कुँवारी पड़ोसन की चूत किस्मत से मिली
(Kunvari Padosan Ki Chut Kismat se Mili)
मेरे पड़ोस में लड़की रहती थी आरती, 18 साल उम्र होगी उसकी, 12th में थी शायद!
दिखने में तो ठीक ठीक थी, फिगर एकदम मस्त था।
वो मुझे देखती तो रहती थी पर मुझे डर लगता था कि मैं बात कैसे शुरु करूँ। उसके साथ सेक्स करने की मेरी बहुत इच्छा थी।
मुझे मौका मिला, मैंने उसका फायदा भी उठाया!
आपको बताता हूँ दोस्तो कि कैसे!
मेरा नाम राज है, उम्र 19 साल, कानपुर का रहने वाला हूँ।
बात तब की है जब मैं गुवाहाटी में था, सभी घर वाले एक रिश्तेदार के यहाँ शादी में गए हुए थे, घर पर मैं अकेला था।
आरती जो मेरे पड़ोस में रहती थी, उसके मम्मी पापा दोनों ही गवर्मेंट जॉब में हैं तो वो दोनों अक्सर दिन में घर नहीं रहते थे।
उस दिन मैं घर पर अकेला था और पीसी पर ब्लू फिल्म देख रहा था कि तभी बेल बजी।
मैंने देखा तो आरती थी, मैं उसे देख कर चौंक गया, मैं वैसे ज्यादा बात नहीं करता था उससे!
मैंने दरवाजा खोला तो आरती बोली- भैया आप फ्री हैं क्या?
मैंने पूछा- क्यूँ?
तो वो बोली- मुझे डीवीडी अपने टीवी से कनेक्ट करवानी है।
मैंने कहा- रुको, मैं चेंज करके आता हूँ।
मैं अन्दर चला गया, कपड़े बदले पर जल्दी में ब्लू फिल्म बन्द करनी भूल गया था, मैंने बस उसे पॉज़ किया था।
पता नहीं वो कब आरती ने प्ले कर दी।
जब मैं चेंज करके लौटा तो देखा आरती पॉर्न मूवी देख रही थी।
पहले तो मैं खड़ा होकर देखता रहा, फिर एकदम से बोला- यह क्या कर रही हो तुम? बंद करो इसे!
वो कुछ नहीं बोली।
मैंने वो विंडो बंद कर दी और आरती से कहा- चलो अब!
वो बोली- ठीक है।
उसके घर जा कर में डीवीडी कनेक्ट करने लगा, में टीवी के नीचे की तरफ बैठा था, मेरा हाथ केबल की तरफ नहीं जा रहा था।
तो मैंने आरती से कहा- आरती प्लीज मुझे वो केबल दे देना।
आरती केबल देने के लिए जो झुकी तो मेरे सामने उसके बूब्स थे, मैं थोड़ी देर तक तो वही देखता रहा।
तब आरती बोली- भैया, केबल!
तब मेरा ध्यान टूटा, में थोड़ा शर्मिन्दा सा महसूस कर रहा था।
मैंने झट से डीवीडी कनेक्ट किया और जाने लगा।
मैंने देखा कि आरती मुझे देख कर स्माइल कर रही है, मैंने कहा- क्या हुआ?
वो बोली- कुछ नहीं!
मैंने फिर पूछा तो बोली- आप पी सी पर क्या देख रहे थे?
मैं घबरा गया, कहीं आरती किसी को बता ना दे, मैंने उससे कहा- यार प्लीज, किसी को बताना नहीं!
‘आपको मुझे भी वो मूवी दिखानी होगी!’
मैंने कहा- ठीक है!
हम दोनों मेरे घर पर आए, मैंने मूवी चालू की और पीछे जा कर बैठ गया। मूवी पूरी नंगे नज़ारों से भरी थी जिसमें हॉट किसिंग सीन चल रहा था।
मैंने देखा कि आरती बहुत ध्यान से सीन देख रही है, और मैं भी एक्साईट हो रहा था।
मैंने आरती को पीछे से जा कर पकड़ लिया, वो कुछ नहीं बोली, मेरी हिम्मत बढ़ गई कि आज तेरा काम हो जाएगा।
मैंने आरती को पीछे घुमाया और कहा- आरती, आई लव यू!
यह सुन कर उसने मुझे गाल पर चुम्मा किया और बोली- आई लव यू टू भैया! मैं तो आपको पहले से ही चाहती थी पर आप कभी कोई रिस्पोंस ही नहीं देते थे।
मैंने अपने लब उसके लबों पर रख दिए और चूमने लगा, हम एक दूसरे के लब चूसे जा रहे थे। मैंने उसका चेहरा, गर्दन, हॉट पेट, चूचे जांघें सब कुछ चाटा।
करीब 15 मिनट किस करने के बाद मैंने उसके टॉप में अपना हाथ डाला और उसके बूब्स को ब्रा के ऊपर से ही दबाने लगा।
उसके मुख से सिसकारी निकल रही थी- अहह प्लीज!
फिर मैंने अपने दोनों हाथों से उसकी कमर को नीचे से पकड़ लिया और करते करते मैंने उसके चूतड़ दबा दिए। मेरा लंड खड़ा हुआ था और उसके पेट पर लग रहा था।
उसने अपने एक हाथ से मेरे लंड को पकड़ा और थोड़ी शर्मा गई।
मैंने उससे पूछा- तुम इसे देखना चाहोगी?
तो उसने हाँ में सर हिला दिया।
मैंने अपनी जीन्स उतार दी, उसको कहा- मेरा अंडरवियर नीचे उतार कर देख ले।
उसने जैसे ही मेरा अंडरवियर उतारा तो मेरा लंड एकदम से उसके सामने आ गया।
‘इतना बड़ा?’
मैंने उसे कहा कि इसे पकड़ और सहला!
उसने वैसे ही किया।
तब मैंने कहा- चलो, अब मेरा लंड अपने मुँह में लो।
तो उसने कहा- ये तो मेरे मुँह में नहीं आएगा।
मैंने कहा- प्लीज ऊपर से करो, स्टार्ट तो करो!
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तब उसने नीचे बैठ कर मेरे लंड को पकड़ और उसे चूमने लगी। जैसे ही उसने चूमना शुरु किया तो मुझे एसा लगा कि मैं स्वर्ग में हूँ।
तभी उसने अपना मुँह खोल कर मेरे लंड का अगला हिस्सा अपने मुँह में ले लिया और उसे जोर से चूसने लगी।
मैंने उसे कहा- थोड़ा सा अपना अपना मुँह और खोल!
उसने वैसा ही किया और पूरा लंड मुह में ले लिया।
मैंने भी देर ना करते हुए उसकी जीन्स की जिप खोली, जीन्स और पेंटी उतार दी और उसकी पुसी को चूसने लगा।
थोड़ी देर बाद हम दोनों झर गए पर मैंने कुछ ही देर बाद अपना लंड आरती की चूत पर रखा और जोर का झटका दिया पर लंड
बिल्कुल अन्दर नहीं गया, काफी टाईट चूत थी उसकी!
मैंने एक बार और कोशिश की और इस बार में आधा लंड डालने में कामयाब हो गया। मैंने देखा आरती रो रही थी, मैं डर गया और उसे किस करने लगा।
वो बोली- प्लीज निकाल लो, बहुत दर्द हो रहा है।
मैंने थोड़ी देर किस करने के बाद एक और जोर का झटका दिया और पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया।
आरती चिल्ला उठी।
मैंने उसे फिर किस करना शुरु कर दिया।
धीरे धीरे जब वो नार्मल हो गई तो मैंने अपने लंड को हिलाना शुरु कर दिया, अब उसे भी मजा आने लगा था।
थोड़ी देर हिलने के बाद मैंने उसे अपने ऊपर आने को कहा, उसने वैसा ही किया, अब वो मेरे ऊपर थी और मैं उसके बूब्स को दबा
रहा था।
उसके मुंह से आह… अम्म… ह्ह्ह्मम्म… की आवाजें आ रही थी।
थोड़ी देर बाद हम दोनों झर गए।
कुछ मिनट तक चुम्मा चाटी करने के बाद जब मैंने देखा तो आरती की चूत में से खून आ रहा था, मैं उसे उठा कर बाथरूम में ले गया, वहाँ उसे अच्छे से नहलाया और शावर लेते हुए एक बार चोदा।
बाद में उसने अपने कपड़े पहने और कहा- आई लव यू भैया!
मैं मुस्कुराया और बोला- अब तो भैया कहना छोड़ दो!
वो शरमा रही थी, मैंने उसके लबों को काफी देर तक चूमा, उसकी जीभ को चूसा… क्या स्वाद था उसके होंठों और जीभ में… क्या बताऊँ!
फिर वो अपने घर चली गई और हम रोज मिलने लगे। फिर किसी कारण हमारा मिलना बंद हो गया।
तो दोस्तो, कैसी लगी मेरी यह सत्य घटना?
मुझे ज़रूर बताएँ!
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