घर में मिला भतीजे का जवान लंड
(Sexy Chachi Chudai Kahani)
सेक्सी चाची चुदाई कहानी में पढ़ें कि मुझे जवान लंड लेने की चाहत हो गयी थी. अपने जेठ के बेटे मतलब अपने भतीजे के लंड से जोरदार चुदाई का मजा मैंने कैसे लिया?
मेरी पिछली कहानी थी: चाची की चूत और मेरे लंड की गर्मी
नमस्कार मित्रो, मैं रिया आपके लिए अपनी एक दास्तान सेक्सी चाची चुदाई कहानी लेकर आई हूं.
आगे बढ़ने से पहले मैं आपको अपना परिचय दे देती हूँ. मेरी उम्र 38 साल है और मैं एक आम घरेलू औरत हूं.
लेकिन फर्क इतना सा आया है कि मैं एक छोटे शहर से बड़े शहर रहने लगी. तो मेरे पहनावे का ढंग बदल गया. जिससे मैं अपने यहां के लोगों के लिए सेक्स की दुकान लगती हूं.
अभी भी मेरे नाम के तोते शहर में उड़ते हैं. ऐसा इसलिए कि मैं 2 बच्चे की मां होते हुए भी अपने बच्चों की उम्र के लंड का सेवन करती रहती हूं. इससे मैं काफ़ी फिट भी रहती हूं.
आज मैं आपको अपनी जिंदगी में घटी एक असली घटना को सेक्स कहानी के रूप में लिख कर बताने जा रही हूं.
मैं आशा करती हूं कि आपको मेरी कहानी पसंद आएगी.
जैसा कि मैंने बताया कि मैं शादी से पहले एक छोटे शहर में रहती थी, तो शादी के बाद पति के साथ बड़े शहर आ गयी.
मैं औरतों की पसंदीदा जगह ब्यूटीपार्लर जाने लगी, जिधर से मुझे मसाज का शौक लग गया.
लेकिन अब तक मैं सिर्फ औरतों से ही मसाज लेती थी.
इस कहानी को लड़की की सेक्सी आवाज में सुनें.
मसाज का शौक लगा तो मेरी कामेक्षाएं बढ़ने लगीं और धीरे धीरे मैं पुरुषों से भी मसाज लेने लगी.
मर्दों के हाथों ने मेरे बदन को छुआ, तो अंदरूनी अंगों में हलचल होनी शुरू हो गई और इसकी वजह से मुझे गैर मर्दों में रूचि जागने लगी.
उन्हीं दिनों मुझे एक जवान लंड मिला जिसकी साइज़ पूरे साढ़े सात इंच की थी. उसने मुझे ऐसा मज़ा दिया कि बस कुछ भी बताने के काबिल ही न रही.
उस मर्द ने मेरे साथ चुदाई की और मेरे बदन में एक अलग ही सिरहन पैदा कर दी.
हालांकि ऐसा देसी लड़का हर औरत के घर में होता है … बस मैंने परख लिया और उसे पा लिया.
मैंने अपने जेठ के लड़के यानि अपने भतीजे के साथ पहली बार कैसे सेक्स किया, यही दास्तान आपको इस सेक्स कहानी में आगे पता चलेगी.
मेरे भतीजे का नाम अयान है. उसकी उम्र करीब 25 साल के करीब थी. वो एक मस्त बॉडी वाला लड़का है … जैसा देशी लौंडे होते हैं.
उसके मजबूत हाथ और लंड मेरे पूरे शरीर को रगड़ कर रख देते हैं.
मैंने अयान के लंड को पहली बार यूं लिया कि मेरी सास का निधन हो गया था.
मुझे आनन फानन में अपने उसी छोटे शहर में वापस आना पड़ा.
लेकिन दाह संस्कार के अगले दिन पति देव बच्चों को लेकर निकल गए क्योंकि उनके ऑफिस और बच्चों की पढ़ाई दोनों की हानि हो रही थी.
मुझे यहीं रुकना पड़ा क्योंकि मैं बहुत दिन बाद आई थी और सास के निधन का मामला था तो सभी के सामने वापस चला जाना भी अव्यवहारिक था.
उस वक़्त तक अयान से मेरी मुलाकात बस नॉर्मली ही होती थी. वो मेरे पास आता और ‘नमस्ते चाची’ करके हाल चाल लेता, और चला जाता.
ऐसे ही एक दिन मैं मार्किट चली गयी चचिया सास और भाभी जी साथ में थीं.
वापस आते आते हम सभी को रात हो गयी थी और मुझे काफी थकान भी हो गयी थी. मेरे पैर में बहुत दर्द होने लगा था. इसकी वजह से मैं खाना खाकर अपने रूम में चली आयी और कपड़े बदल कर सोने की तैयारी करने लगी.
तभी भाभी मेरे कमरे में आईं और उन्हें मुझसे बात करके पता चली कि मेरे पैर में दर्द है.
उन्होंने तुरंत अयान को आवाज लगाई और मुझे बताया कि अयान बहुत अच्छा पैर दबाता है.
भाभी की आवाज सुनकर अयान मेरे कमरे में आ गया.
मेरी भाभी ने उससे बोला- अयान, अपनी चाची के पैर दबा दे … फिर चले जाना.
अयान ने अपनी मां के सामने अपना सर हिलाते हुए हां में इशारा किया और आकर मेरे पैर दाबने लगा.
इससे मुझे काफी अच्छा लगने लगा. अयान के हाथ पूरे पैर को अच्छे से दबा रहे थे, जिससे मैं आराम करने की मुद्रा में आ गयी.
भाभी अयान को समझाते हुए जाने लगीं और अयान को पैर दाबने के बाद दूध पीने को बोल कर अपने कमरे में सोने चली गईं.
मैं अपने भतीजे से बड़े आराम से पैर दबवा रही थी कि अचानक से मुझे महसूस हुआ कि उसके नर्म हाथ मेरी जांघों को दबाने लगे हैं.
हालांकि उसके हाथ मेरी मैक्सी के ऊपर से ही मेरी जांघों को मसल रहे थे और मुझे काफी अच्छा भी लग रहा था तो मैंने उसे नहीं रोका.
मुझे मर्दों से मालिश करवाने में जो मजा आता था, वो आज कुछ अलग तरह का मजा आ रहा था.
कुछ ही देर में अयान के हाथों का ये दबाव मुझे ऐसे लगने लगा था कि मेरी पैंटी के अन्दर एक अजीब सी हलचल महसूस होने लगी थी.
ऐसा क्यों होने लगा था, ये मुझे समझ नहीं आ रहा था.
शायद इसकी वजह ये थी कि काफी समय से मेरा अपने पति के साथ सेक्स न करना था और उसके मजबूत हाथों के दबाव से भी कुछ मज़ा आने लगा था.
तभी वो उठ कर जाने लगा.
मैंने तुरन्त उसको रोका और पूछा- रुक क्यों गए?
वो बोलने लगा- आपकी आंखें बंद हो गयी थीं … इसलिये मैंने समझा आप सो गई हैं … इसलिए जाने लगा.
मैंने उसको रुकने के लिए कहा और अयान से बोला- तुम बहुत अच्छी तरह से दबा लेते हो … प्लीज़ मेरी पीठ में बहुत दर्द है क्या तुम मेरी पीठ को भी दबा दोगे?
अयान ने हामी भर दी.
मैं औंधी हो गई और उसके बाद अयान मेरे बदन को अच्छे से दाबने लगा.
उसके मर्दाना हाथों के मजबूत दबाव से मेरे अन्दर की कई दिन की प्यासी औरत मस्त होने लगी.
जवान भतीजे अयान का हाथ भी एक प्यासी औरत को जगाने वाली जगहों के पास से होता हुआ चलने लगा, जिससे मेरी पैन्टी में हलचल होनी शुरू होने लगी.
इसकी वजह मेरे मुँह से कामुक आह निकल गयी.
इस मादक आवाज को अयान ने सुन लिया.
पता नहीं क्यों … उसे इसी आवाज का इंतजार था या वो सच में मासूम था.
लेकिन उसके हाथ अब मेरे चूतड़ों के ऊपर आने लगे और अब उसके हाथों का दबाव कुछ जोर से होने लगा.
इससे मेरी चुत हल्के हल्के आगे पीछे होने लगी और मेरी चुत का पानी निकल गया, जिसको उसने भी महसूस कर लिया.
वो बोला- चाची, आप अपने मैक्सी उतार दो … मैं आपकी मालिश अच्छे से कर दूंगा.
मुझे भी पता नहीं क्या हो गया था. उस वक़्त मैं कैसे एक रिश्ते में चुदने को बेताब होने लगी थी. मुझे कुछ होश ही नहीं रहा और मैंने उसकी बात मानते हुए अपने मैक्सी उतार फेंकी. मैं अपनी काले रंग की ब्रा और पैंटी में आ गयी.
जिसके बाद मैंने देखा अयान के लोवर में एक लंबा उभार आ गया है, इससे मुझे अंदाज हो गया था कि आज मैं अपने भतीजे के तगड़े लंड को अपनी चुत में लेने वाली हूं.
इसके बाद मैंने औंधे लेटे हुए ही उससे कहा- पहले देख कर आओ कि घर में सब सो गए हैं या नहीं … फिर सब कर लेना.
वो देखने चला गया.
उसके बाहर जाते ही मुझे कुछ होश आया और मैं बहुत ही कशमकश में फंस गयी थी.
मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं. क्योंकि अयान मेरे पति के बड़े भाई का लड़का है और मेरे बेटे से सिर्फ 2 साल बड़ा है. फिर भी आज पहली बार किसी जवान लंड को लेने का मेरा मन होने लगा था.
तब ही अयान आ गया और उसने कमरे का दरवाजा इस तरह लगा दिया कि अगर कोई आये तो पता चल जाएगा.
वो वासना से मेरे बदन को देखने लगा और बोलने लगा- चाची आपका बदन आपकी उम्र से बिल्कुल भी मैच नहीं कर रहा है. क्योंकि जिस उम्र की आप हैं … उस उम्र की इतनी खूबसूरत औरत मैंने अपने पूरे शहर में नहीं देखी.
मैंने तुरंत पूछा- नहीं देखी का क्या मतलब है? तुमने कभी किसी लड़की को अभी तक नहीं चोदा क्या?
अयान ने मेरे मुँह से चोदा शब्द सुना तो वो गनगना उठा.
और उसने भी खुल कर जवाब दिया. उसके जवाब को सुन कर कई लोगों को दुख होगा लेकिन उसने सही बोला था.
उसने बताया- मेरी सेक्सी चाची जी, मैं अभी एक बेरोजगार लड़का हूँ और बहुत ज्यादा पैसे नहीं कमा पाता हूँ. इस वजह से मेरी शादी नहीं हो रही है. आज के वक़्त में कोई भी लड़की बिना पैसे देखे नहीं पटने वाली है. तो मुझको अपना लंड हिला कर शांत करना पड़ता है. मैं लड़कियों और भाभियों को बस अपने सपनों में ही चोद पाता हूँ.
मैं उसकी इस बात से हंस दी. हालांकि उसकी बात में देश की बेरोजगारी की समस्या थी.
इस बीच अयान ने मुझे लेटने का इशारा कर दिया और बातें करते करते मेरी पीठ से नीचे बिंदास जाने लगा.
जिसका अहसाह मुझे गर्म करने लगा और मेरी कामुक आहें निकलने लगीं.
कुछ देर बाद उसने मुझसे सीधा लेटने का बोला.
मैं पीठ के बल ललित गई अब मेरी तनी हुई चूचियां अयान के सामने आ गई थी. साथ ही मेरी टांगों के बीच में मेरी गीली चुत भी उसे मस्त कर रही थी.
उसने पहला हमला मेरी चूचियों पर किया और मेरे मम्मों को अपने हाथों से रगड़ने लगा.
इससे मैं पागल होने लगी और आवाज करने लगी- आह आह धीरे कर … ओइ मां … आह आह जोर से अयान!
मेरे मुँह से खुद ब खुद उसके लिए आवाज निकलने लगी.
आवाज तेज़ होने की वजह से अयान ने मेरे मुँह पर अपना हाथ रख दिया और मेरे ऊपर चढ़ गया.
अब मुझे उसका मोटा सा लंड अपनी चुत के ऊपर महसूस होने लगा.
मैं झट से उठ गई और लपक कर अयान के लोवर के ऊपर से लंड के उभार को छूने लगी.
ये देख कर अयान ने अपने लोवर से अपने लंड को बाहर निकाल दिया और हिलाने लगा.
उसके खड़े लंड को देख कर मेरे मुँह से लार टपक पड़ी … क्योंकि उसका लंड था ही ऐसा मोटा और लंबा. ये लंड मेरे पति से थोड़ा बड़ा और मोटा था.
मैंने तुरंत उसका लंड अपने मुँह में ले लिया और लंड चूसने लगी.
मुझे आज पता नहीं क्या हो गया था. मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा. बस अब मुझे इस लंड से अपनी चुदाई करवानी थी, ऐसा मैंने सोच लिया था.
अयान भी मेरी चुत पर अपनी उंगली घुमाने लगा और मुझे और गर्म करने लगा.
वो जैसे जैसे मेरे चुत पर अपनी उंगली घुमाता गया, वैसे वैसे मैं उसके लंड को अपने मुँह के अन्दर बाहर करने लगी.
कुछ देर बाद ही उसके लंड ने पानी छोड़ दिया.
क्योंकि उसको अभी सेक्स का ज्ञान नहीं था इसलिए उसका लंड जल्दी निकल गया.
मगर उसके बाद जो उस लौंडे ने कमाल किया … वो मैं शब्दों में बता ही नहीं सकती.
उसके लंड का पानी निकल जाने के बाद वो मेरे पैरों के बीच अपना मुँह डाल कर मेरी चुत पर अपनी दाढ़ी से हल्का हल्का मसाज देने लगा.
इससे मुझे सिहरन होने लगी.
कुछ देर ऐसा करने के बाद उसने अपनी गर्म जीभ को मेरी चुत पर रख दिया.
अपनी लपलप करती जीभ के साथ अपनी लंबी उंगली को मेरी चुत में उतारने लगा, जिससे मैं एक अलग ही दुनिया में जाने लगी.
मेरे मुँह से मादक सिसकारियों की आवाजें आनी शुरू हो गईं.
उसने मेरी आवाजें सुनी तो मेरी चुत को चूसना छोड़ कर मेरे होंठों को चूसने लगा और उसने मेरे मुँह को बंद कर दिया.
उसके इस कदम से मुझे अपनी चुत से निकलते हुए पानी का खारा स्वाद मिलने लगा.
उसने मेरे कान में कहा- चाची, इतनी तेज आवाज करोगी तो बाहर कोई सुन लेगा.
वो मुझे चिल्लाने से मना करने लगा.
मैंने बात की गंभीरता को समझते हुए अपनी आंखों से मौन स्वीकृति दे दी.
उसने भी समझ लिया और अब वो जल्दबाजी दिखाते हुए अपना लंड मेरी चुत पर सैट करने लगा.
मैंने भी चुत खोल कर लंड को अन्दर ले लिया.
उसका एक दो इंच लंड अन्दर घुसा तो मैं मस्त हो गई.
वो इतने लंड से ही धक्के लगाने लगा. वो अपना पूरा लंड मेरी चुत में बिना डाले चुदाई कर रहा था. मेरी चुत एक भट्ठी की तरह जल रही थी. मैंने अपने हाथ से उसका लंड बाहर निकलवाया और फिर से फांकों में सैट करके उसे चोदने के लिए कहा.
अबकी बार अयान का लंड जैसे ही मेरी चुत में सैट हुआ, उसने जोरदार तरीके से अपने लंबे लंड को मेरी चुत में जड़ तक उतार दिया.
इस प्रहार से मैं चिल्लाने ही वाली थी … लेकिन उसने मेरे होंठों को अपने होंठों से मिला कर मेरी आवाज को रोक दिया.
अब वो धकापेल चुदाई करने लगा और मेरी चुत का भोसड़ा बनाने लगा.
वो लौड़े को चुत की गहराई तक पेल कर मजा देने लगा था.
मेरी गर्म चूत की चुदाई ऐसी हो रही थी … जैसे कोई अनुभवी चोदू करता है.
उसने 10 मिनट तक इसी पोजीशन में अपनी सेक्सी चाची चुदाई की, फिर मुझे उल्टा होने को बोला.
मैं औंधी हो गयी और मेरे भतीजे ने मेरी चुत में पीछे से अपना लंड डाल दिया.
उसी समय मुझे किसी के बाहर होने का अंदाजा हुआ.
लेकिन मुझे चुदाई का नशा ऐसा चढ़ा था कि मुझे कुछ होश ही नहीं था. मुझे तो बस अपनी चुत में एक जवान लंड लेना था.
वो मुझे चोदते हुए लगातार आसन बदल रहा था और चुदाई के बीच बीच वो मेरी चुत को अपनी जीभ से चाट भी लेता था. मुझे बेहद मजा आ रहा था.
इस तरह मेरे भतीजे अयान ने मुझे बहुत देर तक चोदा.
मैं दो बार झड़ चुकी थी.
अयान बोला- चाची मेरा निकलने वाला है.
मैंने बोला- हां, मेरे अन्दर ही गिरा दे.
मुझे उसके लंड के पानी की गर्मी अन्दर तक महसूस करनी थी.
उसके बाद अचानक से मेरी चुत में एक बाढ़ सी आ गयी और उसका पानी मेरी चुत के पानी के साथ बाहर आने लगा.
इस चुदाई के बाद अयान ने अपने कपड़े पहने और बाहर जाने लगा.
इसके बाद वो मेरी चुदाई रोज करने लगा और मैं भी जितने दिन उधर रही, उसी की बाट जोहती रही.
वो मुझे रोज रात सबके सो जाने के बाद रोज रात में 1 से 2 बार चोदता या मेरी चुत को एक अच्छा मसाज देने के साथ चूस कर उसका पानी निकाल देता.
इस तरह मेरी रिश्तों में पहली चुदाई हुई थी. जिसका अनुभव ऐसा रहा कि मैंने छह महीने तक उसको अपने साथ बड़े शहर में रखा.
अब जब भी मेरे पास आता है, मुझे तसल्ली से चोदता है. उसको अब सेक्सी चाची चुदाई करने को मिलती है तो अपने लंड को हाथ से हिलाने की जरूरत नहीं पड़ती.
आपको यह सेक्सी चाची चुदाई कहानी कैसी लगी. आप मेल करके जरूर बताएं क्योंकि इससे ही मुझे आगे की सेक्स कहानी लिखने का हौसला मिलेगा.
उस रात भतीजे के साथ चुदाई के दौरान जो आहट हुई थी, वो कौन था और क्या हुआ … वो सब भी लिखने का मन है. मैं आपकी रिया आपके लिए ऐसी बहुत सी सेक्स कहानी लेकर आऊंगी, जो मेरे साथ बीती है.
आपकी कामुक रिया सिंह
[email protected]
What did you think of this story??
Comments