पंजाबन महिला बच्चे के लिए चुद गयी

(Xxx Punjabi Sex Kahani)

Xxx पंजाबी सेक्स कहानी में मैंने एक पंजाबन भाभी को माँ बनाने के लिए उसके साथ सेक्स किया. उसे उसका पति ही मेरे पास लेकर आया था. होटल में मैंने उसे 2 दिन में 14 बार चोदा.

दोस्तो, कैसे हो आप!

मैं प्रेम, आप सबके लिए काफी समय बाद वापस दूसरी कहानी लेकर हाजिर हुआ हूँ.
मैंने अपनी पहली कहानी
दोस्त की बीवी को दिया बच्चे का गिफ्ट
लिखी थी, उसको लेकर न जाने कितने दोस्तों के मेल आए थे.
मैंने सभी को जबाव देने का प्रयास किया था.

मैंने उस सेक्स कहानी में लिखा था कि एक दोस्त की बीवी को बच्चा गिफ्ट दिया.

आज की Xxx पंजाबी सेक्स कहानी पर आने से पहले मैं एक बार फिर से अपने बार में थोड़ा सा बता देता हूँ.
मैं जॉब करता हूँ और गुजरात से हूँ. अभी मैं पार्ट टाइम मसाजर हूँ.
मालिश का काम मैं अपने शौक की खातिर करता हूँ. इससे पैसा कमाने की चाह नहीं है.

हुआ यूं कि मेरी पहली सेक्स कहानी के बाद मुझे एक मेल आया था.
यह ईमेल लुधियाना से किसी प्रीत नाम की महिला का था.
उसकी उम्र तीस साल की थी.

उसने मुझसे कहा कि मुझे बच्चे नहीं होते हैं. मेरे पति को कुछ समस्या है. क्या आप मेरी कुछ मदद कर सकते हैं?
मैंने कहा- क्यों पंजाब में मर्द नहीं हैं क्या?

उसने कहा- मैं इधर भी किसी के साथ सेक्स करके बच्चा पैदा सकती हूँ, लेकिन बदनामी के डर से मैं आपको ये सब बता रही हूँ. आप एक अंजान व्यक्ति हो और दूर से हो … इसलिए मुझे आपसे कोई प्राब्लम नहीं होगी. इसके लिए मेरे पति भी राजी हैं. आप कहें तो मैं आगे का प्लान बना लेती हूँ.

उसकी इस बात से मैंने कहा- ऐसे कैसे मैं आपकी बात का विश्वास कर लूँ? न जान न पहचान … फिर मैं किसी की मजबूरी का फायदा भी नहीं उठाना चाहता हूँ.

प्रीत- मैंने कब कहा कि आप मजबूरी का कोई फायदा उठा रहे हो. मैंने तो खुद से अपनी बात रखी ही. जहां तक अनजान वाली बात है, वह तो मैंने खुद ही लिखा है कि किसी अनजान व्यक्ति का होना ही मेरे लिए ज्यादा मुफीद है. हालांकि आपसे मिलने से पहले हम भी आपके बारे में सब पक्का करेंगे कि आप मुझे वह सब देने में सक्षम हैं भी या नहीं?

मैंने उसकी बात से इत्तफाक रखते हुए लिखा- हां, तुम पहले हैंगआउट पर आ जाओ. हम दोनों वहां बात करते हैं. मैं पहले आप दोनों से बात करूँगा. उसके बाद आगे का सब देखेंगे.
प्रीत- ओके.

फिर उसी शाम मैंने उसके पति के साथ बात की. बाद में प्रीत से बात की.

प्रीत और उसका पति दोनों ही मुझसे बात कर रहे थे.

पति- आप अगर राजी हैं तो पहले वीडियो कॉल से कन्फर्म कर लेते हैं … उसके बाद हम आगे का प्लान करेंगे.
मैंने कहा- ठीक है.

वीडियो कॉल में मैंने देखा कि वह कोई पूरी खाँटी पंजाबी औरत थी. थोड़ी मोटी थी. उसके बूब्स 38 के रहे होंगे और अंदाज से उसकी गांड चालीस की रही होगी.
तब भी उसके अन्दर एक कशिश थी.

हमारे बीच सब नॉर्मल बात हुई और प्लान बन गया.
उसने पहले मुझे वहां आने को बोला.

मैंने मना कर दिया क्योंकि मेरे पास इतने पैसे भी नहीं थे और मैं कोई झंझट में भी नहीं पड़ना चाहता था.

उसके पति ने कहा- मुझे जॉब से छुट्टी नहीं मिल सकती है.
मैंने बोला- एक काम करो, आप अगले महीने में किसी दिन की छुट्टी ले लो और गुजरात आ जाओ. यहीं मिलते हैं. आप गुजरात घूम भी लेना.

उसकी बीवी को चुदने की कुछ जल्दी थी तो उसने अपने पति से कहा- तुमको कब छुट्टी मिल सकती है?
वह बोला- ऑफिस में बात करनी पड़ेगी.

प्रीत ने उसी समय अपने पति से कहा- तुम फोन पर अपने बॉस से बात करो कि तुम्हें अपनी बीवी के इलाज के लिए अर्जेंट बाहर जाना है.
उसका पति एक तरफ को चला गया और मुझे दिखाई देना बंद हो गया.

तब तक प्रीत ने मुझे अपनी चूचियों की झलक दिखाई और मुझे गर्म करने लगी.

उसने पूछा- कैसे हैं?
मैंने कहा- मस्त हैं … दबाने का जी कर रहा है.

वह बोली- सिर्फ दबाने का मन कर रहा है, चूसने का मन नहीं कर रहा है?
मैंने कहा- हां, चूसने का जी भी कर रहा है.

वह बोली- पर ऐसे चूसने से कुछ हासिल नहीं होगा. इसमें से दूध आने लगे, कुछ ऐसा करो प्रेम जी.
मैंने कहा- जितनी जल्दी मेरा रस लोगी उतना जल्दी इन मम्मों से दूध आने लगेगा.

वह हंसने लगी और बोली- तुम चिंता मत करो प्रेम, मेरे पति को भी बच्चे की जल्दी है. उसे उसके घर में काफी कुछ सुनना पड़ता है.

ऐसी ही हमारी बात चलने लगी थीं.

कुछ देर बाद उसका पति लौट आया और उसने कहा- हमारा गुजरात जाना पक्का हो गया है. मैं जल्द ही सारी डिटेल भेजता हूँ.

इसके एक दिन बाद उसने बताया कि वे दोनों शनिवार को सुबह गुजरात आ जाएंगे.

मैंने भी उनके आने के प्रोग्राम को लेकर खुशी जताई और कहा.
मैं- ओके डार्लिंग … मुझे होटल का नाम और एड्रेस भेज देना. मैं उधर आ जाऊंगा. आपको मुझसे गिफ्ट में क्या चाहिए, वह भी बता देना.

प्रीत- हां जान, वही गिफ्ट तो लेने आ रहे हैं आपके पास … आप आएंगे तब मिलेगी ना!
मैं- हां क्यों नहीं. चलो मिलते हैं. कल मैं आपका अपने शहर में इंतजार करूँगा.

वे दोनों मेरे शहर में पहुँच कर होटल में रुक गए.

अगले दिन मैं गया और उन दोनों से हाय हैलो हुई.
थोड़ी देर इधर उधर की बात की.

उसका पति बोला- आप दोनों बात करें, मैं थोड़ा घूम कर आता हूँ. तब तक आप एंजाय करो.
वह प्रीत को बेस्ट ऑफ लक बोल कर कमरे से बाहर चला गया.

प्रीत- अब क्यों देर कर रहे हैं. मैं क्या तुमको देखने आई हूँ. ऐसे क्यों देख रहे हो … चलो बताओ चुदाई में तुमको क्या क्या पसन्द है?

वह इतनी तेज निकलेगी, यह मैंने सोचा ही न था. उसके लिए चुदाई ही सबसे पहला काम था.

मैंने उसके मूड को समझा कि ये सही है. अपने काम से काम रखने वाली महिला है.
तो मैंने कहा- आपको जो भी पसंद हो, वह सब मुझे भी पसंद है मेरी रानी.

प्रीत मेरे पास में आ गई.
पहले उसने मेरे गाल पर किस किया.

मैंने उसकी गर्म सांसों का अहसास किया.
बड़ी ही मादक महक वाली पंजाबन थी.

थोड़ी देर ऐसे ही हम दोनों ने चूमाचाटी की फिर एक दूसरे को हग करके खड़े रहे.
उसकी जवानी की आग से मेरा लंड खड़ा हो रहा था.

मैंने उसके एक दूध को दबाया तो उसकी आह निकल गई.
तब मैंने उसे धक्का देकर बेड पर गिरा दिया.

प्रीत दोनों हाथ फैला कर बेड पर चित लेट गई.
उसने अपने हाथ से अपने कुर्ते को अपने पेट पर खींच लिया, जिससे उसकी सलवार का नाड़ा दिखने लगा.

मैंने उसकी सलवार के नाड़े को खींचा और उसकी टांगों से सलवार को खींच कर बाहर निकाल दिया.

वह एक लाल कलर की पैंटी में मेरे सामने आ गई थी.

बाद में मैंने जल्दी से उसके कुर्ते को भी हटा दिया और उसे ब्रा-पैंटी में कर दिया.

वह मुझे अपनी बांहों में खींचने लगी.
मैं उसके ऊपर छा गया और उसके होंठों को किस करने लगा.

वह भी मेरा साथ देने लगी.

मैं उसकी गर्दन पर, गाल पर सभी जगह किस करने लगा.
बाद में मैंने उसके बूब्स चूसे और दांतों से काट काट कर मम्मों पर बड़े बड़े निशान छोड़ दिए.

प्रीत- हमम्म … थोड़ा धीरे कर न यार … दुख रहा है.
मैं- नहीं मेरी रानी, सेक्स खुल कर करना चाहिए.

प्रीत- इतना खुलकर कि किसी की जान ही निकल जाए!
मैं- जान तो क्या रानी, थोड़ी देर में सब निकलने वाला है.

प्रीत ने हंस कर कहा- हां वह निकलेगा, तभी तो बेबी निकलेगा!
हम दोनों ने थोड़ी देर फ़ोरप्ले किया.
बाद में उसने मेरा लंड मुँह में ले लिया और चूसने लगी.

मेरे लंड की साइज़ सामान्य ही है … हां सामने वाली को दो तीन बार झाड़ कर पूरी संतुष्टि दे दे, ये उतनी देर चलता है. मुझे वाइल्ड सेक्स ज्यादा पसंद है.

प्रीत मेरा लंड चूस रही थी.
वह कभी पूरा लौड़ा अन्दर तक खा रही थी, तो कभी टोपा चूसने का मजा ले रही थी.

उसकी ए-क्लास लंड चुसाई से मेरी भी हालत पतली हो रही थी. उसकी लंड चूसने की कला को यदि किसी देसी प्रतियोगिता में रखा जाता तो वह नंबर वन पर आती.

लंड चूसने के साथ साथ वह मेरे गोटे भी कुछ मादक अंदाज से सहला रही थी और चूस रही थी.

मैंने एक गोली खाई हुई थी लेकिन तब भी लंड की मां चुदी जा रही थी.

फिर मैंने उससे कहा- प्रीत डार्लिंग … अब अपनी चड्डी निकाल दो और पहले एक राउंड चुदाई का कर लेते हैं. बाद में चाटने का काम करेंगे. अब लंड प्रवेश करने का समय हो गया है.
प्रीत- हम्म्म … मुझे भी जल्दी से अन्दर लेना है. तुम आ जाओ, बस जरा सी मेरी फ़ुद्दी भी चाट देना.

मैंने ओके कह कर प्रीत को बेड पर चित लिटा दिया और उसकी चूत देखने लगा.

सच में बड़ी ही मस्त चूत थी उसकी. एकदम ताजी पाव रोटी जैसी फूली हुई चूत थी.
मैंने चूत की ज्यादा सकिंग तो नहीं की, लेकिन दो बार चूत पर चुम्मी की और एक उंगली डाल कर उसे अन्दर बाहर किया.

उसकी चूत बहुत गीली हो गई थी.

प्रीत- अब रहने दो … बस जल्दी से लंड रख दो.
मैंने थोड़ी देर लंड को चुत की फाँकों में लगा कर बाहर बाहर से सुपारे को ऊपर नीचे किया.

प्रीत को मजा आ रहा था तो वह भी अपनी गांड चला कर नीचे से ऊपर को हो रही थी.
मुझे भी मज़ा आ रहा था.

अब मेरे से भी रुका नहीं जा रहा था.
मैंने सटाक से लंड अन्दर पेल दिया.

‘ह्म्म्म्म मर गई … ओफ्फ़ एकदम से डाल दिया आह.’
प्रीत की आवाज निकली.

तो मैंने अन्दर बाहर करते हुए उससे पूछा- मजा आया?
वह- हां मजा आ रहा है … फास्ट फास्ट करो प्रेम … आह और जल्दी जल्दी पेलो.

कुछ देर ऐसे चुदाई करने के बाद मैंने उसकी गांड के नीचे तकिया रखकर वापस से लंड पेल दिया.
अब पच पच पच की आवाज़ गूंज रही थी और प्रीत की ‘आह ह्म्म्म्म आह फास्ट फास्ट प्रेम आह.’ की आवाजें गूँज रही थीं.

थोड़ी देर बाद उसका रस निकल गया.
कुछ देर और चोट मारने के बाद मेरा भी निकल गया.

मैं झड़ कर उसके ही ऊपर पड़ा रहा.
पूरा लंड अन्दर निचुड़ कर साफ हो गया.

उसके बाद मैं साइड में लेट गया.

प्रीत- मज़ा आ गया प्रेम.
मैं- तुम बड़ी रसीली हो जान!

प्रीत- अब दो दिन नंगे ही रहना है मेरे साथ. मेरा पति कहीं घूमने नहीं गया है, वह बाजू के रूम में ही है. हम दोनों ने दो कमरे बुक कराए हैं.
मैं- ओह, यह तो सरप्राइज़ है.
प्रीत- हां.

मैं- मैं अपनी तरफ से पूरी कोशिश करूँगा कि तुम गर्भवती हो जाओ और मेरे बच्चे की मां बनो.
प्रीत- काश ये सही हो. बच्चे की चाह में ही तो मैं यहाँ तक आई हूँ.
मैं- हो जाएगा.

बाद में हम दोनों हग करके लेट गए.
उस रात को और अगले सारे दिन हम दोनों ने काफी तरह के आसनों में चुदाई की.

मैंने कुल मिला कर बार प्रीत को चौदह बार चोदा.

तो दोस्तो, आपको मेरी Xxx पंजाबी सेक्स कहानी कैसी लगी, मुझे मेल करके बताएं.
आपका प्रेम
मेरी ईमेल आईडी है
[email protected]

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