लिंग परिवर्तन करा के गृहस्थी बसाई
(Gandu Sex Change Story)
सेक्स चेंज स्टोरी में पढ़ें कि दो आदमियों ने दो चिकने गांडू लड़कों का लिंग परिवर्तन करवा के उनसे शादी कर ली. फिर एक साथ रह कर सुखी गृहस्थ जीवन बसर करने लगे.
दोस्तो, मेरी पिछली कहानी
चिकने लड़के को बीवी बना कर चोदा
में आपने पढ़ा था कि प्रकाश ने सोनू को सोनम बनाकर सुहागरात मनाई, दोनों 8 दिन साथ रहे.
अब आगे सेक्स चेंज स्टोरी:
प्रकाश की बीवी को वापस आने में अभी एक दिन बाकी था. प्रकाश ने विशाल को शाम को अपने घर बुलाया.
दोनों पीने बैठे.
प्रकाश अपने वैवाहित जीवन के बारे में बताने लगा.
उसकी शादी को केवल 3 महीने हुए थे. उसकी बीवी को इस शादी के प्रति जरा भी उत्साह नहीं था.
वह नीरस और उदास रहती थी. उसे सजने, घूमने जाने की इच्छा नहीं थी.
सुहागरात को प्रकाश को पता चल गया था कि वह कुंवारी नहीं थी.
प्रकाश ने बुरा नहीं माना क्योंकि वह भी शादी से पहले किसी और से संभोग कर चुका था.
जब प्रकाश संभोग की कोशिश करता, उसकी बीवी मुर्दे की तरह लेटी रहती. प्रकाश ने कुछ बार उसके साथ संभोग किया, फिर उसकी अपनी बीवी साथ संभोग करने की इच्छा ख़त्म हो गयी.
प्रकाश बोला- मुझे लगता है मेरी बीवी की शादी उसकी इच्छा के विरूद्ध हुई थी. शायद वह और किसी से प्यार करती थी.
विशाल बोला- मैं इस बात का पता कर सकता हूँ. तुम्हारी बीवी के मायके के शहर में मेरे कुछ दोस्त रहते हैं.
प्रकाश ने हामी भर दी.
फिर विशाल ने पता करके प्रकाश को बताया कि उसकी बीवी किसी से प्यार करती थी. उसके घर वाले को वह लड़का पसन्द नहीं था.
इस पर प्रकाश बोला- मैं अपनी बीवी से इस बारे में बात करूंगा.
प्रकाश की बीवी मायके से वापस आयी तो उसने बीवी को कहा- आराम से बैठो … मुझे तुमसे कुछ बात करनी है.
जब प्रकाश ने शादी के पहले प्रेम संबध के बारे में पूछा तो वह रोने लगी.
उसने बताया कि वह एक लड़के से प्यार करती है. लड़का अच्छी नौकरी करता है, पर उसके घर वालों को पसंद नहीं था. वह उनसे अलग जाति का है.
प्रकाश ने कहा- इस शादी से हम दोनों ही खुश नहीं हैं.
अपनी बीवी की सहमति से प्रकाश ने अपनी बीवी के प्रेमी को अपने घर बुलाया.
उससे पूछा- यदि मैं अपनी बीवी को तलाक़ दे दूँ, तब क्या तुम मेरी बीवी से शादी करोगे?
प्रेमी ने कहा- हां ज़रूर करूंगा.
प्रकाश अपनी बीवी को लेकर ससुराल गया. वहां उसने उसके घर वालों को मना लिया.
आपसी सहमति से प्रकाश और उसकी बीवी ने तलाक़ की अर्जी दे दी.
क़ानूनन दोनों को एक साल अलग रहना था, उसके बाद तलाक़ होगा.
प्रकाश की बीवी मायके चली गयी.
बीवी के मायके जाने के बाद प्रकाश ने सोनू को अपने घर बुला लिया, दोनों पति पत्नी की तरह साथ रहने लगे.
एक रात विशाल के घर पार्टी हुई.
पार्टी में विशाल, रवि, सोनू, प्रकाश और मोहन शामिल हुए.
पीने के साथ सामूहिक गांड चुदाई का वीडियो चल रहा था, जिसमें दो लड़के, तीन लड़कों की गांड बारी बारी से मार रहे थे.
विशाल ने सोनू की … और प्रकाश ने मोहन और रवि की गांड कभी नहीं मारी थी.
तो विशाल बोला- हम सब भी ऐसा करें तो मज़ा आएगा, क्या सब राज़ी हैं?
प्रकाश ने हां कहा.
उसने सोनू को इशारा किया और हां कहने को बोला.
सोनू राज़ी हो गया.
मोहन और रवि भी राज़ी हो गए.
सभी ने अपने कपड़े उतार दिए.
मोहन, रवि, सोनू बारी बारी विशाल और प्रकाश का लंड चूसने लगे.
विशाल और प्रकाश का लंड खड़ा हो गया.
वो तीनों के मुँह चोदने लगे.
फिर तीनों को आंखों पर पट्टी बांधकर पलंग के किनारे घोड़ी की तरह खड़ा किया गया.
अब खेल ये था कि विशाल और प्रकाश बारी बारी से उनकी गांड मारेंगे. उनको बताना होगा कि कौन उनकी गांड मार रहा है. ग़लत हुआ, तो गांड पर थप्पड़ मारकर गांड बजाई जाएगी.
विशाल सोनू की गांड मारने लगा.
प्रकाश मोहन की गांड मारने लगा.
रवि की भी चुदाई हुई.
कुछ देर बाद तीनों लौंडे जानबूझ कर चोदने वाले का ग़लत नाम बताते और थप्पड़ से गांड बजवाने का मज़ा लेने लगे.
फिर तीनों आंख की पट्टी निकालकर पीठ के बल लेट गए.
उन्होंने अपने पैरों को छाती की तरफ करके पकड़ लिया और अपनी बारी का इंतजार करने लगे.
विशाल और प्रकाश तीनों की गांड अदल-बदल कर मारने लगे, उनके स्तन दबाने और निप्पल चूसने लगे.
तीनों एक दूसरे की चुदाई देखने का मज़ा भी ले रहे थे.
जिसकी गांड खाली रहती, उसकी गांड कुलबुलाने लगती और वह अपनी चुदाई की बारी का बेकरारी से इंतजार करने लगता.
पांचों एक एक करके झड़ गए.
थोड़ी देर आराम करने के बाद प्रकाश और विशाल ने तीनों को पेट का बल लिटाया और तीनों की गांड बारी बारी मारने लगे.
दोनों एक एक बार झड़ चुके थे, इस बार उन्होंने बहुत देर तक चुदाई की.
तीनों लौंडे पैर फैला कर अपनी अपनी गांड चुदाई का मज़ा लेते रहे.
सामूहिक चुदाई का नया अनुभव सबको बहुत अच्छा लगा.
फिर तय हुआ कि कम से कम महीने में एक बार सामूहिक चुदाई होगी.
बाकी दिन विशाल मोहन और रवि के साथ … और प्रकाश सोनू के साथ संभोग करते.
इस तरह से एक साल बीत गया.
प्रकाश का तलाक़ हो गया, उसकी बीवी ने अपने प्रेमी से शादी कर ली.
एक शाम विशाल और प्रकाश अपने निजी जीवन की चर्चा करने बैठे.
दोनों का तलाक़ हो चुका था. अब वे दोनों किसी लड़की से शादी नहीं करना चाहते थे.
मोहन और रवि विशाल का हर तरह से ख्याल रखते थे. उनके साथ यौन क्रीड़ा में विशाल को किसी भी लड़की से ज्यादा मजा आता था.
प्रकाश भी सोनू के साथ खुश और संतुष्ट था.
अब समस्या ये थी कि विशाल और प्रकाश लड़कों से क़ानून और समाज के कारण शादी नहीं कर सकते थे. उन्होंने एक योजना बनाई.
भविष्य की योजना ये थी.
1- मोहन, रवि, सोनू, को लिंग बदली मतलब सेक्स चेंज करने का ऑपरेशन कराकर लड़की बना देंगे. डॉक्टर के प्रमाण पत्र की सहायता से लड़कियों के नाम से आधार कार्ड, पेन कार्ड बना लेंगे. दो से विशाल और प्रकाश क़ानूनन शादी कर लेंगे.
2- विशाल और प्रकाश को खेती, पशुपालन करने की इच्छा थी. वह अपना व्यवसाय बेचकर यहां से बहुत दूर, जहां उनको कोई नहीं जानता हो, वहां खेती की ज़मीन खरीद लेंगे. खेती और पशुपालन करेंगे.
योजना सुनकर रवि ने कहा- मुझे मां बाप से मिलने गांव जाना पड़ता है, वह लड़की नहीं बन सकता, पर उनके साथ जाने को राज़ी है.
मोहन और सोनू लड़की बनने को राज़ी हो गए. उनके कोई निकट के रिश्तेदार गांव में नहीं थे.
तीनों खेती और पशुपालन सीखने के लिए सरकारी संस्थानों में भरती हो गए.
मोहन मुर्गी पालन, रवि बकरी पालन, सोनू ग्रीन हाउस में विदेशी सब्जी, फूल उगाना सीखने लगे.
सीखने के बाद मोहन और सोनू का सेक्स चेंज ऑपरेशन थाईलैंड में हुआ.
मोहन अब मोहिनी बन गया, सोनू सोनम.
उनका लंड, ऑपरेशन से चूत बन गया था.
उनके दाढ़ी मूंछ को एलेक्ट्रोलिसिस विधि से से हमेशा के लिए निकाल दिए गए.
स्तन ब्रेस्ट पंप और हारमोंस बढ़ाने वाली दवा से और बड़े हो रहे थे.
उन्हें लड़कियों के समान बात करना स्पीचथैरेपी से सिखाया जाने लगा था.
इस बीच वो अपने बाल बड़े भी करने लगे थे. कोई उनको देख कर नहीं कह सकता था कि वे लड़की नहीं हैं.
मोहन का मोहिनी के नाम से, सोनू का सोनम के नाम से काग़ज़ आदि बन गए.
विशाल ने मोहिनी से और प्रकाश ने सोनम से कोर्ट में शादी कर ली.
उनको ऑपरेशन के बाद पूरी तरह ठीक होने में कई महीने लगने वाले थे. तब तक विशाल और प्रकाश, रवि की गांड मारकर अपनी यौन इच्छा पूरी करते रहे.
समय बीतने पर प्रकाश और विशाल ने अपना व्यवसाय और घर बेच दिया और बहुत दूर खेती और फार्म हाउस खरीद लिया.
विशाल, प्रकाश, मोहिनी, सोनम, रवि उसमें बराबर के हिस्सेदार हो गए थे.
मोहिनी, सोनम, रवि ने भी अपना थोड़ा बहुत पैसा लगा दिया था.
सभी के अलग अलग बैंक खाते खोल दिए.
ये भी तय हो गया कि खेती आदि से जो भी मुनाफ़ा होगा, वह सभी में बराबर बांट दिया जाएगा.
इससे मनमुटाव के तीन कारण- जर, जोरू और ज़मीन की समस्या नहीं होगी.
विशाल ने मोहिनी का और प्रकाश ने सोनम का समाज और रिश्तेदारों से बीवी के रूप में परिचय कराया.
उन्होंने कहा कि वो पहाड़ी इलाक़े में घूमने गए थे, वहां उनको इससे प्यार हो गया और उन्होंने शादी कर ली.
उनकी खेती और पशु पालन से अच्छी कमाई हो रही थी.
अभी भी वे बीवी अदल-बदल कर सामूहिक चुदाई का आनन्द भी ले रहे हैं.
रवि भी उसमें शामिल है.
ऑपरेशन के पहले डॉक्टर ने बताया था कि मोहन और सोनू की ऑपरेशान से बनी चूत की गहराई सिर्फ़ 4 इंच होगी. उनको चूत चुदवाने में मज़ा आएगा. गर्भ ठहरने की कोई संभावना नहीं है.
विशाल और रवि को चूत में सिर्फ़ आधा लंड डालकर चोदने में मज़ा नहीं आया, वैसे भी उन्हें गांड मारने में ज्यादा मज़ा आता था.
इसलिए संभोग में कोई दिक्कत नहीं आई.
रवि का लंड 4 इंच लंबा था, उन्होंने रवि से कहा- यदि मोहिनी और सोनम राज़ी है तो रवि उनकी उनकी चूत चोद सकता है.
मोहिनी और सोनम को जीवन में आनन्द ही आनन्द हो गया है.
रवि उनकी चूत मारता है, उनके पति गांड बजाते हैं.
रवि भी मोहिनी और सोनम की चूत चोदकर … और विशाल और प्रकाश से गांड मरवाकर खुश है.
दिन में सभी खेती, पशुपालन में खूब मेहनत करते हैं.
सभी ने अपनी कपोल कल्पना (फैंटंसी) एक दूसरे को बताई.
उसके अनुसार, रात को पांचों तरह तरह का यौन खेल, नाटक करने लगे थे.
उनके बीच यह तय हुआ था कि पांचों बाहर के किसी अन्य से यौन संबध नहीं रखेंगे.
प्रकाश और विशाल अपनी फंतासी के अनुसार मोहिनी और सोनम को हाथ और घुटनों के बल खड़ा कर देते.
फिर विशाल और प्रकाश उनके स्तनों के नीचे बर्तन रख देते और ग्वाला बनकर उनके निप्पल खींचकर मरोड़कर दूध निकालने का खेल खेलते.
रवि लेट जाता, मोहिनी और सोनम बारी बारी उसका लंड अपनी चूत में लेकर रवि के ऊपर बैठ जातीं.
उस समय विशाल और प्रकाश उनकी गांड मारते. एक लंड चूत में एक लंड गांड में एक साथ लेने में सोनम और मोहिनी को बहुत मज़ा आने लगा था.
एक रात विशाल और प्रकाश ने मोहिनी, सोनम, रवि को चुनौती दी कि कौन अपनी गांड में दो लंड एक साथ ले सकता है?
रवि ने चुनौती स्वीकार की.
उसकी गांड में खूब तेल डाला गया.
मोहिनी और सोनम ने विशाल और प्रकाश का लंड चूसकर लोहे जैसा सख्त कर दिया.
विशाल लेट गया, रवि विशाल की तरफ पीठ करकर उसके लंड को अपनी गांड में लेकर बैठ गया.
प्रकाश अपना लंड रवि की गांड में डालने लगा.
रवि को दो लंड एक साथ अपनी गांड में लेने में काफ़ी दर्द हो रहा था, उसकी आंखें बड़ी हो गयी थीं मगर उसने हिम्मत नहीं छोड़ी.
मोहिनी और सोनम, रवि के निप्पल चूस रहे थे, उसके स्तन दबा रहे थे और उसको हिम्मत दे रहे थे.
थोड़ी देर चुदाई के बाद विशाल और प्रकाश झड़ गए.
रवि अगले दिन भर पैर फैलाकर चला.
मोहिनी और सोनम ने भी एक एक बार अपनी गांड में दो लंड डलवाकर देखा मगर उन्हें भी दर्द ज्यादा हुआ … मज़ा कम आया.
इसलिए इस खेल को रिजेक्ट कर दिया गया.
अब दो लंड एक साथ डालने का खेल कभी कभार ही खेला जाता.
विशाल और प्रकाश की इच्छा थी कि अब वो लोग अपनी पत्नियों को वेश्या के जैसे तकलीफ़ दें और उनकी गांड मारें.
नाटक में मोहिनी और सोनम वेश्या के समान सज गईं, रवि उनका दल्ला बन गया.
एक रात का दाम तय हुआ. विशाल और प्रकाश ने पैसे दिए.
विशाल और प्रकाश ने गाना लगाया, सोनम और मोहिनी को नाचने को कहा.
थोड़ा नाचने के बाद विशाल और प्रकाश ने उनको पकड़ा और कपड़े उतारने को कहा.
अब वो दोनों सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में नाच रही थीं.
प्रकाश और विशाल ने उनको अपना लंड चूसने को कहा, सोनम और मोहिनी मना करने का नाटक करने लगीं.
फिर एक बार उनकी गांड की चमाटों से पिटाई हुई, उनकी मुँह की जोरदार चुदाई हुई और वीर्य पिलाया गया.
अब सोनम और मोहिनी को फिर से नंगी नाचने को कहा गया.
थोड़ी देर बाद विशाल और प्रकाश का लंड फिर खड़ा हो गया.
उन्होंने सोनम और मोहिनी की गांड की धुंआधार चुदाई की.
रवि ने यौन गुलाम (सेक्स स्लेव) का वीडियो देखा था. उसने यौन गुलाम बनकर नाटक करने की इच्छा जाहिर की.
उसकी इस इच्छा को पूरी करने के लिए कुछ इंतजाम करना था, तो बाद में उसे पूरा करने का तय किया गया.
रवि जब शहर गया था, बाकी चारों ने तय किया कि क्या क्या करना है.
एक छोटी घोड़ा गाड़ी बनाई गई, जिसमें रवि को घोड़े के समान हाथ पांवों में खड़ा करके जोतना था.
रवि को नहीं बताया गया था कि क्या होना है.
तय रात को सभी बरामदे में बैठे. बरामदा काफ़ी लंबा था, घोड़ा गाड़ी आराम से चल सकती थी. सभी ने दारू पीकर खुद को टल्ली कर लिया.
फिर विशाल ने रवि को कमरे के अन्दर ले जाकर उसके गले में पट्टा पहनाया, पट्टे में रस्सी बांधी, उसके घुटनों में नीकैप पहनाए गए.
उसे नंगा करकर, हाथ और घुटनों के बल चलाकर, रस्सी से खींचते हुए बरामदे में लाया गया.
विशाल के हाथ में रस्सी थी, विशाल बोला- मैं गुलाम को ले आया हूँ. क्या करना है?
मोहिनी और सोनम ने कहा- इसको घोड़ा गाड़ी में जोत दो, हम सवारी करेंगे.
विशाल ने रवि के कंधों पर घोड़ा गाड़ी बांध दी, रस्सी का लगाम उसके मुँह में लगा दी गई.
मोहिनी घोड़ा गाड़ी में बैठी. उसने रवि को कहा- जब मैं कहूँगी, तब चलना है, जब लगाम खींचूगी, तब रुकना है.
मोहिनी ने रवि को थप्पड़ मार कर चलने का इशारा किया.
रवि अपने हाथ पैर से घोड़े की तरह चलने लगा.
उसके मुँह में लगाम के कारण उसका मुँह खुला था.
मोहिनी ने दो तीन बार ज़ोर से थप्पड़ मारते हुए कहा- और ज़ोर से चल!
रवि ने ज़ोर ज़ोर से चलकर बरामदे का चक्कर पूरा किया.
फिर मोहिनी ने लगाम खींचकर रवि को रोका.
अब सोनम घोड़ा गाड़ी में बैठी, उसने भी रवि को चला कर बरामदे का दो चक्कर लगाए.
इससे रवि थक गया था.
रवि को घोड़ा गाड़ी से निकालकर, गले की रस्सी से उसे खूँटे से बांध दिया गया.
तब रवि ने पानी मांगा, सभी ने एक बर्तन में मूतकर, उसे मूत पीने को दिया. रवि ने पी लिया.
रवि को लड़कियों की चूत और लड़कों का लंड चूसने को कहा.
लंड चूसने के बाद, सब रवि को चोदने के लिए तैयार थे.
रवि को बिस्तर पर पीठ के बल लिटा दिया गया. मोहिनी, सोनम ने रवि का लंड सहलाकर खड़ा किया.
उसे लंड रिंग (पेनिस रिंग) पहना दिया, जिससे वह झड़ नहीं पाए.
मोहिनी और सोनम ने बारी बारी रवि के ऊपर बैठकर, उसका लंड अपनी चूत में डाला और उचक उचक का रवि को चोदा.
उसके बाद विशाल और प्रकाश ने रवि की गांड मारी.
विशाल बोला- खेल अभी बाकी है.
तब विशाल और प्रकाश, रवि की तरफ पैर करकर लेट गए, उनके लंड पास पास आ गए.
मोहिनी ने दोनों लंड हाथ से पकड़कर रवि की गांड से जोड़ दिए.
सोनम ने रवि की गले की रस्सी पकड़कर खींचा और कहा- अब दोनों लंड अपनी गांड में लेकर बैठ जाओ.
रवि ने आनाकानी की, सोनम चांटों से उसकी गांड की पिटाई करने लगी.
वो बोली- गुलाम मना नहीं कर सकता.
रवि को दोनों लंड गांड में लेकर बैठना पड़ा.
सोनम ने उसे उचकने को कहा.
थोड़ी देर उचकने के बाद, रवि उसका लंड रिंग निकालने की विनती करने लगा, सोनम ने रिंग निकाल दिया, तो रवि झड़ गया.
थोड़ी देर बाद विशाल और प्रकाश भी झड़ गए.
गुलाम का नाटक ख़त्म हुआ.
अब सभी तरह से खेल और नाटक आपसी सहमति से दुहराये जाने लगे.
शाम को जब सब घर वापस आते, एक दूसरे के मालिश करते, फिर साथ नहाते.
मोहिनी और सोनम ने ब्यूटीशियन से शरीर के अनचाहे बाल साफ करना सीख लिया था.
वे अब एक दूसरे के और रवि के शरीर के अनचाहे बाल घर में साफ कर लेती हैं.
कड़ी मेहनत, अच्छा खाना, शुद्ध हवा, अच्छी कमाई और यौन संतोष के कारण सभी का स्वास्थ अच्छा हो गया.
मोहिनी और सोनम जब अपने पति के साथ शहर जातीं, उनका सुंदर चेहरा, सुगठित शरीर, सुंदर ठोस स्तन, गोल गांड देखकर पुरुषों के मन में कामुक भावना पैदा होती कि काश उनकी बीवी ऐसी होती.
स्त्रियों के मन में भी जलन होने लगती.
अब उन पांचों का परिवार सुखी है. जब कोई बीमार पड़ता है, बाकी सब उसकी सेवा करते हैं.
इस तरह से 10 साल कब बीत गए, पता ही नहीं चला.
सबके बैंक खाते में काफ़ी पैसा जमा हो गया था.
वो लोग पास के गांव वालों की मदद करते हैं. उनको मुर्गी और बकरी की खाद सस्ते में देते हैं. सौर उर्जा से बिजली, बारिश जल संग्रहण, आधुनिक खेती सिखाते हैं.
गांव के लोग उनकी इज़्ज़त करते हैं.
वो लोग पढ़ने में होशियार बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए आर्थिक मदद करते हैं. पढ़ लिख कर जब यह बच्चे अच्छा कमाने लगे, तो वे इन पांचों को माता पिता का सम्मान देने लगे, उनसे मिलने आते.
आगे चलकर ये बच्चे उनके बुढ़ापे का सहारा बनने वाले हैं.
आपको ये सेक्स चेंज स्टोरी कैसी लगी कृपया [email protected] पर जरूर लिखें.
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