बर्थ-डे गिफ्ट में कुंवारे लंड को कुंवारी चुत
(BF GF Sex Kahani)
BF GF सेक्स कहानी मेरी और मेरी कमसिन लवर की पहली चुदाई की है. मेरे जन्मदिन से पहले उसने मुझे एक सरप्राइज़ देने का वादा किया. क्या था वो?
मदमस्त जवानी की मलिका 28-26-32 की फिगर लिए कई लोगों का लिंग से पानी गिराने वाली ये नायिका मेरी गर्लफ्रेंड थी.
मैं इधर उसका नाम नहीं ले सकता, आपके लिए मैं उसे जूली नाम दे रहा हूँ.
ये BF GF सेक्स कहानी मेरे जन्मदिन के दिन मेरी गर्लफ्रेंड जूली ने जो उपहार दिया था उसको लेकर है.
दोस्तो, मैं अन्तर्वासना का बहुत पुराना पाठक हूँ. जब मेरे चेहरे पर मूँछ और दाढ़ी तक नहीं आई थी, तब से मैं अन्तर्वासना का पाठक हूँ.
एक दिन नेट में गूगल में कुछ खोजते हुए ये साइट मुझे मिल गई थी, तब से मैं इस पर प्रकाशित सेक्स कहानी पढ़ रहा हूँ.
अन्तर्वासना की मस्त सेक्स कहानियों को पढ़ कर ही मैं लिंग हिलाना मतलब लंड को हिला कर मुठ मारना सीख लिया था.
मैं सेक्स कहानी शुरू करने से पहले इस BF GF सेक्स कहानी की नायिका के लिए कुछ बोलना चाहता हूँ. मतलब उसकी तारीफ करना चाहता हूँ.
मेरी नायिका जूली एकदम गोरी थी. हालांकि वो ज्यादा लंबी नहीं थी पर हाई हील के सैंडिल पहन कर एकदम मॉडल दिखती थी.
जूली 28-26-32 के फिगर वाली खूबसूरत मलिका जब साड़ी या जींस में मेरे सामने आती थी, तो मेरे दिल के साथ लंड भी धक धक करने लगता था.
दो साल पहले मेरे जन्मदिन की एक रात पहले मेरी गर्लफ्रेंड ने मुझे रात को कॉल किया और बोली- कल आपके लिए सरप्राइज है.
मैंने उससे पूछा- क्या सरप्राइज है?
मगर वो कातिल स्माइल देते हुए बोली- यदि बता दिया तो सरप्राइज क्या रहेगा.
मैं इसी तरह उस रात को उसके संग रोमांटिक बात करता रहा.
उसी समय मेरे जन्मदिन का समय शुरू हुआ और ठीक 12 बजे उसने मुझे बर्थडे विश किया.
मैंने कहा- अब सरप्राइज बताओ.
उसने कहा- अभी सो जाओ यार … सरप्राइज पक्का है.
मैंने उससे सरप्राइज बताने का बहुत इसरार किया, मगर वो नहीं पिघली और मैं मन मसोस कर सो गया.
सुबह मेरे जन्मदिन के दिन वो मेरे किराए वाले रूम में मुझसे मिलने आयी.
उसने मुझे जिंदगी का सबसे खूबसूरत गिफ्ट दिया. उसने अपनी वर्जिनिटी मुझे मेरे गिफ्ट में दे दी थी.
कैसे दी … ये आज मैं आपको डिटेल में बता रहा हूँ.
गर्लफ्रेंड- बाबू (वो मुझे बाबू कहती थी) आज आपका जन्मदिन है, आप इधर आओ और गिफ्ट ले लो.
मैं अपनी गर्लफ्रेंड के करीब हो गया.
गर्लफ्रेंड ने मेरे बाल पकड़े और मेरे होंठों को आगे करके एक लिपलॉक किस कर दिया.
मैं उसके इस पहले होंठों के चुम्बन से एकदम से अभिभूत था. मैंने भी उसे कमर से पकड़ लिया और उसके होंठों का रस चूसता रहा.
हम दोनों ने कम से कम 5 मिनट का चुम्बन किया.
इस किस के बाद मैं उसे देखता रहा कि एक और मिल जाए. मगर मुझे क्या पता था कि आज मुझे इससे ज्यादा और भी कुछ मिलने वाला था.
गर्लफ्रेंड- ऐसे क्या देख रहे हो बाबू?
मैं- तुम्हें देख रहा हूँ.
गर्लफ्रेंड- क्यों?
मैं- आज तुमने खुद आकर किस किया है इस वजह से मैं देख रहा हूँ कि आज सूरज किस दिशा से उगा है.
वो मेरी बात पर मुस्कुरा दी.
मैं उसे नजर भर कर देखने लगा. उसने लाल रंग की साड़ी और बैकलैस ब्लाउज पहना हुआ था, उसका ये ब्लाउज बहुत ही गहरे गले का था.
उसके ब्लाउज के इस गहरे गले से उसके दूधिया स्तन मुझे मदांध कर रहे थे. उसके मस्त भरे हुए मम्मों को देख कर मेरा लंड तो आसमान को देखने लगा था.
गर्लफ्रेंड- आज मेरे बाबू का जन्मदिन है तो उसे गिफ्ट मिलेगा ना … और ये तो ट्रेलर था … अभी पूरी फ़िल्म बाकी है.
ये कहते हुए उसने उड़के हुए दरवाजे की सिटकनी लगा दी. मैं उसे देख कर आश्चर्यचकित था कि आज जूली न जाने किस मूड में है.
वो मस्त चाल से मेरी तरफ बढ़ी और अपनी बांहें पसार दीं.
मैं शांत मन से अपनी जगह पर ही खड़ा था और उसे ही देख रहा था.
उसने मेरी तरफ कदम बढ़ा दिए और मुझे अपने बांहों में ले लिया.
तभी डोरबेल बज उठी और हम दोनों अलग हो गए. मैं गेट खोलने गया, तो बाहर एक फ़ूड सप्लाई करने वाला खड़ा था.
मैंने उसकी तरफ सवालिया नजरों से देखा, तो जूली ने आवाज दे दी- हां हां ले लो … मैं मंगाया है, प्रीपेड है.
उस आदमी के हाथ से मैंने पार्सल ले लिया और दरवाजा बंद कर लिया.
मेरी गर्लफ्रेंड ने केक मंगाया था, ये वही आया था.
मैंने एक बार फिर से जूली की तरफ मुस्कुरा कर देखा और उसे आंखों से धन्यवाद किया.
उसने मेरे हाथ से केक का डिब्बा ले लिया और उसे खोल कर टेबल पर सजा दिया. हम दोनों ने मिल कर बर्थडे केक को कट किया.
अब मुझे बेसब्री से अपने गिफ्ट का इंतज़ार था.
गर्लफ्रेंड मेरे नजदीक आयी और उसने मुझे फिर से लिपलॉक किया. होंठों को होंठों से मिला दिया.
मैं उसके शहद से मीठे होंठों का रस चूसने लगा.
इस बार वो मुझे चिपकी हुई थी और उसके मम्मे मेरी छाती से गड़ रहे थे.
मेरा खड़ा लंड भी शायद उसे अपनी कमर पर चुभ रहा होगा.
हम दोनों कुछ ही देर में गर्म हो गए. जूली ने अपने हाथों से पहले जींस का बटन खोला.
मैं मस्त होने लगा था.
उसने जींस के बटन खोलने के बाद मेरी चैन को नीचे सरका दिया. मेरी चड्डी में मेरा लंड फनफना रहा था.
उसने एक बार लंड को सहलाया और हाथ ऊपर कर लिए.
मैंने उसके मम्मों को हाथ से दबाया, तो उसने मेरे हाथ को अलग कर दिया और मेरी टी-शर्ट को ऊपर करने लगी.
इसी बीच हम दोनों की जीभें एक दूसरे से टकराने लगीं और थूक का आदान-प्रदान करने लगीं.
उसकी इस मदहोश कर देने वाली अदा से मैं वासना से जकड़ सा गया था.
उसने मेरे नंगे हो चुके सीने की घुंडियों को अपनी उंगलियों से मसला तो मेरी आह निकल गई.
फिर मैंने उसके कपड़े उतारने की कोशिश की … तो उसने मेरे हाथ को पकड़ लिया और किस को रोक दिया.
उसके बाद उसने मुझे धक्का देकर बिस्तर पर गिरा दिया और मेरे पैरों में फंसी मेरी जींस को खींच कर मुझे केवल चड्डी में छोड़ दिया. अब वो खुद के कपड़े उतारने लगी.
उसने पहले मेरे साउंड सिस्टम पर एक गाना चालू किया और इसी गाने की धुन पर अपनी कमर मटकाने के साथ अपनी साड़ी खोली, मैं बिस्तर पर अपनी कुहनियों के बल उसकी इस नागिन सी अदा को देखते हुए अकड़ा जा रहा था.
हम दोनों की आंखें एक दूसरे से मिली हुई थीं. शायद वो मुझे अपनी मदहोश आंखों से ही चोद देना चाहती थी.
साड़ी उतारने के बाद जूली ने अपनी कमर मटकाते हुए अपने ब्लाउज के बटन चटका दिए और उसका ब्लाउज उसके मम्मों पर लटक गया. सामने से उसकी लाल रंग अंगिया में कैद उसके दोनों कबूतरों की कसमसाहट साफ़ दिखाई देने लगी थी.
फिर जूली ने बड़ी अदा से अपने साया की डोरी को हाथ से पकड़ा और एक झटका देते हुए उसे ढीला कर दिया.
आह …
मगर उसने अभी अपने पेटीकोट का नाड़ा छोड़ा नहीं था.
मेरी आंखों की कसमसाहट को बढ़ाने के बाद उसने एक अंगड़ाई लेते हुए नाड़े को छोड़ दिया और उसकी कमनीय काया का वो जलजला मुझे झुलसा बैठा.
आह … जूली का पेटीकोट नीचे गिर गया था और एक लाल रंग की नई नकोर पैंटी में उसका वो त्रिकोण मुझे पागल कर ही रहा था कि तभी जूली ने अपने मम्मों पर लटके ब्लाउज को भी तिरस्कृत कर दिया.
आह … अब मेरी जान सिर्फ ब्रा और पैंटी में मेरे सामने गाने की धुन पर अपनी कमर मटका रही थी.
तभी उसने अपनी एक उंगली के इशारे से मुझे करीब बुलाया.
मैं उठने लगा तो उसने कहा- अगर बिना हाथ लगाए तुमने मेरी पैंटी उतार दी … तो वो पैंटी भी तुम्हारी और उसके अन्दर छुपी मेरी गुलाबी चूत भी तुम्हारी.
उसकी इस मादक अदा से मैं अब तक बस झड़ा ही नहीं था, बाकी मेरा सब काम हो चुका था.
मैं उठा और उसके साथ नाचने लगा. हम दोनों ने गाने की धुन के साथ एक मिनट ही नाचा होगा कि उसने मेरे कान में कहा- अब आगे बढ़ो मेरे सरताज और मेरी शर्त पूरी करो.
मैंने उसे अपनी गोद में उठा लिया और बिस्तर पर लिटा दिया. फिर उसे चूमते हुए उसकी पैंटी के पास मुँह लगाया और पैंटी खींचने लगा. उसने भी मदद करते हुए अपनी पैंटी को उतरवा लिया.
उसके हाव-भाव से साफ़ लग रहा था कि आज वो अपने घर से मन बना कर आयी थी कि अपनी सीलपैक चुत का गिफ्ट मुझे दे देगी.
मैंने उसकी पैंटी को अलग किया, फिर उसे सीने से चिपका कर उसकी ब्रा को भी खोल दिया. उसकी ब्रा उसके मम्मों पर अब भी झूल रही थी.
एक नग्न जलपरी सी मेरी अभिसारिका मेरे बांहों में मचलने लगी थी.
हम दोनों चूमा-चाटी करने लगे.
मैंने उसके एक स्तन को चूसने की कोशिश की, तो उसने मुझे धक्का दे दिया और मुझे नीचे लिटा दिया.
एक बार फिर से मैं उसके मम्मों को चूसने में विफल हो गया था. मगर उसके तने हुए चूचे मेरी उत्तेजना को अतिरेक बढ़ाए जा रहे थे.
जूली ने मेरी चड्डी को उतार फेंका और अपनी चूचियों से लटकी अपनी ब्रा को भी आजादी दे दी.
फिर वो मेरे मुँह के पास अपने एक दूध को लाई, मैंने उसके निप्पल को अपने होंठों से लपकने की कोशिश की … तो उसने फिर से वापस हटा लिया.
वो मुझे चिड़ा रही थी.
अब उसने अपने यार का लंड हाथों में ले लिया और उसे मुँह में भर लिया.
मैं आनन्द में डूब गया.
दोस्तो, इस कामुक दास्तान को आपके लिए लिखने का हम दोनों का सामूहिक फैसला था और जूली अभी भी मेरे बाजू में ही है.
इसके आगे की सेक्स कहानी को मेरी गर्लफ्रेंड आपको बता रही है.
हाय मेरे प्यारे साथियो, मैंने मेरे यार के लंड को अपने हाथ में लेकर सहलाया और मुँह में भर के चूसने लगी.
मेरा यार लंड चुसाई के आनन्द में मानो खो सा गया था.
आज उसका बर्थडे था … तो मेरा फर्ज था कि मैं उसे ऐसा गिफ्ट दूं कि उसे जीवन भर याद रहे.
इसीलिए आज मैंने अपनी कुंवारी चूत को उसे बर्थडे में उपहार में देने का तय कर लिया था.
कुछ पल बाद मैंने मुँह से लंड को निकाला और उसके लौड़े के सुपारे पर केक की क्रीम लगा दी.
वो मुझे मस्ती से ये सब करते हुए देख रहा था.
मैंने अपने यार के लंड को फिर से मुँह में भर लिया और चूसने लगी.
ये जिंदगी में मेरा पहला सेक्स था, जिसमें मैं सब कुछ कर रही थी.
मैं अपने यार के पूरे लंड को मस्ती से चूसने लगी और आगे पीछे करने लगी.
वो आनन्द में चिल्ला रहा था- आह मेरी जान और चूसो.
कुछ ही देर में वो कामुक आवाजों में आह आह की मधुर ध्वनि निकालने लगा. फिर 5 मिनट बाद उसने अपने लंड का माल मेरे मुँह में भर दिया.
मैं एकदम से अचकचा गई. मगर उसने सॉरी बोला … तो मैं मुस्कुराते हुए लंड के माल को पी गयी.
अब मैं बोली- डियर आज तुम्हारा बर्थडे है … तुम्हारे लिए सब सही है. तुमको सॉरी बोलने की जरूरत नहीं है.
उसने मुझे अपनी बांहों में भर लिया और हम दोनों फिर से किस करने लगे.
अब उसके हाथ मेरे रसीले मम्मों पर चलने लगा. वो एक हाथ से मेरी गांड के छेद को कुरेदने लगा. मेरे चूतड़ों पर उसका हाथ घूमने लगा.
उसने मेरे दोनों मम्मों को चूस चूस कर मुझे ख़ासा गर्म कर दिया था.
मैंने फिर से उसके लंड को चूसा और खड़ा कर दिया.
उसे हैप्पी बर्थ-डे बोल कर किस किया और चुदाई का इशारा कर दिया.
वो तैयार था.
मैंने अपने यार को अपने नीचे किया और उसके लंड के ऊपर चूत को सैट करके सील तुड़वाने को तैयार हो गई.
मैंने एक बार उसे फिर से बर्थ-डे विश किया और धक्का देते हुए अपनी तेल लगी चूत में लंड को धीरे धीरे घुसाने लगी.
उसका लंड लोहे की गर्म रॉड सा मेरी चुत को चीरता हुआ अन्दर घुसता जा रहा था. मेरी आंखों से आंसू गिर रहे थे.
लेकिन मैंने अपने प्यार को उपहार में चूत देना तय कर लिया था इसलिए दर्द सहते हुए मैं उसके लंड पर बैठ गयी.
लंड चुत का पहली बार मिलन हुआ तो हम दोनों चिल्ला दिए.
मेरे साथ उसके लौड़े की भी सील टूट गई थी.
ये मेरे लिए एक खास बात थी कि मेरी कुंवारी चुत को भी कुंवारा लंड चोदने के लिए मिला था.
अब हम लोगों एक दूसरे को किस कर रहे थे.
जब मुझे आराम मिला, तब मैं चूत को लंड में ऊपर नीचे करने लगी और आवाजें निकालते हुए मचल रही थी.
कभी मेरी आवाज में कसक आती तो कभी उसकी आवाज निकल जाती.
‘आह … आह … फ़क मी … ओह्ह … और कसके ..’
‘आह ले मेरी जान … आह और अन्दर ले … आह.’
हम दोनों की ऐसी ही आवाजें आ रही थीं.
अब तक दस मिनट हो चुके थे. अब मेरा काम होने वाला था.
मुझे ऐसा मुझे लगा तो मैं अपनी चूत को और तेजी से ऊपर नीचे करने लगी और झड़ने को हुई तो मेरी आह तेजी से निकली.
मेरी चुत के साथ में उसका लंड भी बह गया. हम दोनों ने अपने अपने चरम को पा लिया था.
मैं अपने नग्न शरीर को उसके ऊपर गिरा कर हांफने लगी. वो भी मेरी सांसों से अपनी सांसों को नियंत्रित करने लगा था.
एक मिनट बाद मैंने अपने यार से पूछा- गिफ्ट कैसा लगा?
उसने मुझे चूम कर बोला- बहुत अच्छा … मुझे जीवन में अब तक ऐसा कुछ नहीं मिला था.
मैं उसकी इस बात से बेहद खुश थी.
हम दोनों ने किस किया और दोनों को थके होने के कारण नींद आ गयी.
तो दोस्तो, ये मेरी पहली सेक्स कहानी थी जो मैंने और मेरी गर्लफ्रेंड ने मिल कर लिखी. बाकी आप लंडधारी और चूतवालियों को चुदाई का पूरा खेल पता ही है.
अब आप ईमेल करके मुझे बताइएगा कि BF GF सेक्स कहानी कैसी लगी?
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