जिस्मानी रिश्तों की चाह -3

(Jismani Rishton Ki Chah- Part 3)

जूजाजी 2016-06-17 Comments

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मोईन ने हँसते हुए मेरे कंधे पर हाथ मारा और मुझे छेड़ता हुआ बोला- बच्चा जवान हो गया है, हाँ..
मैंने अपनी झेंप मिटाते हुए उससे कहा- कुत्ते बताना है तो बता.. नहीं बताता.. तो मैं जाता हूँ।
उसने कहा- अच्छा अच्छा.. रुक बताता हूँ..

बहुत कुछ तो मैंने मूवीज से ही सीख लिया था.. लेकिन काफ़ी चीजें सीखने के लिए बाक़ी थीं। जैसे मुझे यह पता नहीं था कि फर्स्ट टाइम चुदाई कैसे करनी चाहिए.. जिससे पार्ट्नर को तक़लीफ़ भी कम से कम हो और दोनों को मज़ा भी मिले।

फिर उसने मुझे कुछ टिप्स दिए ‘फ्रेंच किस’ के बारे में मुझे डिटेल से समझाया। उसने मुझे बताया कि उस लड़के के होंठों को किस करो.. उसके निचले होंठ और ऊपरी होंठ को बारी-बाबरी चूसो.. उसके लण्ड को चाटो और मुँह में भर के चूसो और उससे कहो कि वो तुम्हारे लण्ड को चूसे।

लण्ड चूसने के बारे में सोच के मुझे अजीब सा लगा और मैंने फ़ौरन कहा- ये अजीब है यार.. लेकिन ‘फ्रेंच किस’ के बारे में मैंने उससे बताया कि मैंने कभी किसी लड़के या लड़की को किस नहीं किया है और ना कभी सोचा है कि लड़के को किस करने में भी मज़ा मिल सकता है।

तो मोईन बोला- मैं तुम्हें दिखाता हूँ कि फ्रेंच किस कैसे होती है.. और इसमें कितना मज़ा आता है।
ये सुनते ही मैं फ़ौरन बोला- नहीं.. मैं नहीं चाहता कि हमारी इतनी मज़बूत दोस्ती किसी और रिश्ते में बदले.. इसे दोस्ती ही रहने देना चाहिए।

मेरी बात सुन कर वो बोला- अबे चूतिया मैं तुझे किस नहीं करने लगा हूँ.. मेरा एक मेट है.. उसकी उम्र अभी कम है.. हम दोनों आपस में खूब चुदाई करते हैं मैं उससे कहूँगा कि वो तुम्हें सिखा दे।

मैं थोड़ी देर तो झिझका.. लेकिन फिर इस ऑफर को तसलीम कर लिया। मोईन ने मुझे शाम 5 बजे उसके घर आने के लिए बोला।
शाम 5-6 बजे के क़रीब मैं उसके घर पहुँचा वो और उसका दोस्त वहीं थे। वो लड़का बहुत क्यूट था बिल्कुल लड़कियों जैसी जिल्द थी उसकी.. चेहरे पर कोई बाल नहीं और जिस्म ज़रा भरा-भरा था उसका।

मोईन ने मुझे उसका नाम कामरान बताया और हम दोनों का एक-दूसरे से तवारूफ करवाया।

कामरान को मोईन पहले ही से सब समझा चुका था और मुझे उसके चेहरे से ऐसा लग रहा था कि बस ये मुझ पर जंप करने को तैयार खड़ा है। कामरान ने अपने कपड़े उतारना शुरू किए और मुझे भी कपड़े उतारने के लिए कहा।

मुझे थोड़ी झिझक हो रही थी.. तो मैंने मोईन से साफ-साफ कहा- यार तू कमरे से बाहर चला जा.. मैं तेरे सामने ऐसा कुछ नहीं कर पाऊँगा..

मोईन ने मेरी बात सुन कर एक क़हक़हा लगाया और कमरे से बाहर निकल गया।
जाते-जाते मोईन ने हम दोनों को ये फरमान सुना दिया- जो करना है जल्दी-जल्दी कर लेना.. क्योंकि मेरी फैमिली जल्द ही वापस आ जाएगी।

जब मोईन कमरे से बाहर निकल गया.. तो मैंने आगे बढ़ कर दरवाज़ा लॉक किया और अपने तमाम कपड़े उतार कर बिल्कुल नंगा खड़ा हो गया। मेरा लण्ड फुल खड़ा हो चुका था और मेरी नज़र कामरान के लण्ड पर पड़ी.. तो वो भी अपने पूरे यौवन पर था।

मुझे हमेशा मूवीज देख कर ये अहसास रहता था कि मेरा लण्ड छोटा (6. 5 इंच) है.. लेकिन जब मैंने कामरान का लण्ड देखा.. तो वो मेरे लण्ड से भी तकरीबन 1.5 इंच छोटा ही था। उसका जिस्म बहुत गोरा था.. उसके जिस्म पर एक भी बाल नहीं था।

वो आहिस्ता-आहिस्ता चलता हुआ मेरे पास आया और मुझसे लिपट गया। अब वो मुझे अपने जिस्म के साथ मजबूती से भींचने लगा।
वो अपने लेफ्ट हैण्ड से मेरे राईट कूल्हे को दबाने लगा और राईट हैण्ड को मेरी गाण्ड की लकीर में दबा कर फेरने लगा।

मैंने भी उसके साथ ये ही करना शुरू किया.. तो वो अपना चेहरा मेरे क़रीब लाया और उसने मेरे होंठों पर आहिस्तगी से अपने लब रख दिए।

उसने मुझसे कहा- अपना मुँह खोलो..
मैंने मुँह खोला.. तो उसने अपनी ज़ुबान मेरे मुँह में दाखिल कर दी और मुझसे कहा- चूसो मेरी ज़ुबान..

मुझे थोड़ा कन्फ्यूज़्ड और झिझकते देख कर कामरान से मुझसे कहा- अपनी ज़ुबान मेरे मुँह में डालो..
और यह कहते हुए उसने अपना मुँह खोल दिया।

मैंने अपनी ज़ुबान उसके मुँह में डाली.. तो उसने मेरी ज़ुबान और मेरे होंठों को चूसना शुरू कर दिया।

यह मेरी ज़िंदगी की पहली फ्रेंच किस थी और मैं अपने आपको किसी और ही दुनिया में महसूस कर रहा था।

तकरीबन 5-6 मिनट तक हम किस करते रहे.।

वो आगे बढ़ना चाहता था लेकिन मैंने कामरान से कहा- प्लीज़ यार, मुझे कुछ देर मज़ीद ऐसे ही किस करते रहो।

हमने तकरीबन 7-8 मिनट और किस किया.. फिर कामरान बोला- यार हमारे पास टाइम बहुत कम है.. बोलो अब क्या करें?
मैंने कहा- जो तुम्हारी मर्ज़ी है.. वो करो।

मैं अभी तक अपनी ज़िंदगी की पहली फ्रेंच किस के नशे से ही बाहर नहीं निकल सका था.. तो मज़ीद क्या कहता।

कामरान ने मेरे सीने पर किस करना और मेरे निपल्स को काटना शुरू कर दिया। लेकिन मुझे इसमें इतना मज़ा नहीं मिला। इस बात को महसूस करते हुए कामरान मेरे पीछे आ गया और मेरी कमर को चिपटाए हुए ज़मीन पर घुटनों के बल बैठ गया और अब वो मेरे कूल्हों को छूने और अपने दाँतों से काटने लगा।

कामरान की यह हरकत मुझे फिर होश से बेगाना करने लगी। कामरान की गरम गरम साँसें मुझे अपनी गाण्ड के सुराख पर महसूस हो रही थीं.. जो मेरे जिस्म में अजीब सी लज्जत भर रही थीं। उसने मज़ीद कुछ ना किया और पीछे से उठ कर मेरे सामने आ बैठा और मेरी रान को चूमने लगा।

कामरान की ज़ुबान को अपनी रान पर महसूस करते ही मेरा पूरा जिस्म झनझना उठा और मुझे अपनी देखी हुई मूवीज याद आने लगीं। मुझे पहले ही अंदाज़ा हो गया कि अब क्या होने वाला है।

ये सोचते ही मेरा लण्ड झटके से खाने लगा। कामरान ने मेरे लण्ड को अपने हाथ में लिया और हाथ को आगे-पीछे हरकत देने लगा।

तभी कामरान ने अपनी ज़ुबान की नोक को मेरे लण्ड की नोक पर.. लण्ड के सुराख पर टच किया.. तो बहुत ज्यादा लज्जत महसूस हुई।

कामरान ने मेरे लण्ड को चूमना शुरू कर दिया.. लेकिन लण्ड अपने मुँह में नहीं लिया। मैं लज़्ज़त के मारे पागल सा हो रहा था।
कुछ ही देर बाद मैंने चिल्लाकर कहा- करो ना यार.. प्लीज़ क्या ड्रामा कर रहे हो..

उसने मुस्कुरा कर मेरे लण्ड को अपने मुँह में भरा और उससे चूसने लगा।
मैं मुक्कमल तौर पर अपने होश खो चुका था। मैं सोच भी नहीं सकता था कि ये चीज़ इतनी ज्यादा लज़्ज़त देगी। ऐसा सुरूर मैंने पहले कभी नहीं महसूस किया था।
मैंने अपने हाथों से उसके सिर को थामा और कामरान के मुँह को चोदने लगा। कामरान के मुँह से घुटी-घुटी सी आवाजें निकल रही थीं।

उसने मुझे इशारे से समझाया कि पानी निकलने लगे.. तो पहले से बता देना।
कुछ ही सेकेंड्स बाद मैं डिसचार्ज होने वाला था.. तो मैंने कामरान को बता दिया।

उसने मेरा लण्ड अपने मुँह से निकाला और हाथ से मेरी मुठ मारने लगा। उसने अपने लेफ्ट हैण्ड की इंडेक्स फिंगर को अपने मुँह में लेकर गीला किया और हाथ पीछे ले जाकर मेरी गाण्ड के सुराख पर दबाई और अन्दर डाल दी।

मुझे हल्का सा दर्द हुआ.. उसने पूरी फिंगर अन्दर नहीं डाली.. बल्कि हाफ फिंगर को अन्दर-बाहर करने लगा। उसकी इस हरकत ने मुझे फ़ौरन ही आखिरी मंज़िल पर पहुँचा दिया और मैं ऐसे डिसचार्ज हुआ कि ज़िंदगी में पहले कभी ऐसा डिसचार्ज नहीं हुआ था।

मैं बिल्कुल बेहाल हो चुका था। कामरान मेरी हालत देख कर मुस्कुरा दिया।

मैं इन सब चीजों में बिल्कुल नया था और ये सब ज़ाहिर हो रहा था।

मैंने अपने कपड़े पहनना शुरू ही किए थे कि कामरान बोला- इतनी जल्दी.. अभी तो सही मज़ा आना शुरू हुआ है यार!
मैंने पूछा- क्या मतलब है तुम्हारा?

वो एकदम से डोगी पोजीशन में बन गया और अपनी गाण्ड के सुराख पर अपनी फिंगर रख के बोला- मैं चाहता हूँ तुम मेरे इस होल को अपना बना लो..

फिर वो सीधा बैठते हुए बोला- लेकिन इससे पहले तुम्हें मेरे लण्ड को चूसना होगा।
यह बात मुझे इतनी अच्छी नहीं लगी.. लेकिन सच यह है कि मैं उसकी गाण्ड का मज़ा भी लेना चाहता था।

मैं बेदिली से उसकी टाँगों के दरमियान बैठ गया और उसके लण्ड को हाथ में लेकर आगे-पीछे हिलाने लगा।

फिर मैंने झिझकते हुए अपनी ज़ुबान की नोक को उसके लण्ड से टच किया, मुझे नमकीन-नमकीन सा ज़ायक़ा महसूस हुआ।
मेरे बिगड़ते चेहरे को देख कर कामरान बोला- चलो भी यार.. अगर तुम लण्ड चुसवाना चाहते हो.. तो तुम्हें चूसना भी पड़ेगा.. ये 2 तरफ़ा ट्रैफिक है भाई..

यह सुन कर मैंने अपना मुँह खोला और कामरान के लण्ड को अपने मुँह में भर लिया। मुझे कुछ ज्यादा अच्छा नहीं लग रहा था.. लेकिन मैं जितना समझ रहा था.. उतना बुरा भी नहीं लग रहा था।
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मैं उसके लण्ड को अपने मुँह में अन्दर-बाहर करने लगा। कामरान ने मेरे सिर को पकड़ा और मेरे मुँह को चोदने लगा। कामरान की बॉल्स मेरी ठोड़ी को छू रही थीं।

कुछ देर बाद ही कामरान ने फूली हुई साँसों से कहा- आह्ह.. मैं डिस्चार्ज होने वाला हूँ।

मैंने उसका लण्ड चूसना बंद कर दिया। उसने अपना लण्ड मेरे मुँह से निकाला ही था कि उसका लण्ड ज़मीन पर पिचकारियाँ मारने लगा।

अब मेरी बारी थी उसकी गाण्ड मारने की। मैंने उससे साफ़ कर दिया- मैं तुम से गाण्ड नहीं मरवाऊँगा।

इस कहानी में वाकयी बहुत ही रूमानियत से भरे हुए वाकियात हैं.. आपसे गुजारिश है कि अपने ख्यालात कहानी के आखिर में जरूर लिखें।
ये वाकिया मुसलसल जारी है।
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