अनाड़ी का चोदना चूत का सत्यानाश
(Anadi Ka Chodna Chut Ka Satyanash)
दोस्तो, मैं अरुण एक बार फिर आपके लंड और लड़कियों की चूत में हलचल मचाने के लिए एक नई कहानी आपके सामने लेकर आया हूँ। आशा करता हूँ कि यह कहानी भी आपको मेरी बाकी की कहानियों की तरह खूब पसंद आएगी।
यह कहानी मेरे एक दोस्त की है.. जिसने जिंदगी में पहली बार किसी लड़की की चुदाई की और उससे लड़की से कमेंट भी सुनने को मिला।
मुझे तो आप सब जानते ही हैं।
मैं जिस कंपनी में काम करता हूँ.. उसमें मेरा एक दोस्त.. जिसका नाम प्रवीण है.. उसकी उम्र 24 साल है.. मेरे साथ ही काम करता है। प्रवीण की लम्बाई कुछ ज्यादा नहीं.. उसका शरीर बिल्कुल भरा हुआ है.. और वो देखने में भी ठीक-ठाक ही है।
यह कहानी उसी लड़के की है।
बात आज से 2 साल पहले की है प्रवीण उस समय दिल्ली में पहली बार रहने के लिए आया था। जैसे-तैसे उसने अपने रहने के लिए किराए पर कमरा ढूँढ लिया था। तो जिस जगह वो रह रहा था.. वहाँ और भी काफ़ी किरायेदार रहते थे।
जिस फ्लोर पर प्रवीण था.. उसी फ्लोर पर एक रीना नाम की लड़की रहती थी। वो एकदम माल थी.. उसकी उम्र 19-20 की होगी।
क्या मस्त फिगर था यार उसका.. 32 इंच के तने हुए चूचे.. 28 की लचकती कमर और 34 की भरी-भरी गाण्ड.. रंग एकदम दूध की तरह गोरा.. देखने में वो एक पहाड़ी लड़की की तरह लगती थी।
प्रवीण दिल्ली में नया था.. तो उसे दिल्ली की लड़कियों के बारे में ज्यादा कुछ नहीं पता था।
रीना एक बहुत तेज किस्म की लड़की थी.. उसने आते ही प्रवीण के ऊपर डोरे डालने शुरू कर दिए थे। मगर प्रवीण इस बात से अंजान था..
मगर कुछ दिनों के बाद उसे भी समझ आने लगा कि रीना उसे जानबूझ कर छेड़ती है।
उसने यह बात आकर मुझसे शेयर की.. तो मैंने उससे कहा- जब घास खुद घोड़े के पास आ रही है.. तो देर क्यों कर रहा है.. उसे जल्दी से खा ले।
वो मुंडी हिलाने लगा।
एक दिन की बात है.. जब रीना के कमरे पर कोई नहीं था.. वो घर में अकेली ही थी। प्रवीण जॉब से आकर रीना के कमरे में जाकर टीवी देखने लगा.. तो उस टाइम इमरान हाशमी के रोमाँटिक गाने आ रहे थे।
वे दोनों ही टीवी साथ बैठकर देख रहे थे.. और गाना चल रहा था। ‘आशिक़ बनाया आपने..’
दोनों गाना सुनते-सुनते एकदम करीब आ गए थे और एक-दूसरे के हाथ को हाथों में लेकर सहलाने लगे थे। तभी अगला गाना भी शुरू हो गया- भीगे होंठ तेरे..
जब गाना ही इतना गर्म आ रहा हो.. तो दोनों का गर्म होना तो बनता ही है।
गाना देखते हुए रीना प्रवीण की तरफ आगे को बढ़ी और उसे किस करने लगी। प्रवीण तो जैसे इंतजार ही कर रहा था कि पहल कौन करे।
किस करते-करते ही दोनों के कपड़े एक-दूसरे ने उतार फेंके।
प्रवीण का लंड तो जैसे सरिया बन गया था.. क्योंकि उसकी ये पहली चुदाई थी।
रीना ने भी उसके लंड को कपड़ों से आज़ाद करके सीधे मुँह में ले लिया और एक रंडी की तरह लंड को चूसने लगी। इससे प्रवीण तो बिल्कुल पागल हो गया था।
कुछ देर लंड चूसने के बाद रीना ने कहा- अब मेरी चुदाई तो कर दे.. तेरे से पहल तो हुई नहीं.. इसलिए मुझे खुद ही सब कुछ करना पड़ा है।
इतना सुनते ही प्रवीण को जोश आ गया और उसने रीना को पकड़ कर अपने नीचे ले लिया और उसकी पैन्टी उतारने के बाद एक बार में ही अपना पूरा का पूरा लंड रीना की चूत में उतार दिया।
रीना भी पूरी तरह गरम थी.. तो उसने भी सिसकारी निकालते हुए अपने नाख़ून प्रवीण की कमर में चुभो दिए ‘आआअहहाअ.. औररर.. तेजज़्ज़्ज्.. डालल्ल्ल.. गांडूऊऊ.. औऊररर तेएज.. हाय मज्ज्जाअ.. एयेए एयेए.. रहाअ है अह..’
अब प्रवीण ने झटके मारने तेज कर दिए। इसी बीच उसके लंड में थोड़ा दर्द सा हुआ.. उसने लंड निकाल कर देखा तो उसमें खून लगा था.. जिसे देख कर प्रवीण की गाण्ड फट गई। वो चुदाई करते-करते हट गया। रीना उसे बार-बार अपने ऊपर खींच रही थी.. क्योंकि अभी तो रीना को चुदाई से संतुष्टि नहीं मिली थी। प्रवीण की गाण्ड इसलिए फट रही थी कि उसे लग रहा था कि रीना की चूत में से खून निकल रहा था.. तो ज़रूर कुछ ग़लत हो गया है।
प्रवीण ने आज तक ना तो कभी चुदाई की थी.. और ना ही कोई ब्लू-फिल्म देखी थी।
असल बात तो यह थी कि रीना तो खेली खाई लड़की थी और सब कुछ जानती थी। रीना को पता था कि उसकी चूत की सील नहीं बल्कि प्रवीण के लंड का टांका टूटा है।
मगर प्रवीण के हट जाने के बाद रीना अपनी पैन्टी ऊपर चढ़ाते हुए प्रवीण को गाली देते हुए बोली- भोसड़ी के तू तो पक्का मादरचोद है.. लौड़े के… तुझे तो चुदाई का चु भी नहीं आता.. भाग साले.. अनाड़ी का चोदना.. चूत का सत्यानाश। अच्छी चुदाई कराई तुझ जैसे गान्डू से.. मजा खराब कर दिया साले ने।
प्रवीण अपनी बेइज्जती होती देख कर वहाँ से चला गया।
स दिन के बाद से ना तो रीना उससे बात करती है.. और ना ही शरम के मारे प्रवीण रीना से बात करता है।
तो दोस्तो, यह थी मेरे एक चूतिया दोस्त की कहानी।
आपको इस अनाड़ी की चुदाई की कहानी कैसी लगी.. जिसके चोदने से चूत का सत्यानाश हो गया था।
मुझे अपनी प्रतिक्रिया ईमेल से ज़रूर लिख भेजें.. जिससे मैं आपके सामने और भी कहानियाँ लिख कर भेज सकूँ।
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