जिम मालिक ने मुझे पेला -2
(Gym Malik Ne Mujhe Pela-2)
मैं तो उसे बनियान में देखकर पागल हो रहा था! क्या शरीर था साले का! उसका सीना बनियान को फाड़ रहा था!
मुझसे रहा नहीं गया और मैंने उससे पूछा- क्या मैं आपके गले लग सकता हूँ?
वो खड़ा हो गया और कहा- ले पूरी कर ले तेरी इच्छा!
मैं उठा और उसके सीने से चिपक गया! उसने मुझे अपनी बाजुओं में कस के जकड़ लिया! मेरे निप्पल उसके गीले गर्म सीने से चिपके थे, मैं उसकी पीठ को सहलाने लगा!
उसने अपना हाथ मेरी गांड पर रखा और सहलाने लगा! उसने मेरी गांड को अपने मजबूत हाथों से दबोच लिया, मेरे मुँह से चीख निकल गई- आहह…
मेरी आवाज़ सुनकर वो जोश में आ गया, उसने मुझे नीचे से मेरी गांड पर हाथ रखा और एक झटके में मुझे अपनी गोद में उठा लिया, मैंने अपने दोनों हाथ उसके गले में डाल दिए!
मुझे यकीन नही हो रहा था कि मै आज करण से चुदने वाला हूँ!
वह मुझे गोदी में उठाकर अपने बैडरूम मे ले आया, उसने मुझे बिस्तर पर पटका और पास पड़े रिमोट से ए. सी चालू किया और मेरे बाजु में लेट गया।
उसने मुझसे कहा- मैंने अब तेरी इच्छा पूरी कर दी, अब तुझे भी मेरी इच्छा पूरी करनी पड़ेगी!
मैंने पूछा- क्या है तुम्हारी इच्छा?
तो उसने कहा- मुझे तेरे साथ डर्टी सेक्स करना है!
मैं पहले हिचकिचा रहा था कि पता नहीं ये क्या क्या करेगा पर उसने जब कहा कि तुझे जो अच्छा न लगे तो मना कर देना तो मैंने उसे हां कर दी!
उसने मुझसे पूछा- क्या तू रात भर रुक सकता मेरे साथ? राहुल तो सुबह आने वाला है!
इसलिए मैंने हां कर दी!
वो खुश हो गया और कहा- मेरी जान, आज मैं पूरी रात तुझे प्यार करूंगा, बस तू मेरा साथ दे!
मैंने सर हिला दिया और हां कर दी!
उसने मेरी टीशर्ट ऊपर की और उतार दी!
मैंने अंदर कुछ नहीं पहना था, मै ऊपर से पूरा नंगा था, मैं अब उसके सामने दुबला पतला दिखाई दे रहा था।
मैंने अपनी आँखों को नीचे कर लिया, वो समझ गया था कि मुझे शर्म आ रही है, उसने भी अब अपनी बनियान उतार दी, उसका सीना बहुत मस्त था, बिना देर किए वह मेरे पास आ गया, मेरे निप्पल पर हाथ फेरने लगा, उसने दूसरे हाथ से मेरे चेहरे को आगे किया और मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए और चूसने लगा!
उसने अब मेरे निप्पल को दबोचना चालू कर दिया! मेरे होंठों को भी वो अब दांत से काट रहा था! मुझे फुल सेक्स चढ़ गया था, मैं भी अब जोश में आ गया और उसका साथ देने लगा।
उसने अब मुझे बिस्तर पर लिटाया और मेरे ऊपर चढ़ गया, उसका गर्म शरीर और भारी वजन मुझ पर था, मैंने उसे हटाना चाहा पर वो टस से मस न हुआ, वो मेरे शरीर को अपने शरीर से पेल रहा था, मैं चाहते हुए भी कुछ नहीं कर पा रहा था!
वो बतहाशा मुझे किस किए जा रहा था, कभी मेरे गले पर काटता, कभी किस करता, कभी मेरे निप्पल दबोच लेता, कभी उन पर किस करता!
मैं अब अपने आपे से बाहर हो गया था, मेरे मुंह से सिसकारियां निकल रही थी- आहहहह…
अब वो निप्पलस पर टूट पड़ा, कभी एक को मुंह में लेकर काटता, कभी जबान से चाटता और दूसरे को अपने हाथों से दबोच रहा था।
मैं भी फुल मजे ले रहा था, मेरे हाथ उसके सर पर थे, मेरे मुंह से जोरदार सिसकारियां निकल रही थी!
अब वो मेरे पूरे बदन को चाटने लगा!
कुछ देर वो यूँ ही करता रहा फिर वो मुझ पर से हट गया!
मैं पूरा अकड़ गया था, मैं भी उठ गया, अब वो बिस्तर पर मेरी तरह लेट गया उसने अपने हाथ ऊपर किए और कहा- चल मेरी जान, अब मेरे बगल चाट!
मुझे पूरा सेक्स चढ़ चुका था, मैं उसके ऊपर लेट गया और अपना मुँह उसकी दाईं बगल में डाल दिया। मैं पहले होंठों से चूमने लगा!
उसकी बगल से पसीने की गंध आ रही थी जिससे मैं और वासना में डूबता जा रहा था, अब मैं जबान से उसकी बगल को चाट रहा था। मैं यह पहली बार कर रहा था लेकिन मैं बहुत खुश था क्योंकि मैं करण के साथ ये सब कर रहा था!
फिर मैंने उसकी बाईं बगल को भी चाटना शुरू किया!
अब उसने मेरी कैपरी नीचे कर दी और मेरी चड्डी के ऊपर से मेरे चूतड़ दबोचने लगा और उसने लंड मेरे लंड से सेट किया और मसलने लगा!
मैं अब उसके बगल को काटने लगा, मैं अपने हाथ से उसके मरदाना सीने को सहला रहा था!
कुछ देर हम यूँ ही करते रहे, फिर करण ने मुझे अपने पर से हटा दिया और खुद खड़ा हो गया, उसने अपनी पेंट उतार दी, अब वो सिर्फ अंडरवियर में था!
अंडरवियर में उसका लंड फनफना रहा था और काफी बड़ा नज़र आ रहा था, उसने मेरी कैपरी भी उतार दी।
वो बाहर गया और बियर की बोतल ले आया, उसने बोतल खोली और अपने मुंह से लगा ली। कुछ पीने के बाद उसने मुझे अपने पास बुलाया और मुझे घुटनों के बल बैठने को कहा।
मुझे लगा वो अब लंड चुसाने वाला है, मैं घुटनों के बल बैठ गया और उसकी अंडरवियर उतारनी चाही पर उसने मुझे रोक दिया और कहा- साले गांडू इतनी जल्दी क्या है, अभी तो तुझे कुछ और करना है।
उसे नशा चढ़ गया था, अब वो मुझे गालियाँ भी दे रहा था।
मैंने पूछा- क्या करना है मुझे बताओ!
उसने कहा- तुझे बस अपना मुँह खोल कर मेरी अंडरवियर के नीचे रखना है! मैं यह बियर अपने ऊपर से गिराऊँगा जो मेरी अंडरवियर से होती हुई तेरे मुंह में जाएगी!
मुझे बड़ा अजीब लगा पर मैं मान गया, मैंने अपना मुँह खोला और उसकी अंडरवियर के नीचे लगा लिया।
अब उसने अपने सीने पर धीरे धीरे बियर गिराई जो उसके पेट और अंडरवियर से होते हुए मेरे
मुंह में आई, मैंने गटक ली, मुझे कड़वी लग रही थी पर फिर भी मैं पी रहा था।
अब मुझ पर भी नशा चढ़ने लगा, कुछ देर बाद मुझे पेशाब की बदबू आई, मैंने करण की तरफ देखा, उसने अब बियर की बोतल फेंक दी थी, अब वो मूत रहा था मेरे मुंह में!
मैं पीछे हटा पर उसने आगे बढ़ कर मेरे मुंह को अपने मजबूत हाथों से खोला और मेरा मुंह अपनी अंडरवियर से सटा दिया और मूतने लगा। शुरू में मुझे स्वाद अजीब लगा फिर बाद में मैंने चुपचाप पी लिया उसका मूत! उसने मेरे सीने पर भी मूत दिया!
मेरी चड्डी भी अब गीली हो चुकी थी, अब उसने अपनी अंडरवियर नीचे कर दी, उसका लंड बिल्कुल टाइट खड़ा था जो लगभग 8 इंच का था।
उसने बिना देर किए अपना लंड मेरे मुंह में पेल दिया, मैं भी उसे लॉलीपॉप की तरह चूसने लगा।
उसके मुंह से सिसकारियां निकल रही थी, वो मेरा सिर पकड़ कर धक्के भी मार रहा था।
कुछ देर तक उसने मुझे अपना लौड़ा चुसवाया फिर उसने अपनी चड्डी ऊपर की और किचन में गया!
जब वो वापस आया तो उसके हाथ में एक बड़ी सी मूली थी!
वो आकर बिस्तर पर लेट गया और मुझे उसके ऊपर उल्टा लिटाकर अपना लंड मेरे मुंह में दे दिया।
मेरी गांड उसके मुंह की तरफ थी, उसने मेरी चड्डी नीचे कर दी और मेरी गांड के छेद पर अपने होंठ रख दिए और अपनी जबान मेरी गांड के अंदर डाल कर चाटने लगा!
मेरी गांड की खुजली बढ़ रही थी, मुझसे अब रहा नहीं जा रहा था, मैंने अब करण का लंड जोर जोर से चूसने लगा!
उसने अब तेल की शीशी उठाई और कुछ तेल मेरी गांड पर डाला और कुछ अपनी उंगली पर लगा लिया!
मेरी गांड उसने चाट कर ढीली कर दी थी, उसने अब अपनी दो उंगली मेरी गांड में डाल दी!
एकदम से अंदर जाने के कारण मेरी चीख निकल गई और मैंने अपना मुंह ऊपर कर लिया जिससे करण का लंड मेरे मुंह से निकल गया, उसने झट से मेरा मुंह नीचे किया, अपना लंड मेरे मुंह में घुसेड़ दिया और अपनी उंगली मेरी गांड में चलाने लगा!
कुछ देर बाद उसने अपनी उंगली निकाली और मूली पर कुछ तेल लगाकर मेरी गांड में घुसेड़ दिया!
मेरी चीख निकल गई अभी मूली 3 इंच ही गई थी, उसने एक और धक्का दिया 7 इंच मूली लगभग अंदर जा चुकी थी!
मूली काफी मोटी थी तो और अंदर जाना सम्भव नहीं था, अब वो मुझे मूली से चोद रहा था, मुझे लग रहा था कि लंड है मेरी गांड में! मैं इधर उसका लंड चूस रहा था और उधर वो मूली से मेरी गांड फाड़ रहा था!
15 मिनट बाद उसने मूली को जोर जोर से अंदर बाहर करना चालू किया और अपना लंड मेरे मुंह में जोर जोर से घुसेड़ने लगा।
5 मिनट बाद वो मेरे मुंह में झड़ गया, उसने मेरी गांड से मूली निकाली और बिना देर किए मेरा मुंह पकड़ा और मेरी नाक दबा दी मेरा मुंह ऊपर किया मैं सांस नहीं ले पा रहा था, मैंने सांस लेने के लिए मुंह खोला! मेरा मुंह ऊपर होने के कारण उसका पूरा का पूरा माल मेरे मुंह में चला गया।
कुछ देर हम बिस्तर पर पड़े रहे!
कुछ देर बाद करण ने दोबारा अपना लंड मेरे मुंह में दे दिया, मैंने उसे चूसकर खड़ा किया, उसका लंड अब मेरी गांड में जाने के लिए बेताब था!
उसने अब अपने लंड पर तेल लगाया और उसने मुझे लिटा दिया और मेरे दोनों पैर अपने कंधे पर रख लिए, अपने लंड को मेरी गांड के छेद पर सेट किया और एक ही झटके में अपना 8 इंच का लंड मेरी गांड में पेल दिया!
मैं बहुत तेज चीखा इस बार !
मै अपने आपको छुड़ाने को पीछे हटा लेकिन उसने मुझे अपने मजबूत हाथों से मेरा कंधा पकड़ा और नीचे झुकाया और मुझे किस करने लगा!
वो बिना रूके मेरी गांड मार रहा था, मेरी आँखों से दर्द के मारे आंसू निकल रहे थे पर वो इसकी परवाह किए बिना मेरी गांड को
ठोक रहा था!
करीब 20 मिनट वो मुझे बेरहम की तरह चोदता रहा, फिर उसने मुझे बिना लंड निकाले अपनी गोद में उठा लिया, वो मेरे होंठों को अपने होंठ रखकर चूमने लगा!
उसने अब अपनी रफ़्तार बहुत तेज कर दी और लगभग 5 मिनट बाद उसने मुझे बिस्तर पर पटका और झट अपना लंड मेरी गांड से निकाला और अपने माल की बौछार मेरी छाती पर कर दी और अपने हाथों से मेरी छाती को मसल दिया और मेरे ऊपर ही लेट गया।
करीब 10 मिनट बाद मैंने उसे अपने ऊपर से उठाया और बाथरूम जाने के लिए उठा पर मुझसे खड़ा नहीं रहा जा रहा था।
फिर करण ने मुझे अपनी गोद में उठाया और बाथरूम ले गया।
वहाँ हम साथ में नहाए और वहाँ भी सेक्स किया।
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