मौसी की बेटी के साथ पहली चुदाई
(Xxx Bahan Bhai Sex Kahani)
Xxx बहन भाई सेक्स कहानी मेरी मौसी की बेटी और मेरी है। हम दोनों एक दूसरे को चाहने लगे थे। मैं एक बार अपनी मौसी के घर गया तो वहां हम चुदाई का मौका ढूँढने लगे.
कैसे हो दोस्तो? मेरा नाम सोनू है और मैं रांची का रहने वाला हूं।
मैं यहां पर अपने परिवार के साथ ही रहता हूं।
काफी समय से मैं अन्तर्वासना की कहानियां पढ़ रहा हूं।
मुझे अन्तर्वासना की सेक्स कहानियां पढ़ने में बहुत मजा आता है।
मैं आपका ज्यादा समय नहीं लेते हुए कहानी पर आता हूं।
मुझे ये Xxx बहन भाई सेक्स कहानी लिखने में काफी समय लग गया।
दोस्तो, मेरी उम्र 21 साल है। मेरी लम्बाई 5 फीट 7 इंच है। मैं दिखने में काफी स्मार्ट हूं और रोजाना जिम करता हूं। मेरी बॉडी अच्छी बनी हुई है और मैं काफी आकर्षक दिखता हूं।
मेरा लंड 6 इंच का है और उसी के अनुपात में मोटा भी है।
मैं एक बिजनेसमैन हूं।
मेरा काम ज्यादा बड़ा नहीं है। मैं छोटे स्तर का बिजनेस करता हूं।
अभी साथ में पढ़ाई भी चल रही है इसलिए मुझे वहां भी समय देना पड़ता है।
आज मैं आप लोगों को अपने साथ घटी एक घटना के बारे में बताने जा रहा हूं।
यह कुंवारी लड़की की सेक्स कहानी है जो मेरे और मेरी मौसी की लड़की के बीच हुई थी।
मेरी मौसी की लड़की का नाम रानी है।
मैं आपको बता दूं कि रानी मेरी गर्लफ्रेंड भी है। वो देखने में बहुत अच्छी है और उसकी उम्र 20 साल है। उसकी हाइट 5 फीट 3 इंच है। उसका फिगर 32-28-30 है।
जब यह घटना हुई तो वह उस टाइम पढ़ाई कर रही थी।
यह कहानी दिसंबर की है। उस वक्त मेरी और रानी की दोस्ती धीरे धीरे आगे बढ़ रही थी।
वो जब भी मेरे घर आती थी तो हम दोनों में बहुत हंसी मजाक होता था।
वक्त के साथ वो मुझे पसंद करने लगी और मैं उसको पसंद करने लगा।
अब हम दोनों जवान हो गए थे तो दोनों ही एक दूसरे के लिए तड़पने लगे थे।
हम दोनों जब भी मिलते तो किस करते और मैं उसके दूध भी दबा देता था।
हम लोग व्हाट्सएप पर भी बहुत बातें करते थे।
चैट में कभी कभी हम दोनों में सेक्स की बातें भी होती थीं।
सेक्स चैट करते करते हम दोनों ही बहुत गर्म हो जाते थे और फिर दोनों ही मिलने के लिए प्लान करते थे।
बहुत समय हो गया था और हम दोनों को ऐसा मौका नहीं मिल पा रहा था।
मैं भी रानी की तरफ बहुत आकर्षित होने लगा था।
एक दिन मैं अचानक उससे मिलने चला गया और उसको सरप्राइज़ दिया।
वो मुझे देख कर बहुत खुश हुई।
मेरी मौसी और मेरा भाई भी खुश हुआ।
मौसी के घर में सब लोग मुझे बहुत मानते थे।
मैं आपको रानी के परिवार के बारे में बता देता हूं। उसकी मम्मी यानि कि मेरी मौसी एक टीचर है। मेरे मौसा की एक दुकान है। रानी के भाई का नाम राजा है।
राजा उस वक्त स्कूल में पढ़ रहा था। चूंकि घर में सब लोग थे तो पहले दिन कुछ भी नहीं हो पाया हम दोनों के बीच में!
अगले दिन राजा के स्कूल की तरफ से टूर जाना था और वो अपने स्कूल के टूर पर दो दिन के लिए चला गया।
उस दिन मेरे और रानी के अरमान सुबह से ही मचल रहे थे।
मौसा के दुकान पर जाते ही हम दोनों चूमा-चाटी करने का मौका देखने लगे।
जैसे ही मौका मिला तो मैं रानी को बाथरूम में लेकर घुस गया।
बाथरूम में ले जाकर मैंने उसको दीवार के साथ लगाया और उसके बूब्स दबाते हुए उसको किस करने लगा।
वो भी मेरे होंठों को चूसने लगी।
हम दोनों एक दूसरे के बदन को सहलाने लगा।
मैं उसकी चूचियों को जोर जोर से दबाने लगा।
उसके मुंह से ऊंऊऊह … ऊंऊ ह्ह … करके कराहटें निकलने लगीं तो मैंने उसको शांत रहने के लिए कहा।
मौसी घर में ही थी तो दोनों के फंस जाने का भी डर था।
अब मैंने उसकी सलवार में हाथ डाल दिया और उसकी चूत को पैंटी के ऊपर से सहलाने लगा।
मैंने उसकी चूत में उंगली देना चाहा और उसकी पैंटी में हाथ ले गया। उसने मेरे हाथ को वहीं पर दबा लिया।
मैंने उसकी चूत में उंगली डालने की कोशिश की लेकिन उसने हाथ को रोक लिया और फिर बाहर निकलवा दिया।
हम दोनों अभी भी एक दूसरे के होंठों का रस खींच रहे थे।
फिर हम दोनों ने जल्दी से बस 2 मिनट के लिए किस की और फिर बाहर आ गए।
रानी ने मुझे चूत का स्पर्श करवाकर और ज्यादा तड़पा दिया था।
अब मैं उसकी चुदाई के लिए खुद को रोक नहीं पा रहा था।
हम दोनों रात होने का इंतजार कर रहे थे।
शाम को मौसा दुकान से लौट आए।
सबने खाना खाया और मौसी ने मुझे रानी के साथ ही सोने के लिए कह दिया क्योंकि उनकी नजर में तो हम दोनों भाई बहन ही थे।
हम दोनों रूम में चले गए। रानी मेरे सामने ही कपड़े बदलने लगी। उसने शर्ट निकाला और मुझे उसकी ब्रा दिखी।
फिर उसने जल्दी से सफेद टीशर्ट और ब्राउन लोअर पहन ली।
मैं भी चेंज करने लगा और मैंने अपनी शर्ट उतार दी।
मैंने जीन्स खोली और वो भी उतार दी।
वो मेरे लंड की तरफ देख रही थी।
उसको स्माइल करते हुए मैंने आंख मार दी।
मैंने फिर लोअर और टीशर्ट पहन ली।
हम दोनों ही उतावले हो रहे थे इसलिए बेड पर लेटते ही दोनों एक दूसरे पर टूट पड़े,एक दूसरे के होंठों को चूसने लगे।
मैं किस करते करते उसकी टीशर्ट के ऊपर से दूध को जोर जोर से दबाने लगा।
फिर मैं उसकी टीशर्ट के अंदर हाथ डालकर चूचियों को दबाने लगा।
मैंने काफी देर उसकी चूचियों को दबाया और फिर उसके टीशर्ट को निकाल कर एक तरफ डाल दिया।
उसकी रेड ब्रा में उसकी गोरी गोरी चूचियां कसी हुई थीं, वो देखने में बहुत सेक्सी लग रही थी।
मुझसे रुका न गया और मैंने उसकी ब्रा को खोल दिया।
फिर मैं उसकी चूचियों को दबाने लगा।
कभी मैं उनको मुंह में लेकर चूसने लगता तो कभी फिर से दबाने लगता।
वो भी सिसकारियां लेने लगी थी।
हम दोनों को बहुत मजा आ रहा था।
फिर मैं उसकी नाभि में किस करने लगा तो उसको बहुत मजा आने लगा।
मैंने उसके ट्राउजर और चड्डी दोनों को एक साथ खोल दिया।
उसकी चूत पर गीलापन आ गया था।
चूत देखकर मेरे मुंह में पानी आ गया और मैं उसकी चूत में मुंह लगाकर चाटने लगा।
उसकी चूत को चूसते हुए मैं पागल सा होने लगा और मैं चूत को दांतों से काटने लगा।
वो बहुत ज्यादा गर्म हो गई और मेरे सिर को चूत में दबाने लगी।
मैं अब चूत में जीभ देकर उसको चोदने लगा।
वो अब अम्म … आह्ह … स्स्स … आआह … उम्म … करके सिसकारियां भर रही थी।
जब उससे कंट्रोल नहीं हुआ तो वो चोदने के लिए कहने लगी।
इधर मेरे लंड का बुरा हाल हो रहा था।
मैं जल्दी से अपनी टीशर्ट और लोअर उतार कर नंगा हो गया।
मैंने चड्डी उतार फेंकी और लंड को उसके मुंह के सामने कर दिया। मैंने उसको लंड चूसने के लिए कहा लेकिन उसने मना कर दिया।
उसका बाद मैंने तुरंत अपना लंड उसकी चूत पर ले जाकर रख दिया।
मैं उसकी चूत पर लंड को ऊपर नीचे करते हुए रगड़ने लगा।
वो आह्ह … आह्ह … करते हुए बोली- यार डाल दे प्लीज … मुझसे नहीं रहा जा रहा है।
मैं भी उसकी चूत में लंड को घुसेड़ने के लिए बेचैन था।
मैंने रानी की एक टांग को अपने कंधे पर रखवा लिया और लंड के टोपे को उसकी चूत के छेद पर रखकर अंदर धक्का दे दिया।
मेरे लंड का टोपा उसकी चूत में घुस गया।
उसको दर्द होने लगा और वो मुझे पीछे हटाने लगी।
मैं रुक गया।
मैंने अभी भी लंड को चूत से बाहर नहीं निकाला।
मैं उसके शांत होने का इंतजार करने लगा।
जब वो थोड़ी नॉर्मल हुई तो मैंने उसके होंठों को चूसना शुरू कर दिया।
फिर मैं उसके ऊपर लेटे हुए अपने लंड को धीरे धीरे उसकी चूत में धकेलने लगा।
थोड़ा थोड़ा करके मैंने अपने लंड को रानी की चूत में पूरा उतार दिया।
अब मेरा लंड उसकी चूत में पूरा घुस चुका था।
उसकी चूत बहुत टाइट थी और अंदर से बहुत गर्म थी।
मैं अब उसकी चूत में लंड को आगे पीछे करने लगा और उसको चोदना शुरू कर दिया।
थोड़ी देर में जब उसका दर्द कम हुआ तो वो अब मेरा पूरी तरह से साथ देने लगी।
मैं अपने लंड को तेजी से अन्दर बाहर करने लगा।
अब उसको चुदाई में मजा आने लगा।
रानी अब अपनी गांड उठाकर मेरा साथ देने लगी।
अब हम दोनों फिर से एक दूसरे के होंठों को चूसने लगे।
उसकी गर्म गर्म चूत को चोदने में बहुत मजा रहा था।
करीब 10 मिनट के बाद मैंने उसको घोड़ी बनने को बोला।
वो उठी और बेड पर मेरे सामने झुक गई।
उसकी चूत नीचे से ऊपर आ गई।
मैंने उसकी चूत को देखा तो उसका छेद अब थोड़ा खुला हुआ सा लगने लगा था।
पीछे से मैंने उसकी गांड पर लंड को रगड़ा, उसको मजा आने लगा।
लंड रगड़ते हुए मैंने पूछा- कैसा लग रहा है मेरी रानी?
वो बोली- बहुत अच्छा … चोद दो अब!
फिर मैंने दोबारा से उसकी चूत में लंड डाल दिया और पीछे से चोदने लगा।
मेरे धक्के काफी तेज थे और वो लगातार आह्ह … आह्ह … करते हुए चुदने लगी।
फिर मैंने उसकी गांड को पकड़ लिया और अपनी स्पीड बढ़ा दी।
अब मैं उसको कुत्ते की तरह तेजी से चोदने लगा।
उसकी चूचियां आगे पीछे हिलने लगीं।
मैंने उसकी पीठ पर खुद को झुका लिया और उसकी चूचियों को थाम लिया।
अब मैंने उसकी दोनों चूचियों को दोनों हाथों में थामकर उसको चोदना शुरू किया।
वो फिर से आह्ह … आह्ह करने लगी।
उसकी सिसकारियों से मेरा जोश और ज्यादा बढ़ता जा रहा था।
कुछ देर चोदने के बाद मैंने उसको फिर से बेड पर लेटने के लिए बोला।
मैंने उसकी दोनों टांगों को चौड़ी फैलाया और चूत पर लंड सटाकर फिर से अंदर पेल दिया।
अब मैं उसकी टांगें पकड़ कर उसकी चूत मारने लगा।
उसकी चूत में मेरा लंड अब आराम से अंदर बाहर हो रहा था। उसकी चूत से लगातार चिपचिपा पदार्थ निकल रहा था।
इतनी देर की चुदाई के बाद अब उसकी चूत पच-पच करने लगी थी।
मैंने अब अपनी पूरी ताकत लगा दी और उसे झटके दे देकर चोदने लगा।
दो मिनट के बाद उसका बदन ऐंठने लगा और उसकी चूत से गर्म गर्म पानी निकलने लगा।
मेरे लंड पर भी उसकी चूत का रस लग गया।
ये देखकर मेरा स्खलन भी नजदीक आ गया।
मैं रानी की चूत में तेजी से झटके लगाते हुए झड़ गया।
हम दोनों झड़ने के बाद बहुत जोर जोर से हांफ रहे थे।
मैं ऐसे ही हाँफते हुए उसके ऊपर लेट गया।
रानी की चूत मारकर मैं संतुष्ट हो गया था।
वो भी मदहोश सी लग रही थी।
हम दोनों एक दूसरे से चिपके हुए लेटे रहे और फिर मेरा लंड छोटा होकर खुद ही उसकी चूत से बाहर आ गया।
इस तरह से रानी को मैंने पहली बार चोदा।
उसके बाद मैं कई दिन मौसी के घर में रुका।
हमने मौका पाकर कई बार चुदाई की।
भाई राजा के आने तक तो रात में चुदाई हुई लेकिन फिर वो भी हमारे रूम में सोने लगा।
उसके बाद हमने एक दो बार बाथरूम में घुसकर चुदाई की।
मैंने कई बार रानी की चूत अलग अलग अंदाज से मारी।
वो सब कहानी मैं आपको अगली बार बताऊंगा।
आपको मेरी मौसी की बेटी की चुदाई ये कहानी कैसी लगी मुझे जरूर बताना।
मेरी ईमेल पर अपने मैसेज में अपना फीडबैक दें कि आपको ये स्टोरी कैसी लगी।
आप Xxx बहन भाई सेक्स कहानी पर कमेंट्स करना भी न भूलें।
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