अनाथ लड़के का यौन जीवन- 4
(Young Maid Fuck Story)
यंग मेड फक स्टोरी में मैंने आंटी के कहने पर उनकी कामवाली को आंटी के सामने चोदा. आंटी नंगी होकर मालिश करवाती थी. एक दिन उन्होंने मुझे उनकी कामवाली की चुदाई करने को कहा.
दोस्तो, मैं रतन दत्त अपनी सेक्स कहानी के अगले भाग को लेकर हाजिर हूँ.
मेरे मित्र विजय ने अपनी आपबीती मुझे लिख कर भेजी थी, जिसे मैं उसी के शब्दों में आपके समक्ष पेश कर रहा हूँ.
अब तक की सेक्स कहानी
जवान लड़की के साथ सेक्स का मौक़ा
में आपने पढ़ा था कि मैं विजय, एक फाइव स्टार होटल में काम करता था. उधर मेरी पहचान सुकृति मैडम से हुई. वे उम्र 40 विधवा महिला थीं.
उनके साथ मेरे सेक्स संबंध बने और उन्हीं के माध्यम से मुझे आशिया से मिलना हुआ.
आशिया ने संतुष्ट होकर मुझे 23 साल की मीनाक्षी से मिलाया.
मीनाक्षी को मैं सभोग की आनन्द देने लगा.
बाद में उसके पति के साथ हमारा थ्रीसम सेक्स भी हुआ.
मीनाक्षी ने खुश होने के बाद मुझे कामिनी मिलाया.
अब मैं 4 महिलाओं को सेक्स में संतुष्ट करता हूँ.
मेरी अच्छी कमाई हो जाती है.
चुदाई के अलावा मैं सुकृति मैडम की फास्ट फ़ूड की दुकान में भी बैठता हूँ.
सुकृति ने मुझे फास्ट फ़ूड की दुकान में अपना पार्टनर बना लिया है.
मैंने भी अपने जिगोलो वाले धंधे के लिए अपनी नसबंदी करा ली है.
अब आगे यंग मेड फक स्टोरी:
एक रात जब मैं सुकृति मैडम के साथ था, तब मैडम बोलीं- विजय, मैंने कहा था कि मैं तुमको मेरे पार्लर में महिलाओं की फुल बॉडी मालिश करना सिखाऊंगी. मेरे पार्लर में एक महिला ग्राहक मोनिका आंटी ने किसी जवान पुरुष से मालिश करवाने की इच्छा जताई है. आंटी की उम्र 60 साल की है, पर वे उतनी उम्र की दिखती नहीं हैं. पहले वह नेशनल खिलाड़ी थीं, पर अब उनका बदन दुखता है. उनकी सुंदरता कोई तारीफ करे तो उनको अच्छा लगता है. वह अकेली रहती हैं. तुम उनकी मालिश करो.
मैंने हामी भर दी.
फिर सुकृति मैडम ने मेरे लौड़े के साथ खेला और हम दोनों सो गए.
सुबह मैं पार्लर में मोनिका आंटी से मिला.
वे जींस टी-शर्ट पहनी हुई थीं.
उनका बदन भरा हुआ था, बड़े चूचे, अच्छा मेकअप किये हुई थी.
मोनिका आंटी 60 साल से काफी कम उम्र की लगती थीं.
उन्हें देखकर लगा कि वे अपनी जवानी में बेहद सुन्दर रही होंगी क्योंकि वे अभी भी काफी आकर्षक थीं.
मुझे कहावत याद आ गयी कि खंडहर देखकर लगता है इमारत कभी बुलंद थी.
पार्लर में मालिश वाले कमरे में मोनिका आंटी आ गईं.
थोड़ी देर बाद जो रानी नाम की लड़की बॉडी मसाज करती थी, उसने मुझे बुलाया.
मोनिका आंटी ब्रा पैंटी में पीठ के बल लेटी थीं.
रानी ने पैरों की जांघ तक मालिश करके मुझे दिखाया, मैंने वैसे ही मालिश की.
रानी ने मोनिका की ब्रा की पट्टी पीठ से खोल दी.
फिर उसने मुझे पीठ, हाथ की मालिश करना सिखाई.
जहां गलती होती, रानी मुझे बताती.
फिर रानी ने मोनिका आंटी को चित लेटने को कहा.
आंटी ने आंख पर काले कपड़े का चश्मा पहन रखा था.
रानी ने मोनिका आंटी की ब्रा उतार दी.
मोनिका के बड़े स्तन ढीले थे, पर मस्त थे.
पेट एकदम सपाट था.
मैंने रानी की देख रेख में कंधे, हाथ, स्तन, पेट की मालिश की.
मोनिका आंटी भी बीच बीच में बोल रही थीं कि यहां और ताकत लगा कर मालिश करो.
मालिश के बाद रानी ने मोनिका आंटी का बदन तौलिया से ढक दिया.
मोनिका आंटी ने अपना काला चश्मा उतारकर कहा- विजय, अच्छा सीख रहा है.
हर तीन चार दिन बाद मोनिका आंटी आतीं और वे मुझसे रानी की देख रेख में मालिश करवातीं.
अब वे काला चश्मा भी नहीं लगाती थीं. जहां जरूरत होती, वे बोल देतीं- यहां और दबा कर जोर लगाओ.
हर बार आंटी मुझे और रानी को अच्छा टिप देतीं.
जब मैं मालिश करना सीख गया तो मोनिका मैडम ने पार्लर की मालकिन सुकृति मैडम से पूछा- क्या तुम विजय को मेरे फ्लैट में मालिश करने भेज सकती हो?
सुकृति ने हां कहा.
उन्होंने मुझे बताया और बोलीं- विजय, तुम मोनिका आंटी की अकेले में तारीफ कर देना, उनको अच्छा लगेगा.
मोनिका आंटी अब मुझे फ़ोन कर अपने फ्लैट में मालिश करने बुलाने लगीं.
जब मैं मोनिका आंटी के फ्लैट में उनकी मालिश कर रहा था, मैं उनको आंटी कहकर संबोधित कर रहा था.
मोनिका आंटी बोलीं- विजय तुम मुझे सिर्फ मोनिका बुलाओ, आंटी की जरूरत नहीं है.
मैं मालिश के समय हाफ पैंट टी-शर्ट पहने रहता था.
मोनिका सिर्फ पैंटी पहने पड़ी रहती थीं.
उस दिन मोनिका आंटी बोलीं- तुम मेरी पैंटी भी उतार दो, तेल से ख़राब हो जाती है और मालिश भी ठीक से नहीं होती.
मैंने उनकी पैंटी उतार दी, उनके कूल्हे सुडौल थे, झांटें भी नहीं थीं.
तब मैंने उनकी गांड की भी मालिश की.
मोनिका आंटी के कहने पर उनको बाथरूम ले जाकर नहलाया, मेरे कपड़े गीले हो गए.
मोनिका आंटी ने अच्छे पैसे दिए.
नहलाते समय मैंने कहा- मोनिका, आप बेहद खूबसूरत हैं.
मोनिका आंटी ने मुस्कुराकर थैंक्स बोला.
एक दिन जब मैं मालिश करने मोनिका आंटी के फ्लैट में गया तो वे बोलीं- सुना है तुम स्त्रियों की इच्छा भी पूरी करते हो!
मैंने हां कहा.
मोनिका आंटी कपड़े उतारकर नंगी पलंग पर लेटकर बोलीं- विजय तुम भी अपने कपड़े उतार दो, तुम्हारे कपड़ों में तेल लग जाता है. नहलाते समय भो कपड़े गीले हो जाते हैं.
मैं तुरंत नंगा हो गया, मुझे लगा कि मोनिका आंटी को सम्भोग की इच्छा हो रही है.
उस समय मेरी उम्र 23 साल की थी. मोनिका की 60 की.
पर ये तो मेरा काम था.
मोनिका आंटी चित होकर मालिश करा रही थीं- विजय तुमने कहा था कि मैं खूबसूरत दिखती हूँ. तो क्या मैं सिर्फ खूबसूरत ही लगती हूँ या सेक्सी भी?
मैंने कहा- आप सेक्सी ही हो, मैं बस कहने में संकोच कर रहा था कि कहीं आपको बुरा न लगे.
मोनिका आंटी मेरे सोये हुए लंड को देखने लगीं.
मैंने अपनी महिला ग्राहकों को याद किया ताकि मेरा लंड खड़ा हो जाए.
मेरे लौड़े ने भी सुकृति मैडम की चूचियां याद करके फुंफकार मार दी.
मोनिका आंटी मेरा खड़ा लंड देखकर खुश होकर मुस्कुराने लगीं.
मालिश करते समय मेरा लंड मोनिका आंटी के बदन को छू रहा था.
आंटी ने मुझे सम्भोग के लिए नहीं कहा.
वे बस इस बात से ही खुश थीं कि उनको नंगी देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया.
मैंने उनको नहलाया, मुझे काफी रूपए दिए.
वे हफ्ते में दो बार मुझे बुलाने लगी थीं.
मोनिका आंटी की मालिश मैं दो साल से कर रहा था.
एक दिन जब मैं मालिश करने उनके फ्लैट पर गया, तो एक मेरी हमउम्र लड़की ने दरवाजा खोला.
उसकी सूरत अच्छी थी, फिगर सेक्सी था.
मालिश करते समय मोनिका आंटी ने मुझे बताया कि जिसने दरवाजा खोला, उसका नाम सुजाता है. वह मेरी पुरानी नौकरानी है. सुजाता को बच्चा नहीं हो रहा था, इसलिए उसके पति ने उसको छोड़ दिया.
अब सुजाता मोनिका आंटी के घर के सर्वेंट रूम में रहती है.
मोनिका आंटी के बैडरूम की खिड़की सर्वेंट रूम से दिखती थी.
एक बार बैडरूम में जब मैं मोनिका के नंगे बदन की मालिश खुद भी नंगे होकर कर रहा था, मेरा लंड खड़ा था.
उसी समय खिड़की का पर्दा हवा से थोड़ा हट गया था.
मैंने देखा सुजाता खिड़की से बैडरूम के अन्दर देख रही थी.
तब से जब भी मैं मोनिका आंटी के घर जाता, सुजाता दरवाजा खोलती और मुस्कुरा कर मेरा स्वागत करती.
एक दिन मोनिका आंटी ने भी सुजाता को खिड़की से झांकते देख लिया.
अगली बार मोनिका आंटी ने मुझसे कहा- सुजाता जवान लड़की है. वह सेक्स के लिए तड़फती है. विजय तुम उसकी जरूरत पूरी करो, नहीं तो वह भटक जाएगी, उसको यौन रोग हो सकता है. उसकी खुशी के मैं तुम्हारी फीस दे दूंगी.
मैंने कहा- सुजाता को कोई यौन रोग तो नहीं है, पहले इसकी जाँच करा लीजिए. जांच ठीक आयी, तो मैं सुजाता को सम्भोग का आनन्द जरूर दूंगा.
उसकी जांच सही आई तो मैं उसे चोदने लगा.
मुझे भी उस यंग मेड फक में मजा आया.
सुजाता सेक्स में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेती थी.
हमने 69 पोजीशन में मुख मैथुन भी किया.
सुजाता जब मेरी लंड की सवारी करते समय मैं उसके चूचे दबाता.
हमने विभिन्न आसनों में सम्भोग का आनन्द लिया.
मैंने आंटी से सुजाता के साथ सम्भोग करने की फीस लेने से भी इंकार कर दिया.
साथ ही मैंने पार्लर में ले जाकर सुजाता की फुल बॉडी वैक्सिंग करवा दी.
एक दिन मैं मोनिका आंटी की मालिश करके, उनको नहलाकर फारिग हुआ और सुजाता के पास जाने लगा.
तो मोनिका आंटी बोलीं- विजय, तुम सुजाता के साथ ठीक से सम्भोग करते भी हो या नहीं, मुझे देखना है. मैंने सुजाता से भी पूछा है, उसे आपत्ति नहीं है.
तब मैं समझ गया कि मोनिका आंटी को लाइव सेक्स देखना है.
मैं सुजाता के कमरे में आ गया.
मैंने दरवाजा बंद नहीं किया.
मोनिका आंटी दरवाज़े के पास कुर्सी लगाकर बैठ गईं.
हम दोनों चूमा चाटी करने लगे.
उन्होंने हमारा पूरा सम्भोग देखा.
मोनिका आंटी की उम्र की ही उनकी दो सहेलियां भी मेरे पास मालिश के लिए आने लगी थीं.
कुछ समय बाद मोनिका आंटी की बचपन की सहेली उनसे मिलने भारत आई.
वे आंटी जर्मनी में रहती थीं.
जब वे आईं तो वे मोनिका के फ्लैट में ही रहने लगी थीं.
मोनिका ने मेरे मालिश करने और सुजाता से सम्भोग करने की बात अपनी सहेली को बताई.
सहेली ने भी मुझसे मालिश कराई. मालिश के समय हम दोनों पूरे नंगे थे.
सहेली ने मोनिका आंटी को बताया कि जर्मनी में सेक्स का लाइव शो होता है.
यह सुनकर मोनिका आंटी बोलीं- हम भी किसी से कम नहीं, मेरे फ्लैट में मैं तुमको लाइव शो दिखाऊंगी.
उस रात मोनिका आंटी और उनकी सहेली ने मेरा और सुजाता को लाइव सम्भोग देखा.
मोनिका की सहेली ने कुछ सेक्स वीडियो दिखाकर हमें नए नए सम्भोग के तरीके बताए.
आंटी की सहेली ने सेक्स देखने के बाद हमें ढेर सारे रूपए देकर कहा- लो ये तुम्हारी मेहनत के पैसे.
मैंने और सुजाता ने रूपए आधे आधे बाँट लिए.
हमारे लाइव शो के बारे में मोनिका आंटी की दो अन्य सहेलियों को मालूम हुआ.
चूंकि वे भी मुझसे मालिश कराती थीं, मेरे बाकी ग्राहकों (सुकृति, मीनाक्षी, आशिया, कामिनी) को भी मालूम हुआ.
मैं उनके लिए भी लाइव शो करने लगा.
मुझे और सुजाता को इससे काफी रूपए मिले.
मैं अपना लाइव शो सिर्फ अपनी महिला ग्राहकों और उनकी सहेलियों के सामने करता.
मैंने बोल दिया था कि लाइव शो में कोई पुरुष नहीं आएगा, कोई फोटो या वीडियो नहीं उतारेगा.
मैं नहीं चाहता था कि कोई पुरुष सुजाता को बिना कपड़ों के देखे.
शायद मैं सुजाता को प्यार करने लगा था.
कभी कभी मेरे कुछ महिला ग्राहकों की सहेलियां मेरे साथ यौन आनन्द लेने का प्रस्ताव रखतीं.
मैंने उन सहलियों को बता रखा था कि उन्हें यौन रोग तो नहीं है, पहले इस बात की जाँच करानी पड़ेगी.
मैं भी अपनी जाँच का प्रमाण देता.
फिर जाँच के बाद ही मैं उनके साथ यौन सम्बन्ध बनाता.
जिस महिला को अपने यौन जीवन में जो करने नहीं मिला था, वह अपने पति से बोल नहीं पाती थी यह सोचकर कि पति क्या सोचेगा, वह मेरे साथ सेक्स करके उसका अनुभव लेती.
किसी के पति उसकी चूत नहीं चूसते थे, वह मुझसे अपनी चूत चुसवाकर अनुभव और आनन्द लेती.
किसी ने लंड नहीं चूसा था, वह मेरा लंड चूसकर देखती.
किसी के पति उसके पहले झड़ जाते, वह मेरे साथ सम्भोग से खुश होती.
मैंने देर तक टिकने की कला सीख ली थी.
इसके बारे में पूछने पर मैं उस महिला को बताता कि मैं कैसे देर तक टिक सकता हूँ. जब सम्भोग के समय मुझे लगता है कि मैं थोड़ी देर में झड़ सकता हूँ. उस वक्त मैं पूरा लंड या आधा, चूत से बाहर निकालकर लंड को जड़ से अपनी उंगलियों से लपेटकर कसकर पकड़ लेता हूँ. फिर लम्बी लम्बी सांस लेता हूँ, मन दूसरी तरफ करके सोचता हूँ कि अभी नहीं झड़ना है. इस विधि से झड़ना टल जाता है.
कुछ महिलाओं ने यह कला अपने पति को बताई.
उन्होंने अपने पतियों को यह कहकर बताया कि उन्होंने कहीं से पढ़ा है.
उनके पति भी इस तरकीब से सफल हुए.
बदले में उन महिलाओं ने मुझे मोटी रकम इनाम में दी.
मैंने ड्राइविंग सीख ली.
कभी कभी मैं किसी महिला ग्राहक और उसकी सहेली के साथ उनके कार का ड्राइवर बनकर टूरिस्ट प्लेस पर जाता.
वहां एक बंगला किराये पर लेकर दो तीन दिन रहते.
मैं अपनी महिला ग्राहक और उसकी सहेली को जमकर यौन आनन्द देता.
उनकी मालिश करता साथ नहाते.
ऐसी ही एक जगह पर मैंने एक महिला से मूत्र स्नान और मूत्र पीना सीखा.
कभी मैं उनको अपने मूत्र से नहलाता और पिलाता तो कभी उनके मूत्र से स्नान करता, उनकी चूत में मुँह लगाकर उनके मूत्र को पीता.
उनके साथ 24 घंटे में दो तीन बार सम्भोग हो जाता.
कभी तीन महिला ग्राहक मेरे साथ किसी बंगले में ठहर जातीं, तो उन सभी को संतुष्ट करने में मैं बहुत थक जाता.
उस परिस्थिति में वे सब मुझे निचोड़ लेतीं.
पर यह मेरा काम था, भरपूर पैसे भी तो मिलते थे.
मैं जब भी किसी महिला ग्राहक के साथ उस टूरिस्ट प्लेस पर जाता तो अपने एक तयशुदा बंगले में ही ठहरता.
कभी उनके साथ उनकी सहेली भी होतीं.
बंगले का केयर टेकर बंगले की चाबी हमें देकर चला जाता, पूरी प्राइवेसी मिलती.
हर ग्राहक की सेक्स फैंटेसी अलग होती, जिसे मैं बखूबी से पूरी करता.
एक मर्तबा एक महिला को सेक्स वीडियो देखकर गुलाम बनकर यौन करने की इच्छा हुई.
उसके पति पुराने विचारों के थे.
वह अपने पति से अपनी कामेच्छा को कह न सकी.
उसने मुझे गुलाम वीडियो पेन ड्राइव में देकर कहा- इसे देखो. ऐसे ही करना है.
मैंने वीडियो कई बार देखा.
उस महिला ने गले का पट्टा, चेन, आंख की पट्टी, रस्सी, मारने के लिए बेल्ट मुझे खरीदने कहा.
उसके पति 7 दिन के लिए टूर पर चले गए तब हम दोनों सब सामान लेकर इसी बंगले में आ गए.
हमने तय किया कि यदि महिला को ज्यादा तकलीफ हुई, तो वह सोमवार तक की कहेगी और मैं रुक जांऊंगा.
मैंने उस महिला को नंगी करके गले में पट्टा चेन लगाकर, नी-कैप पहनाकर कुतिया की तरह बंगले में घुमाया.
जब वह रुक जाती, मैं धीरे से बेल्ट उसके कूल्हों पर मारता.
मैंने महिला को घुटनों पर खड़ा करके उसकी आंख में पट्टी बांध दी, फिर उसके होंठों पर लंड रखकर चूसने को कहा.
उसका सर पकड़कर गले तक लंड डालकर निर्ममता से मुँह चोदा, वीर्य पिलाया.
उसे कुतिया की तरह पलंग पर खड़ा किया, गले के पट्टे की चेन पलंग पर बांध दी.
उसके निप्पल में मैंने कपड़े सुखाने वाला क्लिप लगाया, उसके कूल्हों पर चांटे मारते हुए चोदा.
हर चांटे के बाद महिला को और जोश आता.
वह कमर हिलाकर लंड और अन्दर लेने की कोशिश करती.
मैंने उसे लिटाकर उसके हाथ पलंग में बांध दिए, आंखों पर पट्टी लगाई, पैरों को उसकी छाती की तरफ ले जाकर पलंग के सिरहाने बांध दिया, बेल्ट से पीटा.
कमर के नीचे तकिया लगाकर उसकी गांड मारी.
बाथरूम में ले जाकर फर्श पर बिठाकर अपना मूत्र पिलाया.
दो दिन रात हम वहां नंगे ही रहे.
महिला ग्राहक ने पूरी तरह संतुष्ट होकर ढेर सा पैसा दिया.
ऐसे ही काफी साल बीत गए.
अब मेरी उम्र 35 साल की हो गयी थी.
मैंने जिगोलो के काम से और फास्ट फ़ूड की दुकान से बहुत रूपए कमाए और जमा किए.
सुजाता अभी भी मोनिका आंटी के घर रह रही थी.
मोनिका की उम्र 70 साल से ज्यादा की हो गयी थी.
मैं मोनिका आंटी के फ्लैट में जाता, कभी उनके कहने पर उनकी हल्के हाथ मालिश करता.
सुजाता का मधुर स्वभाव और उसके साथ आनन्द भरा यौन क्रिया के कारण मैं सुजाता को प्यार करने लगा था.
जिस प्रकार का यौन आनन्द मुझे अच्छा लगता, मैं सुजाता के साथ उसकी सहमति से करता.
बाकी सब मेरे ग्राहक थे, यौन क्रीड़ा उनकी पसंद के तरीके से होती इसलिए मुझे उनके साथ उतना मजा नहीं आता.
सुजाता को सब मालूम था कि मैं क्या काम करता हूँ.
उम्र के कारण मेरे महिला ग्राहक काफी कम हो गए थे.
मैं कोई नयी महिला से संबंध नहीं बनाता.
मैंने दो बैडरूम के दो फ्लैट खरीद लिए थे.
एक में मैं रहता हूँ, दूसरे में चाचा चाची.
एक दिन मोनिका आंटी का स्वर्गवास हो गया.
उनके कुछ रिश्तेदार जाने कहां से आ गए.
अंतिम क्रिया के बाद मैं सुजाता को चाचा के फ्लैट में ले गया.
उनको बताया मैं सुजाता से शादी करूँगा, उसका कोई नहीं है.
थोड़े दिन बाद चाचा चाची और सुकृति मैडम के आशीर्वाद से मेरी शादी हो गयी.
मैं सुकृति मैडम के फास्ट फ़ूड की दुकान का बिज़नेस पार्टनर हूँ.
जब सुकृति मैडम मुझे बुलाती हैं, मैं उनकी मालिश करता हूँ. उनकी इच्छा हुई तो उनसे संभोग भी करता हूँ.
मैं उनका आभारी हूँ.
मुझे अपने जिगोलो के काम पर गर्व है.
मैंने अपना काम पूरी ईमानदारी से किया, पैसे लिए, उसके बदले महिला ग्राहक को पूरी संतुष्टि और मजा दिया.
मैंने अनेक शादी टूटने से बचाईं. जब पत्नी को पति से यौन संतुष्टि नहीं मिलती, तो वह तलाक का सोचती है.
मैंने उसकी वह जरूरत पूरी करके उसका तलाक होने से बचाया.
अब मेरी उम्र 38 है. मुझे कोई महिला यौन आनन्द के लिए नहीं बुलाती है. मुझे भी जरूरत नहीं है.
मैं अपनी पत्नी सुजाता से खुश हूँ.
सुजाता भी मेरे साथ फास्ट फ़ूड की दुकान में मेरी मदद करती है.
सुकृति मैडम को हम दोनों प्यार करते हैं और उनकी इज्जत करते हैं.
मुझे डायरी लिखने की आदत है. मैंने रतन दत्त की लिखी सेक्स कहानी पढ़ी थी.
इसीलिए मैंने उनको अपनी डायरी के ये भाग प्रकाशित करने के लिए भेजे थे.
मुझे उम्मीद है कि आप सभी को यंग मेड फक स्टोरी आई होगी. अपने विचार जरूर बताएं.
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कृपया अपने विचार बताते समय कहानी का नाम और उसका भाग भी लिखें.
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