सुनीता की चूत से मूत की धार
मेरे गांव की एक लड़की को मैंने मूतते देखा, उसके मूत की धार देखी, चूत और चूत की चौंच देखी. उसने भी मुझे देख लिया तो उसने अपनी चूत में उंगली करवाई ! बाद में चूत चुदवाई !
जवान लड़की को प्रेम प्यार के चक्कर में फांस कर सेक्स का मजा लेने या अपनी अन्तर्वासना शांत करने के लिए चूत चुदवाने वाली कहानियाँ हिंदी में
jwan Ladki Ko Prem Pyar ke chakkar me fans kar sex ka maja lene ya apni antarvasna shant karne ke liye bur chudvane vali kahaniyan
Indian Sex stories of teen girls and Boys
मेरे गांव की एक लड़की को मैंने मूतते देखा, उसके मूत की धार देखी, चूत और चूत की चौंच देखी. उसने भी मुझे देख लिया तो उसने अपनी चूत में उंगली करवाई ! बाद में चूत चुदवाई !
नायिका का नाम है आँचल… एक खूबसूरत, हसीं, फूलों की जैसी, एक बार देखने पर बार बार देखने को जी चाहे, ऐसी खूबसूरती जिसे देखकर कोई भी दीवाना हो जाये। आँचल से पहली मुलाकात एक इत्तफ़ाक थी!
एक गर्मियों में आंटी के यहाँ उनकी जेठानी की लड़की रहने आई। वह देखने में बहुत सुन्दर थी.. मैं पहली बार में ही उस पर फिदा हो गया और मैं उसे चोदने में सफ़ल भी हुआ।
पायल- ओह्ह.. भाई आप कैसी बातें कर रहे हो.. हम बिंदास हैं ये हमें पता है.. मगर उसको नहीं.. उस वक्त उसको पता लगता मैं आपकी बहन हूँ तो वो सोचता कैसी बहन है.. जो अपने भाई के साथ ब्रा लेने आई है.. ये मिडल क्लास लोग गलत ही सोचते हैं इसलिए मैंने दोस्त कहा..
मैं पड़ोस की लड़की को पटाना चाह रहा था कि एक दिन मेरे दोस्त से पता लगा कि उस लड़की का भाई गांडू है. तो मेरे दोस्त ने उस गांडू को कहा कर उसकी बहन मुझसे चुदवाई...
अर्जुन मुनिया को निधि की चूत चुदाई की कहानी सुना रहा है और मुनिया उसका लन्ड चूस कर उसे मज़ा दे रही है। उधर पुनीत को लगा कि रात को सोते समय उसका वीर्यपात हुआ।
मेरी आँखें बंद थीं लेकिन फिर भी मैं इशानी को अपनी बाँहों में भर कर उसके अंग-अंग को छू कर महसूस कर रहा था हम दोनों ही अपने प्रेम की उत्तेजना से सराबोर थे। यह वो कामोत्तेजना थी.. जो युग-युग से प्यासे प्रेमियों पर आज जी भर कर बरसने वाली थी।
जब मैंने आखिरी धक्का ज़ोर से मारा और नीलू मुझ से चिपट कर छूटने लगी तो सुधा ने हल्के से ताली मारी और 'वाह वाह' करने लगी तो हमको पता चला कि कोई हमारे करतब देख रहा है।
मुनिया- तू चोदता भी देर तक है.. मज़ा भी खूब देता है। मुझे एक बात समझ नहीं आई.. कि मैं चुदी हुई थी.. तब भी तेरे लौड़े ने मेरी जान निकाल दी.. तो निधि तो मुझसे बहुत छोटी है और कुँवारी भी है.. वो कैसे सह गई तेरे इस मोटे लौड़े को?
पायल का मन बेचैन हो गया था.. वो दोबारा धीरे से अपने भाई के लौड़े को टच करने लगी। पुनीत गहरी नींद में सोया हुआ था और पायल की हवस बढ़ती ही जा रही थी, वो लंड को ऊपर से नीचे तक धीरे-धीरे दबाने लगी थी..
मैं जयश्री की तरफ गया और उसको बाँहों में जकड़ कर बिस्तर से उठा दिया.. फिर उसको दबोच कर उसके मस्त होंठों से अपने होंठ सटा दिए। जयश्री ने कहा- राजा.. थोड़ी देर के लिए चूमना बंद कर.. तो नाइटी उतार दूँ..
पुनीत और रॉनी परेशान थे कि अपनी बहन पायल को गेम के लिये कैसे मनाये… सन्नी उन दोनों को कोई आइडिया बताता है। उधर पायल अपनी चाची का मुंह देखना भी पसन्द नहीं करती।
मैं भाभी की बहन को चोदने को लालयित था तो भाभी ने कहा कि आज की रात वो जरूर अपनी बहन की चूत दिलवा देंगी। मैं उनके कमरे में छिपा था, भाभी प्रज्ञा को चुदने को मना रही थी।
मुनिया- चल हट.. तू क्या समझता है बस तेरे पास ही बड़ा लंड है.. रॉनी बाबूजी का भी तेरे जितना है.. बस तेरा थोड़ा मोटा ज़्यादा है.. तभी तो मुझे दर्द हुआ और तेरे में ताक़त ज़्यादा है.. कितना चोदता है तू ठंडा ही नहीं होता मेरी हालत खराब कर दी तूने तो..
भाभी और मैं नंगे थे कि उनकी बहन आ गई, हमें नंगे देख भड़क गई, मैं डर गया। वो भाभी को कहने लगी कि अभी जीजा जी को भाभी की करतूत बता रही है। मेरी और फ़ट गई…
मुनिया तो नई-नई चुदक्कड़ बनी थी.. उसको लंड का चस्का लग चुका था। अब ऐसा तगड़ा लंड देख कर भला वो कहाँ अपने आपको रोक पाती। बस वो शुरू हो गई लौड़े को लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी।
कॉलेज़ में छुट्टियों में मुझे गाँव जाना था। ज़ेनी और जस्सी न्ही मेरे साथ मेरे गाँव जाना चाहती थी। लेकिन गाँव में हमारी चुदाई का भेद खुलने के डर से मैंने कम्मो से बात की।
मेरे पड़ोस में एक सेक्सी लड़की रहती थी, मैं उसे देखा कर मुट्ठ मारता था लेकिन बात करते फटती थी मेरी! एक दिन उसने कुछ सामान घर के अन्दर रखने के बहाने से बुलाया और मुझे आँख मारी!
हम दोनों के नंगे बदन गुत्थम-गुत्था होकर लिपटे थे.. सहसा वो जगी और उसके बदन में हलचल हुई. उसने धीरे से मेरी हथेली.. जो उसके बायें वाले दूध को दबोचे थी.. हटा दी.
मुनिया ने अर्जुन की पैन्ट उतार दी पर वो तो अब खेली खाई थी, अन्तर्वासना के वशीभूत उसने अर्जुन के लन्ड पर नजर डाली तो वो उसे बहुत बड़ा लगा, मुनिया का मन ललच गया।