फोटोशूट
प्रेषक : अमेय
अमेय को फोटोग्राफी का शौक था। कम उम्र से ही वह नियमित रूप से शादी और पार्टी के फोटोग्राफर के रूप में सप्ताहांत पर काम कर रहा था। अपने कॉलेज के दिनों के दौरान भी वह अपने खर्च के लिए फोटोशूट का सहारा लेता था।
जब उसने अपनी कैमिस्ट्री डिग्री पूरी की, तो उसने घर के तहखाने में एक छोटे से स्टूडियो खोला और अभी उसके चित्र उसके परिवार तथा मित्रों द्वारा भी सराहे जाते थे।
उसकी बहन पूजा उससे बड़ी थी और पूना में रह कर एक स्वतंत्र पत्रकार की हैसियत से नवीनतम फैशन, मॉडल्स आदि को कवर किया करती थी।
छुट्टियों के दौरान, वह अक्सर अपनी एक फैशन मॉडल सहेली नीलम को अपने साथ घर लाया करती थी। नीलम एक आधुनिक लड़की थी, उसका बदन स्लिम तथा सुंदर, उसका रहन-सहन काफी मॉडर्न था, बाल उसके चौड़े कंधों तक लम्बे थे, वो कमाल की खूबसूरत थी, उसके होंठ रसीले थे और शरीर गठीला मॉडलों जैसा जीरो साइज़ का था।
अमेय अपनी बहन या उसकी सहेली से दूर ही रहता था, हमेशा शाम को बाहर जाता था और फिर देर से आकर सो जाता था।
एक रविवार को वह अपने कैमरे को फॅमिली फोटो के लिए तैयार कर रहा था तभी पूजा ने स्टूडियो में आकर उसे पूछा- नीलम को एक फिल्म में एक छोटी सी भूमिका करने का अवसर मिला है, उसी के लिए एजेंसी ने उससे मॉडलिंग फ़ोटो का एक सेट भेजने के लिए कहा है और नीलम के पास अभी ऐसा कुछ भी नहीं है। क्या तू उसका एक पोर्टफ़ोलियो तैयार कर देगा?
पर अमेय को ऐसे काम का नहीं कुछ अनुभव था तो वो नहीं चाहता था की उसकी वजह से नीलम के हाथ से यह मौका चला जाए तो उसने मना कर दिया।
लेकिन जब पूजा और नीलम ने उसके फोटो की तारीफ करके उसका हौंसला बढ़ाया तो अमेय तैयार हो गया।
हालांकि उसे लगा कि पूजा उसकी बहन है इसलिए उससे ऐसा कह रही है क्योंकि न तो उसके पास ऐसे उच्च स्तर के कैमरे थे, न ही कोई विशेष उपकरण रोशनी के लिए, और तो और मेकअप का भी इन्तजाम नहीं था।
पूजा ने उसे बताया- मैं काफी ऐसे शूट्स में हिस्सा ले चुकी हूँ और मुझे मेकअप करना आता है !
आखिर में अमेय ने पूजा की बात मानकर दोपहर में शूट करने का फैसला लिया।
दोपहर में जब नीलम नीचे आई तो अमेय उससे देखता ही रह गया, उसने वेस्टर्न शैली के कपड़े पहने थे और पहली बार वो उसे ऐसे कपड़ों में देख रहा था।
उसने डेनिम की एक छोटी स्कर्ट पहनी हुई थी, साथ में एक सफ़ेद शर्ट पहन रखा था जिसे नाभि के थोड़ा ऊपर बड़ी खूबी से बांधा गया था, उसके शर्ट के सारे बटन खुले थे और उस वजह से उसकी बड़ी गहरी वक्षरेखा दिख रही थी।
अमेय ने कभी नीलम के वक्ष पर ध्यान नहीं दिया था लेकिन उसके महीन शर्ट से नीलम के 32 आकार के स्तन देख कर अमेय दंग सा रह गया। नीलम की कमीज से उसके स्तनों का और उन पर उभरे चुचूकों का आभास अमेय की आँखों के सामने से हट नहीं रहा था।
उसका गला सूख गया था और वो अपनी पैंट में कुछ हलचल महसूस कर रहा था। उसने शादियों में ऐसे मॉडर्न कपड़ों में काफी लड़कियाँ देखी थी लेकिन इतने करीब से देखने का आज उसका पहला मौका था।
नीलम अपनी इस पोशाक में काफी आराम महसूस कर रही थी, वो आकर चुपचाप ड्रेसिंग टेबल के पास कुर्सी पर बैठ गई।पूजा ने उसका मेकअप शुरू किया, जिसमें उसने नीलम की गर्दन से लेकर उसके वक्ष-घाटी में गहराई तक मेकअप लगाया। तभी पूजा ने बिना बताये नीलम के कमीज की गाण्ठ खोल दी ताकि वो सही तरीके से नीलम के कोमल स्तनों पर मेकअप लगा सके।
अमेय की आँखें उन कोमल चूचियों से हटने का नाम नहीं ले रही थी और पूजा का ब्रश नीलम के स्तनों को सहला रहा था। अमेय को अपनी आँखों पर विश्वास नहीं हो रहा था कि पूजा नीलम के भरे और रसीले वक्ष का खुला प्रदर्शन उसके सामने कर रही थी।
जैसे ही मेकअप पूरा हुआ, पूजा ने नीलम के शर्ट को फ़िर से बांध दिया और नीलम शूट के लिए तैयार हो गई। यह कहानी आप अन्तर्वासना.कॉम पर पढ़ रहे हैं !
अमेय ने एक स्टूडियो में एक गाँव के माहौल का सा सेट बनाया जिस में उसने एक लकड़ी का बेंच, मिट्टी के एक चौड़े बर्तन में पानी, एक तरफ रस्सी और चारों ओर बिखरे अन्य सामान ऐसा कुछ किया था।
उसने अपना कैमरा प्रोजेक्टर से भी जोड़ रखा था ताकि तस्वीरों को तुरंत बड़े आकार में देखा जा सके।
उसने नीलम को पोज़ बनाने के लिए कहा और वो अपने कैमरे से क्लिक करने लगा।
जल्दी ही उनको ऐसा लगा की जैसी तस्वीरें नीलम को चाहिएं, वैसी नहीं आ रही है तो पूजा ने नीलम से कहा- थोड़ा तनाव रहित होकर और खुल कर पोज़ दे !
और अमेय से कहा- कैमरा स्टैंड से निकाल कर पास से शूट करके देख !
नीलम बेंच पर लेट गई और शरीर को इधर उधर मोड़ कर अमेय को शॉट्स देने लगी। अमेय ने नीलम के सर के पीछे से नीलम की नाक की सीध से उसके वक्ष-घाटी के चित्र लिए। ये चित्र नीलम के वक्ष के दोनों चुचूक जो उभर कर उसके शर्ट से बाहर आने को बेक़रार थे, पर केन्द्रित थे।
यह सब देख कर पूजा भी नीलम को प्रोत्साहित कर रही थी और तभी उसने एक हाथ का पंखा नीलम के वक्ष पर रख दिया और शर्ट की गाण्ठ खोल कर उसे वक्ष से हटा कर नीचे लटक जाने दिया। अब अमेय नीलम के पैरों के पास आकर तस्वीरें लेने लग गया। उसने देखा कि नीलम की सूक्ष्म सी स्कर्ट थोड़ी खुल गई है और उसकी माखन जैसी अन्दरूनी जांघें अमेय को बेचैन करने लगी। नीलम की नजर लेंस से होकर सीधे अमेय के दिमाग पर वार कर रही थी।
अब वो बगल में आकर नीलम की गोलाइयों को अपने कैमरे में कैद करना चाहता था ताकि उसके मादक स्तन तथा उसके रसीले चूतड़ जो बारबार उसे बहका रहे थे, उनका भी दीदार हो जाए।
अब नीलम भी और खुलने लगी थी काफी बोल्ड शोट्स देने लगी, जैसे दोनों हाथों से स्तनों को दबाते हुए, आगे झुककर जिससे उसके स्तन उसके कपड़ों से बाहर की तरफ लटके हुए दिखाई दें।
जब भी वो मुस्कुरा कर अमेय को शोट्स देती तो अमेय की हालत और ख़राब हो जाती। वो इस बात से खुश था कि नीलम का ध्यान उसके लिंग का उभार पर, जिसे वो छुपाने की कोशिश कर रहा था, नहीं गया था।
अब नीलम ने बैंच पर बैठ कर अपने घुटने ऊपर को मोड़ लिए और अपनी ठोड़ी अपने नंगे घुटनों पर रख दी जिसकी वजह से उसका स्कर्ट उठ गया और अमेय को उसकी योनि के दर्शन हो गए।
अमेय शोट्स ले रहा था, तभी उससे लगा कि नीलम उसकी पैंट के उभार को घूर रही है और मादक अदाएँ दे रही है।
अब अमेय उसकी बेकरारी/भूख को बखूबी अपने कैमरे में उतार रहा था।
उसी वक़्त पूजा ने नीलम से कहा- और थोड़ा बदन दिखा ! शर्ट को जरा नीचे खिसका !
और अमेय को उसे मदद करने के लिए कहा। अमेय के पास मदद करने के अलावा और कोई चारा नहीं था। उसने शर्ट की कॉलर खड़ी कर के शर्ट को नीचे की तरफ खिसका दिया और कुछ और शॉट्स लिए।
लेकिन पूजा को यह ठीक नहीं लगा और उसने वहाँ आकर नॉट खोल कर शर्ट को कंधों के नीचे खींच लिया, अगर पूजा उसे और थोड़ा नीचे करती तो नीलम के स्तन पूर्ण निरावृत हो जाते।
अमेय कैमरे के लेंस से पूजा की हरकत देख रहा था, उसे पूजा की नजरों में एक हवस की चमक दिख रही थी। आज अमेय फोटोग्राफी से भी बहुत कुछ ज्यादा सीखने वाला था।
नीलम के नंगे कंधें और पीठ अमेय के लिए खुल गए थे और उसने कुछ और शॉट क्लिक किये। तभी पूजा ने नीलम के शर्ट को पूरा उतार कर ऐसे ही उसके गले में बांध दिया तो अमेय को नीलम के उरोजों की पूर्ण झलक दिख गई। उसके स्तन किसी पके हुए रसीले आम से कम नहीं थे और उनमें अमेय को कोई कमी नहीं दिखाई दी।
पूजा ने नीलम को कमर पर हाथ रख कर कंधें के ऊपर से पीछे देखने को कहा और अमेय को उसके स्तनों को बगल से क्लिक करने को कहा, पर जैसी तस्वीरें पूजा चाह रही थी वैसी नहीं आ रही थी तो पूजा ने नीलम का शर्ट उतार फेंका और उसके स्तनों को उसके पीछे से अपने हाथों दबा कर पकड़ लिया था। अमेय उससे सिर्फ दो फीट की दूरी पर खड़ा था और उसकी आँखे नीलम के नंगे बदन के मजे लेने लगी थी, दुनिया के सबसे सेक्सी मम्मो का मजा ले रही थी। नीलम के भूरे रंग के चुचूक पूजा की उंगलियों के बीच से दिख रहे थे। तभी पूजा नीलम के उन पके हुए रसीले आमों को अपने हाथों से ढके ढके थोड़ा पीछे हो गयी और अमेय उन्हें शूट करने लग गया।
अमेय के लिए यह फ़ोटोशूट अब असम्भव सा लगने लगा था। उसका लिंग इतने तनाव में था कि कभी भी फ़ट सकता था परन्तु वो फिर भी पूरी लगन से अपना ध्यान फोटोग्राफी पर केन्द्रित करने का असफल प्रयत्न कर रहा था। पूजा के हाथ नीलम के उभारों पर हरकत सी करते दिखे, उसकी उंगलियाँ उसके चुचूकों को मसल रही थी, नीलम के भूरे चुचूक पूजा की गोरी उँगलियों के बीच से झांक रहे थे, अब पूजा के हाथ स्पष्टतः नीलम के स्तनों से खेल रहे थे, फ़ोटोशूट से उसका ध्यान विचलित हो चुका था।
पूजा अब नीलम के पेट को सहलाने लगी थी इससे नीलम का दायां स्तन अब बिल्कुल नंगा था और बायाँ मामूली सा छुपा सा था क्योंकि अब वो दोनों एक दूसरे के साथ खेलने में मशगूल हो गई थी।
अमेय समझ चुका था कि शूट अब ख़त्म हो चुका है और उसने मौके को ताड़ कर कैमरा वीडियो मोड पर किया और कैमरे को स्टैंड पर लगा दिया।
अमेय देख रहा था कि अब नीलम उसके बहन के गोद में लेटकर उसकी आँखों में देख रही है और पूजा के स्तनों को उसको कमीज के ऊपर से ही सहला रही है जबकि पूजा का हाथ नीलम के स्कर्ट के नीचे जाकर उसे ऊपर खींच चुका है, जिसकी वजह से नीलम की योनि अब अमेय की आँखों के सामने बिल्कुल नंगी है। पूजा की उंगलियाँ अब नीलम की योनि के साथ खेलने लगी थी और धीरे धीरे पूजा झुककर अपनी सहेली की जांघों के बीच आ चुकी थी।
यह सब करते हुए ही पूजा ने सीधे अमेय के आँखों में देख कर उसे एक हलकी सी मुस्कुराहट दी और अमेय उसे जाने का इशारा समझ कर मुड़ने लगा तो पूजा ने नीलम के वक्ष की ओर इशारा किया… अमेय नीलम के वक्ष पर झुकने लगा था…
पूजा का चेहरा नीलम की गहराइयों में खो गया।
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