जयपुर की मस्त चालू भाभी की चुदाई यात्रा- 5

(Full Night Sex Ki Kahani)

शालू 2022-04-05 Comments

फुल नाईट सेक्स की कहानी में पढ़ें कि मैं जयपुर के एक होटल में रात भर एक गोरे अंग्रेज के बड़े लंड से खेलती रही, चुदती रही, मजा लेती रही.

यह कहानी सुनें.

कहानी के पिछले भाग
अनजान टूरिस्ट से चुदने होटल में चली गयी
में आपने पढ़ा कि

अब आगे फुल नाईट सेक्स की कहानी:

10 मिनट तक एक दूसरे को प्यार करने के बाद उसका लण्ड दुबारा से पूरे विकराल रूप में आ चुका था.
उसने मेरा हाथ पकड़ कर अपने लण्ड पर रखवा दिया.

मैं भी प्यार से उसके लण्ड को आगे पीछे करके मसलने लगी और अपनी चूत पर मसलने लगी.
अब मुझसे एक पल भी रहा नहीं जा रहा था, मैंने धीरे से उसके कान में कहा- प्लीज विलियम फक मी … फक मी बेबी!

उसने मेरे बड़े बड़े बूब्स को चूसना चालू कर दिया.
विलियम बारी बारी से निप्पल को चूस और काट रहा था.

फिर वह जोर जोर से उनको दबाने लगा.
मुझे भी अपने बूब्स को मसलवाने में बहुत ही मजा आ रहा था.
मैं उसके बालों से भरे गोरे सीने में किस करने लगी और उसको अपने ऊपर खींचने लगी.

वह झट से मेरे पेट के ऊपर आ गया और अपना लण्ड मेरे बूब्स के बीच में रख दिया.
मैंने भी अपने दोनों हाथों से अपने बूब्स उसके लण्ड पर दबा दिए.

अब वह लण्ड को बूब्स के बीच में आगे पीछे करके मेरे मुंह में देने लगा.
मैं भी जीभ निकालकर उसके लोड़े का स्वागत करने लगी.

विलियम के लोड़े से मेरी बूब्स की अच्छी तरह चुदाई हो रही थी.

तब विलियम ने थोड़ा ऊपर आकर मेरे बूब्स के अंदर से अपना लण्ड निकाल कर पूरा मेरे मुंह में दे दिया.
मैंने उसको पूरा मुंह में ले कर चाटना शुरू कर दिया और अच्छी तरह उसको अपने थूक से भिगो दिया.

कुछ देर बाद विलियम नीचे मेरी टांगों को चौड़ा करके बीच में आ गया और अपने लोड़े को मेरी रस से भरी हुई चूत मसलने लगा.
इस समय जो मजा होता है और चुदने की जो तड़प होती है वह एक औरत शब्दों में नहीं बयाँ कर सकती!
वही हालत मेरी थी.

आंखें बंद करके मैं उस पल का इंतजार कर रही थी लेकिन विलियम अपने लोड़े को मेरी चूत पर रब करके मुझे ज्यादा तड़पा रहा था.
मैं तड़प के मारे अपना सर इधर उधर पटकने लगी, बीच बीच में आंखें खोल कर उसके सामने देखकर आँखों से मिन्नत करने लगी.

उसने भी देर न करते हुए अपना लौड़े का टोपा मेरी रस से भरी हुई चूत पर दबाया और दबाता ही चला गया, मुझे उस दर्द का अहसास करवाता गया.
जो एक औरत के लिए दर्द भरा ही होता है और मीठा भी होता है,

उसका लण्ड मेरी चूत में समाए जा रहा था.

मेरे हाथ उसके नंगे हिप्स पर आ गए और मैं उसको दबाव देकर अपने अंदर लेने लगी.
उसने आधा लण्ड मेरी चूत में पिरो दिया था और वापस थोड़ा खींचकर एक जोरदार झटका दिया और एक ही झटके में पूरा का पूरा का पूरा कड़क लण्ड चूत में समा दिया.

जैसे ही एक झटके में उसने अपना लौड़ा मेरी चूत में पिरोया, मेरी जोरदार चीख निकल गई और उसने मुझे झट से अपनी बांहों में ले लिया और दोबारा से लण्ड आधे से ज्यादा बाहर निकाल कर फिर एक जोरदार झटका दिया.

मेरी दोबारा से जोरदार चीख निकल गई- ओ गॉड … मर गयी मैं!
मेरे दोनों हाथ उसकी पीठ पर जम चुके थे और मैं उससे लिपट चुकी थी.

उसने अपने लण्ड की रफ्तार बढ़ानी शुरू कर दी और झटके मारने लग गया.
उसका हर झटका मेरे चूत की नसों को खोले जा रहा था.

उसके झटकों की रफ्तार बढ़ चुकी थी और उसका हर झटका मुझे अब दर्द की बजाय खुशी देने लग गया.
मेरे मुंह की आवाजें उईई … उईई … उईई … माँ … उफ्फ उफ्फ की जगह यस … ओ या … फक … फक … फक … फक … या या बेबी … ओ गॉड या या या … मैं बदलती जा रही थी.

मैं उससे पेड़ पर लता की भांति लिपट गई थी और अपने हिप्स को नीचे से उठा उठा कर उसके गोरे लोड़े को अपनी चूत की जड़ तक समाने दे रही थी.

विलियम शताब्दी ट्रेन की भांति मेरे ऊपर सवारी कर रहा था और मैं भी ट्रेन की पटरी की भांति ट्रेन को अपने ऊपर बैलेंस बनाकर रखे हुए थी.

जैसे ट्रेन प्लेटफार्म से निकलने के बाद अपनी रफ्तार बढ़ाती रहती है, वैसे ही विलियम की रफ्तार भी बढ़ती रचा रही थी.
और उसकी रफ्तार मुझे इतना मजा दे रही थी कि मैं बयां नहीं कर सकती.

मेरी चूत से पानी की धार लगातार बह रही थी और मेरे हिप्स के नीचे काफी गद्दा भी अब भीग चुका था.

होटल का पूरा कमरा हम दोनों की चुदाई की पट … पट … और थप … थप … थप … की आवाजों से गूंज रहा था.

काफी देर इस पोज में चोदने के बाद उसने मुझे खड़ा किया और झट से अपने दोनों हाथ मेरी टांगों के बीच में फैला कर मुझे अपनी गोद में ले लिया.
फिर वह खुद खड़ा हो गया और खड़े-खड़े ही अपना मुसल जैसा लंबा लण्ड मुझे नीचे करके मेरी चूत में दबा दिया और गोद में लेकर मुझे जोर जोर से चोदने लगा.

मेरे जितने भी चाहने वाले हैं, उन सबको पता है कि यह पोज मेरा सबसे पसंदीदा पोज है.
और इसी पोज में विलियम इस समय मुझे अपनी गोद में लेकर खड़े खड़े चोद रहा था.
मैं भी अपने दोनों हाथ उसके गले में डाल कर चुदाई का पूरा मजा उठा रही थी.

मैंने होटल के कमरे में लगी हुई घड़ी की तरफ देखा तो सुबह के 4:30 बज रहे थे.
मैं एक अंग्रेज के गोरे लण्ड पर उसकी गोद में आकर इस समय चुद रही थी.

एक पराए मर्द से चुदने का जो मजा है वह अपने पति के साथ भी नहीं है.
यह बात पराए मर्द के साथ चुदने वाली हर औरत जानती है.

काफी देर इसी पोज में चोदने के बाद विलियम मुझे नीचे उतार कर दूसरे पोज में चोदना चाहता था.
लेकिन मैंने मना कर दिया कि मुझे इसी पोज में लास्ट तक चुदना है.

तो फिर उसने भी मुझे जोर-जोर से गोद में उछालना शुरू कर दिया अपने लण्ड पर और जबरदस्त तरीके से मेरी चूत में लण्ड देने लगा.

विलियम की गोद में उसके लण्ड पर उछलने से मेरे मजे और आनंद की सीमा पार हो चुकी थी.
और उसका लण्ड भी अब फूलने लग गया था, उसने एकदम जोर से मुझे बेड पर पटक दिया और मेरे ऊपर सवार होकर एक शैतान की तरह मुझे चोदने लगा.

10-15 धक्कों के बाद ही पूरा का पूरा लौड़ा मेरी चूत में जोर-जोर से पिचकारिया मारने लगा.
“ओह्ह … या … ओह्ह …” ऐसी आवाज उसके मुंह से आने लगी.

मैं भी उनकी पिचकारियों को अपने चूत में महसूस कर रही थी और उसका वीर्य मेरे बच्चेदानी में समाया जा रहा था.

वह भी धीरे-धीरे झटके लगा कर अपना पूरा वीर्य मेरे चूत में डाल चुका था.

कुछ देर में ही उसने निढाल होकर मेरे बूब्स पर अपना सर रख दिया.
मैं भी प्यार से उसके बालों को सहलाने लगी और उसको चूमने लगी.

सुबह के 5:00 बजने वाले थे और हमने अभी तक केवल एक राउंड ही किया था.
उसमें हमने एक दूसरे को इतना मजा दिया जितना शायद हम किसी और के साथ होते तो तीन राउंड में दे पाते!

फिर हम दोनों साथ में नंगे खड़े होकर बाथरूम में गए और एक दूसरे को साफ किया.
फिर वापस रूम में आकर नंगे ही एक दूसरे से लिपट कर सो गए.

आधे घंटे ऐसे ही हम एक दूसरे से चिपक कर एक दूसरे को किस करने लगे.
हम बातें कर रहे थे कि लगभग सुबह के 5:30 बजे मेरे पति का फोन आया.
मैं उसको देखकर अचानक से डर गई कि इतनी जल्दी पति का फोन कैसे आया है?

और जब मैंने फोन रिसीव किया तो मेरे पति ने कहा- मैं अभी उदयपुर के लिए बस पकड़ चुका हूं क्योंकि आज शाम को उदयपुर में एक मीटिंग रखी हुई है.

उन्होंने बताया कि मेरे पति के बॉस अहमदाबाद से उदयपुर आ रहे हैं तो पति भी जल्दी ही निकल गए.
और उन्होंने बताया कि बच्चों को मेरे सास-ससुर के पास छोड़ दिया है.
मैंने उनसे थोड़ी बहुत बात करके फोन रख दिया.

पति के फोन रखने के बाद विलियम ने मुझे पूछा तो मैंने उसे सब बताया.
तो उसने कहा- तब तो हमें साथ रहने का और ज्यादा मौका मिल गया.

यह सोच कर मैं भी खुश हो गई कि हां मुझे विलियम से चुदने का आज पूरा दिन और शायद अगली रात भी मिल गई है.
तो मैंने भी विलियम को बता दिया कि आज पूरी रात और आज का पूरा दिन मैं तुम्हारे साथ ही हूं.

यह सुनकर वह बहुत खुश हुआ.
उसने मुझे कहा- तब तो बहुत ही मजा आएगा और मुझे तुम्हारी गांड मारने का भी मौका मिल जाएगा.

मैं उसके मुंह से अपनी गांड चोदने की बात सुनकर शरमा गई … शर्मा कर उसके गले लग गई.
उसने मुझसे पूछा- क्या पहले कभी गांड मरवाई है?
मैंने उसको बताया- पहले मैं अपनी गांड का उद्घाटन करवा चुकी हूं.

तो विलियम बोला- फिर तो और भी ज्यादा मजा आएगा तुम्हें इतना दर्द भी नहीं होगा.
फिर मुझे पूछने लगा- क्या मुझे भी मौका मिलेगा तुम्हारी गांड चोदने का?
तो मैंने सर हिला कर उसको स्वीकृति दे दी.

उसने जोरदार से एक थप्पड़ मेरे लिप्स पर मार दी और मैं थप्पड़ से उछल पड़ी।

विलियम ने मुझे कहा- कई सालों से मेरी इच्छा थी कि मैं किसी एक भारतीय औरत की गांड को चोद सकूं. तो यह मेरी किस्मत होगी. और मुझे नहीं पता था कि इस बार तुम जैसे हसीन गांड मुझे मिल जाएगी इतनी जल्दी ही!

उसने झट से मुझे पलट कर मेरी गांड को अपने हाथों से चौड़ी कर दी, मेरी गांड पर जीभ दे दी.

मैं एक गदराई घोड़ी की तरह तुरंत बिदक गई और खड़ी हो गई.
मैंने उससे कहा- अभी नहीं, अभी तो हमारे पास बहुत समय पड़ा है. मैं पहले तुम्हारे लण्ड से अपनी चूत की आग को शांत करना चाहती हूं. गांड चुदाई के लिए अभी काफी समय पड़ा है. ये हम दिन में करेंगे.

मेरे इस कहने पर विलियम मान गया.
उसने झट से मुझे अपने पास खींच कर अपनी गोद में ले लिया, बैठे-बैठे ही अपने से चिपका लिया और हम दोनों के होंठ दुबारा से मिल गए.

इस तरह हम दोनों ने अगले पूरे दिन और पूरी रात जमकर चुदाई का खेल खेला. मैंने एक अंग्रेज लोड़े का भरपूर मजा लिया.

अगली कहानी में मैं आपको बताऊंगी कि विलियम ने कैसे मेरी गांड मारी और उसके दोस्त के साथ मैंने क्या क्या मजे किये.

अंत में आप सभी से एक बात कहना चाहती हूं कि जैसा पिछली कहानी में मैंने बताया कि हर औरत को नए स्वाद लेने चाहिए और हर मर्द को भी घर के बाहर की दाल जरूर खानी चाहिए.
इस संबंध में काफी लोगों ने अपने एक्सपीरियंस मेरे साथ शेयर किए जिनको पढ़कर मुझे भी बहुत अच्छा लगा और अपने मोटे मोटे हथियारों की फोटोज भी मेरे साथ शेयर की.

अंत में मेरी मजेदार फुल नाईट सेक्स की कहानी पढ़ने वाले मेरे प्यारे दोस्तो, मेरे चाहने वाले, मेरे प्रशंसको, लंबे और मोटे लण्ड वालो, शादीशुदा मर्दों और कुँवारे कड़क लण्ड वाले और गहरी चूत वाली मेरी बहनों … आप सभी का प्यार ऐसे ही अपनी शालू भाभी पर बना रहे।

धन्यवाद.
आपकी अपनी
शालू

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