चाची को घरवाली बना कर चोदा
बात उस समय की हैं जब मैं 22 साल का था। मैं इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करके घर आया।
घर आते समय मैं अपनी चाची के घर रुका। चाची की उम्र 26 साल थी। उनकी एक बेटी 3 साल की थी। चाची का कोई जवाब ही नहीं था सुन्दरता में ! उनका फिगर कातिलाना था जब चाची की शादी हुई थी।
मैं तब से उनके लिए मन में खवाब देखने लगा था कि कभी तो चाची को चोदूँगा जरूर मगर मुझे कभी मौका नहीं मिला था। मुझे आज लगा कि मैं चाची को चोद लूँगा और किस्मत से उस के अगले दिन चाचा काम के सिलसिले से दिल्ली जाने वाले थे।
मैंने मन बना लिया था। मैं अब मौका नहीं गवाँने वाला था। मैं उस दिन घर जाने के लिए कहने लगा। चाचा और चाची दोनों ने मुझे घर जाने से मना कर दिया।
चाचा ने कहा- मैं 4-5 दिन मैं आऊँगा और तुम्हारी चाची अकेली हैं। तुम मेरे आने तक यहीं रुको।
चाची ने भी यही कहा। मैं भी मान गया और चाची ने घर फ़ोन करके कह दिया कि मैं 5 दिन यहीं रुकूँगा। फिर क्या था मैं तो मन ही मन बहुत खुश हुआ। चाचा के जाने का इन्तजार करने लगा।
अगले दिन चाचा चले गये सुबह नाश्ता करके, चाची नहाने गईं और मैं उनकी छोटी बच्ची को गोद में खिलाने लगा।
तभी चाची की आवाज आई ‘यहाँ आओ’ उन्होंने अंदर से कहा- बीटिया को ले आओ उसे भी नहलाना है।
मैं उसे लेकर गया और दरवाजे के किनारे से वो अंदर चला गया मैंने किनारे से देखने की कोशिश की कि चाची क्या पहने हैं?
उन्होंने जल्दी से दरवाजा बंद कर लिया। थोड़ी देर में मैं भी नहाने चला गया और बाथरूम में मैंने देखा कि चाची की पैंटी और ब्रा वहीं पड़े हुये हैं। मैं दरवाजा बंद कर उनसे खेलने लगा और मैंने उन्हें देख कर उनमें मुट्ठ मार दी और नहाने लगा। लेकिन मैं अपना माल पैंटी और ब्रा में गिरा कर उन्हें साफ़ करना भूल गया।
मैं नहा कर बाहर आ गया। चाची डायनिंग टेबल में नाश्ता लगाने लगीं, वो मैक्सी पहनी हुई थीं। वो खाना लगाने नीचे झुकीं तो मुझे उनकी चूचियाँ दिखी। उन्होंने गुलाबी रंग ब्रा पहनी हुई थी। मैं उनकी चूचियों को देखने लगा।
थोड़ी देर में चाची ने कहा- क्या हुआ?
मैंने कहा- कुछ नहीं।
वो मुस्कुराकर चली गईं, मैं खाना खा कर रूम में चला गया और अपने लैपटॉप में ब्लू-फिल्म देखने लगा, मैंने चाची की चूचियों को याद कर मुट्ठ मारी।
शाम हो गई। चाची और मैं मार्केट गए और रात तक घर आकर खाना खा कर सोने चले गए। मैं चाची को याद करने लगा। और अपने लैपटॉप में ब्लू फिल्म देखने लगा और अपना लण्ड निकाल कर हिलाने लगा।
तभी अचानक चाची रूम में आ गईं, मैं जल्दी से लण्ड को अन्दर डालने लगा। लेकिन मैं लैपटॉप में ब्लू-फिल्म बंद करना भूल गया।
चाची ने कहा- मैं तुम्हारे लिए दूध लाई हूँ।
उनके हाथ में एक गिलास था। उन्होंने दूध मेज पर रखा और कहने लगीं- ये क्या देख रहे हो?
मैंने जल्दी से फिल्म बंद की लेकिन चाची ने देख लिया था कि मैं क्या देख रहा हूँ?
उन्होंने कहा- बेटा, तुम डरो मत इस फिल्म में क्या है? मुझे भी बता दो।
मैं डर गया पर चाची ने लैपटॉप पकड़ा और रीसेंट आइटम में जाकर देखने लगीं।
उनने कहा- इसमें छुपाने की क्या बात है?
मैं कुछ समझा नहीं।
उन्होंने कहा- यह फिल्म है, फिल्म देखने में कोई बुरी बात नहीं है।
मैं समझ गया कि कुछ गड़बड़ है।
चाची कहने लगीं- तुम्हारी कोई गर्ल फ्रेंड है?
मैंने कहा- हाँ।
उन्होंने कहा- तुमने इस मूवी की तरह कोई मूवी खुद की भी बनाई है?
मैं समझ गया कि चाची चुदने के मूड में हैं, मैंने कहा- नहीं।
उन्होंने कहा- झूट मत बोलो। अगर नहीं बनाई हैं तो तुम्हें इंतज़ार करना पड़ेगा अपनी शादी का ! और अगर बनाई है, तो सही है।
मैंने कहा- हाँ मैंने तीन लड़कियों को चोद कर उनकी फिल्म बनाई है।
उन्होंने कहा- चौथी कब चोद रहे हो?
मैंने उनकी मदभरी आँखों में झाँक कर कहा- आज ही सही।
चाची ने कहा- इस फिल्म में तुम्हारे नीचे वो लड़की कौन है?
मैंने कहा- शायद आप हैं।
वो शरमा गईं और कहने लगीं- बेटा तुमने मेरी पैंटी और ब्रा में मुट्ठ मारी और अपना माल धोना भूल गए। मैं उसी समय समझ गई थी कि तुम कुछ और ही चाहते हो। और फिर खाना खाने के समय तुम मेरे पपीतों को खाने के चक्कर में थे। मैंने सोचा कि मैं अपने बेटे को सुख दे ही देती हूँ। तभी दूध लेकर आई हूँ लेकिन तुम तो बड़े शातिर निकले, पहले ही चाची को चोदने का मन बना रखा हैं।
मैंने कहा- तो फिर देरी कैसी आ जाओ।
उसने कहा- अभी आती हूँ।
और वो अपने कमरे में चली गईं। जब आईं तो मैं अपनी आखें फाड़ कर उन्हें देखता रह गया, वे एक हल्की सी पारदर्शी नाईटी पहन कर आई थीं और हाथ में कुछ सामान लाईं।
दोस्तो, मैं बता नहीं सकता कि वो कितनी खूबसूरत लग रही थीं। गुलाबी की ब्रा और हरे रंग की पैंटी नाईटी से साफ़ दिख रहे थे। मेरा लण्ड 8 इंच का हो गया।
मैंने पूछा- हाथ में क्या है?
उनने कहा- तुम खुद देख लो।
मैंने देखा तो उसमें कोबरा कंडोम और वैसलीन थी।
उनने कहा- जब हम मार्केट गये थे। मैंने तब ही कंडोम ले लिए थे।
मैंने उनको हाथ पकड़ कर खींचा, अपनी जाँघ पर बैठा लिया और उसकी चुम्मी लेने लगा। वो भी इंग्लिश स्टाइल में किस करने लगीं। हमने 15 मिनट एक दूसरे को चूमा और फिर मैंने उसकी नाईटी खोल दी। वो अब सिर्फ ब्रा और पैंटी में मेरे सामने में थी।
उन्होंने कहा- तुम मुझे चाची मत कहो और अब से मुझे जानू कहना।
फिर उसने मेरे कपड़े उतार दिए, मेरे अंडरवियर को धीरे से खोल कर मेरा लण्ड हाथ में लेकर कहने लगीं- ये क्या है? इतना बड़ा?
मेरा लण्ड 8 इंच का हो गया था। वो उसे चूसने लगीं, “आह हह ह हह” की आवाज से पूरा कमरा गूँजने लगा।
उसने कहा- अब मैं भी प्यासी हूँ।
मैंने पहले उसकी ब्रा खोली और उसके दूद्दू दबाने लगा और उनका दूध पीने लगा।
वो कहने लगीं- मेरे राजा अब और भी कुछ करो।
मैंने प्यार से उसकी पैंटी खोली और उनकी जाँघों में अपनी उंगलियाँ फिराने लगा और फिर मैंने अपना मुँह उसकी जन्नत में रखा, वो जोर-जोर से सिसिकियाँ निकालने लगीं “आह ह उह” और कहने लगीं- मेरे राजा कुछ करो।
मैंने अपना लण्ड उसकी चूत में न डाल कर अपने मुँह से उसकी जन्नत की चुसाई करने लगा। वो दस मिनट में ही झड़ गईं। मैं उसकी चूत चाटने में लगा था।
उसने कहा- मुझे पेशाब आ रही है।
क्योंकि वो झड़ चुकीं थी।
मैंने फिर भी नहीं छोड़ा तो वो झटके से उतरीं और उनका हल्का सा पानी निकल आया। मैं उसे पी गया। उनके बहुत मना करने पर भी मैंने उनका पूरा माल चाट लिया।
यह देख कर चाची को मुझ पर प्यार आने लगा और थोड़ी देर में उनने मेरा लण्ड चाटना शुरू कर दिया वो कहने लगीं- अब मुझे मत तड़पाओ।
उसने मेरे लण्ड में कंडोम लगा दिया और पलंग पर चित्त लेट गई।
मुझसे कहा- वैसलीन लाओ।
मैं वैसलीन लाया और उसकी चूत में अपनी ऊँगली से लगाने लगा।
वो कहने लगी- राजा अब देर न करो, अब अपना लण्ड मेरी चूत में डालो।
मैंने धीरे-धीरे अपना लण्ड उनकी चूत में पेलना शुरू किया और 4-5 धक्कों में ही मेरा 8 इंच का लण्ड उनकी चूत में आधा चला गया।
इतना बड़ा लण्ड जब उसकी चूत में घुसा तो वो दर्द के मारे आह… उह… करने लगी।
मैंने और जोर लगा कर पूरा लण्ड उसकी चूत में घुसेड़ दिया और फिर क्या था, 30 मिनट तक चले इस चुदाई समारोह में मेरे लौड़े ने उनकी चूत में जो हाहाकार मचाया वो सब आपको मालूम ही होगा।
क्या-क्या हुआ होगा, वो आप अपने आप से पूछो कि जब आपने अपनी बीवी और अपनी गर्ल-फ्रेंड को चोदा था, उस समय वो आपको कितना मजा दे रही थी। पूरा कमरा “उहह अह्ह्ह उह” से भर गया होगा।
खैर… मेरा माल कंडोम में निकल गया। वो तीन बार झड़ चुकी थीं। मेरे लण्ड से कंडोम निकाल कर मेरे माल को पी गई। हम रात भर एक साथ नंगे सोये रहे और दो बार चुदाई का आनन्द लिया।
फिर अगले दिन साथ नहाया और मैं 5 दिन तक मैं रोज 4-5 बार चाची की चोदता था।
पांच दिन बाद चाचा आ गए तो मैं भी अपने घर चला आया।
अब जब भी मौका मिलता है, मैं चाची को चोदता हूँ। और तब से अब तक मैंने 5 लड़कियों को और चोद दिया है। अब मेरी शादी होने वाली है।
आपको मेरी कहानी कैसी लगी। प्लीज़ मेल जरूर करें।
अगली कहानी मेरी सुहागरात की होगी।
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