ट्रेन में पंजाबी मर्दों ने मेरी गांड फाड़ी
(Boy Ass Sex Kahani)
बॉय ऐस सेक्स कहानी मेरी पहली गांड चुदाई की है. मैं गोरा और चिकना हूँ. एक बार ट्रेन में मैं 3 पंजाबी लड़कों के साथ था. उन्होंने मेरी गांड मार कर मुझे गांडू बना दिया.
दोस्तो, मेरा नाम सेम (बदला हुआ) है और मैं 21 वर्ष का हूं।
मैं गोरा और और चब्बी हूं थोड़ा सा!
मेरी बॉडी ऐसी है कि मर्दों का भी मन डोल जाता है देख कर!
अच्छा तो मैं अपनी बॉय ऐस सेक्स कहानी पे आता हूं जो मेरे साथ सच में घट चुकी है
मैं इसे अब भी याद करता हूं तो मेरी शरीर में अजीब सी कामुक भावना जाग जाती है।
यह बॉय ऐस सेक्स कहानी करीब 6 महीने पहले की है.
मुझे असम से पंजाब जाना था तो मैं स्टेशन पर बैठा था एक साइड में … क्योंकि ट्रेन शाम में 7 बजे थी और अभी 5 ही बज रहे थे.
मुझे मर्दों में कुछ ज्यादा आकर्षण था शुरू से ही और मैं मोबाइल पे बहुत ज्यादा गे वाला वीडियो देखता रहता था.
तो मैं स्टेशन पर भी बैठ कर सबसे छुपा के गे सेक्स वीडियो देख रहा था.
मुझे पता नहीं चला कि मेरे पीछे 3 हट्टे कट्टे आदमियों ने मुझे वीडियो देखते हुए देख लिया.
वे पंजाबी लग रहे थे शरीर से!
और पता नहीं उन लोगों के मन में क्या चलने लगा, वे सब मेरे पास आकरबैठ गए और मुझसे पूछने लगे कि मैं कहा जा रहा हूं.
तो मैंने बोला- मैं पंजाब जा रहा हूं.
उन्होंने पूछा- कौन सा बोगी में जा रहे हो?
मैंने बोला- स्लीपर क्लास में!
फिर उसने कहा- मेरे पास 2nd AC का 4 सीट है लेकिन एक बंदा नहीं जा रहा है. अगर तुम चाहो तो हम लोगों के साथ जा सकते हो. अगर तुम ठीक समझो, तब ही चलो … नहीं तो मैं किसी और को ले लूंगा.
मैंने सोचा कि एसी बोगी में जाने में तो और मजा है.
लेकिन सच्चाई तो यह थी कि उन लोगों को देख कर मेरे बॉडी में कम्पन होने लगी थी और मुझे साथ में जाने की इच्छा करने लगी थी.
तो मैंने हां कर दिया,.
फिर उनमें से एक बोला- हम लोग थोड़ा बाहर जा रहे हैं कुछ खाने पीने की चीज लेने, अगर तुमको भी लेना है तो चल सकते हो।
वैसे तो मुझे डर भी लग रहा था लेकिन मैं साथ में चला गया.
वहाँ बाजार में उन लोगों ने कुछ कुछ लिया.
फिर उनमें से एक बंदा मेडिकल चला गया.
मुझे बहुत ज्यादा अंदर से खुशी और डर एक साथ लगने लगा था क्योंकि मैं चाहता था कि कोई मुझे वो चरमसुख दे. और डर इसलिए लग रहा था क्योंकि वे सब बॉडी बिल्डर लग रहे थे.
फिर मैंने देखा कि एक काली पोली बैग में कुछ लाया गया.
हम लोग स्टेशन पे आ गए और ट्रेन भी आ गई. हम लोग जाकर बैठ गए.
वो एक प्रथम श्रेणी का केबिन था जिसमें 4 ही लोग बैठ सकते थे और हम लोग भी चार ही थे।
कुछ देर बाद ट्रेन वहाँ से चल गई और करीब आधे घंटे तक हम लोग बात करते करते गए.
वे लोग मुझसे मेरे बारे में पूछ रहे थे.
मैंने सब कुछ बताया.
फिर TT टिकट चेक करने आया तो उनमें से एक बंदा TT के साथ बाहर गया और पता नहीं उसे क्या बोला और कुछ पैसे भी दिए.
मुझे समझ नहीं आया कि पैसे क्यों दिए और क्या बोला उसे!
फिर सबने खाना निकाला और खाने लगे.
मैंने भी उसनके साथ खाना खाया.
खाने के बाद उनमें से एक मेरे पास आया और मेरा पीठ पर हाथ फेरने लगा.
मैंने पूछा- क्या कर रहे हैं सर आप ये?
तो उसने कहा- तुम्हें क्या लग रहा है कि मैंने तुम्हें फ्री में बैठने दिया है इसमें?
मैं बोला- लेकिन मेरे पास पैसे नहीं हैं इतने!
तो वह बोला- पैसा चाहिए भी नहीं हम लोगों को!
मैं घबरा गया थोड़ा और बोला- तो क्या चाहिए आप लोगों को? मेरे पास कुछ नहीं है देने लायक!
वे सब लोग हंसने लगे और बोले- तुम इतना शरीफ मत बनो. हमने तुमको मोबाइल में देखते हुए देखा है.
मैं थोड़ा डरी हुई आवाज में बोला- मैं तो बस ऐसे देखता हूं. कभी ये सब किया नहीं है.
तो वह बोलने लगा- आज कर लो. आज तेरी यह मनोकामना मैं पूरी कर दूंगा. और तुम्हें बहुत मजा भी आएगा क्योंकि देखने से ज्यादा मजा करने में आता है.
मैं बोला- नहीं प्लीज, मुझे आप लोगों की बॉडी देख कर ही डर लग रहा है. मैं नहीं कर पाऊंगा. और मेरी गांड़ भी अभी कुंवारी है. मैंने अभी तक किसी का नहीं लिया है.
तो उनमें से एक ने मेरा कंधा लिया और कहा- हम लोग तुमसे पूछ नहीं रहे हैं, बता रहे हैं. रेडी हो जाओ!
और मेरे कूल्हे जोर से दबाने लगा.
क्योंकि मेरे पास और कोई उपाय नहीं था तो मैं करने के लिए तैयार हो गया.
वैसे भी मेरा भी मन था ही मरवाने का!
फिर उनमें से एक ने पोली बैग से एक सफेद लम्बी गोली की तरह की कुछ चीज निकाली और मुझे बोला- इसे अपने गांड में घुसा ले पूरा!
मैंने पूछा- क्या है ये?
तो वह बोला- इससे गांड का छेद खुल जाएगा.
तब मैंने उसे अपनी गांड में घुसा लिया.
मुझे थोड़ा दर्द हुआ लेकिन गोली और अंदर ही जाते ही दर्द चला गया.
फिर उन लोगों ने कहा- जब तक ये काम करेगा, तुम अपने घुटने पे हो जाओ.
और मैं घुटनों पे हो गया.
फिर उनमें से एक मेरे आगे आकर सीट पर बैठ गया और बोला- मेरी पैंट उतारो!
मैंने उसकी पैंट खींच दी और पैंट आधी खुल गई.
और मेरे तो होश ही उड़ गए … जितना मैं वीडियो में देखता था, उतना ही बड़ा लौड़ा था उसका!
और एकदम गोरा और मोटा, करीब उस समय जब खड़ा नहीं हुआ था, 6 इंच का होगा.
खड़ा होने के बाद 8 से 9 इंच के बीच का था।
उसने मेरा सर पकड़ लिया और अपने लंड पर मेरा मुंह ले गया और बोला- चूस गांडू … आज तुझे असली लौड़े का स्वाद देता हूं.
मैं उसका लौड़ा चूसने लगा. पर उसका लंड पूरा मेरे मुंह में नहीं जा रहा था.
लेकिन जबरदस्ती वह ऊपर से धकेल रहा था मुंह में … जिससे लौड़ा गला तक जा रहा था/
वह काफी जोर जोर से मेरे मुंह को चोदने लगा.
करीब 10 मिनट तक मुखचोदन के बाद मुझे बहुत जोर की पोट्टी आने लगी.
शायद वो दवा पॉटी वाली ही थी.
मैंने कहा- मुझे पॉटी आ रही है बहुत जोर की!
उसने कहा- जा कर के आ! और अच्छे से साफ कर लेना क्योंकि अगर बीच में फिर से आई तो तुझे खिला दूंगा.
मैं बोला- पूरी कर के आऊंगा.
और मैं पैंट सही करके चला गया बाथरूम!
वहाँ तुरंत ही मेरी सारी पॉटी हो गई.
ऐसा लगा कि दवा ने सारी पॉटी निकाल दी.
और मेरी गांड का छेद भी ढीला हो गया था.
मैं गांड साफ करके गया केबिन में!
और जैसे ही मैं घुसा, उनमें से एक ने मुझे कस कर पकड़ लिया और मुझे किस करने लगा.
मैं भी उत्तेजित हो गया पूरा और मैंने उसे जोर से पकड़ लिया.
फिर उसने मेरे सारे कपड़े उतार दिए और मुझे नंगा कर दिया और कहा- चल झुक जा!
और मेरे सामने दूसरा बंदा अपनी पैंट खोल कर खड़ा हो गया और बोला- झुक के मेरा लंड ले मुंह में!
मैं झुक के उसका लौड़ा, जो उसकी तरह ही मोटा और लंबा था, चूसने लगा.
उधर पीछे से पहले वाले ने अपने लौड़े पे कोई तेल लगाया जिससे उसका लौड़ा और ज्यादा कड़क और तन गया था.
फिर उसने मेरी गांड के छेद पर थूक लगाया और लौड़ा को सेट करके अंदर धकेलने लगा.
मुझे दर्द होने लगा क्योंकि लंड बहुत मोटा था, मेरी गांड छोटी थी उसके सामने!
जैसे ही मैं चिल्लाया, सामने से एक ने अपना लन्ड मेरे मुंह में घुसा दिया और मुंह को दबा दिया जोर से!
मेरी तो जैसे आंखों के सामने अंधेरा सा लगने लगा.
मुझे लगा कि मैं आज नहीं बचूंगा.
तभी उसने पीछे से लंड निकाला.
तब मुझे थोड़ा आराम हुआ ही था कि उसने फिर से लंड मेरी गांड में घुसा दिया.
और इस बार और ज्यादा घुसा दिया. करीब उसका तीन चौथाई हिस्सा लन्ड घुस गया था.
मुझे तो उस समय बहुत दर्द हो रहा था और मेरे पैर पूरे कांपने लगे थे.
फिर उसने धीरे धीरे आगे पीछे करना शुरू किया.
और आगे से दूसरे वाला मेरे मुंह में लंड आगे पीछे कर रहा था.
अब मैं अपने दोनो छेद में लौड़ा ले चुका था.
करीब 10 मिनट तक मेरी चुदाई होने के बाद मुझे गांड के अंदर थोड़ा आराम सा मिलने लगा.
और साथ में कुछ अजीब सा दर्द जैसे मानो उस दर्द में बहुत मजा आ रहा था.
मेरे पूरे बदन में अजीब सी लहर दौड़ने लगी थी.
फिर उसने मुझे बोला सीधा होने को!
मैं सीधा हो गया और गांड से निकाला हुआ लन्ड मुझे चूसने को बोला.
मेरे अंदर इतनी कामवासना जाग चुकी थी कि मैं बिना सोचे घुटने पर आ गया और लन्ड चूसने लगा.
अब मुझे भी लन्ड लेने में बहुत मजा आ रहा था।
उसने मेरे मुंह में पिचकारी मार दी और लंड और अंदर पेल दिया.
मुझे उसका सारा वीर्य गटक जाना पड़ा.
अभी तो 1 घंटा ही हुआ था.
मुझे तो पूरी रात गांड मरवानी थी.
दोस्तो, अगली स्टोरी में बताऊंगा कि कैसे सबने मिल के मेरी गांड बजाई और मुझे एक रांड बना दिया।
बॉय ऐस सेक्स कहानी पर आप अपनी राय मुझे मेल और कमेंट्स में लिखिए.
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