मेरे चाचा ने मेरी जवानी का पूरा मजा लिया- 2

(Teen Girl Porn Kahani)

आयुषी 4 2022-12-04 Comments

टीन गर्ल पोर्न कहानी में मेरे सगे चाचा ने पहले मुझे अपना गर्म लंड चुसवाया, फिर मेरी कुंवारी नाजुक बुर को चाट कर उसमें अपना लंड घुसा दिया.

यह कहानी सुनें.

फ्रेंड्स, मैं आयुषी अवस्थी एक बार फिर से अपनी चुदाई की कहानी का मजा देने के लिए हाजिर हूँ.
कहानी के पहले भाग
चाचा ने मेरी कमसिन बुर में उंगली डाली
में अब तक आपने पढ़ा था कि मेरे चाचा जी मेरी बुर में उंगली करके मुझे चुदाई का मजा देने लगे थे और अपने लंड को भी चुसवाने का मजा लेने लगे थे.
उस दिन वो मुझे लंड से चोदने के लिए गेस्ट रूम में ले जाने लगे थे.

अब आगे टीन गर्ल पोर्न कहानी:

गेस्ट रूम में बिल्कुल अंधेरा था क्योंकि उस रूम में वैसे भी कोई नहीं जाता था, बेड और गद्दा आदि सब वहां पर था.
चाचा ने अन्दर से कुंडी लगा ली.

मैंने कहा- चाचा जी, लाइट नहीं जल रही है?
वो बोले- कोई बात नहीं, मैं अंधेरे में भी सूसू को अच्छे से साफ कर दूंगा.

फिर उन्होंने मुझे बेड पर लिटाया और मेरी टांगें ऊपर कर दीं.
चाचा ने मुझसे कहा- बेटा, ऐसे ही टांगें पकड़ कर रखना, मैं तुम्हारी सूसू साफ कर देता हूँ.

फिर उन्होंने अपना मुँह मेरी बुर पर लगाया और अपने हाथों से मेरी बुर फैलाकर मेरी बुर चाटने लगे.
मुझे मजा आ रहा था. ये मजा पिछली बार से अलग था.

मैंने पूछा- चाचा जी, पहले तो आपने दूसरी तरह से साफ की थी?
चाचा बोले- बेटा पिछली बार अच्छी तरह से नहीं हो पाई थी, इस बार में अच्छे से कर रहा हूँ. तुम बस आंखें बंद करके आराम से एंजॉय करो. क्योंकि सूसू साफ करने में बहुत अच्छा लगता है.

मैंने कहा- हम्म ठीक है चाचा जी.
उन्होंने पूछा- तुमको अच्छा लगता है कि नहीं?

मैंने हां कर दिया.
फिर वो मेरी बुर दस मिनट तक चाटते रहे और उठकर मेरे पास लेट गए.

मैंने पूछा- चाचा जी, साफ हो गई मेरी सूसू?
वो बोले- नहीं बेटा, अभी तो बस शुरू किया है.

फिर उन्होंने अपनी एक उंगली मेरी बुर में घुसा दी और धीरे धीरे अन्दर बाहर करने लगे.

मुझे बुर रगड़वाने में मजा आ रहा था.
मैंने बुर फैला दी और गांड उठा कर बुर में उंगली चलने का मजा लेने लगी.

फिर उन्होंने धीरे धीरे अपनी दूसरी उंगली मेरी बुर में घुसाने की कोशिश की.
उससे मुझे थोड़ा थोड़ा दर्द हो रहा था पर मैं कुछ नहीं बोली.
मुझे लगा शायद सूसू ऐसे ही साफ होती होगी.

दस मिनट तक बुर में उंगली करने के बाद वो मेरे सामने बैठ गए.
अंधेरा होने होने की वजह से मुझे कुछ दिख नहीं रहा था. फिर उन्होंने एक तकिया मेरी गांड के नीचे लगाया ताकि मेरी बुर ऊपर को हो जाए.

फिर उन्होंने ढेर सारा थूक मेरी बुर पर रगड़ा और मुझसे कहा- देखो बेटा, मैं तुम्हारी सूसू साफ करने के लिए कितनी अच्छी जुगाड़ लाया हूँ, तुम तैयार हो?
मैंने कहा- हां.

वो बोले- बेटा, इसमें थोड़ा दर्द होगा. हो सकता है थोड़ा ज्यादा भी हो, पर जब दो तीन बार अपनी सूसू साफ कर लोगी, तो फिर इससे कभी दर्द नहीं हुआ करेगा.
मैंने कहा- ठीक है.

अब चाचा मेरे ऊपर झुके और अपने लंड के सुपारे को मेरी नाजुक सी बुर पर सैट कर दिया.
फिर चाचा धीरे धीरे अपना लंड मेरी बुर के अन्दर घुसाने लगे.

मुझे दर्द हो रहा था पर चाचा जी मेरा मुँह अपने हाथ से बंद किए हुए थे.
फिर उन्होंने एक जोर का झटका मारा और अपना आधा लंड मेरी बुर में घुसा दिया.

मुझे बहुत दर्द हो रहा था, मैं छटपटा रही थी.
चाचा मेरे मम्मे दबाने और सहलाने लगे. एक हाथ से मेरी चूची के निप्पल को मींजने लगे.

इससे मेरी बुर का दर्द कम होने लगा और बुर के अन्दर घुसा हुआ लंड अपने आप बुर में समायोजित होने लगा.

कुछ देर बाद चाचा ने मेरी गांड हिलती हुई महसूस की तो वो समझ गए कि मेरा दर्द खत्म हो गया है.
अब उन्होंने धीरे धीरे अपना पूरा लंड मेरी बुर में पेल दिया और मुझे लंड से मजा आने लगा.

मेरी बुर ने पानी भी छोड़ दिया था जिससे चिकनाहट हो गई थी और दर्द जाता रहा था.

चाचा ने पांच मिनट तक मेरी बुर में लंड पेला और मुझे चुदवाने में मजा आने लगा.
फिर उन्होंने मुझे अपने ऊपर लिटा लिया और उनका लंड अभी भी मेरी बुर में आधा फंसा हुआ था.

मुझे ऊपर लिटा कर वो मुझसे बोले- बेटा, सूसू साफ करना बहुत जरूरी होता है. वर्ना उसमें कीड़े लग जाते हैं. इसमें एक दो बार थोड़ा दर्द होता है, पर फिर आराम से साफ होने लगती है.
मैंने गांड मटकाते हुए लंड का मजा लिया और पूछा- चाचा जी, आप किस चीज से मेरी सूसू साफ कर रहे हैं?

वो बोले- मैं अपनी सूसू से.
मैंने कहा- आपकी सूसू तो गंदी हो जाएगी.

वो बोले- नहीं बेटा, वो तो सिर्फ ऊपर से गंदी होगी और उसको साफ करना तो बहुत आसान है.
मैंने पूछा- कैसे?

वो बोले- जैसे उस दिन तुमने लॉलीपॉप की तरह मेरी सूसू को चूसा था, वैसे ही साफ भी की जाती है क्योंकि लड़कों की सूसू सिर्फ मुँह की लार से ही साफ होती है.
मैंने कहा- तब तो मैं आपकी सूसू साफ कर दूंगी. पर जब मैं नहीं होऊंगी, तब आप अपनी सूसू को कैसे साफ करोगे?
चाचा बोले- तब मैं चाची से साफ करवा लूंगा.

मैंने खुश होकर उन्हें गाल पर किस कर लिया.

इस पर भी वो बोले- जब खुश होते हैं तो गाल पर किस नहीं करते हैं बेटा!
मैंने कहा- तो फिर कहां किस करते हैं चाचा जी?

उन्होंने मेरा सिर पकड़ा और मेरे छोटे छोटे से होंठ पीने लगे.
ये अहसास भी मेरे लिए नया था पर मजा आ रहा था.

चाचा जी मुझे टीन गर्ल पोर्न सिखा रहे थे.

वो किस कर ही रहे थे कि उन्होंने एक जोर का धक्का और दे दिया और उनका पूरा लंड मेरी छोटी सी बुर में समा गया.
अब मुझे दर्द भी हो रहा था और एक अजीब सा मजा भी आ रहा था.

उन्होंने धीरे धीरे मेरी कमर पकड़ कर मुझे ऊपर नीचे करना शुरू कर दिया और वो खुद भी नीचे से धक्के मार रहे थे.
मुझे धीरे धीरे दर्द कम, मजा ज्यादा आने लगा था.

कोई 15 मिनट तक चाचा मुझे ऐसे ही चोदते रहे.

फिर वो जैसे ही झड़ने वाले थे, उन्होंने लंड निकाल कर मेरे मुँह में रख दिया और बोले- बेटा, लो जल्दी से सूसू को ऊपर नीचे करो और मलाई पी लो.
मैंने उनके लंड को मुँह में रख कर लंड पर मुट्ठी मारना शुरू कर दिया.

एक मिनट में मेरा पूरा मुँह उनके लंड रस से भर गया.
फिर उन्होंने कहा- ऐसे ही चूसती रहो बेटा … आह जोर जोर से चूसो.

मैं उनका लंड वैसे ही 5 मिनट तक जोर जोर से चूसती रही.
फिर उन्होंने मेरी बुर में उंगली डाली और बोले- हां, आज लग रहा अच्छे साफ हुई है.

मैं फिर से खुश हो गई और उनकी गोद में चढ़ गई.
फिर वो रूम में ले गए मुझे और फ्रॉक पहना कर अपने बगल में लिटा लिया.

उस रात गलती से मेरी पैंटी उसी रूम में छूट गई थी तो मैं नीचे से नंगी ही थी.
सुबह चाची पार्लर चली गईं.

चाचा और मैं अब भी सोए हुए थे.
फिर थोड़ी देर बाद चाचा उठे.

मेरी फ्रॉक सोते हुए में ऊपर हो गई थी. चाचा ने नंगी बुर देखकर मेरी बुर में थूक लगाया और उंगली डाल कर बोले- उठ जाओ मेरी रानी बिटिया, देखो सुबह हो गई और तुम्हारी सूसू भी रात को कितनी साफ हो गई.
ये कहते हुए वो अपनी उंगली मेरी बुर में अन्दर बाहर करने लगे थे.

कुछ देर बाद चाचा ने गेट के बाहर झांका और चाची को आवाज दी- सुनीता.
उस पर उनके लड़के छोटू की आवाज आई- मम्मी पार्लर गई हैं. इधर हम सब हैं.

फिर उन्होंने पूछा- तुम लोग क्या कर रहे हो?
वो चारों एक साथ बोले- हम सब लूडो खेल रहे हैं.

चाचा जी ने तुरंत अन्दर आकर कुंडी बंद कर ली और मुझे गोद में बिठा लिया.
मुझे गोद में बिठाए बिठाए धीरे से अपनी अंडरवियर उतार दी.

क्योंकि वो सिर्फ उतना ही पहने थे.
उन्होंने फिर अपनी उंगली मेरी फटी चूत में डाल दी और मुझसे बातें करने लगे.

चाचा बोले- अच्छा बताओ मेरी आयुषी आज क्या खाएगी?
मैंने कहा- ब्रेड बटर.
वो बोले- अच्छा तो बेटा को ब्रेड बटर अच्छा लगता है.

तो मैंने कहा- हां.
चाचा बोले- अच्छा बटर कैसा होता है मालूम है?

मैंने कहा- हां मालूम है. बटर नमकीन नमकीन होता है.
चाचा बोले- अच्छा तो आपके अन्दर भी तो बटर है.

मैंने कहा- वो कैसे?
चाचा बोले- जैसे मेरे सूसू से मलाई निकलती है, वैसे ही आपकी सूसू से बटर निकलता है.

मैं ये सुनकर एकदम से खुश हो गई.
मैंने कहा- मैंने तो कभी नहीं देखा?

उन्होंने बताया कि उसे निकालने के स्पेशल तरीके होते हैं, तब बटर निकलता है. तुम बोलो तो दिखाऊं?
मैंने कहा- हां दिखाओ.

वो उंगली तो मेरी बुर में पहले से ही कर रहे थे, फिर उन्होंने जोर जोर से उंगली से मेरी बुर चोदना शुरू कर दिया.
फिर थोड़ी देर बाद जब मेरी बुर थोड़ी थोड़ी गीली होने लगी तो उन्होंने वो उंगली मेरे मुँह में डाल दी और बोले- देखो इसका टेस्ट कैसा है?

मैंने कहा- हां थोड़ा थोड़ा सा नमकीन है.
वो बोले- जब तुम बड़ी हो जाओगी, तब तुम्हारा बटर और ज्यादा नमकीन हो जाएगा.

फिर उन्होंने मुझसे कहा- चलो बेटा, एक बार अभी तुम्हार सूसू साफ कर देते हैं, दोबारा फिर किसी टाइम कर देंगे.

वो मेरी फ्रॉक उतारने लगे तो मैंने कहा- चाचा जी, मेरी सूसू तो खुली है, फ्रॉक क्यों उतार रहे हो?
तो वो बोले- तुम्हारी मसाज भी कर देंगे, उससे जब तुम खेलोगी तो थकोगी नहीं.

मैंने हाथ ऊपर कर दिए और उन्होंने मेरी फ्रॉक निकाल दी.

फिर उन्होंने कहा- बेटा, मेरी सूसू को अपने थूक से गीला कर दो, जिससे तुम्हारी सूसू अच्छे से साफ हो जाएगी.
मैं उनके लंड के टोपे पर मुँह से थूक निकाल कर रगड़ने लगी.

वो बोले- अरे नहीं बेटा, ऐसे नहीं, लॉलीपॉप की तरफ लगाओ.

मैंने उनका लंड अपने मुँह में रख लिया. उन्होंने धीरे धीरे अपना लंड मेरे गले तक पहुंचा दिया.
मुझे खांसी आने लगी.

उन्होंने लंड बाहर कर लिया और मुझे होंठों पर किस करके मुझे लिटा दिया.
अब चाचा मेरे ऊपर चढ़ गए और अपने लंड का टोपा मेरी बुर पर फिर से सैट कर दिया.

इस बार चाचा जी ने एक ही झटके में पूरा लंड मेरी चूत में ठांस दिया.
मेरी बहुत जोर से चीख निकली.
पर उन्हें पता था कि ऐसा कुछ होगा इसलिए उन्होंने मेरा मुँह पहले से बंद कर रखा था.

अब उन्होंने धक्के देना शुरू किया.
मुझे दर्द हो रहा था.

कुछ 25-30 धक्के लगने के बाद मुझे मजा आने लगा.
दर्द तो अभी भी हो रहा था, पर मजा भी आ रहा था.

उनके धक्कों की स्पीड तेज होनी लगी.
अब वो फुल स्पीड में मेरी नाजुक सी चूत में धक्के मार रहे थे.

मेरी चूत इतनी टाइट थी कि उनका लंड आगे पीछे कम जा रहा था. ज्यादातर स्किन ही जा रही थी. लंड तो अन्दर ही फंसा था.
फिर जब मेरी चूत खूब गीली हो चुकी थी तब उनका लंड घचाघच अन्दर बाहर जा रहा था और वो फुल स्पीड से मुझे चोद रहे थे.

फिर कुछ देर बाद मुझे अपने अन्दर कुछ गर्म गर्म महसूस हुआ.
चाचा ने अपना सारा लंड रस मेरी चूत में भर दिया था.

मैंने चाचा से पूछा- चाचा जी, मेरे सूसू के अन्दर गर्म गर्म लग रहा है.
वो- वो मैंने मलाई अन्दर डाल दी है, अब यहां से खाओगी तो और मजा आएगा.

मैं उठकर बैठी और अपनी चूत से टपकते लंड रस को अपनी उंगली में लेकर चाटने लगी.
इतने में चाचा अपना लंड मेरे मुँह के पास लाकर बोले- अरे देखो, इसमें भी तो रह गई है, ये भी पी लो जल्दी से.

मैंने खुश होकर लपक कर उनका लंड मुँह में रख लिया और चूस चूस कर सारा माल निकाल लिया.
फिर चाचा जी बाथरूम में चले गए और मैं फ्रॉक पहन कर नीचे चली गई.

कुछ देर बाद चाचा जी आए तो उन्होंने मुझे नाश्ता बना कर दिया.
चारों बच्चे अभी भी लूडो खेल रहे थे.
फिर कुछ देर बाद हम सब बाहर खेलने चले गए.

दोपहर हुई तो चाचा जी ने आवाज दी- आयुषी यहां आओ, आज हम लोग लंच बनाएंगे.
मैं दौड़ कर अन्दर आ गई.

बाकी बच्चे अभी भी बाहर खेल रहे थे.

चाचा अपनी ठरक मिटाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे थे.
मुझे कुछ न मालूम होने का चाचा पूरा फायदा उठाने में लगे थे.

मैं अन्दर आई तो चाचा किचन में थे. मुझे देखा तो बोले- आ गई तुम … अच्छा बताओ आज क्या खाओगी?
मैंने कहा- कुछ भी बना लीजिए.

उन्होंने कहा- तो फिर तुम मेरी क्या क्या मदद कर सकती हो?
मैंने कहा- आप बता दीजिए, मैं सब कर दूंगी.

वो बोले- मेरी सूसू में फिर से दर्द हो रहा है … क्यों ना तुम इसे सहला दो, तब तक मैं खाना बना देता हूँ.
मैंने कहा- ठीक है.

वो टॉवल लपेटे हुए थे और उन्होंने अन्दर कुछ नहीं पहना था.
मुझे उन्होंने घुटनों पर बैठने को कहा और अपना टॉवल निकाल दिया.

अब उनका लंड मेरे मुँह के सामने था. उन्होंने मेरा सिर पकड़ा और अपना लंड मेरे मुँह में घुसा दिया.
मैंने चाचा के लंड को चूसना शुरू कर दिया.

इसके आगे की सेक्स कहानी मैं अगले भाग में लिखूंगी.
आपको टीन गर्ल पोर्न कहानी अच्छी लग रही होगी. अगला भाग भी जरूर पढ़ें और मुझे मेल करें.
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टीन गर्ल पोर्न कहानी का अगला भाग: मेरे चाचा ने मेरी जवानी का पूरा मजा लिया- 3

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