सहेली के भाई से चुद गयी मेरी कुंवारी चूत
(Hot Chut Xx Kahani)
हॉट चूत Xx कहानी नयी जवान हुई लड़की की है. उसकी सहेली उसे अपनी चुदाई की बातें सुनाने लगी। वह अपने भाई से चुदवाती थी। तो उसने भी चुदाई का मजा लेने के लिए सहेली को कहा.
यह कहानी सुनें.
दोस्तो, मेरा नाम कामिनी है।
मेरी उमर 25 साल है और मेरा फिगर 32-28-36 है।
मेरे घर में 7 लोग हैं.
मैं, मेरे मम्मी-पापा, मेरा भाई, चाचा-चाची और उनका लड़का।
मेरे भाई का नाम रोहित है जो मुझसे डेढ़ साल बड़ा है। मेरे चाचा के लड़के का नाम राहुल है, वह मुझसे 1 साल बड़ा है।
मेरे पापा-मम्मी टीचर हैं और चाचा इलेक्ट्रिक डिपार्टमेंट में इंजीनियर हैं।
मैंने, मेरे भाई ने, और चाचा के लड़के राहुल ने बी.कॉम किया है और तीनों की अभी जॉब नहीं लगी है।
मेरा और भाई का एक ही रूम है।
मम्मी पापा का अलग, चाचा-चाची का अलग, और राहुल अलग रूम में रहता है।
मैं और रोहित बचपन से ही एक ही रूम में रहते हैं।
इस हॉट चूत Xx कहानी की शुरुआत तब हुई जब मैं 19वें साल में कदम रख रही थी।
स्कूल का आखिरी साल चल रहा था और स्कूल में मेरी सहेलियां बहुत चुदक्कड़ थीं।
वो मुझे पता नहीं कैसी-कैसी कहानियां सुनाया करती थीं।
भगवान जाने वो सच होती थीं या झूठ।
हमारे स्कूल में सिर्फ लड़कियां ही थीं जिनमें मेरी बेस्ट फ्रेंड थी सना!
उसका भाई उससे 6 साल बड़ा है।
वह मुझे रोज अपनी और अपने भाई के बारे में कुछ ऐसी बातें बताती थीं जो सुनकर मुझे अपने कानों पर यकीन नहीं होता था।
जब पहली बार उसने मुझसे यह बात बताई तो बोली- कामिनी, देख तू मेरी बेस्ट फ्रेंड है। जो मैं बताने जा रही हूं, वो किसी और को मत कह देना!
मैंने बोली- नहीं बताऊंगी, तू बता तो सही?
वह बोली- मेरा भाई रोज मेरे साथ सेक्स करता है।
तो मैंने कहा- वह तो तेरा भाई है, तो तू उसके साथ कैसे सेक्स कर सकती है?
वह बोली- कहते हैं कि चूत चुदाई में कोई भाई बहन का रिश्ता बीच में नहीं आता। लंड और चूत तो बने ही एक दूसरे के लिए हैं।
मैंने पूछा- तू कब से अपने भाई के साथ चुदाई कर रही है?
उसने कहा- लगभग एक साल से!
मैं बोली- किसी ने पकड़ा नहीं आज तक?
वह बोली- नहीं, जब सब सो जाते हैं तो भाई मेरे कमरे में आते हैं और अंदर से दरवाजा लगा लेते हैं और फिर वो मेरी रात में 2–3 बार चुदाई करते हैं। सुबह फिर अपने कमरे में चले जाते हैं। और जब घर में अम्मी-अब्बू नहीं होते है तो भाई मुझे पूरे घर में कहीं भी चोद देते हैं।
मैंने पूछा- तुझे कैसा लगता है?
वो बोली- आह्ह … बड़ा मजा आता है।
मैंने पूछा- तेरे भाई का कितना बड़ा है?
सना ने कहा- 15 cm के स्केल से बड़ा है।
मैंने पूछा- तू इतना बड़ा पूरा अंदर कैसे ले जाती है?
वह बोली- बड़े आराम से चला जाता है।
मैंने कहा- मुझे भी करना है, मैंने सिर्फ मूली और बैंगन ही डाला है।
सना ने पूछा- तेरी चूत से खून निकला था?
मैंने कहा- नहीं।
वो बोली- कितना मोटा बैंगन था?
मैंने बताया- मेरी कलाई जितना।
सना- तेरी सील पहले ही किसी वजह से टूट गई होगी, वरना इतने मोटे में तो पक्का खून निकलता, मेरा भी निकला था जब भाई ने किया था पहली बार!
फिर मैंने सना से कहा- मैं कैसे करूं बता तो?
सना बोली- जिस दिन घर पर अम्मी-अब्बू नहीं होंगे उसके एक दिन पहले मैं तुझे बता दूंगी। तो उस दिन हम दोनों स्कूल न आकर मेरे घर चलेंगे।
मैंने कहा- ठीक है।
लगभग 1 महीने बाद सना एक दिन बोली- अम्मी-अब्बू 2 दिन घर पर नहीं रहेंगे, तू स्कूल के लिए घर से निकलना, फिर भाई और मैं तुझे स्कूल के पास से पिक कर लेंगे।
अगले दिन मैं अपनी चूत और चूचियों पर क्रीम वगैरह लगा कर अपनी स्कूल की ड्रेस पहन कर तैयार हुई और स्कूल के लिए निकल गई।
सना और उसका भाई स्कूल से कुछ दूर पहले मेरा इंतजार कर रहे थे।
मैं बाईक पर बैठी और सना के घर चली गई।
सना के घर पर सना का भाई और उसका एक दोस्त पहले से था।
मैंने सना से पूछा- ये कौन है?
सना बोली- ये आफताब भाई के दोस्त, इमरान हैं।
मैंने इमरान को हैलो बोला।
इमरान ने हंसते हुए मुझे हैलो बोला।
फिर सना मुझे अंदर अपने अम्मी-अब्बू के कमरे में ले गई।
आफताब और इमरान बाहर ही रुक गए।
सना मुझसे बोली- कपड़े उतारो।
मैंने कहा- मुझे शर्म आ रही है।
तो सना बोली- शर्मा क्यों रही है, मैं भी तो उतारूंगी।
मैंने कहा- फिर ठीक है, तू पहले उतार।
सना ने अपने कपड़े उतार दिए।
उसकी चूचियां मुझसे बहुत बड़ी थीं।
मेरी चूचियां मौसमी जैसी थीं लेकिन सना की एक चूची इतनी बड़ी थी जितनी कि मेरी दो मिलाकर थीं।
जबकि सना मेरी ही उम्र की थी।
फिर मैंने भी अपने कपड़े उतार दिए।
सना ने मुझसे कहा- तू बेड पर बैठ, मैं भाई को आवाज देती हूं।
सना ने दरवाजे पर जाकर आवाज दी- भाईजान, आ जाइए!
सना आवाज देकर वापस मेरे पास आकर बैठ गई।
हम दोनों सहेलियां बेड पर नंगी बैठी थीं।
2 मिनट बाद आफताब और इमरान दोनों नंगे होकर अंदर चले आ रहे थे।
दोनों के लंड फनफना रहे थे।
मैंने सना से पूछा- तुम्हारे भाई का दोस्त नंगा होकर क्यों आ रहा है?
सना बोली- तू चुप रह और मजे ले।
इमरान और आफताब दोनों मेरे पास आए और इमरान मुझे किस करने लगा।
आफताब मेरी चूचियां मसलने लगा।
फिर आफताब ने मेरी टांगें फैलाईं और मेरी हॉट चूत चाटने लगा।
मुझे बहुत मजा आ रहा था।
ऐसा अहसास मुझे पहले कभी नहीं हुआ था।
इमरान मुझे किस किए जा रहा था और अब चूचियां भी दबा रहा था।
फिर कुछ देर मेरी Xx चूत चाटने के बाद मेरी चूत पर आफताब ने अपना लंड रगड़ना शुरू किया।
उसने कुछ देर रगड़ा और फिर एक धक्के में अपने लंड का सुपारा मेरी चूत में फंसा दिया।
मेरी आह निकल गई लेकिन वो इमरान के मुंह में ही दब गई क्योंकि इमरान मेरे मुंह पर मुंह लगाकर मुझे चूसे जा रहा था।
लंड अंदर घुसते ही मेरी आंखें जैसे बाहर आ गईं.
इमरान ने यह देखा तो और जोर से लंड अंदर घुसा दिया और मेरी चूचियों को मसलने लगा।
मेरी चूत में बहुत दर्द हो रहा था लेकिन लंड पूरा फंस चुका था और मैं भी उन दोनों के बीच में फंस चुकी थी।
मेरे पास अब दर्द को बर्दाश्त करने के अलावा कोई चारा नहीं था।
फिर आफताब ने धीरे-धीरे मेरी चूत में धक्के लगाने शुरू किए।
पहली बार मेरी चूत में असली लंड जा रहा था, इससे पहले बस खीरा, मूली और बैंगन ही गए थे।
कुछ देर मुझे दर्द होता रहा लेकिन बाद में मजा आना शुरू हो गया।
कुछ देर आफताब के चोदने के बाद, अब इमरान ने अपना लंड मेरे मुंह में डाल दिया और चुसवाने लगा।
मैं पहली बार किसी का लंड चूस रही थी।
सना पास में बैठ कर मेरी चूचियां दबाने लगी और अपनी मुझसे दबवाने लगी।
मुझे सना का भाई और उसका दोस्त चोदने में लगे थे और सना मुझे देख रही थी।
फिर कुछ देर बाद इमरान और आफताब ने जगह बदल ली।
इमरान ने मेरी चूत में अपना लंड डाला और आफताब मेरे मुंह को चोदने लगा।
आफताब मुझसे बार-बार पूछ रहा था- मजा आ रहा है?
मैं हां में सिर हिला रही थी।
फिर इमरान ने मुझे उठा कर बैठाया और खुद लेट गया और बोला- अब तुम मेरे लंड पर बैठो।
मैं उसके लंड पर बैठ कर अपनी गांड उठा उठाकर चुदने लगी।
मुझे बहुत मजा आ रहा था और मेरे मुंह से लगातार कामुक आवाजें निकल रही थीं- आह्ह … आह्ह … आह्ह … उम्म आह्ह।
फिर कुछ पल बाद आफताब पीछे से आया और मेरी गांड में उंगली करने लगा।
मैंने कहा- उसमें मत करिए भैया!
तो आफताब बोला- टेंशन न ले, आज सिर्फ उंगली से ढीली करेंगे तेरी गांड, मारेंगे किसी और दिन!
फिर वो गांड में उंगली करता रहा और इमरान मुझे चोदता रहा।
कुछ देर बाद इमरान मेरी Xx चूत के अंदर ही झड़ गया।
फिर आफताब ने सना को अपनी तरफ खींचा और उसकी चूत चाटने लगा।
सना बुरी तरह से सिसकारने लगी- आह्ह … आह्ह … आह्ह … ओह्ह … स्सस … आह्ह उम्म … ऊईई आह्ह!
इमरान ने मेरी चूत से लंड निकाल कर सना के मुंह में दे दिया और सना मजे से उसे चाट चाट कर साफ करने लगी और फिर चूसने लगी।
15 मिनट तक सना की चुदाई आफताब ने की।
तब तक इमरान का लंड फिर कड़क हो गया और अब वो सना को चोदने लगा।
आफताब मेरे पास आकर मुझे किस करने लगा अपनी जुबान मेरे मुंह में डाल कर चूसते हुए मेरी चूत में उंगलियां अंदर बाहर करने लगा।
एक तरफ सना अपने भाई के दोस्त से चुद रही थी, दूसरी तरफ उसका भाई मेरी गांड और चूत में उंगली डाल कर मुझे किस कर रहा था।
आधे घंटे बाद आफताब का लंड फिर खड़ा हो गया और वो मुझे फिर चोदने लगा।
दूसरी तरफ इमरान सना की चूत में अपना सारा माल खाली कर चुका था।
इमरान ने कपड़े पहने और बोला- भाई मैं शाम में आता हूं, निकल रहा हूं अभी, जरा काम है।
आफताब ने कहा- ठीक है।
फिर आफताब ने मुझे और सना को 20 मिनट तक बारी-बारी चोदा और फिर मेरी चूत में अपना सारा पानी छोड़ दिया।
आफताब भी कपड़े पहन के बाहर चला गया और सना को बोला- दरवाजा लगा ले, थोड़ी देर में आऊंगा।
सना नंगी ही उठी और दरवाजा लगाने चली गई।
मैंने तब तक कपड़े पहन लिए थे।
सना ने भी आकर कपड़े पहन लिए।
मैंने सना से पूछा- तेरे भाई और उनके दोस्त दोनों तुझे चोदते हैं क्या?
तो सना बोली- हां, इमरान भाई जान भी हफ्ते में एक दो बार आ जाते हैं, भाई के साथ रुकने के बहाने। फिर रात में सबके सोने के बाद मैं भाई के रूम में चली जाती हूं और वहां फिर रात भर दोनों मिलकर मेरी चुदाई करते हैं। जिस रात इमरान भाई रुकते हैं, उस रात मैं 4–5 बार चुदती हूं। क्योंकि भाई 2 या 3 बार चोदते हैं और इमरान भाईजान भी 2 या 3 बार चोदते हैं रात में। और जब दिन में अम्मी-अब्बू नहीं होते तो भाई इमरान भाईजान को दिन में भी बुला लेते हैं।
मैंने कहा- तेरे भाई को कोई फर्क नहीं पड़ता कि तुझे कोई और चोद रहा है?
तो सना बोली- नहीं, क्योंकि आफताब भाई इमरान भाई जान की अप्पी (बड़ी बहन) को भी चोदते हैं।
मैंने पूछा- तुझे कैसे पता?
सना बोली- भाई मुझे इमरान भाई जान के घर ले गए हैं कई बार, वहां पर आलिया अप्पी को दोनों ने मेरे सामने कई बार चोदा है। भाई भी इमरान भाई जान के घर रात में अक्सर रुकने जाते हैं।
मैंने कहा- ये ठीक है तुम लोगों का!
मैं तो सोचकर हैरान हो रही थी कि मेरी सहेली इस तरह से चुदाई का खेल खेल रही है।
खैर मेरी चूत भी आज लंड खाकर फूली नहीं समा रही थी।
सना बोली- अच्छा ये सब छोड़, ये बता मजा आया या नहीं असली लंड चूत में लेकर?
मैंने कहा- बहुत!
तो सना बोली- कल फिर से आएगी चुदवाने?
मैंने कहा- हां।
फिर हम दोनों ने खाना खाया और टीवी देखने लगी।
स्कूल टाइम खत्म होने के बाद मैं घर चली गई।
अगली कहानी में मैं अपनी आगे की चुदाई की पोल खोलूंगी.
आपको यह हॉट चूत Xx कहानी कैसी लगी, मुझे जरूर बताना।
मुझे आप लोगों के कमेंट्स का इंतजार रहेगा।
आप मुझे ईमेल पर भी मैसेज कर सकते हैं।
मेरा ईमेल आईडी है- [email protected]
हॉट चूत Xx कहानी से आगे की कहानी: भाई से चुदने की लग गई लत
What did you think of this story??
Comments