आंटी सेक्स स्टोरी- गर्लफ्रेंड की माँ को पटा कर चोद दिया
(Aunty Sex Story- Girl Friend Ki Ma Ko Pata kar Choda)
मेरी स्टोरी आंटी सेक्स पर आधारित है। मैं अपनी गर्लफ्रेंड के घर जाया करता था, उसकी मम्मी को कोई ऐतराज नहीं था।
दोस्तो, मेरा नाम अंकित है और मैं नागपुर का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र 24 साल है.. मैं 4 साल से हिंदी में चुदाई की कहानी की बेस्ट साईट अन्तर्वासना को पढ़ रहा हूँ।
जवानी में सबकी गर्लफ्रेंड होती है.. मेरी भी थी। उसका नाम प्रिया था, वो दिखने में अच्छी खूबसूरत थी। हम लोग रोज फ़ोन पर बात किया करते थे। हम दोनों को बात करने की इतनी आदत हो गई थी कि हम लोग दिन भर फ़ोन पर बात किया करते थे।
एक दिन उसने बताया कि हमारे बारे में उसकी मम्मी को सब पता चल गया है और उसकी मम्मी ने कुछ नहीं बोला.. तो हमारा डर खत्म हो गया। अब तो हम दोनों उनके सामने भी फ़ोन पर बात करने लगे।
एक दिन उसकी मम्मी ने मुझे घर नाश्ते पर बुलाया और मैं सहज भाव से उनके घर पहुँच गया। मैं उसकी मम्मी को आंटी कहता था।
मेरीगर्लफ्रेंड प्रिया और मैं नाश्ता करने लगे, उसकी मम्मी नहाने चली गईं।
दोस्तो, उस समय तक उसकी मम्मी के बारे में मुझे कोई गलत ख्याल नहीं था, पर जब वो हमारे सामने नहा कर आईं और मुझे पानी देने के लिए नीचे झुकीं.. तो मैंने देखा कि उन्होंने ब्रा नहीं पहनी हुई थी, जिस वजह से उनके दूध मुझे साफ-साफ दिखाई दे रहे थे। मेरी आँखें उनके दूधों की मदमस्त छटा को ही देखे जा रही थीं, जिसे शायद प्रिया ने भी ताड़ लिया और उसने अपनी मम्मी को अन्दर भेज दिया, वो मुझसे बात करने लगी।
लेकिन मेरे मन में तो प्रिया की मम्मी के ही बारे में ख्याल आता रहा था।
फिर मैं अपने घर आ गया और आंटी सेक्स के बारे में सोचते हुए मुठ मारने लगा।
फिर जब मेरा जन्मदिन आया तो आंटी ने मुझे अपने नम्बर से कॉल किया और जन्मदिन की बधाई दी। साथ ही आंटी ने मुझसे कहा- बोलो तुम्हें क्या गिफ्ट चाहिए?
मैंने कहा- जब जरूरत पड़ेगी तो मैं मांग लूँगा आंटी1
ऐसा कहकर मैंने फ़ोन रख दिया।
इसके बाद कुछ ऐसा सिलसिला चलने लगा कि जब आंटी के पति ऑफिस चले जाते और प्रिया कोचिंग के लिए निकल जाती.. तो मैं उन्हें कॉल करता।
शुरूआत में मैं उनसे फोन पर पहले यह कहता कि प्रिया का फ़ोन नहीं लग रहा है.. तो मैंने आपको लगा लिया।
इसी बहाने से मैं उनसे बात करता और उनसे बात करते समय मेरे लंड को मुठ मारने से शांति मिल जाती।
आंटी से बातों के दौरान मैं ये कह देता कि प्रिया को मत बताना.. नहीं तो वो नाराज होगी।
ऐसा मैंने आंटी से इसलिए कहा था क्योंकि जब मैं उनके यहाँ नाश्ते के लिए गया था और मैंने उनके दूध देखे थे.. तो मुझे ये करते प्रिया ने देख लिया था। इससे मुझसे समझ आ गया था कि वो मुझे उसकी मम्मी से बात करने देना नहीं चाहती थी। शायद उसको अपनी मम्मी पर विश्वास नहीं था।
इसी लिए जब भी मैं उसकी मम्मी को कॉल करता तो मैं आंटी को मना कर देता और वो भी नहीं बताती थीं, शायद वो भी इस बात को प्रिया से उजागर नहीं करना चाहती थी कि मेरी उनसे बातचीत होती है।
ऐसे में मेरी हिम्मत और बढ़ गई और मैं उनसे तकरीबन रोज बात करने लगा।
एक दिन मैंने उनसे बात करते-करते यूं ही पूछ लिया कि आप तो इतनी सुंदर हो.. आपको तो कॉलेज के समय में बहुत लड़के बहुत लाइन मारते रहे होंगे!
तो उन्होंने मेरी इस बात को हँस कर टाल दिया।
मैंने कहा- अंकल तो बहुत नसीब वाले हैं आंटी कि उनको आप जैसी सुंदर बीवी मिली है।
इस बात पर आंटी ने ज्यादा अच्छे से जवाब नहीं दिया.. तो मुझे लगा कि शायद वो शरमा रही हैं।
फिर ऐसे ही एक दिन उन्होंने मुझसे पूछा- तुम मेरी बेटी से सच्चा प्यार करते हो या नहीं?
तो मैंने कहा- मैं आपकी बेटी से सच्चा प्यार करता हूँ।
तो आंटी ने कहा- कभी उसके साथ किस किया है कि नहीं?
उनकी इस बात से मैं एकदम चुप हो गया और फिर धीरे से जवाब दिया- नहीं..
जबकि दोस्तो मैंने प्रिया को कई बार चोदा है.. लेकिन मैंने उसकी माँ को नहीं बताया।
फिर हमारी बात यूँ ही चलने लगी।
एक दिन उसकी मम्मी से मैंने बोल दिया- जब मैं आपके घर आया था.. तब नहा कर आई थी तो आप बहुत खूबसूरत लग रही थीं।
उन्होंने बोला- मुझे ये सब बातें पसन्द नहीं है।
यह कह कर आंटी ने फ़ोन काट दिया। इससे मुझे लगा कि अब वो प्रिया को न बता दें.. नहीं तो वो भी नाराज हो जाएगी।
लेकिन शुक्र था कि उन्होंने ऐसा नहीं किया और दो दिन बाद मैंने फिर फ़ोन लगाया और उनसे ‘सॉरी..’ कहा।
तो उन्होंने कहा- कोई बात नहीं।
लेकिन मेरे मन में अब आंटी के साथ सेक्स का, उनको चोदने का ख्याल आ गया था।
एक दिन आंटी ने मुझे खुद से बताया कि उनका और उनके पति का किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया है। मैं इस वक्त बहुत संजीदा था कि कोई गलत बात मुँह से निकल जाए, तो मैं उनसे साधारण तरह से ही बात करता रहा। उसी दौरान उन्होंने बताया कि अंकल उनसे प्यार नहीं करते हैं।
तो मैंने बातों ही बातों में उनसे बोला- आंटी आप तो इतनी सुंदर हो।
तो आंटी ने कहा- अब शायद तेरे अंकल का मुझ से मन नहीं भरता।
उनकी इस बात से मेरा लंड खड़ा हो गया तब भी मैंने इस बात का ध्यान रखा कि मछली के गले में काँटा फंस जाने के बाद ही इसका स्वाद लूँगा।
फिर एक दिन आंटी ने मुझे खाने पर बुलाया। उस दिन प्रिया को किसी काम के लिए जरूरी घर से बाहर जाना पड़ा था। मैंने स्थिति को देख कर सोचा कि आज तो आंटी को चोदने का मुहूर्त लगता है।
मैंने आंटी से पूछा- आपकी और अंकल की बात होने लगी है?
तो आंटी ने कहा- नहीं यार, अंकल से मेरे को कोई मतलब नहीं है.. उनका और कहीं चक्कर चल रहा है।
मैंने कहा- अच्छा.. आपके होते हुए दूसरी के साथ..!
आंटी ने कहा- हुन्न.. शायद अब उनको मेरी जरूरत नहीं है, मैं पुरानी हो गई हूँ ना..!
मैंने कहा- अरे यार आंटी क्या बात करती हो आप.. ऐसा नहीं है आप अभी भी ‘माल’ लग रही हो।
तो वो एकदम से चौंक गईं.. लेकिन उन्होंने मेरे ‘माल’ शब्द कुछ नहीं कहा।
चूँकि अब हम दोनों में मजाक चलने लगा था तो शायद ये मामला ज्यादा आगे नहीं बढ़ा।
फिर मैंने उनसे कहा- अब तो आप अकेली हो गई होंगी?
आंटी ने कहा- हां, क्या करूँ कुछ कर भी तो नहीं सकती!
मैंने आँख मारते हुए कहा- आंटी सेक्स के लिए आप भी किसी अंकल को सैट कर लो ना!
तो आंटी ने कहा- नहीं.. मैं ऐसा नहीं कर सकती.. क्योंकि मेरी बेटी अब बड़ी हो गई है और मुझे अपनी इज्जत भी प्यारी है।
मैंने बिना लाग लपेट के आंटी की आँखों में देखते हुए कहा- मैं आपसे प्यार करता हूँ।
मेरी इस बात पर वो चौंक गईं और उन्होंने कहा- नहीं.. ये सब गलत है।
मैंने कहा- नहीं ये बात सिर्फ घर में ही रहेगी.. ये बात किसी को पता नहीं चलेगी।
मेरी इस बात पर पहले तो उन्होंने मना कर दिया.. लेकिन दोस्तो, आंटी सेक्स के लिए बेचैन थी, मन उनका भी कर रहा था क्योंकि बहुत दिन से उन्होंने अंकल के साथ चुदाई नहीं की थी। परन्तु सामने से वो अभी भी मना कर रही थीं।
फिर मैंने कहा- आंटी आपने कहा था कि मेरे जन्मदिन का गिफ्ट क्या चाहिए तो मुझे ‘आप’ चाहिए।
तो आंटी ने मुझे मना कर दिया लेकिन मैंने कहा- ठीक है अब मैं आपसे बात नहीं करूँगा।
मैं उठ कर जाने लगा तो आंटी ने मुझे मनाया- नहीं अंकित तू मेरा कहा मान ले.. मैं तेरे साथ ये सब नहीं कर सकती.. क्योंकि प्रिया को पता चलेगा तो वो क्या सोचेगी?
मैंने कहा- उसको बताएगा कौन? उसको कैसे पता चलेगा?
फिर आंटी ने कहा- तू इतना कह रहा है तो ठीक है.. पर मैं सिर्फ एक बार करूँगी फिर कभी नहीं!
मैंने कहा- ठीक है।
इस तरह आंटी सेक्स के लिए मान गई।
दोस्तो आंटी के बारे में क्या बताऊँ उनकी उम्र 45 साल है और वो देखने में किसी माल से कम नहीं हैं।
फिर मैंने झट से आंटी के होंठों को किस किया और हम दोनों ने एक-दूसरे को बांहों में भरकर देर तक चूमाचाटी की।
माहौल गरमाने लगा.. मैंने उनके कपड़े खींचते हुए उतारने शुरू किए, जिस कारण उनकी ब्रा फट गई। लेकिन मैं रुका नहीं.. मैं पूरे जोश में था।
हम दोनों एक-दूसरे को फिर किस करने लगे।
इसके बाद आंटी बोलीं- जो भी करना है जल्दी कर लो.. नहीं तो प्रिया आ जाएगी।
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यह बात मैं भी समझ रहा था कि वह मार्केट गई थी.. इसलिए मैंने भी देर न करते हुए आंटी को अपनी गोद में उठा कर उनके कमरे में पलंग पर ले गया। फिर मैंने आंटी के होंठों को चूमना चालू कर दिया। आंटी सेक्स में मेरा पूरा साथ दे रही थीं और हम दोनों एक-दूसरे को पागल प्रेमी के जैसे किस करने लगे।
थोड़ी देर बाद मैं आंटी के मम्मों पर हाथ रख कर दबाने लगा और आंटी चुदास में सीत्कारने लगीं- आआहह.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… उईई.. आह..
मैंने आंटी के दोनों पैरों को फैला कर अपने लंड को आंटी की चूत के छेद पर टिकाया और धीरे-धीरे लंड पेल कर उनकी चूत की चुदाई चालू कर दी।
थोड़ी देर बाद मैंने जोर-जोर से चुत में लंड पेलना चालू किया। आंटी को बहुत मजा आ रहा था और वो भी अपनी गांड उठा कर मेरा पूरा साथ दे रही थीं।
कुछ देर के मैंने उन्हें अपने ऊपर ले लिया और लंड पर बिठा कर उछलने को कहा। अब मेरा पूरा लंड आंटी की चुत में जा रहा था और आंटी मस्ती से अपनी चूचियों को उछालते हुए अपनी चुदास शांत करवा रही थीं।
थोड़ी देर हम दोनों ने एक साथ अपना पानी निकाला, आंटी मुझ पर ही ढेर हो गईं और मुझे किस करने लगीं।
फिर आंटी ने मेरे लंड पर बैठे-बैठे ही प्रिया को फ़ोन लगाया कि अंकित आया है, तो उसने कहा कि मैं बस 5 मिनट में आ रही हूँ।
यदि प्रिया कहती कि उसे देर हो जाएगी तो शायद आंटी की चुत को एक बार और बजाने का मौका मिल सकता था।
मैंने आंटी को किस किया और हम लोगों ने जल्दी से कपड़े पहन लिए और फिर पहले के जैसे हो गए।
दोस्तो, कैसी लगी मेरी ये आंटी सेक्स स्टोरी मुझे ईमेल पर बताएं।
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