चिकने लड़के को बीवी बना कर चोदा

(Man To Man Sex Kahani)

रत्न दत्त 2022-02-01 Comments

मैन टू मैन सेक्स कहानी में पढ़ें कि एक आदमी ने एक चिकने पहाड़ी लड़के से शादी का नाटक करके उसकी गांड मार के सुहागरात मनायी.

दोस्तो, मैंने आपको गांड मराने वाले दो लौंडों और उनकी गांड मारने वाले कारखाने के मालिक विशाल की गे सेक्स कहानी
चिकने पहाड़ी लड़कों की गांड मारी
बतायी थी.

इस सेक्स कहानी में एक और तीसरा चिकना गांडू लौंडा आ रहा है.

पिछली कहानी में आपने पढ़ा था कि मोहन और रवि कारखाने में काम करते थे.

कारखाने का मालिक विशाल उन दोनों की गांड मारा करता था. इनाम में अच्छे पैसे देता था.

अब आगे मैन टू मैन सेक्स कहानी:

एक दिन विशाल ने मोहन और रवि को कहा कि उसका जिगरी दोस्त प्रकाश शौकीन मिज़ाज का है. उसकी उम्र 30 साल है. प्रकाश एक कुंवारे लड़के के साथ सुहागरात मनाना चाहता है. क्या तुम दोनों एक कुंवारे लड़के का इंतज़ाम कर सकते हो? प्रकाश अच्छा इनाम देगा.

रवि और मोहन दोनों ने आपस में सलाह करने के बाद कहा- सर दीवाली की गांव जाएंगे, तब कोशिश करेंगे.

विशाल बोला- कारखाने के पास जो चाय की दुकान है, उसके मालिक को काम के लिए लड़का चहिए. अच्छी तनख्वाह मिलेगी. उसे चाय की बिक्री बढ़ाने पर कमीशन भी मिलेगा. नया लड़का मोहन और विशाल के साथ रह सकता है.

मोहन ने कहा- थोड़े दिन बाद दीवाली छुट्टी है. हम अपने गांव से लड़का लाने की कोशिश करेंगे.

फिर मोहन और रवि ने चाय की दुकान के मालिक से पूछा कि क्या वो एक लड़के को अपनी दुकान में रखने को तैयार है, तो उस चाय की दुकान वाले ने हामी भर दी.

दीवाली में मोहन और रवि गांव पहुंचे. अपने दोस्त सोनू से मिले.

सोनू ढाबे में काम करता था.

उन्होंने देखा, ढाबे का मालिक सोनू को बिना कारण डांटता फटकारता है.

सोनू सुंदर था. उसकी दाढ़ी मूंछ के बाल न के बराबर थे. वो एकदम चिकनी लौंडिया सा लगता था. उसका बदन भी भरा हुआ और गदराया हुआ था. उसे लड़कियों के जैसे बड़े बाल रखना भी पसन्द था.

तीनों दोस्त तालाब के पास बैठे.
सोनू को मालूम था कि मोहन और रवि शहर में काम करते हैं और काफ़ी पैसे घर भेजते हैं.

मोहन के पूछने पर सोनू ने ढाबे की तनख्वाह बताई, जो बहुत कम थी.

मोहन ने थैले से व्हिस्की की बोतल और ग्लास निकाले.
वो तीनों पीने बैठे.

रवि ने सोनू को शहर में चाय की दुकान की नौकरी, तनख्वाह, कमीशन के बारे में बताया.
सोनू को प्रस्ताव पसंद आ गया.

फिर वो तीनों नशे में सेक्स की बात करने लगे.
रवि ने मोबाइल पर गांड मरवाने, लंड चूसने का वीडियो लगा दिया.

सोनू को वीडियो देखकर मजा आ गया. सोनू ने रवि और मोहन से पूछा- कभी तुम दोनों ने ऐसा किया है?
दोनों बोले- बहुत बार … कारखाने का मालिक हम दोनों की गांड मारता है. पहली बार में थोड़ा दुखता है, उसके बाद मज़ा ही मज़ा. इनाम भी मिलता है.

सोनू का मन देख कर मोहन ने सोनू से पूछा- सच बता, तूने कभी गांड मारी या मरवाई है?
सोनू बोला- कभी नहीं. पर तुम दोनों की बात सुनकर मुझे गांड मरवाकर देखने का मन हो रहा है.

इसके बाद तालाब में नहाने के बहाने मोहन ने सोनू की कई नंगी फोटो खींची और फोटो प्रकाश को भेज दीं.
प्रकाश को सोनू पसंद आ गया.

दूसरे दिन मोहन ने सोनू को प्रकाश के बारे में बताया.
प्रकाश सोनू को लड़की की तरह सजाकर सुहागरात मनाएगा और उसकी गांड मारेगा. बड़ा इनाम देगा.

सोनू राज़ी हो गया.

अब तीनों दोस्त शहर आ पहुंचे.

विशाल ने शाम को तीनों को उसके घर आने को कहा.
तीनों विशाल के घर गए.

विशाल ने बताया कि ब्यूटीशियन आने वाला है. वह सोनू के शरीर के सारे बाल वैक्सिंग, क्रीम आदि से निकाल देगा. थोड़ा सा दर्द होगा, मगर उसका शरीर लड़कियों सा चिकना हो जाएगा. प्रकाश ऐसा ही चाहता है.

सोनू को नंगा करकर ब्यूटीशियन ने उसे लिटा दिया.
उसके शरीर के सारे बाल निकाल दिए.
अब सोनू का शरीर और चेहरा मुलायम होकर चमक रहा था.

यह देखकर विशाल ने ब्यूटीशियन को मोहन और रवि के शरीर के सारे बाल भी निकालने को कहा.

विशाल ने सोनू को लड़कियों के कपड़े पहनने के लिए दिए. ब्यूटीशियन ने सोनू का मेकअप किया.

सोनू अब एक सुंदर लड़की दिख रहा था.

उसने खुद को आईने में देखा और शर्मा गया.
वह खुद को लड़की महसूस करने लगा.

विशाल ने बताया कि रात को प्रकाश लड़की देखने आने वाला है.
शादी का सा माहौल बन गया.

प्रकाश सोनू को लड़की के भेष में देखकर मुग्ध हो गया.
उसने कहा कि लड़की उसे पसंद है.

15 दिन बाद शादी होना तय हुई.

शादी के बाद सोनू प्रकाश के घर 8 दिन रहने वाला था.
प्रकाश की बीवी 10 दिनों के लिए गांव जाने वाली थी.
उनका कोई बच्चा नहीं था.

प्रकाश ने नोटों से भरा लिफ़ाफ़ा मोहन और रवि को देकर धन्यवाद दिया और कहा- मेरी दुल्हन का ध्यान रखना.

शादी तय होने की खुशी में रात को पार्टी हुई.

फिर दूसरे दिन प्रकाश सोनू को लेकर डॉक्टर के पास गया.

प्रकाश सोनू के साथ बिना कंडोम के संभोग करना चाहता था. प्रकाश और सोनू कोई यौन रोग तो नहीं है, उसकी जांच की गई.

जांच से पता दोनों को कोई यौन रोग नहीं है.

अब सोनू की शादी और सुहागरात की तैयारी का वृतांत सुनिए.

दूसरे दिन से मोहन और रवि ने सोनू को सुहागरात के लिए तैयार करना शुरू किया.
रवि और मोहन ब्रेस्टपंप लगाकर अपने स्तन बड़े कर चुके थे, वे सोनू के स्तन पर ब्रेस्ट पंप और गांड में आस प्लग, केवाई जैल लगाकर डाल देते और घंटों गांड में रखते.

जब सोनू चलता, तो उसे अपनी गांड में घुसे आस प्लग से मज़ा आता. सोनू को एनीमा लेना सिखाया गया.

ब्रेस्ट पंप से सोनू के स्तन बड़े होने लगे.

सोनू को गांड का खास ख्याल रखने को कहा गया. उसे बताया कब्ज और बवासीर न हो, इसके लिए खाने में कुछ चीजें न खाने का ख्याल रखना है.
सुबह गांड की छेद में उंगली से तेल अन्दर तक लगाना है, जिससे मल त्यागने में ज़ोर न लगाना पड़े.
वो भी ऐसा करते हैं.

प्रकाश को सोनू के शरीर का माप भेजा गया. प्रकाश ने ब्रा पैंटी और लड़कियों के कपड़े भेजे.

सोनू दिन चाय की दुकान में काम करता, रात को लड़कियों के कपड़े पहनकर रहता.

सोनू ने लड़कियों का मेकअप करना भी सीख लिया था. कोई उसे देखकर नहीं कह सकता था कि वह लड़की नहीं है.

फिर सोनू की शादी और सुहागरात का दिन आ गया.

शादी की शाम सोनू ने एक सुंदर घाघरा, बैकलेस सेक्सी चोली को पहना, जो प्रकाश ने भेजा था.
सोनू का ब्राइडल मेकअप किया गया.

उसकी ब्रा में उभरे स्तन आकर्षक दिख रहे थे.
सोनू की गांड में मोहन ने बड़ा आस प्लग डाल दिया था.

सोनू, मोहन, रवि विशाल की कार से प्रकाश के घर पहुंचे.
प्रकाश का 6 फीट लंबा कसरती बदन था. वो कुर्ते पाजामे में अच्छा लग रहा था.

सोनू और प्रकाश ने एक दूसरे को फूलों की माला पहनाई.

प्रकाश ने सोनू की मांग में सिंदूर भरा, उसे लाल चुनरी का घूंघट ओढ़ा दिया.

इसके बाद प्रकाश ने सोनू का जोरदार चुंबन लिया और कहा- शादी मुबारक हो, आज से मैं तुम्हें सोनू नहीं, सोनम कहूँगा.
सोनू शर्मा गई.

मोहन और रवि ने देखा कि प्रकाश का लंड खड़ा हो गया था, उसने पजामे अन्दर चड्डी नहीं पहनी थी.

प्रकाश का लंड बहुत लंबा और मोटा था.

रवि ने मोहन से कहा- इतना बड़ा और मोटा लंड जब सोनू की कुंवारी गांड में घुसेगा, तो सोनू की हालत खराब होने वाली है. अच्छा हुआ, हमने आस प्लग लगाकर सोनू की गांड का छेद थोड़ा ढीला कर दिया, साली को दर्द थोड़ा कम होगा.

शादी की खुशी में दावत हुई.

सोनू दुल्हन के वेश में सुंदर लग रही थी.

सोनू मानसिक रूप से लड़की बन गया था. प्रकाश और सोनू को हल्का खाना दिया गया, उन्हें सुहागरात मनानी थी.

एक घंटे बाद सुहागरात का मुहूर्त आ गया.

रवि और मोहन सोनू को सुहाग कक्ष में ले गए. उसका बट प्लग निकाल दिया, उसकी गांड के छेद को एनीमा देकर साफ कर दिया. छेद में नारियल का तेल भर दिया.

मोहन ने सोनू को समझाया कि अपने पति का लंड लेते समय गांड ढीली करना, इससे तुम्हें आसानी होगी.

उधर विशाल ने नारियल तेल की बोतल प्रकाश को देकर कहा- आज रात ये तेल काम आएगा.

मोहन और रवि विशाल के साथ घर लौट गए.

सोनू 8 दिन बाद प्रकाश के साथ रहा. जब घर लौटा, तो वह बहुत खुश था.

मोहन और रवि ने पूछा- कैसे रहे ये 8 दिन … और सुहागरात में क्या हुआ?
सोनू बोला- मैं सोनम बनकर रहा हूँ. अपनी कहानी मैं सोनम बनकर तुम्हें सुनाता हूँ.

सोनम (सोनू) की सुहागरात और 8 दिनों की कहानी उसकी ज़ुबानी सुनिए.

सोनम सुहागसेज पर घूँघट डाल कर बैठी थी. उसका दिल ज़ोर से धड़क रहा था.

प्रकाश कमरे में दाखिल हुआ.
उसने प्यार से सोनम का घूँघट उठाया और कहा- मेरी सोनम बहुत सुंदर दिख रही है.
सोनम लजा गयी.

प्रकाश ने सोनम के माथे और आंखों पर चुंबन किया. उसे एक मोबाइल और नोटों से भरा मोटा लिफ़ाफ़ा मुँह दिखाई में दिया.

सोनम ने दूध का ग्लास प्रकाश को दिया, प्रकाश ने आधा पिया, आधा सोनम को पिलाया और शरारत से बोला- इस दूध में मज़ा नहीं है, मैं आज तुम्हारा दूध पियूंगा.

प्रकाश ने सोनम को लिटाकर बांहों में भर लिया, उसके गाल, होंठ, गर्दन चूमने लगा.
फिर वो सोनम के होंठ चूसने लगा.

सोनम ने उत्तेजित होकर मुँह खोल दिया और होंठ चूसने का मज़ा लेने लगी.

प्रकाश सोनम के स्तन चोली के ऊपर से दबाने लगा.
फिर सोनम की चोली और ब्रा उसके बदन से अलग कर दी.

सोनम के नव यौवना के समान फूले हुए स्तनों पर प्रकाश टूट पड़ा.
बारी बारी वह एक स्तन दबाता, दूसरा चूसता. सोनम गर्म हो रही थी.

प्रकाश ने अपने कपड़े उतार दिए और सोनम को भी नंगी कर दिया.

तब प्रकाश ने सोनम के चिकने पेट, जांघ पर चुंबन किया.
उसने सोनम की लुल्ली पर ध्यान नहीं दिया.

फिर उसे उल्टा लिटाकर नितम्बों पर हाथ फेरने और चूमने लगा.
सोनम की गांड का छेद उत्तेजना से फैलने और सिकुड़ने लगा.

सोनम ने प्रकाश का लंड देखने की कोशिश की पर प्रकाश ने उसे लंड देखने नहीं दिया.
उसे लगा उसका बड़ा और मोटा लंड देखकर सोनम डर जाएगी.

प्रकाश ने सोनम को पीठ के बल लिटाकार उसके पैर उसकी छाती की तरफ किए और कहा कि अपने घुटनों को पकड़कर रखो.

फिर प्रकाश ने सोनम की कमर के नीचे तकिया लगा दिया और कहा- लंबी लंबी सांस लो … और गांड को ढीला करो.

सोनम (सोनू) लड़की से औरत बनने का बेकरारी से इंतजार करने लगी.

प्रकाश ने अपने खड़े लंड पर तेल लगाया, सोनम का छेद भी तेल से भर दिया.

फिर घुटनों के बल बैठकर उसने अपना लंड सोनम की गांड के छेद पर रखकर हल्का धक्का दे दिया.

प्रकाश का एक चौथाई लंड सोनम की गांड में घुस गया.
सोनम को तीव्र पीड़ा हुई.
वह चीख पड़ी, उसकी आंखों से आंसू निकलने लगे.

सोनम मरी हुई आवाज में बोली- प्लीज़ निकाल लो, बहुत दुख रहा है.

प्रकाश ने अपना लंड नहीं निकाला, वह सोनम के होंठ और निप्पल चूसने लगा.

उसने सोनम से कहा- थोड़ा दर्द सह लो. पहली बार दर्द होता है, बाद में मज़ा आएगा.

सोनम का दर्द थोड़ा कम हुआ तो प्रकाश ने सोनम का पैर अपने कंधे पर रखा और अपना पूरा लंड सोनम की गांड में डाल डाल दिया.

अब फिर से सोनम को पीड़ा हुई, उसने अपने पति प्रकाश की बात मानकर दर्द झेल लिया.
उसकी आंखों में आंसू थे, पर चेहरे पर मुस्कान थी.

सोनम की गांड का छेद फैल गया था. उसे एक संपूर्णता का अहसास हो रहा था.

प्रकाश थोड़ी देर उसके निप्पल और होंठ चूसता रहा.
फिर उसने पूछा- क्या अब मेरी रानी तैयार है?
सोनम ने सिर हिलाकर हां कहा.

प्रकाश ने धीमी गति से चोदना शुरू किया.
सोनम को दर्द के साथ मजा भी आने लगा.

प्रकाश ने सोनम को पेट के बल लिटा दिया, सोनम की गांड में लंड डालकर वह तेज़ी से चोदने लगा.

सोनम ने अपने पैर फैला दिए और गांड मरवाने का मज़ा लेने लगी.

प्रकाश 15 दिनों के इंतजार के कारण बहुत उत्तेजित था इसलिए वह 10 मिनट बाद झड़ गया.

सोनम की गांड का छेद वीर्य से भर गया.
फिर प्रकाश सोनम के ऊपर से उतर गया.

सोनम बाथरूम में गांड धोने जाने के लिए जाने लगी. सोनम ठीक से चल नहीं पा रही थी.
प्रकाश उसको बाथरूम ले गया.

गांड धोते समय, सोनम ने देखा जो पानी ज़मीन पर गिर रहा था, उसमें वीर्य के साथ खून भी था. उसने देखा प्रकाश मुरझाए लंड पर भी थोड़ा खून लगा था.

पूछने पर प्रकाश ने बताया- पहली बार जब कुंवारी गांड का उद्घाटन होता है, थोड़ा खून तो निकलता ही है. बाद में सब ठीक हो जाएगा.

प्रकाश ने अपना लंड धोया, सोनम को सहारा देकर बिस्तर तक लाया.

सोनम की गांड अभी भी दुख रही थी.
प्रकाश ने सोनम को दर्द निवारक दवा खिलाई.

सोनम कपड़े पहनने लगी, प्रकाश ने उसे रोककर कहा- सोनम रानी, तुम बिना कपड़ों के ज्यादा सुंदर लगती हो, अभी तो रात बाकी है.

प्रकाश ने सोनम को अपने बाजू में लिटा लिया, उससे उसके गांव और परिवार के बारे में पूछा.

प्रकाश बोला- मैंने तालाब में नहाने की तुम्हारी फोटो देखी थी, उसमें तुम्हारे स्तन छोटे थे, अब बड़े कैसे हो गए?

तो सोनम ने ब्रेस्ट पंप के बारे में बताया.

सोनम की गांड का दर्द दवा से ठीक हो हो गया था. उसे अपनी गांड का छेद खाली खाली लग रहा था. उसकी इच्छा हो रही थी कि प्रकाश फिर से उसकी गांड मारे.

प्रकाश सोनम के होंठ और निप्पल चूसने लगा, स्तन दबाने लगा.

सोनम अपनी फिर से गांड मरवाने की इच्छा अपने मुँह से बोल नहीं पा रही थी. उसकी छोटी सी लुल्ली खड़ी हो गयी थी.

प्रकाश की भी फिर से चोदने की इच्छा थी, पर उसका लंड पूरा खड़ा नहीं हो रहा था.

तब प्रकाश ने कहा- सोनम, मैं तुम्हें लंड चूसना सिखाता हूँ.

वह अपना लंड सोनम के मुँह पास ले गया और बोला- इसे लॉलीपॉप की तरह चूसो.
सोनम ने लंड अपने मुँह में ले लिया और धीरे से चूसने लगी.

कुछ देर बाद लंड पूरा खड़ा हो गया.

सोनम अब प्रकाश का आधा लंड ही मुँह में ले पा रही थी.

जब सोनम ने प्रकाश के खड़े लंड की लंबाई और मोटाई देखी, तब उसे समझ में आया कि उसे गांड मरवाने में इतना दर्द क्यों हुआ.

उसने मोहन और रवि को मन ही मन धन्यवाद दिया. यदि वे लोग बट प्लग लगाकर उसकी गांड ढीली करने का उपाय नहीं करते … तो उसकी हालत खराब हो जाती.

प्रकाश ने सोनम को घोड़ी की तरह पलंग के किनारे खड़ा किया, खुद ज़मीन पर खड़ा हो गया.
अपने लंड पर तेल लगाकर वह सोनम की गांड मारने लगा.

सोनम हर धक्के के साथ हिल जाती, उसे बहुत मज़ा आने लगा.

प्रकाश थोड़ी देर चोदता, थोड़ा रुकता फिर से चोदता. चोदने की रफ़्तार बढ़ती गयी.
सोनम झड़ गयी.

आधे घंटे चुदाई के बाद प्रकाश भी झड़ गया.

दोनों थक गए थे, पर बहुत संतुष्ट और खुश थे.

वे एक दूसरे की बांहों में नंगे ही सो गए.

सुबह सोनम ने चाय बनाई और प्रकाश को जगाया.
दोनों साथ में नहाये.

प्रकाश ने सोनम को छोटा स्कर्ट और छोटा ब्लाउज बिना पैंटी, बिना ब्रा के पहनाया.

सोनम नाश्ता बनाने लगी.
प्रकाश सोनम के पीछे चिपक कर खड़ा था, वह सोनम के स्तन दबाने और गर्दन चूमने लगा.

प्रकाश का बरमूडा में खड़ा लंड सोनम महसूस कर रही थी.
वो बोली- रूको यार … नाश्ता तो बना लेने दो.

प्रकाश ने गैस को बंद कर दिया और उसने सोनम को किचन की स्लैब पर झुकाकर पैर फैला दिए और उसे झुकने को कहा.

सोनम के झुकते ही प्रकाश ने सोनम का स्कर्ट कमर तक उठा दिया.

लंड में तेल लगाकर सोनम की गांड में डाल दिया और धुंआधार चुदाई करने लगा.

सोनम गांड मरवाने का मज़ा सिसकारी भरती हुई ले रही थी. काफ़ी देर बाद सोनम झड़ गयी.

प्रकाश ने सोनम की गांड वीर्य से भर दी. सोनम गांड पौंछकर नाश्ता बनाने लगी.

नाश्ते के बाद दोनों ने घर की सफाई की.

प्रकाश ने सफाई करने वाली बाई को 8 दिन की छुट्टी दे रखी थी.

सोनम खाना बनाने लगी.
प्रकाश लैपटॉप पर काम करने लगा.

सोनम ने खाना खाने के लिए प्रकाश को बुलाया.

प्रकाश बोला- खाने से पहले एक बार और हो जाए?
सोनम ने मुस्करा कर सहमति जता दी.

प्रकाश ने अपने और सोनम के कपड़े उतार दिए, सोनम को घुटनों पर बैठकर लंड चूसने को कहा.

सोनम लंड को चूसने लगी.
प्रकाश सोनम का मुँह चोदने लगा. वह लंड सोनम के गले तक डाल रहा था.

जब सोनम की सांस घुटने लगती, तो वह अपना लंड थोड़ा निकाल लेता, फिर गले तक डाल देता.

प्रकाश जब झड़ने लगा, उसने अपना लंड गले तक डाला, सोनम का सिर पकड़ कर रखा.
सोनम को पूरा वीर्य पीना पड़ा, उसे वीर्य का स्वाद अच्छा लगा.
तो सोनम ने बड़े चाव से प्रकाश का लंड चाट चाट कर साफ कर दिया.

दोपहर का खाना खाने के बाद दोनों सो गए.

रात को प्रकाश ने सोनू को होंठ और स्तन चूस कर उत्तेजित कर दिया, विभिन्न आसनों में सोनम की दो बार गांड मारी.

सोनम को अब दर्द नहीं होता था, सिर्फ़ मज़ा आता. उसे लगने लगा था कि वह सच में नवविवाहिता दुल्हन है.

तीसरे दिन से प्रकाश ऑफिस जाने लगा.

प्रकाश का छोटा सा बंगला और बगीचा था. दिन में सोनम लड़कों के कपड़े पहनकर घर और बगीचे के देखभाल करती.
घर आने से पहले प्रकाश सोनम को फोन करता.
सोनम लड़कियों के सेक्सी कपड़े पहनकर प्रकाश का स्वागत करती.

चाय नाश्ते के बाद प्रेमी युगल की यौन क्रीड़ा शुरू हो जाती.

प्रकाश सोनम को घुटनों और हाथ के बल पलंग पर खड़ा कर देता और कहता- मैं अब दूध निकालूंगा.

उसके स्तन और निप्पल दबाकर, खींचकर, मरोड़कर दूध निकालने जैसा करता.

दोनों को इसमे बहुत मज़ा आता, दोनों खूब हंसते.
फिर होती घमासान गांड चुदाई की लीला.

सोनम का अच्छा व्यवहार, अच्छा खाना, समर्पण और यौन के प्रति उत्साह, प्रकाश को भा गया.

सोनम को भी प्रकाश के अच्छा स्वडभाव, प्यार … और जिस तरह वह उसका ख्याल रखता था, बहुत अच्छा लगता था.

प्रकाश के काफ़ी देर तक चोदने की क्षमता सोनम को संतुष्टि देती थी. उसे अपनी गांड में बड़ा सुकून मिलता था.

फिर 8 दिन कैसे बीत गए, इसका पता ही नहीं चला.

सोनम सोनू बनकर मोहन और रवि के साथ रहने आ गया.
उसे प्रकाश की बहुत याद आती. दोनों फोन पर बात करते.

सोनू चाय की दुकान में काम करने लगा था.

आपको मैन टू मैन सेक्स कहानी कैसी लगी, जरूर बताएं.
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