लंड बिना रहा ना जाए

(Bisexual Gay Story)

कामिया 2024-10-17 Comments

बाईसेक्सुअल गे स्टोरी में एक बार जम कर गांड मरवाने के बाद मैं डर गया क्योंकि मेरी गांड फट गयी थी. पर मेरा दिल भी करता था कि मैं लंड चूसूं और गांड मरवाऊँ!

दोस्तो, मेरा नाम राजेश है।
मैं रोज अन्तर्वासना पर बिना कहानी पढ़े नहीं रह पाता हूं.

मेरी पिछली कहानी
अनजान लंड से गांड का उद्घाटन
आप सबने पढ़ी और मेल की, सबका धन्यवाद.
यदि मैंने किसी का रिप्लाई नहीं दिया तो मैं माफी मांगता हूं.

पिछली कहानी की घटना के बाद की बाईसेक्सुअल गे स्टोरी है यह!

उन तीनों से चुदाई के बाद मेरा बहुत बुरा हाल हुआ.

दूसरे दिन तक मुझसे सही चला भी नहीं जा रहा था।
मेरी गान्ड काफी खुल गई थी, मैं जब भी टॉयलेट जाता तो मेरे पीछे बहुत दर्द होता जैसे किसी ने मिर्च लगा दी हो, गांड धोने में भी मुझे काफी परेशानी होती।

ऐसे ही 10 दिन निकल गए.
अब सब कुछ ठीक हो गया था, मुझे फिर से गांड़ में खुजली होने लग गई थी.

पर पिछला सीन याद आने पर कहीं जाने का मन नहीं करता था, बस अपने हाथ से गांड को दबा कर शांत हो जाता।

वैसे मैं चड्डी पहन कर ही नहाता था पर एक दिन मैं नंगा हो कर नहा रहा था.
अचानक मेरी गान्ड में छेद के पास खुजली होने लगी तो मैं हाथ से खुजाने लगा तो अंदर तक खारिश होने लगी।

फिर मैंने एक अंगुली अपनी गान्ड में दे दी तो मुझे अच्छा लगने लगा.
ऐसे ही जैसे मैंने 2 अंगुली अपनी गांड में घुसी तो मुझे थोड़ा दर्द हुआ.

फिर मैंने साबुन लगा कर गांड में उंगली घुसाईं तो 2 अंगुली आराम से जाने लग गई.

ऐसे करते करते मैंने अपने हाथ की 3, फिर चार अंगुली अपनी गांड में दे दी.

तो मुझे दर्द के साथ मजा भी आने लग गया.

ऐसा 10 मिनट तक करने के बाद मैं नहाया और कपड़े पहन कर आराम करने लग गया।

अब रोज यह ही सिलसिला होने लग गया.
मुझे बिना गांड में अंगुली दिए रहा ही नहीं जाता था।

ऐसा करने से गांड की प्यास तो बुझ जाती पर मुंह की नहीं.
मुझे लंड चूसना याद आता और मेरे मुंह में पानी आ जाता.

एक दिन मैं दोपहर में गे एप पर चैटिंग कर रहा था.
तो एक आदमी ने सेक्स के लिए बोला.

पहले तो मैंने मना कर दिया, फिर काफी कहने के बाद सिर्फ लंड चूसने के लिए हाँ भर दी.

मिलने के लिए उसने मुझे एक होटल बताया.
वह मुझे अपना घर नहीं बताना चाहता था.

मैंने उससे सेक्स के बारे में पूछा तो बताया कि उसको गांड मारने का बहुत मन करता है. लेकिन उसकी वाइफ उसको गांड में लंड नहीं देने देती. इसलिए वह गांड सेक्स के लिए बोल रहा था.

पर मैंने भी सिर्फ मुंह में चूसने के लिए बोला था।

मैंने उसके बताए होटल के पास जाकर मैसेज किया तो उसने मुझे दूर से हाई का इशारा किया.
तो मैं उनके पास गया.
वह साढ़े पांच फुट लंबा, हृष्ट पुष्ट और अमीर घर का लग रहा था.

उसने मेरा नाम पूछा और मुझे अपने साथ होटल में जो रूम बुक कर रखा था, उसमें ले गया.

मुझे बहुत अजीब लग रहा था पर फिर भी मैं उसके साथ रूम में गया.

उसने मुझे ड्रिंक के बारे में पूछा तो मैंने मना कर दिया क्योंकि मैं ड्रिंक नहीं करता, ना ही किसी अन्य नशे का सेवन करता हूँ.
मैं सिर्फ सिम्पल जीवन जीता हूँ.

तो उसने अपने लिए ड्रिंक मगा ली और एक पैग बना लिया और पी गया.

वह अपने घर की बात करने लग गया कि उसकी वाइफ उसे खुश नहीं रखती.
हाथ से वह अपने लंड को भी मसल रहा था.

मेरी हालत खराब हो रही थी, गांड में लंड लेने का मन हो रहा था.
पर मैं जल्दी नहीं करना चाहता था, सोच रहा था वो ही चालू करे।

फिर उसको नशा चढ़ने लगा तो उसने मुझे खींच कर अपनी बाहों में भर लिया और किस करने लग गया.
वह पागल की तरह मेरे ऊपर टूट पड़ा.

जल्दी ही वह अपने कपड़े निकालने में लग गया.
सारे कपड़े निकाल कर वह सिर्फ अंडरवियर में रह गया.

और फिर वह मेरे कपड़े भी निकलने लगा.

मेरा लंड भी खड़ा होकर टाइट हो रहा था.
वह मेरे लंड को घूर रहा था.

फिर उसने मुझे पकड़ कर अपने चड्डी निकाल कर मेरे हाथ में लंड दे दिया.
उसका लंड सामान्य 5 इंच का होगा और ज्यादा मोटा भी नहीं था.

उसने अपना लंड पकड़ कर मेरे मुंह में दे दिया और मेरा सिर पकड़ कर मुंह में ही चोदने लग गया.
वह लंड को मेरे गले तक ले जाता फिर पीछे खींचता.

फिर वह जब बहुत तेज तेज आगे पीछे करने लगा तो मुझे लगा कि ये अब झड़ने वाला है.
तो मैंने अपने सिर को पीछे खींच लिया और लंड मुंह से बाहर निकल गया.

उसकी सांसें बहुत तेज चल रही थी.
उसने कहा- आपने लंड निकाल क्यों दिया अपने मुंह से? मुझे बहुत मजा आ रहा था.

मैं- आपको तो मजा आ रहा था पर वो मेरा मुंह था, किसी की चूत या गांड नहीं जो आप इतनी स्पीड से चोद रहे थे.
मेरे मुंह में दर्द होने लग गया था.

वह बोला- ठीक है यार … तुम कर लो अपने आप!

फिर मैंने उसके लंड को अपने हाथ में पकड़ा और लंड की चमड़ी को पीछे किया.
उसका सुपारा मेरे मुंह में देने की वजह से फूल कर लाल हो गया था.

मैंने उसे लेटने के लिए कहा तो वह लेट गया.

तब मैंने उसके लंड के अगले हिस्से हो मुंह में लिया और जीभ से चाटने लगा.
मुझे बहुत अच्छा लगा.

ऐसे ही थोड़ी देर करने से उसे गुदगुदी होने लगी तो वह पुनः मेरा सर पकड़ के जोर-जोर से अपने लंड पर आगे पीछे करने लगा.
ऐसा 10 मिनट तक करने के बाद उसने अपने लंड को मेरे गले तक डाल दिया और अपना वीर्य मेरे मुंह में डाल दिया.

मैं उसका पानी पी गया.
वह थोड़ा खारा, नमकीन और खसरायला था.

अब वह अपना लंड मेरे मुंह से निकाल कर आराम से लेट गया और बोला- पहली बार झड़ने में इतना मजा आया है!

फिर हम बातें करने लग गए।

उसका तो काम हो गया था पर मेरे लंड की हालत बहुत खराब हो रही थी. वह फूल कर अपने पूरे आकार में आ गया.
मेरा लंड 6.5 इंच लम्बा और बहुत मोटा है.

मैं उठा और बाथरूम में जाकर मुठ मारी. पानी निकल कर मैं वापस रूम में आकर अपने कपड़े पहनने लगा.

पर उस आदमी ने मना कर दिया और कहने लगा- प्लीज, एक बार गांड मारने दो ना यार!

मैंने मना कर दिया तो वह बार बार कहने लगा और मुझे पैसे का ऑफर देने लगा- आप कितने भी पैसे ले लो पर मुझे आपकी गांड में लंड डालने दो.

जब वह उदास होने लगा तो मैंने हाँ कर दी, बल्कि मैं खुद भी गांड में लंड लेना चाहता था.

फिर हम तैयार हो गये.

उसने अपनी पैंट की जेब से एक गोली निकाल कर खा ली.

मैं भी उसका सोया हुआ लंड मुंह में लेकर लोलीपोप की तरह चूसने लग गया.

अब लंड धीरे धीरे अपने आकार में आने लग गया और पूरा खड़ा हो गया।

फिर उस आदमी में मुझे घोड़ी बनने को कहा तो मैं बेड पर ऊपर कूल्हे कर के घोड़ी बन गया.
वह मेरे पीछे गया और मेरी गांड पर हाथ फेरने लगा.

मुझे बहुत अच्छा लगा रहा था.

फिर उसने जब मेरी गान्ड पर जीभ से चाटा तो मुझे बहुत तेज गुदगुदी होने लगी.
मैंने अपनी गान्ड को भींच लिया क्योंकि ऐसा मेरे साथ पहली बार हो रहा था.

मेरी गांड को अच्छे से थूक से गीला करके उसने अपने लंड पर भी थूक लगाया और लंड को गांड के छेद पर लगा कर धक्का देने लगा।

एक बार तो लंड फिसल गया.
पर दूसरी बार हाथ से पकड़ कर लंड को धक्का दिया तो 2 इंच तक अंदर चल गया.

मुझे थोड़ा दर्द हुआ पर मैंने कुछ नहीं कहा।
फिर एक और झटका मार कर पूरा लंड मेरी गान्ड में डाल दिया.

मेरे को दर्द होने लगा तो मैंने उसे रुकने को बोला.
तो वह रुक गया.

पर थोड़ी देर में गांड ने लंड के लिए जगह बना ली थी तो दर्द कम हो गया.
वह अब आराम से लंड को आगे पीछे करने लगा.

मैंने भी गांड को हिला कर करने का संकेत दिया तो वह लंड को गांड में देने लगा.

मुझे बहुत मजा आ रहा था क्योंकि बहुत दिनों बाद लंड मिला था.

वह जैसे ही धक्का मारे … मेरी आह निकल जाए.

मैं उसका जोश बढ़ाने के लिए जोर जोर से कहने लगा- आह … और जोर से … सीय आह … फाड़ दो आज मेरी गान्ड … बहुत खुजली होती है इसमें …आह सी आ सी!
उसके धक्कों के साथ साथ मेरा लंड भी खड़ा हो गया और गांड में दवाब के कारण फूल कर सुपारा लाल हो गया.

वह फुल स्पीड में मुझे चोद रहा था.
मैं भी उसका पूरा साथ दे रहा था.

तब उसका निकlने वाला हुआ तो बोला- कहाँ निकालूं?
तो मैंने बोला- अंदर ही डाल दो क्योंकि अंदर पानी डालेगा तो कम से कम थोड़ी देर और लंड गांड में रहेगा!

मैं चित लेट गया.
उसने अपना सारा मॉल मेरी गांड में डाल दिया और मेरे ऊपर ही लेट गया.

अब लंड धीरे धीरे सुस्त होकर अपने आप गांड से निकल रहा था.
जैसे ही लंड बाहर निकल गया तो गांड से पट की आवाज आई.

वो आदमी बहुत खुश नजर आ रहा था.

फिर हमने कपड़े पहने और होटल से बाहर आये.

तब उसने मेरा नंबर मांगा.
मैंने थोड़ा सोच कर नंबर दे दिया.

शाम को एक नंबर से कॉल आया तो पता चला कि यह वही आदमी बोल रहा है।
वह मेरे से एक बात पूछना चाहता था कि मैंने अपना लंड इतना बड़ा कैसे किया।
मैंने बोल दिया- अपने आप ही हो गया!

फिर हमारी रोज व्ट्सऐप पर चैटिंग होने लगी.

एक दिन उसने मेरे लंड की फोटो मंगायी तो मैंने भेज दी.
फिर उसने मुझसे पूछा- क्या तुम मेरी बीवी को चोद कर मजा दोगे?
मैं बाईसेक्सुअल गे हूँ तो मैंने हाँ कह दिया.

जब मैं उसके घर गया उसके बुलाने पर … तो हम तीनों ने बहुत मस्ती की.
यह कहानी बाद में बताऊंगा कि कैसे मैंने उसकी बीवी को चोदा और उसका लंड अपनी गांड में लिया.

आपको यह बाईसेक्सुअल गे स्टोरी कैसी लगी, प्लीज बताना जरूर!
अब मैं एक कॉल बॉय बन गया हूँ. गे सेक्स वालों को भी खुश करता हूँ और गर्ल्स, भाभी और आंटी को भी!
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