रैगिंग ने रंडी बना दिया-7
(Ragging Ne Randi Bana Diya- Part 7)
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अब तक आपने मेरी इस चुदाई की कहानी में पढ़ा था कि काका मोना की चुत चोद रहे थे और मोना झड़ चुकी थी। लेकिन काका का लंड अभी भी पूरी मस्ती से चुत के चिथड़े उड़ाने में लगा हुआ था।
अब आगे..
काका स्पीड से मोना की चुत में लंड के झटके मार रहे थे। अब मोना भी वापस गर्म हो गई और गांड को उछाल-उछाल के काका का साथ देने लगी। काका ने मोना को घोड़ी बना कर चोदना शुरू किया। अब हर झटके के साथ मोना की आह.. निकाल रही थी।
दस मिनट ऐसे ही गुजर गए अब काका का लावा किसी भी पल फूटने वाला था, वो और ज़्यादा स्पीड से चोदने लग गए थे।
मोना- आह.. आ काका उफ़फ्फ़ आज तो जिंदगी का आह.. आ असली मज़ा आ गया आह.. और जोर से आह.. मैं गई आह.. काका आह.. उईईइ आह।
काका- उम्म्ह… अहह… हय… याह… ले रांड आह.. मेरा भी आह.. निकलने वाला है आह.. अफ..
चुदाई का तूफान अपने चरम पे था काका के मूसल ने लावा बरसाना शुरू कर दिया। उसकी गर्म धार मोना की चुत को बड़ा सुकून दे रही थी.. उसी के साथ मोना भी झड़ गई।
काफ़ी देर तक दोनों हांफते रहे और एक-दूसरे को देख के मुस्कुराते रहे।
दोस्तों यहाँ तो रेस्ट टाइम हो गया तो चलो हम कहीं और जाकर आते हैं। वैसे आपको मेरा अंदाज तो पता है ना.. तो चलो इनको थोड़ा सुस्ता लेने दो, हम टीना के पास चलते हैं। वहाँ भी आज आपको गरमागर्म सीन देखने को मिलेगा।
रात को 11 बजे टीना चुपके से घर से बाहर निकल जाती है। बाहर संजय बाइक पे खड़ा उसका वेट कर रहा था। वो सीधी जाकर बाइक पर बैठ जाती है और दोनों एक मकान में चले जाते हैं।
टीना- ऐसी क्या जरूरत आ गई संजू जो तुमने मुझे ऐसे अर्जेंट में बुलाया?
संजू- सब्र कर मेरी जान.. ऐसी भी क्या जल्दी है, आराम से बैठ पहले.. फिर बताता हूँ।
टीना- ठीक है जानू जैसा तुम कहो, लो बैठ गई अब बोलो क्या बात है?
संजय- यार आज शाम से लंड में हलचल मची हुई है, सोचा तुझे बुलाकर तेरी चुत की ठुकाई करूँगा।
टीना- क्या बात है मेरे राजा.. इस हलचल की कोई खास वजह तो ज़रूर होगी?
संजय- हाँ वजह तो बहुत बड़ी है मगर तुझे बता नहीं सकता।
टीना- क्या यार संजू.. मुझपे भरोसा नहीं है क्या तुम्हें?
संजय- ऐसी बात नहीं है यार.. तू समझा कर, सही मौका आएगा तब तुझे बता दूँगा। फिलहाल तू कपड़े निकाल लंड में दर्द होने लगा है।
टीना- ही ही ऐसा क्या हो गया.. लगता है कोई बहुत ज़्यादा हॉट माल देख के आया है.. तभी ये हाल है। मगर मेरे राजा आज तो तुम्हारी टीना तुम्हारी कोई मदद नहीं कर सकती क्योंकि आज सिग्नल रेड है.. लंड की नो एंट्री हा हा हा हा हा..
संजय- अबे बहनचोद साली ये क्या बोल रही है.. सारा मूड खराब कर दिया।
टीना धीरे से संजय के पास गई और उसके लंड को सहलाते हुए कहा- अरे नाराज़ क्यों होता है, मेरे ये होंठ किसी चुत से कम हैं क्या और साथ में ऐसा नजारा दिखाऊंगी तुझे कि 5 मिनट में तू पानी फेंक देगा।
संजय सवालिया नज़रों से टीना को देख रहा था और टीना उसके लंड को पेंट से आज़ाद कर रही थी। टीना ने पेंट उसके घुटनों तक खिसका दी और अंडरवियर को भी नीचे कर दिया।
संजय का 8″ का लंड आज़ाद हो गया.. वो मोटा भी काफ़ी था। वैसे तो टीना कई बार उसको अपनी चुत में ले चुकी थी मगर आज ये कुछ ज़्यादा ही तना हुआ था।
टीना- ओ माय गॉड.. ये क्या संजय इतना कड़क.. प्लीज़ संजय बताओ ना ऐसा क्या हुआ कि आज ये जरूरत से ज़्यादा कड़क हो गया?
संजय- अबे ये सब बातें बाद में.. पहले इसका इलाज तो कर, लगता है आज फट ही जाएगा साला ये.. और वो नजारा क्या दिखाने वाली थी.. तू वो तो दिखा साली?
टीना- सब्र कर मेरे राजा पहले इसको थोड़ा प्यार तो कर लूँ।
टीना लंड को बड़े प्यार से अपनी जीभ से चाटने लगी और धीरे-धीरे सुपारे को अपने मुँह में भर लिया।
संजय- आह.. उफ़फ्फ़ टीना मज़ा आ रहा है आह.. साली तू पक्की चुदक्कड़ है आह.. क्या चूसती है अफ..
दस मिनट तक टीना लंड से खेलती रही उसको पूरा मुँह में लेकर चूसती कभी गोटियों को हाथ से छेड़ती तो कभी मुँह से चूसती।
ये हरकतें संजय को पागल बना रही थीं वो सिसक रहा था और मज़े में उसकी आँखें बंद थीं। अचानक टीना ने लंड मुँह से बाहर निकाल लिया और संजय को देख कर मुस्कुराने लगी।
अचानक मज़ा खराब होने से संजय ने जल्दी से आँखें खोलीं।
संजय- साली कुतिया क्या हुआ कितना मज़ा आ रहा था.. निकाल क्यों दिया?
टीना- तेरा स्टेमिना मुझसे छुपा नहीं है.. साला चुत का भुर्ता बना देता है तब जाकर तू झड़ता है। ऐसे चूसने से तेरा कुछ नहीं होगा, ये ले और इसको देख के मेरे मुँह को चुत समझ कर चोद.. तब तू हल्का होगा।
टीना ने सुमन का जो वीडियो बनाया था उसको चालू करके फ़ोन संजय को दे दिया और दोबारा उसके लंड को मुँह में लेकर होंठ भींच लिए।
सुमन का अनछुआ यौवन देख कर संजय की आँखें फटी की फटी रह गईं.. उसका लंड और ज़्यादा सख़्त और गर्म हो गया। सुमन की ब्रा में कैद चूचे और उसकी फूली हुई चुत उसको मदहोश कर रही थी। वो अब अपना आपा खो चुका था उसने टीना के सर को कस के पकड़ा और जोर-जोर से उसके मुँह को चोदने लगा।
संजय- आहह सुमन आह.. साली क्या मस्त है रे तू आह.. साली उफ़फ्फ़ पहले साली पूजा ने आह पागल किया आह साली अब तेरा यौवन देख के आह.. हाल बुरा हो गया आह.. ले साली ले उहह उहह उहह..
दो मिनट भी नहीं लगे उसको.. और उसका लंड फट गया। सारा रस टीना के गले में जा पहुँचा और लंड पिचकारी पे पिचकारी मारता रहा। शायद आज से पहले उसका इतना रस नहीं निकला था.. जितना आज निकला।
टीना ने सारा रस निगल लिया और लंड को अच्छे से चाट कर साफ किया और थोड़ा गुस्से से संजय की तरफ देखा- साले कमीने, मेरे लिए तो कभी ऐसा जोश नहीं आया तुझे.. और आज इस रंडी को देख के बहुत जल्दी पानी फेंक दिया तूने.. और ये पूजा कौन है, जिसके चक्कर में तू शाम से लंड कड़क करके घूम रहा है?
पूजा का नाम टीना के मुँह से सुनकर संजय की आँखें फटी की फटी रह गईं, वो सोचने लगा कि इसको पूजा के बारे में कैसे पता लगा। फिर उसने दिमाग़ पे जोर दिया तो उसको याद आया कि अभी मज़े के चक्कर में उसको पूजा याद आई थी और उसने उसका नाम लिया था।
टीना- अबे सोच क्या रहा है बता कौन है ये पूजा?
संजय- क्क..कौन पूजा मुझे क्या पता कौन है क्या बोल रही है तू?
टीना- देख संजू नाटक मत कर.. सच सच बता दे और मुझसे कैसा डर..! तू सुमन को चोद या किसी पूजा को, मुझे फरक नहीं पड़ता.. बस मेरी चुदाई बराबर करते रहना.. प्लीज़ बता ना यार?
संजय- पूजा को मार गोली और ये बता क्या तूने ये वीडियो शाम को बनाया? साली क्या मस्त लग रही है इसको देख के लंड बेकाबू हो गया और फट से पानी फेंक दिया।
टीना- हाँ मैं उसके घर गई थी वैसे एक बात तो माननी पड़ेगी। साली कुतिया सच में काफ़ी सुंदर है। एक बार तो मेरी भी लार टपकने लगी उसके जिस्म को देख कर.. मन किया साली की चुत चाट लूँ।
संजय- मेरी जान मैं तो उसको पहली बार देख कर ही समझ गया था, इसी लिए ये गेम खेला.. अब तू बस उससे टास्क करवाती जा और देख कैसे मैं उसको टॉप की रंडी बनाता हूँ।
टीना- अच्छा ये बात है.. चलो देखते हैं।
अचानक टीना को याद आता है कि संजय उसको बातों में लगा कर पूजा की बात को टाल रहा है।
टीना- यार संजू प्लीज़ तू मुझे बातों में उलझा मत.. बता ना पूजा का क्या चक्कर है और वैसे भी तूने आज तक कितनी लड़किया चोदी हैं मगर आज जो तेरी हालत थी, उससे लगता है ये पूजा कोई बम्ब नहीं पूरी की पूरी बारूद की फॅक्टरी है।
संजय- तू जैसा सोच रही है बात वैसी नहीं है यार!
टीना- अरे तो यार जो भी है तू बताएगा तब पता लगेगी ना.. चल बता अब!
संजय- साली तू ऐसे मानेगी भी नहीं, बताऊंगा थोड़ा सब्र कर गला सूख रहा है और बाथरूम भी जाना है तू ऐसा कर में बाथरूम में फ्रेश होकर आता हूँ तब तक तू फ्रीज़ से बियर निकाल के ला और गिलास भी साथ लाना।
संजय के दिमाग़ में कोई बहुत बड़ी बात घूम रही थी, वो टीना को बताए या ना बताए बस यही सोचता हुआ फ्रेश होने चला गया और टीना भी बियर लाने चली गई।
क्या यार कहाँ तो काका और मोना का सीन चल रहा था बीच में ये नया ट्विस्ट आ गया.. यही सोच रहे हो ना, टेंशन मत लो आपकी लाड़ली पिंकी का स्टाइल थोड़ा अलग है। संजय आए तब तक वापस काका के पास चलते हैं।
काका- क्यों मोना रानी, मज़ा आया या नहीं..!
मोना- काका मेरी जिंदगी में ऐसा मज़ा कभी नहीं आया, आपका लंड सच में बहुत तगड़ा है। देखो इसने मेरी चुत का क्या हाल किया है।
काका- अरे रानी अभी कहाँ.. अभी तो बस शुरूआत है, आगे-आगे देख.. मैं तुझे कितने मज़े देता हूँ।
काका की बात सुनकर मोना के होंठों पे एक मुस्कान आ गई। वो धीरे से काका के सीने से चिपक गई और लंड को सहलाने लगी। काका का लंड भी शायद इसी चाहत में था.. इसलिए मोना के हाथ लगते ही वो बढ़ने लगा।
काका- आह.. रानी तेरे हाथों में कैसा जादू है.. देख लंड कैसे तन गया उफ.. वैसे एक बात तो बता अगर मेरे बीज से तुझे पेट रह गया तो तू क्या करेगी?
मोना- करना क्या है काका ये तो ख़ुशी की बात है.. आपके तगड़े लंड से बच्चा पैदा होगा.. तो वो भी आपकी तरह मजबूत होगा, गोपाल के जैसा नामर्द नहीं होगा। उसकी बीवी आपको दुआ देगी सारी जिंदगी के कैसा मर्द पैदा किया है।
काका- अच्छा जरूरी थोड़े ही है.. कोई लड़की भी हो सकती है।
दोस्तो.. मेरी चुदाई की कहानी कैसी लग रही है मुझे मेल जरूर कीजिएगा।
[email protected]
कहानी जारी है।
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