बिहारन भाभी की चोदम चुदाई- 2

(Sexy Bhabhi Ki Desi Chutai)

सेक्सी भाभी की देसी चुताई कहानी में पढ़ें कि कैसे मैंने एक बिहारन भाभी को पटाकर अपने रूम में बुलाया था. उसके बाद भाभी को मैंने खूब मजे से चोदा. आप भी मजा लें.

दोस्तो, मैं प्रकाश फिर से अपनी बिहार वाली सेक्सी भाभी की देसी चुताई कहानी को आगे बढ़ा रहा हूँ.

अब तक की सेक्सी भाभी की देसी चुताई कहानी
बिहारन भाभी की चोदम चुदाई- 1
में आपने पढ़ा था कि चन्द्रा भाभी मुझसे चुदवाने के लिए मेरे घर आ गई थीं. मैंने उनकी चुत में लंड पेल दिया था.

अब आगे की सेक्सी भाभी की देसी चुताई कहानी:

मेरा मोटा लंड चुत में लेते ही भाभी की चीख निकल गई- हाई … उईई … मैं मर गई … मांआ. … तुम्हारा बहुत बड़ा लंड है मेरी जान. मेरी चूत को तो निगल ही जाएगा ये, मैं तो आज चुद ही जाऊंगी. ये लंड तो मेरी बच्चेदानी से टकरा रहा है … आह मेरे लंडूऊऊ … आज मुझे चोद चोद कर ठंडा कर दो तुम … मेरी जान.

भाभी पागलों की तरह बड़बड़ा रही थीं.

मैं- आपकी चूत को पहले खूब अपने लंड को खिलाऊंगा भाभी … फिर आपकी गांड भी मारूंगा … हां भाभी प्लीज़ मना मत करना.
भाभी‌- हां हां प्रकाश … जो तुम्हारे जी में आए वो करो … पता है जब पहले पहले तुमने मुझे देखा था, तो मैं तुम्हारे लौड़े के नाम की कितनी उंगली करती थी?
मैं- नहीं यार चंदू … मुझे नहीं पता … तुम मुझे पूरी बात बताओ कि तुम मुझे अपने सपनों में कैसे खुद को चोदती थीं. हां मेरी जान तुम बताना शुरू करो … मैं तुम्हें और भी जोर जोर से चोदता रहूँगा.
भाभी- ठीक है, तुम मेरी चूत मारते रहो. मैं तुम्हें तुम्हारे लौड़े से अपनी चुत की चुदाई की दास्तान सुनाउंगी.

मैंने भाभी को गोद में उठाया और लंड को दुबारा चूत में सैट करके गोद में उछाल उछाल कर चोदने लगा.

भाभी चुदते हुए पागलों की तरह बड़बड़ाने लगीं- हां मेरी जान आज चोद दो मुझे. मैं भी तो तुम्हें अपने सपनों में ऐसे ही चोदती थी जानू. पता है जिस दिन तुम हल्की स्काइ ब्लू जींस और टी शर्ट में ऑफिस को जा रहे थे, उस दिन मैं तुम्हें देख रही थी. तुम्हारा लंड जींस में उठा हुआ था, तो मैं समझ गई कि तुम्हारे लौड़े को मेरी चूत चाहिए. तुम्हारी फूली जींस को देख कर उस दिन मेरी चूत पानी छोड़ने लगी थी प्रकाश. मैं सीधे अन्दर गई और बिस्तर पर चादर ओढ़ कर लेट गई. पता है मैंने क्या किया?

मैं- नहीं मेरी जान मुझे कुछ भी नहीं पता … तुम ही बता दो ना.

हम दोनों ने ऊपर के कपड़े अभी नहीं खोले थे और भाभी मेरी गोद में उछल उछल कर चुदवा रही थीं.

मैं भाभी को चोदते चोदते ऊपर वाले कमरे में ले गया और सबसे पहले उन्हें बिस्तर में फेंक कर उनकी कमीज उतार दी. भाभी की ब्रा फाड़कर फेंक दी. वो पूरी नंगी हो गयी थीं. दोस्तों गजब का माल था वो … इतना गजब का हुस्न तो मैंने सोचा भी नहीं था. भाभी उससे भी कहीं ज्यादा सेक्सी थीं.

मैं भाभी को बेतहाशा चूमने लगा. वो भी मेरा साथ देने लगीं.

फिर भाभी ने मुझे खड़ा किया और मुझे चूमने लगीं. चूमते चूमते उन्होंने भी मेरे सारे कपड़े उतार दिए. फिर मेरे लंड को चूसने बैठ गईं.

फिर भाभी ने कहा कि मेरे पीछे से चूत में लंड डालो प्रकाश.

मैंने लंड को थूक लगाया और भाभी की बुर में पीछे से लंड डाल दिया.

मेरे लंड से चुदते हुए भाभी फिर से अपनी चुदाई की कहानी सुनाने लगीं.

भाभी- प्रकाश, सबसे पहले मैंने अपनी कुर्ती खोली, फिर सलवार उतारी. फिर मैं सोचने लगी कि तुम मेरे साथ सोए हो और मुझे चूम रहे हो. मैंने तुम्हारी जींस को खोल दिया था और कच्छे के बाहर से ही लौड़े को चूसने लगी थी. फिर तुमने मेरी ब्रा खोली और मेरे मम्मे खाने लगे. मैं अपने हाथ से लंड सहला रही थी और तुम मेरी चूत को. फिर मैंने तुम्हें नंगा किया, तुमने मुझे नंगी किया और मैंने टांग ऊपर करके तुम्हारे लौड़े को अपनी चुत की फांकों में सैट कर दिया. बस तुमने लंड पेला और हो गई शुरू चुदाई.

इतना कहते ही भाभी पागलों की तरह बड़बड़ाने लगीं- आह … प्रकाश चोदो मुझे आह … प्रकाआश्ह … मैं तो गई.

ये कहते हुए भाभी झड़ गईं. मैं भी जोश में आ गया और भाभी को जोर जोर से चोदने लगा. कुछ ही धक्कों में भाभी दुबारा से तैयार हो गईं और मेरा साथ देने लगीं.

मैंने लंड पेलते हुए कहा- भाभी, मैं तो तुम्हें रोज सपनों में चोदता था. इस तरह की चुदाई की कई कहानी हैं भाभी.

भाभी- प्लीज़ मुझे एक मेरी चुदाई की कहानी सुनाओ न … मेरी चूत की कैसे चुदाई करते थे जान … आज एक ही सुना दो … बाकी कहानियां मैं दूसरी बार में सुनूंगी मेरे देवर, मेरे राजा, मेरे भाड़े के पति.
मैं- बहन की चूत मादरचोद … तेरा असली पति हूँ … मैं भाड़े का नहीं हूँ. साली तेरी चुदाई तो मैं ही कर रहा हूँ ना … मेरी रांड मेरे लंड का मजा ले.
भाभी- आहं … ओके ठीक है मेरे राजा … गुस्सा क्यों होते हो … मेरे असली पति. अब मुझे जल्दी से बताओ कि तुम मुझे सपनों में कैसे चोदते थे?

मैं- चंदू एक दिन तुम अपने बच्चे को स्कूल छोड़ने जा रही थीं. उस दिन तुम फ्रॉक सूट में कहर ढा रही थीं यार. तुम्हें देखते ही मैंने अन्दर जा कर एक बीएफ चलाई और सामने तुम्हें चुदता मान कर मुठ मारने लगा यार … मैं उस समय सोचने लगा था कि तुम्हारे कमरे में कोई नहीं है … मैंने तुम्हारे पीछे पीछे कमरे में आकर तुम्हें पीछे से पकड़ लिया और चूमने लगा. तुम अचानक से डर गईं और पीछे देख कर तुमने मुझे एक थप्पड़ मार दिया … पर शोर नहीं किया. मैंने आपसे कहा कि भाभी मैं तुम्हारा दीवाना हूँ … पागल हूँ तुम पर … प्लीज़ मुझे अपने आपको चोदने दो ना. तो आपने कहा कि तुम पागल तो नहीं हो, मैं शादीशुदा बच्चों वाली हूँ. तो मैंने कहा कि भाभी तभी तो आप मुझे इतनी ज्यादा पसंद हो क्योंकि आप बहुत हॉट हो. फिर आप भी मुझे बहुत प्यार से चोदेंगी और चुदाई भी सिखाएंगी. मेरे ऐसा कहते ही आप मुस्कुरा दीं. भाभी आप बोलने लगीं कि बहुत शातिर हो तुम … तुम्हें क्या पता कि मैं चुदाई में माहिर हूँ या नहीं. मुझे तो मेरे पति प्यार करते हैं.

भाभी मेरी कहानी सुनकर गरमा गई और बोली- फिर तुमने क्या कहा मेरे राजा.

मैंने- मैंने कहा भाभी आप वही प्यार मुझे सिखा दीजिये प्लीज़्. तो आप बोलीं कि मैं कैसे सिखाऊं … आपने तो पहले ही मुझे पकड़ रखा है. इस पर मैं बोला कि भाभी मैं पागल हो गया था भाभी, अब मैं कुछ नहीं करूंगा भाभी … बस आप ही मुझे चोदो.

भाभी मेरे सपनों की कहानी से बाहर आकर मचलने लगीं- आह प्रकाश … मैंने चोदा था तुम्हें … तुम्हारे सपनों में आकर? ये सुनकर ही मेरी तो चूत झड़ी जा रही है … आह मेरे लौड़े … बता ना बहनचोद कैसे चोदा मैंने तुझे तेरे सपनों में भोसड़ी के … बता जल्दी वर्ना मैं तेरी गांड मार दूंगी मादरचोद.

मैंने भाभी के ऐसा कहते ही भाभी की गांड में जोर का झापड़ दे मारा और भाभी को खड़ा करके उनको चूमते हुए दीवार से लगा कर खड़ा कर दिया. फिर मैंने भाभी की एक टांग उठा कर अपना लंड चूत में डाल दिया और फिर चूम चूमकर चोदते हुए अपनी सपनों की कहानी आगे बढ़ा दी.

मैं- हां भाभी आपने चोदा मुझे मेरे सपनों में. आपने पहले कहा कि मैं चाय बनाकर लाती हूँ. मैं आपके पीछे आया और आपकी गांड सहलाने लगा. तो आपने मेरे जींस में पानी फेंक दिया. फिर आप बोलने लगीं कि ओह सॉरी मुझसे पानी का गिलास गिर गया … कहीं आपको लगी तो नहीं, मैं पानी साफ कर देती हूँ. और ये कह कर आप मेरे लंड को जींस के बाहर से पानी साफ करने के बहाने सहलाने लगीं. इससे मेरा लंड खड़ा होने लगा, तो आप बोलीं कि प्लीज़ प्रकाश सॉरी देखो आपको चोट लग गयी आपका ये सूजने लग गया है … रुको मैं इसकी मालिश कर देती हूँ. मालिश से ये जल्दी ठीक हो जाएगा. ये कह कर आप मेरे लौड़े को बाहर से ही सहलाने लगीं. आपकी ये स्टाइल मुझे पागल कर गयी भाभी … और मेर लौड़ा तनतना गया. मेरे खड़े लंड को देख कर आप बोलीं कि हया प्रकाश … मैं क्या करूं आपको तो बहुत चोट लग गयी … रुको मैं तेल लाती हूँ और आपका पेंट खोल कर पूरी मालिश कर देती हूँ, अब तो ये तभी सही होगा. भाभी मैं तो आपकी इन बातों से पागल हो गया था और आपको उसी वक्त चोद देना चाहता था, पर आप तब तक तेल लाकर मेरे पेंट को खोलकर मेरे लंड और गांड के चारों ओर लगाने लगीं. इससे लंड और तनतना गया.

भाभी मेरे खड़े लंड को देख कर आप बोलीं कि मैं क्या करूं प्रकाश … ये मुझसे क्या हो गया. ये तो और ज्यादा सूज गया. आप बनावटी रोना रोते हुए बोलीं कि मैं इसे अपने होंठों और मुँह की गरमी से ठंडा करने की कोशिश करती हूँ. चूसने से ये पक्का बैठ जाएगा.

इधर भाभी मेरी बातों का रस लेकर मेरे लंड पर और भी ज्यादा चूत आगे पीछे करने लगी थीं.

वो बोलीं- आह … प्रकाश फिर क्या हुआ. क्या मैंने तुम्हारा लंड चूसा?
मैं- बता तो रहा हूँ मेरी छिनरो … मैंने कहा कि भाभी आपने ये क्या कर दिया. ये तो बहुत ही ज्यादा फूल गया है … इसे तो बस आप ही सही कर सकती हो. ये सुनकर आप मेरे लौड़े को बेतहाशा चूसने लगीं. फिर मैं भी नहीं रह पाया. मैंने आपको गोदी में उठाया और चूमते हुए बिस्तर में ले गया. आप भी मुझे पागलों की तरह चूमने लगीं. फिर आपने मुझसे कहा कि प्लीज़ प्रकाश मैं पहले आपका सूजा हुआ लंड ठीक कर देती हूँ. ऐसा कहकर आपने मेरा पूरा पेंट खोल कर अलग कर दिया और मेरा कच्छा भी खोल दिया. भाभी मैं नीचे से नंगा हो गया था और आप मेरे लंड को अपने मुँह से चोदने लगीं.

पूरे पांच मिनट तक मुझे चोदने के बाद आप बोलीं कि हाय ये क्या हो रहा है … आपका लंड तो और भी बढ़ा हो गया है. अब आप ही बताइए कि मैं अपनी गलती कैसे सुधारूं?

भाभी गांड हिलाते हुए बोली- फिर आपने क्या कह मेरी जान!
मैं- भाभी मैं पागलों की तरह आपसे बोला कि भ्भभाभी आपने मेरे लौड़े को गिलास से चोट मारी है. अब ये सूज गया है, तो अब सिर्फ वही करने के बाद ही बैठेगा. ये सुनकर आप बोलीं कि आप जो कहोगे, मैं करूंगी … बस आप बताइए क्या करना है? मैं अपनी गलती सुधारना चाहती हूँ प्लीज़ … इस पर मैंने कहा कि इसके लिए आपको मुझे चोदना होगा भाभी मेरे लंड की प्यास बुझानी होगी.

भाभी मेरे मुँह से अपनी चुदाई की कहानी सुनकर काफी मस्त हो गई थीं. वो गरम होकर पूछने लगीं- फिर क्या हुआ प्रकाश … जल्दी जल्दी बताओ न!

मैं- मैंने कहा कि भाभी आपने मुझसे पूछा कि क्क्कहां है आपका लंड. तो मैं बोला यही तो है भाभी लंड … जिसे आपने गिलास मार कर सुजा दिया.

मेरा लंड देख कर आप बोलीं कि नहीं ये तो खम्भा है … खम्भा … लंड थोड़े है ये. इस पर मैं बोला कि ये आप क्या कह रही है भाभी. यही तो लंड है.

आप बोलीं कि हां हां मेरे पागल आशिक … ये तो बहुत बड़ा लौड़ा है … मेरे पति का लंड तो इसके सामने सुई सा है, तुम्हारा तो लोहे की सब्बल है … मेरे लौड़े. ऐसा कहकर आप मेरे लंड को फिर से बेतहाशा चूसने चूमने लगीं भाभी और फिर अपनी जीभ मेरे मुँह में डाल दी. हम दोनों एक दूसरे में खो गए. आप मेरे लौड़े को सहला रही थीं और मैं आपकी गांड को सहला रहा था. फिर मैंने आपकी सलवार खोल कर आपकी पेंटी के अन्दर चूत में हाथ डाल दिया, तो आपने मेरी गांड में अपनी उंगली डाल दी भाभी. आप मेरी गांड मार रही थीं … तो मैं भी उंगली से आपकी चूत मार रहा था. फिर हमने एक दूसरे के सारे कपड़े फाड़ कर निकाल कर एक दूसरे के शरीर से दूर फेंक दिए.

‘फिर क्या हुआ मेरी जान?’ भाभी लंड लेते हुए बोलीं.
मैंने कहा- आप बोलीं कि आज मैं तेरे लंड की ताकत देखूंगी मेरे चोदू मालिक, देखती हूँ कैसे चोदता है तू मुझे … और अगर सही से नहीं चोदा ना, तो आज मैं तेरी गांड मार दूंगी भोसड़ी के … तेरा बलात्कार कर दूंगी मादरचोद. मैं आपकी गालियों से पागल होकर कहने लगा कि हां मेरी चुदक्कड़ माल … आप जैसे कहोगी, मैं वैसे चोदूंगा. पर अगर आपने मेरी गांड नहीं मारी ना … तो आपकी चूत तो क्या … गांड भी मार मार कर खून निकाल दूंगा मादरचोद.

मेरी गालियों से भाभी लगातार मस्त होते हुए चुत में लंड ले रही थीं.

मैं भाभी को उनकी चुताई की कहानी आगे बढ़ाता हुआ बोला- मेरी बात सुनकर आप बोलीं कि हां भैनचोद चोद ज्यादा मुझे … भोसड़ी के बोल कम.

ऐसा कहकर आपने मुझे बिस्तर पर लिटाया और हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए. मैं आपकी चूत और गांड के छेद को चाट रहा था और आप मेरी गांड और लंड को चूस रही थीं भाभी. फिर 5 मिनट बाद आप बोलीं कि अब मत तड़पाओ प्रकाश, बस मुझे चोद दो अब प्लीज़. फिर आपने मेरे लंड को पकड़ा और अपनी चूत पर सैट करके मुझसे झटका मारने को कहने लगीं. इस तरह हम एक दूसरे को पेलमपेल चोदने लगे भाभी.

मेरी पेलमपेल चुताई की कहानी से भाभी की चूत और गीली हो गई और मेरी कहानी से बाहर आकर भाभी बोलने लगीं- हायई … प्रकाश मेरी चूत पानी छोड़ रही है … प्लीज़ चलो बिस्तर में अब खड़े खड़े ही चोदोगे क्या?

फिर भाभी ने मुझे धक्का देकर मेरे लंड को पकड़कर मुझे बिस्तर में ले गईं. मैंने भाभी की चूत चाटी, तो उन्होंने मूत दिया. मैं भाभी की चुत से निकला पूरा मूत पी गया. फिर भाभी मेरे लौड़े का मूत पीने की जिद करने लगीं. तो मैंने भी उनके मुँह में लौड़ा डाल कर मूत दिया. वो मेरे लंड से निकला पूरा मूत पी गईं.

फिर मैंने भाभी की जोरदार चोदम चुदाई शुरू कर दी.

भाभी बोलने लगीं- प्रकाश मुझे एक लड़का चाहिये … तुम पहाड़ियों की तरह गोरा, मुझे चोद चोद कर मुझे एक लड़का पैदा कर दो ना प्लीज़.
मैंने कहा- आपको जो चाहिए वो मिलेगा भाभी. मैं आपके दो दो लाल बना दूंगा मेरी जान.

मैं भाभी को बाल पकड़कर चोद रहा था. वो मेरी गांड को जोर जोर से मथ रही थीं और मैं उनके ऊपर पूरे जोर शोर से अपने लंड की मार कर रहा था.

भाभी अपनी गांड ऊपर कर करके चुदवा रही थीं. फिर मैं अपने स्ट्रोक गिनने लगा. जब 300 स्ट्रोक हो गए, तो भाभी पागल होने लगीं और झड़ गईं. फिर 400 स्ट्रोक के बाद मैं भी झड़ गया.

हमारी आज की चुदाई खत्म हो गई थी. भाभी ने कुछ देर बाद अपने कपड़े पहने और अपने घर चली गईं.

अगली बार की भाभी की चुदाई की कहानी फिर लिखूंगा.
आप मुझे मेल कीजिएगा कि आपको सेक्सी भाभी की देसी चुताई कहानी कैसी लगी?

मेरी मेल आईडी है [email protected]

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