अधेड़ उम्र की महिला की चूत चुदाई
(Hot Old Lady Sex Kahani)
हॉट ओल्ड लेडी सेक्स कहानी में पढ़ें कि कैसे मैंने 56 साल की औरत को चोदा. उसक औरत की बहन को मैं कई साल से चोद रहा था.
मेरी पिछली सेक्स कहानी
मेरी फ्रेंड की विधवा सहेली की चूत चुदाई की कहानी
को आप सभी ने बहुत सराहा था.
उसके लिए आप सभी का धन्यवाद.
एक बार फिर से अपने बारे में बता देता हूँ. मैं एक में परिपक्व उम्र का मर्द हूँ.
मेरी उम्र अभी 45 साल की है.
मैं देखने में कोई फिल्म स्टार जैसा स्मार्ट नहीं हूँ और न ही मेरा रंग कोई बहुत ज्यादा अंग्रेजों जैसा गोरा है.
मैं बस एक साधारण सा दिखने वाला मर्द हूँ.
मुझे केवल उम्रदराज औरतों या कपल ही पसंद हैं.
यह सेक्स कहानी मेरी महिला मित्र की बड़ी बहन के साथ सेक्स करने की कहानी है.
आप लोगों ने मेरी पहली सेक्स कहानी की जिस नायिका के बारे में पढ़ा था, उनकी एक बड़ी बहन भी हैं.
वह मेरी महिला मित्र से उम्र में बड़ी हैं. उनकी उम्र करीब 56-57 साल की है.
वह एक बहुत ही खुश मिजाज महिला हैं और वेस्ट बंगाल में रहती हैं.
वह तीन बच्चों की माँ हैं. उनके सारे बच्चों की शादी हो चुकी है. उनकी तीनों लड़कियां ही हैं.
उनके घर में अब केवल वह और उनके पति ही रह गए हैं.
यह हॉट ओल्ड लेडी सेक्स कहानी उस समय की है, जब वह जबलपुर अपनी बहन से मिलने आई हुई थीं.
उनके आने से हम दोनों सेक्स नहीं कर पाते थे. हमारी केवल व्हाट्सएप्प पर ही बात हो पाती थी.
हम दोनों व्हाट्सएप्प पर सेक्सी बातें करके अपने आपको ठंडा कर लिया कर लेते थे.
एक दिन बड़ी बहन जी को शक हो गया कि कुछ तो बात है.
क्योंकि हम दोनों जब भी फ़ोन सेक्स करते थे, तब मेरी मित्र बाथरूम में चली जाती और पूरी नंगी होकर अपनी चूत में उंगली करती थी.
अपनी चूत में उंगली करती हुई जब झड़ने लगती थी तो न चाहते हुए भी उसके मुंह से आवाजें निकल जाती थीं और उसकी आवाजों को बड़ी बहन जी सुन लेती थीं.
यह बात बड़ी बहन जी ने कुछ ज्यादा ही ध्यान देकर अपने नोटिस में ले ली थी.
एक बार जब हम दोनों फ़ोन सेक्स कर रहे थे तो बड़ी बहन जी ने मेरी मित्र को रंगे हाथ उस वक्त पकड़ लिया जब वो झड़ने वाली थी.
अब उन्होंने फ़ोन देखा तो मैं अभी भी ऑनलाइन था और मेरा कैमरा चालू था.
मेरा हाथ मेरे लंड पर था, जो अभी झड़ा नहीं था.
बड़ी बहन जी ने मेरा कड़क लंड देखा और अपनी बहन को हड़का कर कहा- इसको बुलाओ, मुझे इससे बात करनी है.
मैं फोन पर सब सुन रहा था तो मैं बोला- मुझसे जो भी बात करनी है, वो सब आप अपनी बहन से ही पूछ लेना.
इस पर उन्होंने गुस्सा करते हुए कहा- मैं जितना बोल रही हूँ, उतना सुनो और कब आओगे … ये बोलो.
मैंने लंड दिखाते हुए कहा- आज आपकी वजह से मैं पूरा नहीं हो पाया हूँ. खैर … मैं शाम को आता हूँ.
मैंने ये बोला और फोन काट दिया.
फिर मैंने सोचा कि चलो देखते हैं, जो होगा देखा जाएगा.
मैं शाम को मेरी मित्र के घर गया. उसका घर चूंकि मेरे ही शहर में था.
जब मैं उनके घर गयातब मैंने देखा कि सब सामान्य था.
ऐसा कुछ लग ही नहीं रहा था कि कुछ गड़बड़ है.
मेरे आते ही उन दोनों ने मेरा अच्छे से स्वागत किया.
फिर मैंने अपनी वाली से इशारे से पूछा कि क्या हुआ?
तो उसने अपनी बहन की तरफ देखा और कुछ भी नहीं कहा.
अब ये सब इशारेबाजी बड़ी बहन जी ने भी देख ली थी.
उन्होंने बोला- पहले बैठ जाओ, फिर बात करते हैं.
मैं बैठ गया और उनकी तरफ देखने लगा.
वे एकदम से साफ शब्दों में बोलीं कि तुम कब से इसे चोद रहे हो?
मैंने एक बार अपनी वाली की तरफ देखा और कहा- तीन साल हो गए.
वे बोलीं- कि ऐसा क्या है इसकी चूत में?
मैंने कहा- मैं इसका उत्तर बिना किसी तुलना के कैसे बता सकता हूँ?
वो मेरे उत्तर को समझ नहीं पाईं और बोलीं- मतलब?
मैंने कहा- आपने पूछा कि इसकी चूत में ऐसा क्या खास है. तो मैंने आपसे कहा कि इसकी चूत में जो भी खास है या नहीं है, वो मैं तब तक नहीं बता सकता हूँ, जब तक कि किसी और चूत को न देख लूँ!
मेरे ये कहते ही वो दोनों बात का मर्म समझ गईं.
मेरी वाली मुँह दबा कर हंसने लगी और उसकी बड़ी बहन ने मेरी तरफ देख कर अपनी आखें तरेर दीं.
उन्होंने गुर्रा कर कहा- मतलब तुम्हें पहले मेरी चूत भी देखनी है?
मैं बोला- इसकी चूत बहुत मस्त है.
वे बोलीं- अब ये बिना तुलना के कैसे कह दिया?
अब वे थोड़ा गर्म होने लगी क्योंकि बाद में मेरी वाली ने अपनी बड़ी बहन के कुछ पीछे जाकर मुझे इशारे से बताया कि वो दोनों लेस्बियन सेक्स करती हैं. उनका भी शायद तुमसे चुदने का मन है!
मैंने ये जानते ही बड़ी बहन जी से कहा- आप भी एक बार करवा के देख लो. मुझे उम्मीद है कि आपको भी मज़ा आ जाएगा. मेरा हथियार तो अपने देखा ही है. मुझे लगता है कि आपको मेरा लौड़ा पसंद आया होगा.
बस मेरा इतना बोलते ही वे एकदम मेरी तरफ आईं और मुझ पर टूट पड़ीं.
बड़ी बहन जी ने मेरी कॉलर पकड़ी और मुझे किस करने लगीं.
मुझे कुछ समझ में नहीं आया कि ये क्या हुआ.
बस मुझे उनका चूमना अच्छा लगा तो मैंने भी उनको पकड़ लिया और किस करने लगा.
उनके होंठ बड़े ही नर्म और रसदार थे.
अमूमन इस उम्र में महिलाओं के होंठों से वो रसीलापन खत्म हो जाता है … जो एक यौवन से भरपूर महिला या लड़की में होता है.
बड़ी बहन जी इस वक्त एक रिटायर होने वाली उम्र की महिला थीं मगर उनमें 56 साल की उम्र के बाद भी गजब की कशिश थी.
जल्द ही हमारी चूमाचाटी कुछ जंगली होने लगी और बड़ी बहन जी की जीभ मेरे मुँह के अन्दर घुस कर मेरे मुँह के रस को पीने लगी.
आह … बड़ी बहन जी की जीभ का स्वाद मुझे छोटी बहन से ज्यादा मस्त लगा.
मैंने उन्हें अपनी बांहों में भर लिया व उनके मुँह को अपनी जुबान से ही चोदने लगा.
जब हम दोनों किस करके अलग हुए तो वो वासना से भरी हुई आंखों से मुझे देखती हुई बोलीं- छुटकी तू सही थी. इसमें तो काफी दम है.
मैं अपने लंड को सहलाते हुए बोला- आपने अभी मेरे हथियार का दम देखा ही कहां है!
वे फिर से आगे बढ़ीं और मेरे लंड को हाथ में लेकर बोलीं- हां इसी को चैक करने के लिए ही तो तुझे बुलाया है भोसड़ी वाले.
जब बड़ी बहन ने मुझे गाली दी तो मैंने भी अपना हाथ बढ़ा कर उनकी चूची को मसला और कहा- पहले अपनी चूत को देख लो कि वो इस हालत में बची भी कि लोहे का लंड ले सके … भोसड़ी वाली!
वो मेरी बात सुनकर फिर से मेरे मुँह में अपनी जीभ घुसेड़ कर चूसने लगीं.
इस बार जल्द ही अपनी जुबान मेरे मुँह से निकाल कर बोलीं- तू सही कह रहा है माँ के लौड़े … मेरी चूत तेरे लंड का पानी पीने के लिए टपक रही है.
मैंने उसी पल उनकी चूत वाले इलाके में हाथ फेरा तो पाया कि नीचे के सब कपड़े गीले हो चुके थे.
इसका मतलब साफ था कि बड़ी बहन जी की चूत पानी छोड़ चुकी थी.
अब मैं बोला- आज तो मज़ा आ जाएगा आपकी गड़ैया में गोता लगाने से.
उन्होंने मेरे गाल पर चूमा और बोलीं- तो चल लौंडे … मेरी गड़ैया में गोता लगाने के लिए रेडी हो जा … और बता कि अभी भी ये कैसी लगती है?
फिर मैंने बड़ी बहन जी के सारे कपड़े उतार दिए.
छोटी बहन सामने एक कुर्सी पर बैठ कर चुदाई की फिल्म देखने को बेताब दिख रही थी.
मैंने उसकी तरफ देखा तो उसने अपने अश्लील भाव से अपने होंठों पर जुबान फिराई और साथ ही अपनी चूत को हथेली से थपथपा कर मेरा उत्साह बढ़ाया.
इधर मैं बड़ी बहन जी की पैंटी उतार रहा था.
अब बड़ी बहन जी पूरी नंगी हो गई थीं.
तब मैंने छोटी की तरफ से अपनी नजरें हटा कर बड़ी की तरफ आखों को घुमाया और उसके बदन का मुआयना किया.
सच में बड़ी बहन के नंगे जिस्म को देख कर ऐसा जरा सा नहीं लग रहा था कि वो 56 साल की है.
हां उनके दूध जरूर लटक गए थे मगर चूत तो अभी भी किसी जवान लड़की की तरह लग रही थी.
बड़ी बहन जी की कचौड़ी सी फ़ूली चूत देख कर मुझसे रहा नहीं गया और मैंने तुरंत नीचे बैठ कर उनकी चूत को चाटना शुरू कर दिया.
अपनी सालों से अनछुई चूत पर एक गैर मर्द की जीभ का स्पर्श पाते ही बड़ी बहन जी सिहर उठीं और उनकी बरबस आह निकल गई.
वो पीछे को हटने को हुईं मगर मैंने उनकी दोनों टांगें पकड़ रखी थीं, जिस वजह से वो कसमसा कर रह गईं.
मेरी जुबान उनकी चूत पर चलने लगी और वो आह आह करके अपनी चूत मेरे मुँह में देने सी लगीं.
धीरे धीरे वो गर्म होने लगीं और अपनी गांड उठाने लगीं.
उनको अपनी चूत पर मेरा मुँह चलता हुआ अच्छा सा लगने लगा था तो वो मेरा सर अपनी चूत पर दबाने लगीं.
मेरी जुबान उनकी चूत में अन्दर तक वार कर रही थी और वो भी अपने चरम पर आने लगी थीं, जिस वजह से वो मेरे सर को काफी ताकत से अपनी चूत में यूं दबाने लगी थीं मानो मुझे अपनी चूत में ही घुसेड़ लेंगी.
कुछ ही पलों बाद बड़ी बहन जी बहुत जोर से चिल्लाती हुई झड़ गईं.
मैंने उनकी चूत का पूरा रस पी लिया.
जब वो थोड़ी ठंडी हुईं तब जाकर मेरे सर को अपनी चूत से अलग किया.
अब वो बाथरूम जाने लगी थीं.
मैंने उनका हाथ पकड़ा और कहा- मुझे आपको मूतते हुए देखना है!
इस पर वो बोलीं- क्यों देखना है?
मैंने कहा कि वो मुझे मूतते हुए देखना अच्छा लगता है.
वो हंस कर बोलीं- तुमने आज मुझे बहुत दिनों के बाद जो मज़ा दिया है, उसके लिए मैं सब कुछ तुम्हारे सामने करने को तैयार हूं.
वे बाथरूम में घुसीं और मेरी तरफ चूत करके मूतने लगीं.
सच बोलूँ दोस्तो, वो जब मूत रही थी तो बहुत मस्त सीन था.
वे मूत कर अपनी चूत धोने लगीं, तब मैंने उनको फिर से रोक दिया.
तो वे बोलीं- अब क्यों?
अब मैं उनकी चूत चाटने वाला था और मूत्र की जो महक जब चूत से आती है, तो उस समय मुझे चूत चाटने में बहुत मज़ा आता है.
मैंने बड़ी बहन जी से अपनी बात कही तो वो खिलखिला कर हंस पड़ीं और बोलीं- छुटकी, तूने सही मर्द पकड़ा है यार. चल आ जा … चाट ले मेरा भोसड़ा!
मैंने झट से उन्हें बाहर खींचा और फर्श पर लिटा कर उनकी चूत में मुँह लगा दिया।
चूत से मूत की भीनी भीनी महक या रही थी और स्वाद भी बाद जोरदार लग रहा था.
मैंने चूत चाटी तो उनकी चूत में शोले भड़कने लगे और उन्होंने मुझे अपने ऊपर खींच लिया.
अगले ही पल मैं और बड़ी बहन जी के होंठ मिले हुए थे और हम दोनों डीप किस में डूब गए थे.
मेरा लंड भी अकड़ा हुआ था.
किस के दौरान ही लंड ने अपनी सहेली चूत का मुँह खोज लिया और वो अन्दर सरसराता हुआ घुस गया.
आह आह … की मादक आवाज मेरे कानों में गूंजने लगी और बड़ी बहन जी की चूत चुदाई चालू हो गई. हॉट ओल्ड लेडी सेक्स का मजा हम दोनों लेने लगे.
दोस्तो, अपनी महिला मित्र की बड़ी बहन जी मेरे लौड़े के नीचे कुचल रही थीं और सामने उनकी छोटी बहन हम दोनों की चुदाई देख कर अपनी चूत में उंगली कर रही थी.
बीस मिनट में बड़ी बहन जी के भोसड़े ने दो बार रो रो कर मेरे लवड़े से माफी मांगी, तब जाकर मेरे लौड़े ने बड़ी बहन जी की चूत में अपना जल टपका दिया और हम दोनों यूं ही नंगे निढाल होकर पड़े रहे.
अगली बार फिर से हाजिर होऊँगा और आगे की सेक्स कहानी का मजा लिखूँगा।
आप सभी को मेरी हॉट ओल्ड लेडी सेक्स कहानी कैसी लगी, प्लीज मुझे कमेंट्स करके बताएं.
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