दुकानदार ने मेरे तीनों छेद में लंड पेला
(3 Xxx Fuck Story)
3 Xxx फक स्टोरी में मैं अपनी चुदाई के लिए कोई नया मर्द ढूंढ रही थी. मेरी नजर एक दुकानदार पर गयी. मैंने उसे सेट करना शुरू कर दिया. वह भी मेरी मनसा समझ रहा था.
हाय दोस्तो, आपकी चुदक्कड़ छिनाल शिप्रा फिर हाजिर है न्यू सेक्स कहानी लेकर!
पिछली कहानी
मेरी चूत की प्यास दो मर्दों ने मिलकर बुझाई
में मैंने आपको बताया था कि कैसे मेरे मकान मालिक ने मेरी चुदाई की.
जल्दी ही मैं उससे बोर हो गई और नया मर्द ढूंढने लगी.
और फिर जल्दी ही मुझे मेरी पसंद का मर्द मिल गया.
मेरे घर से लगभग 2 किलो मीटर दूर एक किराने की दुकान थी, उसमें ज्यादा भीड़भाड़ नहीं रहती थी.
उस दुकान का मालिक लगभग 55-60 साल का आदमी था.
पर वो शायद कसरत करता होगा तो उसका बदन 40-45 साल के आदमी जैसा था.
1-2 हफ्ते में ही वो मेरे हुस्न के जाल में फंस गया.
मैंने पता लगा लिया कि इतवार के दिन उसकी दुकान बंद ही रहती है.
तो एक इतवार को मैंने उसे फोन किया और दुकान में आने को कहा.
वो मान गया.
मैं जब उसकी दुकान गई तो वो अकेला ही था, वो बोला- क्या चाहिए भाभी जी?
मैंने कहा- कुछ राशन चाहिए था!
वो बोला- चलिए मैं दिखाता हूँ!
वो मुझे दुकान के अन्दर ले गया और बोला- आप देख लीजिए!
मैं बोरी से दाल चावल उठाकर देखने लगी.
कि तभी मेरा पल्लू गिर गया.
मैंने देखा कि लाला की लार टपकने लगी थी.
मैं तुरंत सीधी होकर बोली- ये ज्यादा अच्छा नहीं है!
वो मेरे मम्मों को घूरकर बोला- अन्दर चलिए, मैं आपको सही सामान दिखता हूँ!
मैं उसके पीछे चलने लगी और उसके तगड़े बदन को देखकर सोची कि इसका लंड भी तगड़ा होगा.
उसके लंड के बारे में सोचकर ही मैं गीली हो गई.
वो एक कमरे में घुस गया.
मैं भी पीछे चली गई.
वो कमरा उसका गोदाम था.
मैंने बोला- दिखाइए क्या दिखाना चाहते हैं?
वो मेरे पेट को देखकर बोला- देख कर डर तो नहीं लगेगा?
मैं समझ गई कि ये क्या दिखाने वाला है.
वैसे भी मैं उससे चुदाई करवाने का मन बना चुकी थी.
उसने अपने पजामा में हाथ डाला और एक झटके में लंड निकालकर बोला- क्यों ये ही चाहिए था ना?
मैं तो उसके लंड को देखती रह गई, क्या बमपटाक लंड था.
लगभग 7 इंच लम्बा और मेरे हाथ से मोटा.
लंड देखते ही मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया.
मैं उसके लंड को देख रही थी और वो अपने कपड़े उतर कर नंगा हो गया.
और फिर मैंने उसके बदन को देखा.
उसकी उम्र भले ही 55 से ज्यादा थी पर उसका कसरती बदन था.
वो अपनी पलंग में बैठ गया और मुझे इशारा किया.
मैं सम्मोहित सी उसके पास जाकर कड़ी हो गई.
उसने मुझे अपनी गोद में बिठा लिया. उसने मेरे होंठो को चूमना चूसना शुरू कर दिया और मेरे मम्मों को दबाने लगा.
मैं देखने में काफी सेक्सी माल थी.
उसने साड़ी के पल्लू को नीचे सरका दिया.
मदमस्त बड़े बङे मम्मे 38″ के उसे दिख गये.
वो प्यार भरे अंदाज से मेरे मम्मों को अपने बड़े-बड़े हाथों से दबाने लगा.
“नहीं आह्ह … ओह … ह धीरे लाला जी … आह्ह नहीं!”
फिर वह हल्का-हल्का दबाने लगा.
“आह आह …. आई आई …” मेरे मुंह से कामुक आवाजें निकलने लगीं.
अब उसका जोश बढ़ गया.
वो और तेज-तेज दबाने लगा.
वो मेरे ब्लाउज के बटन खोलने लगा और मेरे दोनों कन्धों से उसे उतार दिया.
मेरी बड़ी-बड़ी 38″ की चूचियां उसके मुंह में जाने को रेडी थीं.
उसने जुगाड़ करके मेरी ब्रा के हुक को बहुत जल्दी खोल डाला.
ब्रा को उतार कर दूर फेंका और मुझे अपनी तरफ मुंह करके चिपका लिया.
मैं अब उसके सामने ऊपर से नंगी हो चुकी थी.
लाला के दोनों हाथ मेरी पीठ को थामे हुए थे.
उसका मुंह मेरी रसीली बड़ी-बड़ी चूचियों के बीच में था.
वो मुझे हर जगह किस कर रहा था.
वो मेरे गोरे गले, चूची, क्लीवेज, मेरे गाल सब जगह पर अपनी जीभ से चाटने लगा ले रहा था.
वह कहने लगा- वाह मेरी जान, क्या गोरा चिकना बदन है तेरा! कबसे तुझे चोदने की तमन्ना थी, आज पूरी हो गई. साली आज तुझे चोद डालूँगा रंडी!
मैं भी आज उसकी रंडी बनने को तैयार थी.
कुछ देर बाद लाला जोर जबरदस्ती पे उतर आया.
उसने मेरे गले को पकड़ा और करीब किया और मेरे होंठों को पास किया और अपने होंठ मेरे होंठों पर रख दिये.
फिर वो मुझे चूसने लगा.
इसी बीच मैं भी भूल गयी कि मैं शादीशुदा औरत हूँ.
वो मुझे लिपलॉक करके चूसने लगा.
मैं भी उसे लिप लॉक करके चूसने लगी.
आज मैं कुतिया की तरह चुदने वाली थी.
उसकी बेताबी उसका हाल बता रही थी.
उसने 10 मिनट तक मेरे गुलाब जैसे होंठों को चूसा.
मेरी दोनों चूचियां तनी हुई ठीक उसके मुंह के सामने थी.
मेरे दोनों मम्मे सख्त हो गये थे.
उसने दोनों हाथों से मेरी निप्पल्स को पकड़ लिया और ऐंठने लगा.
“ऊई माँ! उम्म्ह… अहह… याह… अई ऐईई सी … सी … सी! मर गयी लाला जी आराम से!” मैं जोर से चिल्लाने लगी.
वो बोला- बहनचोद! चिल्ला-चिल्ला के अपनी माँ क्यों चुदा रही है. क्या तेरे पति ने कभी तेरी चूचियां को नहीं मरोड़ा?
मैं बोली- नहीं लाला जी! मेरे पति ने कभी ऐसा नहीं किया.
वो बोला- साली मादरचोद! तेरी चूचियां तो मरोड़ने के लिए ही बनी हैं!
और अगले 10-15 मिनट उसने बड़ी बेरहमी से मेरे दूध की निप्पल्स को मरोड़-मरोड़ के भर्ता बना दिया.
वैसे भी मैं उसकी बीवी तो नहीं थी और दूसरे की बीवी को कौन छोड़ता है.
दर्द के कारण मैं रोने लगी.
मगर उसने नहीं सुना और मेरी चूची को चूसने लगा और धीरे धीरे मेरे मम्मो को काटने लगा.
मुझे उनके इस अंदाज से मजा भी मिल रहा था.
वो मुंह में लेकर मेरे दोनों स्तनों को बारी बारी से चूस रहा था.
मैं भी अब लंड चूसने को राजी हो गई थी.
मैंने बोला- मुझे भी तो लंड चूसने का मजा दे दो.
उसने मुझे गोद से उतार दिया.
लाला का कसरती बदन होने के कारण उसका लौड़ा 7 इंच लम्बा जबरदस्त साइज का था.
देखने में अमेरिकन लौड़े की तरह दिख रहा था.
पहले तो मैंने उसके लंड को सहलाना शुरू कर दिया.
मेरे लंड सहलाते ही लाला सिसकारी मारने लगा- आह ह्ह्ह शिप्रा … मजा आ गया गया बहन की लौंड़ी! फेंट शिप्रा … अच्छे से फेंट साली मादरचोद!
मैं काम पर लग गयी.
आज मैं भी उसे खुश कर देना चाहती थी.
शानदार रसीला और बेहद जूसी लंड था.
मेरी उँगलियाँ काम करने लगीं, जल्दी-जल्दी लाला के लंड को सहलाने लगी लगी.
लाला ने मेरे सिर को पकड़ा और लंड के पास ले जाकर बोला- अब बर्दाश्त नहीं होता मादरचोद … जल्दी से मुंह में ले!
मैं पहले तो जीभ निकालकर उसका लंड चाटने लगी, फिर चूसने वाले काम पर लग गयी.
फिर मुंह में लेकर किसी देसी रंडी की तरह उसके लंड को चूसने लगी.
वो मेरे मम्मों को दबाते हुए बोला- वाह वाह क्या बात है साली रांड! जन्नत दिखा दी तूने शिप्रा! और चूस बहनचोद! आह्ह!
मैं भी उसे आज अच्छे से संतुष्ट करना चाहती थी.
मैं दोनों हाथ को फुर्ती से राड जैसे लंड पर दौड़ा रही थी.
फिर मैं कामुकता के ज्वार में बह गई और लाला का लंड मुंह में लेकर जल्दी-जल्दी से सिर हिलाकर चूसने लगी.
मैं आज किसी xxx फिल्म की हिरोइन की तरह लगी रही थी.
वो बोला- साली, अब अपनी चिकनी चूत के दर्शन करवा दे!
मैंने साड़ी खोली, फिर पेटीकोट उतार दिया.
अब सिर्फ पैन्टी में थी मैं!
मैं पलंग पर लेट गयी.
लाला मेरे पैरों के पंजों को चूमने चूसने लगा.
फिर वह मेरी दोनों जांघों को सहलाने लगा.
मेरी जांघें बेहद चिकनी और गोरी थी.
लाला ऊपर से मेरी पैन्टी को अपनी जीभ लगा कर चाटने लगा.
मेरी चूत के मीठे रस से मेरी पैन्टी भीग गयी थी.
मैं सिसकारने लगी- आह आह सी … सी … हीईई … अईईई ओह!
वो लगातार चाटता रहा.
मैं बेहद गर्म होने लगी और कमर उचकते हुए बोली- चाटो लाला जी! मजा आ रहा है … ओह्ह … ओह्ह!
उसने 10 मिनट तक मेरी पैन्टी को ऊपर से चूसा और चाटा, फिर उसे उतारने लगा.
फिर लाला ने मेरे पैर फैला दिये और बोला- वाह वाह साली रांड, क्या चूत है मादरचोद … मजा आ गया!
उसने अपना मुंह मेरी चूत पे टिकाया और मेरी चूत का रसपान करने लगा.
वो मेरी प्यासी चूत चाटने में लगा हुआ था, एसा लग रहा था कि वो मेरी चूत को खा ही जायेगा.
अब मुझसे सहन नहीं हो रहा था और मैं अपनी गांड और कमर उचकाने लगी.
मैं सिसकाकर बोली- अह्ह इस्स्स्सस आह्ह्ह ओह्ह ह लाला जी, सहन नहीं हो रहा … मेरी चूत को चोद दो ना प्लीज़!
लाला उठकर बोला- थोड़ा इन्तजार कर मेरी रानी, पहले तेरी चूत का स्वाद लेने दे. तेरी बड़ी रसदार चूत है रांड!
“मेरी चूत इतनी पसंद आई लाला जी?” मैं बोल पड़ी.
“अरे रंडी शिप्रा!” वो बोला- तेरी चूत पर तो अपनी पूरी जिन्दगी कुर्बान कर है. ऐसी मस्त चिकनी सेक्सी चूत है तेरी!
और वह फिर से चाटने लगा.
फिर वो चूत के होंठों को दांत से पकड़ कर खींचने लगा.
मैं चिल्लाई- आआ आआ आई उईई मर गयी! आराम से लाला जी, जान निकालोगे क्या? ईईई सी … सी … आहह!
मेरी हालत खराब हो रही थी.
लाला ने जीभ मेरी चूत के अन्दर डाला और चूत का कोना कोना चाटने लगा.
मैं पानी से निकली मछली सामान उछलने लगी और सिसकारने लगी- आह्ह इसस आह्ह ओह्ह्ह इसस सिस सिसस … मत करो … आह्ह्ह लाला जी, आहा छोड़ दो अहह!
लाला करीब 10 मिनट मेरी फुद्दी को चाटता रहा और आखिर में मैं एक कराह के साथ झड़ गई और बोली- बस लाला जी, बस अब छोड़ दो, मैं ऐसे ही झड़ गई हूँ, अब हिम्मत नहीं है, आप अपनी जीभ निकाल लो!
लाला बोला- माँ की लव्डी तू तो झड़ गई है पर मेरे लंड का क्या होगा? ये तो अभी भी तना है.
मैं पलंग पर उलटी लेटकर बोली- लाला जी, लंड मेरे मुंह में रगड़ो!
लाला तुरन्त मेरे ऊपर आया और मेरे खुले मुंह में अपना लोड़ा डाल दिया.
मैंने लाला की जाँघों को पकड़ा और इशारा किया.
मेरा इशारा पते ही लाला ने मेरे मुंह में अपना लंड रगड़ना शुरू कर दिया.
मैं ‘ओक्क् क अक्क्क क्क्क ओक्क क्क्क’ करने लगी.
करीब 15 मिनट तक लाला मेरा मुंह चोदता रहा और फिर एक कराह के साथ उसने अपना माल मेरे मुंह के अन्दर भर दिया.
मैं पूरा मॉल गटक गई.
लाला की रफ़्तार मंदी हो गई और फिर उसने लंड निकाल लिया.
मेरा मुंह दुःख रहा था.
मैं बोली- बाप रे लाला जी, आप तो मेरा मुंह फाड़ देते!
वो हंसने लगा और बोला- काफी औरतों ने लंड चूसा है. पर जो मजा तेरे मुंह को चोदने में आया, वो कहीं नहीं था. मजा आ गया मादरचोद.
लाला मुझसे लिपट गया और मेरे होटों का रस पीने लगा.
मैंने भी उसके बदन को जकड़ लिया.
हम दोनों ऐसे चिपके जैसे नाग नागिन.
थोड़ी देर बाद लाला का लंड खड़ा होने लगा.
उसका लंड मेरी चूत से टकराने लगा.
मैंने बोला- लाला जी, आपका नाग फुफकार मार रहा है.
लाला बोला- मादरचोद, अब ये तेरे बिल में घुसना चाहता है.
मैंने टाँगें खोली और बोली- तो देर किस बात की है जानेमन? जल्दी इसके अन्दर डालो.
लाला मेरी चूत के सामने बैठा और अपना लंड अपने हाथों से रगड़ने लगा.
मैं समझ गई कि वो अपने नाग को और तान रहा है.
कुछ देर में उसका लंड किसी अफ्रीकन मोटे लौड़े की तरह दिख रहा था.
मैं थोड़ी सहम गई थी.
लंड की एक-एक नस तन गयी थी.
उसने अपने लंड को मेरी चूत पर घिसना शुरू कर दिया और मेरी दबी हुई प्यास जाग उठी.
मैं अपनी कमर हिलाकर लंड को अन्दर लेने की कोशिश करने लगी.
लाला बोला- सब्र कर छिनाल, चुदने के लिए मरी जा रही है मादरचोद.
लाला ने लंड मेरी चूत के दरवाजे पर रखा और मेरे मम्मों को दबोच लिया.
मैं जान गई कि अगले पल में क्या होने वाला है मेरी चूत के साथ.
लाला ने एक जोरदार झटके से से लंड चूत में घुसा दिया.
उसका लंड मेरी चूत को फाड़कर फच्च के साथ अन्दर समा गया उसका लंड अंदर जाते ही मेरी आंखों के सामने तारे नाच उठे और मेरे तनबदन में करंट सा दौड़ गया.
मेरे मुंह से निकला- उम्म्ह… अहह… हाय मजा आ गया लाला जी!
मुझे लगने लगा कि जैसे मैं किसी और ही दुनिया में चली गई हूँ.
जब वापस लौटकर मैंने देखा कि लाला मेरे मम्मों को दबाते हुए तेजी से मुझे चोदने में लगा हुआ है.
थोड़ी देर में ही उसके लंड ने मेरी चूत को फैलाकर अपनी जगह बना ली.
इतना आनंद इतना मजा मैंने कभी महसूस नहीं किया था.
इतने बड़े लंड को लेने के सपने मैं कई दिनों से देख रही थी.
मैं मस्ती में आकर सिसकारने लगी- सी … सी … सी आहह आहहह औहहह … इसस अहहह औहह आहह … औहहह इसस मज़ा हह आहह रहा हहह है. और तेज तेज मेरे राजा, अच्छे से चोदो.
वो बोला- ले मादरचोद साली रान्ड ले ले!
और खीच खीच कर लंड चूत को खिलाने लगा.
और मैं भी अपनी गांड हिलाकर उसका लंड गपागप चूत से खाने लगी.
कुछ ही मिनटों में लाला ने टॉप गियर लगाकर अच्छी रफ्तार पकड़ ली.
वो भकाभक धक्के मारने लगा.
मेरी चूत से फट फट फट जैसी आवाज आने लगी.
हम दोनों ने अच्छी लय पकड़ ली थी.
मैं आंखें बंद करके अच्छे से चुदने लगी.
उसने 15 मिनट मुझे दिल से चोदा और फिर लंड निकल लिया.
मैंने देखा कि मेरी चूत फूल गई थी.
लाला ने अपना मुंह मेरी चूत पर रखा और फिर से मेरी चुदी हुई फूली हुई बुर को चाटने लगा.
मैं कराहती हुई बोली- आह्ह्ह इशस लाला जी, धीरे … आराम से! आराम से मेरी चूत चाटो! आह आह्ह … उई … उई … सी सी!
वो बोला- साली रांड शिप्रा! आज तूने खुश कर दिया है मुझे! तू कमाल की चुदक्कड़ औरत है! साली छिनाल!
उसने 8-10 मिनट मेरी चूत चाटी.
मैं किसी रंडी की तरह बिस्तर पर लेटी रही.
वो अपने मोटे लंड को फिर से घिसने लगा और मेरी चूत पर अपने मोटे सुपारे को रगड़ने लगा.
मैं सिसयाई- इसस उह् ऊह् ऊह ऊ … आई अई आह आह्ह ऊ!
लाला ने बेरहमी से लंड मेरे भीतर पेल दिया.
उसने मेरी टांगें अपने कंधों पर फंसाई और मेरे ऊपर चढ़ गया.
जिस कारण मेरा बदन दोहरा हो गया.
दर्द के मारे में चीखी- ओह्ह मम्मी! आआ … आआ … ईई लाला जी. दर्द हो रहा है. आराम से!
मैं सिसकने लगी.
पर वो नहीं माना और मेरे ऊपर तेजी से उठक बैठक लगाने लगा इस बार और ज्यादा पावर से चोदने लगा.
जैसे ओखली में मूसल मारते हैं, ठीक उसी तरह वो मेरी बुर की चुदाई करने लगा.
कुछ देर में चूत के रस में भीगकर उसके लंड ने विकराल रूप ले लिया.
सब कुछ अपने आप हो रहा था, जैसे कोई मशीन हो.
लाला मेरी बुर को अंदर तक तेज-तेज फाड़ रहा था.
लग रहा था कि आज पूरी तरह फाड़ ही डालेगा.
फिर वो मुझ पर झुक गया और मेरे होंठों पर होंठ सटा दिए.
मेरे सेक्सी होंठों को पीते-पीते उसने दनादन शॉट्स मारे.
कुछ देर बाद लाला ने मेरी टांगें कंधों से उतारी और आजू बाजू पूरी फैला दी.
मैंने उसके बदन की तरफ देखा.
वो पूरा का पूरा पसीने से तर था.
मैं बोली- लाला जी, कितनी मेहनत कर रहे हो, थोड़ा आराम कर लो!
वो बोला- मादरचोद चोद लेने दे. कब से तुझे पेलने की हसरत थी, आज तो हर हसरत पूरी करूँगा.
करीब आधे घंटे तक लाला मुझे अलग अलग तरीकों से चोदता रहा.
जब वो मुझे कुतिया बनाकर चोद रहा था, तब उसकी स्पीड बढ़ गई.
मैं समझ गई कि लाला अब बारिश करने वाला है.
मैंने तुरंत मुड़कर कहा- मेरे लाला जी, अपना माल मेरे मुंह पर निकालना!
मैंने अपने मन की इच्छा बता दी.
उसने जल्दी से लंड बाहर खींचा और मैं तुरंत पलट कर उसके लंड के सामने मुंह खोल कर बैठ गई.
मैंने ये ब्लू फिल्मों में कई बार देखा था और मेरी दिली ख्वाहिश थी कि कोई मेरे मुंह पे वीर्य की बौछार करे.
आज मेरा सपना सच होने वाला था.
लाला अपने तन्नाये लंड को हाथ में लेकर घिसने लगा.
मैं बोली- लाला जी, जल्दी से मुझे अमृत चटाओ!
मैंने भी अपना मुंह खोल दिया.
मैं उसका माल पीने को आतुर थी.
कुछ देर बाद लाला ने मेरे चेहरे पे वीर्य की बरसात कर दी और मेरा चेहरा वीर्य से सराबोर होने लगा.
मैंने तुरंत लंड को मुंह में लिया और लाला मेरे मुंह को अपने रस से भरने लगा.
लाला बोला- बहनचोद शिप्रा रंडी! चूस इसे! पी जा पूरा माल!
मैं उसके लंड को मुंह में लेकर चूसने लगी.
चूस-चूसकर उसके लंड को अच्छे से साफ़ कर दिया मैंने.
उसके लंड की चुदाई से मैं तृप्त हो गई थी.
मैं काफी दिन से इसी चुदाई की प्यासी थी.
लाला के जबरदस्त लौड़े ने मेरी कई दिनों की तमन्ना पूरी कर दी थी.
मैंने उसके लंड को चूस चूस कर पूरा रस पी लिया और तो और उसकी गोटियां सहलाकर बाकी रस भी गटक गई.
फिर मैने अपने चेहरे के वीर्य को उंगली से चाट लिया.
कुछ बूँदें मेरे दोनों मम्मों पर भी थी जिसे मैंने अपने मम्मों को मुंह में लेकर चूस लिया.
मैं चटकारे भरती हुई बोली- वाह लालाजी वाह … क्या चोदते हो. आज से मैं तुम्हारी हुई, जब चाहे बुला लेना, आ जाऊंगी.
मैं निढाल होकर बिस्तर पर लेट गई और सुस्ताने लगी.
लाला दुकान जाकर फ्रूटी ले आया और बोला- लो शिप्रा, इसे पी लो तो थोड़ा अच्छा लगेगा.
मैं अपने ही ख्यालों में खोई हुई थी.
ऐसा लग रहा था जैसे कोई बड़ा सा तूफान आकर थम गया हो.
मैं उसी आनंद में डूबी हुई थी.
इतने में मेरा फोन बजा, लाला ने फोन मुझे दिया.
मेरे पति का फोन था.
मैं सूरज से बाते करने लगी और लाला कुर्सी पे आराम, करने लगा.
मैं सूरज से बात कर रही थी कि लाला मेरी जांघों पर मसाज वाला तेल लगाने लगा.
मैंने लाला को इशारे से मना किया पर वो नहीं माना.
लाला ने मेरी दोनों टांगों को तेल से सराबोर कर दिया.
मुझे अच्छा लगने लगा तो लाला की हिम्मत बढ़ गई.
वो तेल से मेरे बदन की मालिश करने लगा और मैं अपने पति बात करती रही.
लाला मेरे मम्मों को दबाने लगा और मेरी चूत सहलाने लगा.
थोड़ी देर में मैं गर्म हो गई और पति से बाद में बात करने का बोल दी.
मैं फोन रखकर बोली- लाला जी, अब क्या करोगे? सब तो कर लिया!
वो बोला- मादरचोद, तेरे दो छेद तो चोद दिए, अब तेरी गांड की बारी है.
मैं समझ गयी कि आज लाला 3 Xxx फक करेगा.
मैं हंसने लगी और बोली- सब कुछ आज ही मारोगे?
लाला ने मुझे इशारा किया तो मैं उठी और टेबल पर झुक गई. लाला मेरे पीछे आया और मेरे चुतड़ चूमना शुरू कर दिया. लाला मेरी गांड के छेद पर उंगली चलाने लगा. वो बोला”क्यों मादरचोद तेरा पति तेरी गांड नहीं मरता क्या”
मैं बोली”लाला जी कई दिनों से मेरी गांड किसी ने नहीं माई, इसीलिए टाइट हो गई है ” कुछ देर तक बाद उसने एक उंगली मेरी गांड में अंदर डाल दी. मैं थोड़ी हिली. लाला ने इक हाथ से मेरी कमर थमी हुई थी और दुसरे हाथ कीउंगली को ने मेरी गांड में अंदर तक घुसा दिया था. अब वह धीरे-धीरे मेरी गांड में उंगली को अंदर-बाहर करने लगा. पहले मुझे हल्का हल्का दर्द हुआ मगर कुछ ही देर के बाद मुझे मजा सा आने लगा. मेरी गांड खुद ही खुलने लगी. अब उसने दूसरी उंगली भी मेरी गांड में डाल दी. वह दो उंगलियों से मेरी गांड को खोलने की कोशिश कर रहा था. मेरी गांड में एक सनसनी सी पैदा हो रही थी. काफी दिनों किसी मर्द ने मेरी गांड को छेड़ा था.
मैं उसका आनंद लेने लगी थी.
लाला ने मेरी गांड में तेल लगाना शुरू कर दिया उसने मेरी गांड में अंदर तक तेल लगा दीया.
उसने अपने लंड पर भी तेल लगाया और लंड गांड के मुंहाने पर टिका दिया.
उसने मेरी कमर पकड़ी और अपने लंड को मेरी गांड के अंदर धकेलने लगा.
उसका नीग्रो जैसा लंड मेरी गांड को फाड़ने लगा.
काफी दिनों बाद मेरी गांड में लंड घुस रहा था तो मैं दर्द से बिलबिलाने लगी- आहह आऊ … धीरे-धीरे आआ ऊऊईई डालो लाला जी … ईईईइ ममीईइ आआ ऊऊईई आऊऊ ईई!
मगर वह रुका नहीं. पूरा लंड अंदर तक फंसा कर ही उसने दम लिया.
मेरी हालत ऐसी हो गई थी कि मैं हिल भी नहीं पा रही थी.
फिर उसने अपने हाथों से मेरे नितंबों को दबाना शुरू किया.
कुछ मिनट के बाद मेरा दर्द कम होना शुरू हो गया.
उसका लंड मेरी गांड में फंसा हुआ था.
लाला बोला- लगता है काफी दिनों बाद तेरी गांड में लंड गया है साली?
मैं बोली- हाँ लाला जी, करीब 6 महीने से मेरी गांड किसी ने नहीं मारी, कोई मर्द मिला नहीं. अब आप मिले हो, अच्छे से मेरी गांड की प्यास बुझा दो.
लाला ने लंड धीरे धीरे घिसना शुरू किया और बोला- मादरचोद तेरा पति तेरी गांड नहीं मारता?
मैंने पीछे मुड़कर कहा- नहीं लाला जी, उन्हें तो बस बिजनेस दीखता है.
वो बोला- तभी तू यहाँ वहाँ चुदवाती रहती है?
मैंने कहा- हम औरतों को भी चुदाई का शौक होता है लाला जी.
लाला ने हँसते हुए मेरी गांड की चुदाई शुरू कर दी.
वह तेजी के साथ मेरी गांड को चोदने लगा.
मैं चीखने लगी- आह … हह ओह उह ह्हह … धीरे धीरे … गांड फाड़ दोगे क्या लाला जी? आह्ह मर गई अह्ह्ह!
लाला को मेरी गांड चोदने में कुछ ज्यादा ही मजा आ रहा था.
वो बोला- वाह वाह बहनचोद, रांड क्या गांड है साली, बिल्कुल मक्खन, मजा आ गया मादरचोद!
लाला खींच खींचकर लंड गांड में पेलने लगा.
उसके हर धक्के से मेरी चीख निकलती.
लाला ने मुझे पीछे खींच लिया और अब हम दोनों खड़े खड़े चुदाई कर रहे थे.
लाला के लंड ने मेरी प्यासी गांड की प्यास बुझा दी थी.
मैं मस्त होकर लाला से गांड मरवाने के मजे लेने लगी.
लाला मेरे संतरों को दबाते हुए मेरी गांड मारने लगा.
लाला ने तबियत से मेरी गांड मारी और फिर लंड निकाल लिया.
मैं मुड़ी और गप से लंड को मुंह में लेकर चूसने लगी.
लाला बोला- चूस बहनचोद छिनाल चूस!
जी भरकर लंड चूसने के बाद में टेबल पर लेट गई और अपनी टांगों को उठाकर बोली- चलो लाला जी, जल्दी मेरी गांड मारो, मेरे पति मुझे लेने आने वाले हैं.
लाला ने मेरी गांड में लंड डाला और गांड चोदने लगा.
करीब 20 मिनट के बाद लाला बोला- शिप्रा, रस कहाँ निकालूँ?
मैं बोली- मेरी गांड में ही निकाल दो जानेमन!
लाला ने मेरे मम्मों को दबाना शुरू किया और टॉप स्पीड में आ गया.
मैं मस्ती में चीखने लगी- और तेज तेज लाला जी … मेरी गांड की भूख मिटा दो!
10 12 धक्के के बाद लाला चीखा- आह आह मादरचोद … मजा आ गया साली रंडी!
लाला का लंड मेरी गांड को रस से भरना लगा. लाला मेरे ऊपर पसरता गया और बोला- मजा आ गया मादरचोद. काफी दिनों बाद किसी मस्त रांड को भोगा है!
वो मेरे होंठों को चूसने लगा.
थोड़ी देर बाद वो मेरे ऊपर से उठा और कपड़े पहनते हुए बोला- अब कब आयेगी मादरचोद?
मैं भी कपड़े पहनती हुई बोली- जब तुम बुलाओगे मेरे राजा. पर इस बार इस बंद गोदाम में नहीं, कहीं बाहर चलेंगे.
वो बोला- तू चिंता मत कर मेरी रानी. अगली बार तुझे अपने खेत में दिन में चोदूँगा, बोल चलेगी?
मैं कभी खुले खेत में दिन दहाड़े नहीं चुदी थी तो मैंने तुरंत हाँ कर दी.
हम दोनों कपड़े पहन कर लाला के ऑफिस में बैठ कर बातें करने लगे.
3 Xxx फक का मजा लेने के बाद मैं लाला की गोद में बैठी थी और लाला मेरे होंठों को चूसने लगा हुआ था और मेरे मम्मों को मसलता जा रहा था.
इतने में मेरे पति की गाड़ी का हार्न बजा.
मैंने लाला को बोला- मेरे पति आ गए, अब जाने दो!
लाला ने आखिरी बार मुझे कस के चूमा और मेरे नितम्बों को दबाता हुआ बोला- अभी जा रानी. अगली बार खेत में रगड़ना है!
मैं हंसकर बोली- पक्का लाला जी!
मैं बाहर आ गई और अपने पति के साथ घूमने चली गई.
उन्हें तो मालूम ही नहीं था कि मैं लाला के साथ क्या करके आयी हूँ.
3 Xxx फक स्टोरी पर आप मुझे अपनी राय भेजें.
sexybhabhishipra123@rediffmail. com
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