगा- ओह मेरी बीवी लीला … और अच्छे से चूस लो मेरा लंड आह … लीला तुम अब भी मेरा लंड बड़ा मस्त चूसती हो … और जोर से हां लीला … मैं तुम्हें पूरे जोश से चोदूंगा आज!
इतना कह कर वो मेरे मुँह में झड़ने को हो गया.
अभी मैं कुछ कर पाता, तब तक वो पूरा झड़ गया.
मैं भी उसका रस गटक गया.
वो गिर गया और मुझे लंड के पास ही चिपका दिया.
उसने कहा- यार, मैंने इतनी रंडिया चोदी हैं … इतनों के मुँह में लंड दिया है, अपनी बीवी के बाद अगर किसी से लंड चुसवा कर इतना मजा आया है, तो वो तू है.
मैंने सारा वीर्य साफ़ किया और बोला- तेरा लवड़ा भी बहुत बड़ा मोटा है. अब बस देखना है कि मेरी गांड की ये कितनी गहराई नाप सकता है.
मैं धीरे धीरे उसके लंड को किस कर रहा था और चूस रहा था.
मैंने कहा- अपनी बीवी की गांड नहीं मारता तू?
उसने कहा- गांड तो बहुत मारता हूँ पर चूत काफी समय से नहीं मार पाया.
मैंने पूछा- ऐसा क्यों?
उसने बताया कि उसकी वाइफ की चूत के अंदरूनी हिस्से में छाले हैं, जिससे चुदाई के समय उसे बहुत दर्द होता है. डॉक्टर ने सेक्स करने से मना किया है.
थोड़ी देर में उसका लंड तन गया था.
मैंने फटाक से उसे मुँह में ले लिया.
उसने कहा- वाह री … तू तो रंडी से भी तेज़ है. चल अब अपना टॉवल निकाल और गांड आगे ला.
मैं लेट गया और गांड ऊपर कर दी.
उसने कहा- तेरी गांड तो इतनी खास मोटी नहीं है, तू पतला और तेरी गांड भी सूखी हुई है.
मैंने कहा- तेरा लंड आराम से झेलने के लिए काफी है.
उसने मेरी गांड पर जोर का थप्पड़ मारा.
जिससे मैं मदहोश हो गया.
उसने कंडोम निकाला और पहन लिया, फिर हल्के धक्के के साथ मेरी गांड में लंड पेल दिया.
मुझे बहुत दर्द हुआ, मैं जल्दी से सरक गया.
उसने मुझे पकड़ा और फिर से गांड में घुसा दिया.
मैं चिल्ला कर गिड़गिड़ाने लगा कि प्लीज छोड़ दो, मुझे नहीं मरवानी … छोड़ दो.
उसने कहा- अभी तो तू बड़ी बड़ी बातें कर रहा था भोसड़ी के … अब क्या हो गया?
मैंने कहा- तेरा लंड फौलाद है, मैं नहीं झेल पाऊंगा.
उसने लंड बाहर निकाला तो मैं सीधा होकर कम्बल मैं घुस गया.
तो उसने कहा- अरे मेरी रंडी, बिना गांड मराए कहां घुस रही है. चुदने के लिए थोड़ा दर्द तो सहन करना ही पड़ेगा.
मैंने कहा- पर तुम तो पूरी फाड़ ही डालोगे.
उसने कहा- ये देख, ये लुब्रिकैंट है. इसे लगाने से दर्द कम हो जाता है.
मैंने हिम्मत करके अपनी गांड घुमाई और ऊंची कर दी.
उसने थोड़ा सा लुब्रिकेंट मेरी गांड पर मला और थोड़ा अपने कंडोम पर लगाया.
मैंने आंखें बंद की और बेडशीट को टाइट पकड़ लिया.
उसने फिर से धक्का लगाया और पूरा लंड मेरी गांड को चीरते हुए अन्दर घुसा दिया.
मैं छटपटा रहा था पर एक बहुत खुशी सी लग रही थी.
उसने धक्का लगाया और चोदना शुरू कर दिया.
हर धक्के के साथ दर्द कम हो रहा था और मजा बढ़ रहा था.
अब उसने मेरी कमर को छोड़ दिया और कंधों से पकड़ कर धक्कों की स्पीड बहुत बढ़ा दी.
मैं आनन्दित हो उठा था और मादक आवाजें निकाल कर मजा लेने लगा था ‘आह लोकेश उहम् आह …’
कुछ देर बाद लोकेश झड़ने वाला था पर मैं नहीं चाहता था कि वो झड़े.
मैंने भी अपनी गांड को उछालना शुरू किया और उसने मुझे टाइट पकड़ लिया.
वो झड़ गया.
मैं पूरा कांप रहा था.
उसका लंड मेरी गांड में ढीला पड़ने लगा.
मैंने उसे सीधा किया और उसका कंडोम निकाल कर मुँह से लगा लिया.
कंडोम का माल चाट कर मैंने उसका लंड साफ कर दिया.
उसने मुझसे कहा कि तेरी गांड चोद कर मजा आया.
मैंने कहा- मुझे भी बहुत मजा आया.
इतना कह कर उसने मुझे बांहों में भर लिया.
मैं अब खुद को लड़की समझ कर उसके सीने में सिमट गया.
मैं भूल चुका था कि मैं उसके लिए एक रंडी हूँ.
उसने मुझसे कहा- तू बहुत थका देती है यार!
मैंने कहा- ऐसा क्यों?
उसने कहा कि तेरी गांड में बहुत मेहनत लगती है.
मैंने हल्की सी स्माइल दी और उसकी छाती से चिपक गई.
हम दोनों सो गए.
सुबह उठे, तब उसने कहा- एक बार चूस ले … मजा आ जाएगा.
मैंने कहा- ये सब रात में.
उसने कहा- तू मेरी रंडी है.
इतना बोल उसने टॉवल निकाला और लंड मेरे सामने कर दिया.
मैंने पकड़ कर मुँह में लिया और चूमने लगा.
इतने में दरवाजे की घंटी बजी.
उसने टॉवल लपेटा और दरवाजा खोला.
सामने गाइड था.
उसने बोला कि 8 बजे घूमने निकलना है, तो जल्दी नाश्ता लेकर रेडी हो जाओ.
हम नाश्ता लेकर जल्दी रेडी हो गए और दिन भर मस्त घूमे.
उसने अपनी बीवी के नाप की एक बढ़िया सी ड्रेस खरीदी और मेरे लिए भी टी-शर्ट ले ली.
शाम को खाना खाने बाद उसने कहा- रूम में जा, बेड पर तेरे लिए कुछ है, जाकर देख.
मैं रूम में पहुंचा. मैंने देखा कि एक फुल साइज नाइटी विद बूब कप्स और मेकअप के सामान के साथ विग था.
मैंने सब पहना और मेकअप ट्यूटोरियल से मेकअप किया, खुद को औरत बनाने की पूरी कोशिश की.
फिर मैंने लाइट्स बंद की और लोकेश को कॉल किया.
वो आया. उसने ड्रिंक कर रखी थी.
उसने मुझे देख कर उठा लिया और बेड पर पटक दिया.
वो पास आ गया.
मैंने धीरे से उसका बेल्ट निकाला और पैंट नीचे करके देखा.
उसका लंड अंडरवियर से बाहर आ रहा था.
मैंने अंडरवियर नीचे किया और धीरे धीरे लंड मसलने लगा.
उसने कहा- आज तू असली बाजारू रंडी लग रही है. आज तुझे बीवी की तरह नहीं, रंडी की तरह चोदूंगा.
मैंने उसका लंड मुँह में ले लिया और चूसने लगी. मैंने काफी देर तक लंड चूसा.
फिर उसने अपने कपड़े निकाल दिए और मुझे लिटा दिया.
मेरी नाइटी के ऊपर से कप्स दबाने लगा.
उसने कहा- चल अब घोड़ी बन जा.
मैं घोड़ी बन गई.
उसने नाइटी ऊपर की और थोड़ा लुब्रिकेंट लगा दिया, लंड पर कंडोम पहना और गांड पर लंड रख कर घिसने लगा.
मैं पूरा होश खो रहा था और धीरे धीरे बेताब हो रहा था.
वो मुझे तरसा रहा था.
मैं अपनी गांड पीछे सरका रहा था, पर अब भी वो मुझे तरसा रहा था.
मैंने उससे कहा- क्या कर रहे हो, डाल दो यार … तरसाओ नहीं.
उसने मेरी कमर पकड़ी और एक हाथ से लंड छेद पर सैट करके बहुत जोर का धक्का लगा दिया.
मेरी आंखें बाहर आ गईं.
उसने कहा- ले घुसा दिया मादरचोद.
मैं चिल्ला उठी.
उसने बिना परवाह किए और धक्के मारे.
मैंने आह उह्ह उफ़ की आवाज़ों से रूम गुंजा दिया.
मैं भूल गया था कि मैं लड़का हूं और आस पास के कमरों तक मेरी आवाजें जा रही होंगी.
अब वो लेट गया.
उसने मुझे खुद के ऊपर ले लिया और ऊपर नीचे करने लगा.
अब मैं भी जोश से चुदने लगा.
मेरे लंड को मुठिया कर उसमें मेरी गांड मारी.
कुछ देर में मैं झड़ गया और मेरे झड़ने के थोड़ी देर में वो बोला- तू औरत होती, तो कितना मजा देती.
मैं उसकी छाती से लिपट गया और बोला- मैं औरत ही हूँ बस एक छेद कम है.
उसने कहा- खेल तो सारा उसी छेद का है.
अब उसने मुझे टाइट पकड़ा और फव्वारे के साथ वो झड़ गया.
उसकी धार से कंडोम फट गया और गर्म गर्म रस मेरी गांड में खाली हो गया.
मैं बिना परवाह किए उससे लिपटा रहा.
उसने कहा कि चिंता मत कर मुझे कोई बीमारी नहीं है और न तू औरत है.
मैं बोला- तेरी बीवी बहुत खुशकिस्मत है.
अगली सुबह मुझमें हिम्मत नहीं थी कि मैं कहीं जा पाऊं.
मैं आज कहीं घूमने नहीं गया.
लोकेश चला गया.
मैं नाइटी में ही सो गया.
रूम में मैं अकेला था.
थोड़ी देर में डोर बेल बजी.
मैं अभी भी आधी नींद में था.
मैं भूल गया कि मैं नाइटी में ही हूँ.
मैंने देखा कि दरवाजे पर पास के रूम का लड़का है.
उसने मुझे इस हालत में देखा और बोला- कल रात तेरी काफी सिसकारियां सुनी थीं, तब लगा था कि कोई मूवी चल रही है. पर अब पता चला कि यहां तो अलग ही मूवी बन रही है.
इतना कह कर वो जाने लगा.
मुझे डर लगा.
मैंने उसे खींचा और बोला- यार, किसी को मत बताना. मेरी इज्ज़त का सवाल है प्लीज!
उसने कहा- तुझ जैसे गांडुओं की इज्जत?
मैंने कहा- नहीं यार, मैं गांडू नहीं हूँ.
उसने कहा- अच्छा फिर ये छम्मक छल्लो क्यों बना है?
मैंने उससे कहा- यार तू चाहे तो मेरी गांड मार ले, पर किसी को मत बताना.
उसने कहा- छी: सब तेरे जैसे नहीं होते
मैंने फटाक से लोअर पर से उसका लौड़ा मसलना शुरू कर दिया.
उसने कहा- छोड़ मुझे!
मैं डरा हुआ भी था, पर उसको उत्तेजित करने की पूरी कोशिश कर रहा था.
आखिर उसने मुझे धक्का दिया और कहा कि मुझे तेरी गांड नहीं चाहिए बस एक बार मेरा चूस ले, मैं किसी को नहीं बताऊंगा.
इतना बोलते ही मैंने जल्दी से उसका लोअर नीचे किया और उसका लंड जोर जोर से चूसने लगा.
उसे बहुत मजे आ रहे थे.
उसका लंड लोकेश से छोटा था, पर काफी मोटा था.
मैंने लॉलीपॉप की तरह उसका लंड चूसा.
थोड़ी देर में वह बोला- तू गांडू सही है, इतना मस्त चूसता है साला, इतना तो लड़की भी नहीं चूसती.
ये कह कर उसने मुझे घुमाया और गांड पर थूक लगाकर अपना लंड पेलने लगा.
उसने एक जोर से धक्का मारा.
लोकेश ने मेरी गांड इतनी चौड़ी कर दी थी कि उसका एक ही धक्के में पूरा अन्दर चला गया.
उसने मेरे बूब्स पकड़े और धक्के लगाने लगा.
तब उसने बोला- नाम क्या है तेरा?
मैंने कहा- रंडी हूँ मैं बस.
उसने अपना नाम जीत बताया और थोड़ी देर में उसने मेरी गांड में धार छोड़ दी.
झड़ कर उसने कहा- पहली बार किसी लड़के की गांड मारी है. इतना बुरा भी नहीं है तू … लड़की जैसी ही फीलिंग आई.
वो कपड़े पहन कर चला गया.
शाम को लोकेश मेरे लिए स्कूल गर्ल यूनिफॉर्म लेकर आया और उसे पहना कर उसने मेरी गांड मारी.
अगले 3 दिन हर रोज उसने मेरी रंडी की तरह बजाई और ट्रिप खत्म होने पर बस में भी उसने मुझे अच्छे से चोदा.
उसकी जोरदार चुदाई कई बार याद आती है. वो मुझे अभी भी कई बार वीडियो कॉल करता है.
आपको मेरी गांड मारी सेक्स कहानी कैसी लगी, प्लीज़ मुझे मेल करें.
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