फेसबुक से मिली खूबसूरत भाभी को होटल में चोदा- 2
(Free Chut Ki Kahani Hindi)
फ्री चूत की कहानी में मैंने फेसबुक से सेट करके होटल में बुलाया एक भाभी को! हम दोनों सेक्स करना चाहते थे पर वो मुझे तड़पा रही थी.
दोस्तो,
मेरी कहानी के पिछले भाग
फेसबुक से खूबसूरत भाभी से सेटिंग हुई
में आपने पढ़ा कि मैं फेसबुक पर मिली एक भाभी की दिली ख्वाहिश को पूरा करने के लिए उसे होटल में लेकर आने लगा था.
उसके साथ दारू पीने का प्रोग्राम बन गया था, अब उसकी चुदाई होनी बाकी थी.
अब आगे फ्री चूत की कहानी:
मैं खुश होता हुआ बोला- तुम टेंशन न लो.
हम दोनों होटल की तरफ निकल आए.
रूम में पहुंच कर वो बोली- मैं चेंज करके आती हूँ, तब तक तुम महफ़िल जमाओ.
मैंने ओके कहा.
वो बाथरूम में चली गई और जब वो वापस आई तो मैं उसकी मदमस्त जवानी देख कर मदहोश हो गया.
वो एक शॉर्ट निक्कर और बिना बाजू का टॉप पहनी हुई थी.
मैंने उसे देखा तो वो मुस्कुराई.
वो बोली- क्या हुआ मिस्टर?
मैंने कहा- मेरी तो बिना पिए ही वाट लग गई.
वो खिलखिला कर हंस पड़ी और बोली- तो मत पियो … किसने कहा है कि पियो?
मैंने कहा- हां अब कुछ और ही पीने का मन है.
वो हाथ से चांटा दिखाती हुई बोली- तू दारू ही पी ले.
मैंने हंस कर अपने बैग से व्हिस्की की बोतल निकाली और वेटर को बोल कर चखना का सामान रूम में मंगवा लिया.
मैंने उसके लिए एक हल्का सा पैग बनाया ताकि उसको नशा न हो और अपना थोड़ा सा हैवी बना लिया.
हम बात करने लगे. बात करते करते चर्चा फिर से उसकी मैरिड लाइफ पर पहुंच गयी.
वो फिर से अपसैट हो गई.
उसने बचे हुए पैग को एक ही झटके में गटक लिया.
मैं समझ गया कि अब बात बन सकती है.
जैसा मैंने सोचा था, वैसा ही हुआ.
उसने खुद बोतल उठाई और अपना एक थोड़ा हैवी पैग बना लिया.
मैं बोला- अरे तुमको चढ़ जाएगी.
वो बोली- चढ़ ही तो नहीं रही है और चढ़ी भी तो क्या हुआ, तुम हो न उतारने के लिए.
उसकी ये बात सुन मैं एकदम से चौंक गया कि बहनचोद ये एकदम से कैसे बदल गई और क्या बोल रही है.
मगर मैंने ऐसा रिएक्ट किया जैसे उसकी बात को सुन कर अनसुना कर दिया हो.
हम दोनों फिर से बातें करने लगे.
कुछ देर बाद मैंने उससे पूछा कि क्या हम दोनों डांस करें?
वो बोली- हां क्यों नहीं. ये रात रोज थोड़ी आने वाली है.
मैंने टीवी में गाने चला दिए और हम साथ में डांस करने लगे.
डांस करते करते वो 3 पैग ले चुकी थी और मेरे चार पैग हो चुके थे.
नशे में मस्ती चढ़ रही थी तो डांस करते करते हम दोनों एकदम करीब आ गए और चिपक कर डांस करने लगे.
मैंने अपना पैग फिर से बनाया तो वो बोली- मेरा भी बनाओ.
मैंने उसका भी बनाया और वो एकदम से पूरा पैग गटक गयी.
ये देख मेरी गांड फटी रह गयी कि ये साली क्या कर रही है. टुन्न हो गई तो चुदाई में क्या मजा आएगा.
मैंने उससे कहा कि अब बस … अब खाना खाएंगे.
वो बोली- हां चलो नीचे चलते हैं.
मैंने कहा- नहीं यहीं कमरे में मंगा लेते हैं.
उसने हामी भर दी.
मैंने होटल में रूम सर्विस को कॉल करके रूम में ही डिनर लाने का बोल दिया.
वेटर ने कहा कि खाना लाने में कुछ समय लगेगा.
मैंने ओके कह दिया.
फिर मैंने जल्दी से अपना पैग खत्म किया.
शायद रेनू का दिमाग अभी भी ऊहापोह में हो रखा था कि मुझसे चुदे या न चुदे, शायद इसी लिए वो ज्यादा ड्रिंक कर रही थी.
उसकी इस बात को मैं भी समझ गया था.
हम दोनों डांस करके थोड़े थक गए थे, तो वो बेड पर लेट गयी.
मैंने उससे कहा- तुम्हारी मालिश कर दूँ, थकान कम हो जाएगी.
वो हंसी और बोली- तुमको ये सब आता भी है क्या?
मैंने बोला- नहीं आता तो आज सीख लूंगा.
वो कुछ नहीं बोली.
मैं उसके पास बैठ गया और उसके पैर पर हल्की हल्की मालिश करने लगा.
मेरे हाथ के टच से ही उसने आंखें बंद कर लीं.
मैं समझ गया कि इसने खुद को मुझे सौंप दिया है. मैं उसके दोनों पैरों की मालिश करते हुए ऊपर जांघों की तरफ बढ़ा.
उसने भी कोई विरोध नहीं किया.
फिर मैंने और ऊपर जाकर उसके सर और हाथ को सहलाया और मसाज की.
इस सबसे वो बहुत गर्म हो चुकी थी.
मैंने उसके टॉप के अन्दर हाथ डाला और उसके कंधे को सहलाने लगा.
वो ‘अहह …’ की आवाज निकाल रही थी.
मैं समझ गया कि अब और देर करना बेवकूफ़ी होगी. मैं धीरे से उसके पास लेट गया और उसको कस कर बांहों में ले लिया.
वो भी मेरी बांहों में आ गई.
मैंने उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए.
तभी उसने भी अपने होंठों में मेरे होंठों को जकड़ लिया और चूसने लगी.
मैं अपने एक हाथ से उसके बदन को सहलाने लगा.
हम दोनों की कामुक आह्ह की आवाज़ निकलने लगी.
मैंने उसको मेरी गोद बैठाया और उसके टॉप को उतार दिया.
उसने भी मेरी टी-शर्ट को उतार दिया.
कभी मैं उसके जिस्म को चूम रहा था तो कभी वो मेरे जिस्म को चूम रही थी.
वो मेरी छाती के निप्पलों को अपने हाथों से छेड़ रही थी, कभी चूस रही थी.
मुझे सच में बहुत मजा आ रहा था.
मैंने उसकी ब्लैक ब्रा को मम्मों से नीचे कर दिया तो एकदम से मेरे पूरे बदन में आग लग गयी.
उसके निप्पल पिंक कलर के बिल्कुल छोटे छोटे थे मगर बूब्स का साइज 36 इंच का था.
ऐसा लग रहा था कि कोई कमसिन उम्र की लड़की समय से पहले जवान हो गयी हो.
मैंने उसकी ब्रा को खोला और एक तरफ फैंक कर उसके दोनों मम्मों को अपने हाथों से सहलाने लगा.
वो एक मछली की तरह तड़पने और मचलने लगी.
मैंने धीरे से झुक कर उसके एक बूब्स के निप्पल पर अपनी जीभ घुमाई और उसे चूसा तो वो बिल्कुल पागल हो गयी.
मैं उसके दूध को अपने मुँह में लेकर चूसने लगा और साथ साथ दूसरे दूध को हाथ से सहलाने लगा.
फिर ऐसे ही दूसरे बूब्स को चूसने लगा तो पहले वाले को सहलाने लगा.
वो सेक्स के अंधड़ में पागल हो चुकी थी; कभी मेरे सर को अपने मम्मों पर दबा रही थी, तो कभी मेरी कमर को सहला रही थी.
मैं उसके मम्मों को छोड़ कर उसे किस करता हुआ नीचे जाने लगा.
वो और पागल हो गयी.
मैंने उसकी जांघों पर किस किया और आस पास चूमा मगर चूत पर किस नहीं किया.
वो नीचे से गांड उठा उठा कर मचलने लगी और मेरे सर को कसके पकड़ रही थी.
मैंने उसकी शार्ट के ऊपर से ही चूत को चूमा और हौले से दांत से उसकी चूत को काट लिया.
इससे वो और भी पागल हो गयी और चूत मेरे मुँह पर दबाने लगी.
मैंने भी ऊपर से ही उसकी चूत को खाने लगा.
वो बिल्कुल पागल हो चुकी थी. उसकी चूत के पानी की महक मुझे शार्ट से ही आ रही थी.
फिर मैंने उसके शार्ट और पैंटी दोनों को एक साथ उतार दिया और उसकी चूत पर टूट पड़ा.
कभी उसकी चूत में अपनी पूरी जीभ अन्दर तक डाल कर घुमाता, तो कभी उसकी चूत की फांकों को मुँह में लेकर चूसता.
वो मछली सी मचलने लगी और उसने अपनी दोनों टांगों से मेरे सर को जकड़ लिया.
वो मेरे सर को पकड़ कर चूत की तरफ धकेलने लगी और एकदम से बहुत सारा पानी मेरे मुँह में छोड़ दिया.
मैंने भी सारा पानी पी लिया और चूत को चाट चाट कर साफ़ कर दिया.
वो निढाल हो गई थी जैसे बेजान लाश हो.
शायद उसको अपने इस डिस्चार्ज से काफी शांति मिल गई थी.
मैं भी उसकी बगल में लेट गया और उसके सर को सहलाने लगा.
उसकी चूचियों और बदन पर फिर से अपनी उंगली घुमाने लगा.
इससे उसका मन फिर से कामुक होने लगा. वो उठ कर मेरे ऊपर आ गयी और मेरे बदन को चूमने लगी.
वो मुझे चूमती हुई नीचे गयी और मेरे शार्ट और अंडरवियर को एक झटके में निकाल दिया.
मेरे लंड को वो अपने दोनों हाथों से सहलाने लगी और फिर झुक कर अपनी जीभ मेरे लंड के ऊपर फेरने लगी.
मेरे पूरे बदन में आग लग गयी.
तभी उसने मेरे लंड को मुँह में लेना शुरू कर दिया.
थोड़ी देर बाद मैंने उसको नीचे लिटाया और 69 को पोज़ में आकर अपना लंड उसके मुँह में डाल दिया. मैं भी उसकी चूत को चाटने लगा.
वो फिर से पागल होने लगी और नीचे से गांड उठा उठा कर अपनी चूत को मेरे मुँह की तरफ धकेलने लगी.
रेनू फिर से बिल्कुल गीली हो चुकी थी.
वो बोली- तरुण, अब और मत तड़पाओ. जल्दी से अन्दर डाल दो और मुझे माँ बना दो.
मैंने भी देर न करते हुए अपने लंड को उसकी चूत पर सैट किया और अन्दर डालने लगा.
जैसा कि आपको पता ही है मेरा लंड औसत मर्दों से थोड़ा सा मोटा है, तो शुरू में थोड़ा सा फंस कर अन्दर गया.
मगर अन्दर से चूत पानी छोड़ चुकी थी तो अन्दर जाने के बाद लंड ने चूत में अपनी जगह बना ली.
लंड चूत के अन्दर पूरा समा गया.
फिर शुरू हुआ हमारी चुदाई का दौर.
मैं उसको ऊपर से जोर जोर से चोद रहा था और वो नीचे से अपनी गांड को उठा उठा कर चुदवा रही थी.
मैंने उसकी दोनों चूचियों को पकड़ा हुआ था, तो कभी जोर से बूब्स को दबा देता और बीच बीच में बूब्स को चूस लेता.
करीब 10-12 मिनट की चुदाई की बाद वो बोली- मेरा होने वाला है, मुझको माँ बना दो.
उसकी ये बात सुन कर मेरे ऊपर और ज्यादा सेक्स चढ़ गया और वो जैसे झड़ी उसके साथ साथ मैंने अपने लौड़े का सारा पानी उसकी चूत में छोड़ दिया.
झड़ कर करीब 5 मिनट तक मैं उसके ऊपर लेटा रहा.
फिर उठ कर वाशरूम जाकर लंड को साफ़ किया.
मैंने वापिस आकर अपना एक पैग और बनाया और उससे पूछा.
वो बोली- नहीं अब मुझे होश में रह कर तुमको पीना है.
मैं उसके पास बैठ पर पैग पीने लगा, तब तक हमारा डिनर आ गया.
हमने साथ में डिनर किया और फिर से चुदाई की.
उस रात हम दोनों ने कई बार चुदाई की और सोये भी तो बस थोड़ी देर के लिए.
सुबह उठ कर हम साथ में नहाए.
उधर फिर से एक बार सेक्स किया और वापिस निकल आए.
मैंने उसको मेट्रो पर ड्राप किया और मैं वापिस घर आ गया.
हमारी फ़ोन और मैसेज पर बात होती थी.
दो दिन बाद वो वापिस लुधियाना के लिए निकल गयी.
कुछ दिन उसने बताया- तुम बाप बनने वाले हो. तुम ही मेरे दूसरे पति हो.
उसके बाद से हमारी बातें तो होती हैं मगर हम कोरोना के चलते मिले नहीं हैं. अब ये कोरोना खत्म हो गया है, तो शायद हम दोनों फिर से मिलें.
अगली बार सेक्स कहानी में रेनू के साथ अगले राउंड की बात लिखूंगा.
आपको मेरी फ्री चूत की कहानी कैसी लगी, मुझे मेल लिखें.
[email protected]
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