क्लासमेट को पटा कर मज़े किये
मेरी क्लास में एक लड़की पर सब क्लास मेट लाइन मारते थे.. लेकिन वो किसी को भाव नहीं देती थी। लेकिन वो मेरी पड़ोसी थी.. तो मैंने उसे पटा ही लिया.
जवान लड़की को प्रेम प्यार के चक्कर में फांस कर सेक्स का मजा लेने या अपनी अन्तर्वासना शांत करने के लिए चूत चुदवाने वाली कहानियाँ हिंदी में
jwan Ladki Ko Prem Pyar ke chakkar me fans kar sex ka maja lene ya apni antarvasna shant karne ke liye bur chudvane vali kahaniyan
Indian Sex stories of teen girls and Boys
मेरी क्लास में एक लड़की पर सब क्लास मेट लाइन मारते थे.. लेकिन वो किसी को भाव नहीं देती थी। लेकिन वो मेरी पड़ोसी थी.. तो मैंने उसे पटा ही लिया.
इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान एक सीनियर लड़की से मुलाक़ात हुई, दोस्ती हुई और एक दिन झांसी के किले में घूमने गए तो वहां एकांत जगह पर उसे चोदा. बाद में उसने अपनी सहेली को मज़ा दिलाया.
ओनलाइन बनी एक गर्लफ़्रेन्ड से मुझे प्यार हो गया, वो भी मुझे दिल से चाहने लगी थी लेकिन हम चार साल तक नहीं मिल पाए। और जब मिलने का मौका आया तो… कहानी में पढ़िए...
मैं पड़ोस की लड़की को चाहता था पर कह नहीं पाया. उसने मेरे दोस्त से दोस्ती की और उससे मुझे सन्देश भिजवाया तो हमारी दोस्ती हुई, प्यार परवान चढ़ा और फिर मैंने उसे पूरा पा लिया..
पूजा बिस्तर पर पेट के बल लेटी हुई थी, उसके मस्त बदन पर सिर्फ ब्लैक ब्रा.. जिसकी स्ट्रिप बहुत पतली थी और एक ब्लैक धागे वाली पैंटी चिपकी हुई थी और पूरा जिस्म नंगा था।
पड़ोस की एक लड़की मेरी दूकान पर फॉर्म भरवाने आई तो उसका फोन नम्बर लेकर उससे बात करने लगा. दो दिन बाद ही उसे फिल्म दिखाने ले गया और वो चूत चुदाने को तैयार हो गई.
मेरी सबसे बड़ी ख्वाहिश है कि तुम मुझसे एक बार बात करो, मैं कौन सा तुम्हें किसी बात के लिए दबाव डाल रहा हूँ, एक बार बात कर लो, फिर जैसा तुम चाहोगी वैसा ही होगा.
सलोनी और रूही मेरे घर आकर बोली- मैं इधर से गुज़र रही थी तो सोचा सोमू को याद करवा दूँ कि मेरा नंबर अभी बाकी है, तो कब लगा रहे हो मेरा नम्बर? उन दोनों को चोदना पड़ा.
पड़ोस की एक हसीन लड़की को मैंने प्रोपोज किया और हमारी दोस्ती हो गई, खुल कर बातें होने लगी, चुदाई के मौके का इन्तजार था. उसके एग्जाम वाले दिन हमें मौक़ा मिला.
मैं हंसमुख स्वभाव का हूँ पर लड़कियों से मेरी कम ही दोस्ती रही है. कॉलेज के वार्षिक उत्सव के लिए एक सुंदर लड़की को डांस सिखाया तो मेरा दिल उस पर आ गया.
मेरा जीवन का यह पहला सेक्स अनुभव है. मेरे घर मेरी क्लासमेट पढ़ने आई हुई थी. पढ़ाई में मन नहीं लगा.. तो मैं अपने बेडरूम में गया, कम्प्यूटर चालू किया. कोई नई मूवी नहीं थी तो मैंने ब्लू-फिल्म चालू कर दी।
पड़ोस की एक माल लड़की का दिल मुझ पर आ गया था, मैं भी उसे ठोकना चाह रहा था पर किसी अच्छे मौके की तलाश में था। मौका मिला भी… उसके मम्मी पापा को बाहर जाना था।
मेरे कहानी पढ़ने के बाद एक लड़की रोज़ी का ईमेल आया, धीरे-धीरे वो सेक्स चैट करने लगी। एक हफ़्ते बाद ही उसने अपनी चूत की आग बुझवाने मुझे दिल्ली बुला लिया।
मैंने उसकी स्कर्ट और पैंटी को उतार दिया.. क्या मस्त चिकनी और साफ़ चूत थी साली की.. लग रहा था कि छूने से गन्दी हो जाएगी। क्या मस्त छोटी से चूत थी उसकी, एकदम गोरी, पतला सा चीरा था.. और दोनों फाँकें एक-दूसरे से पूरी तरह से चिपकी हुई थीं।
मेरी क्लास में नई लड़की को टीचर ने मेरे साथ बिठा दिया। वो मेरे पड़ोस में ही रहने आई थी. हम अच्छे दोस्त बन गए। पढ़ाई के लिए अब मैं उसके घर ही जाता था क्योंकि अपने घर में वो छोटे कपड़ों में रहती थी।
मैंने उसकी पैंट और कच्छी उतार दी। उसकी पैन्ट उतारते ही उसकी चिकनी चूत को सहलाने लगा। उसकी चिकनी चूत जो अभी एक दिन पहले ही शेव हुई थी.. मैं उसे ज़ोर-ज़ोर से रगड़ने लगा।
मैं आलिंगन से छूटा तो बोला- उफ़ लोनी, तुम तो कमाल की चीज़ हो… क्या हॉट और सेक्सी शरीर है तुम्हारा! यह कहते हुए मैंने उसके गोल गुदाज़ मम्मों पर हाथ फेरा और फिर दोनों हाथों से उसके उभरे हुए चूतड़ों को सहलाया।
मिलन की जोरदार चुदाई के बाद मै दोबारा उसे चोदने का मौक़ा ढूंढ रहा था कि एक दिन मै.न अकेला था और वो गुस्से में मेरे घर आई और मुझे थप्पड़ मारा. उसके बाद क्या हुआ, इस कहानी में पढ़िए!
इतनी मुलायम चूत शायद ही मैंने कभी जिंदगी में चखी थी। मुझे बहुत मज़ा आने लगा था। वो पूरा ज़ोर लगाकर अपनी गरम चूत मेरे मुँह पर दबाए जा रही थी। मैंने भी जीभ बाहर निकाली और उसकी चूत में घुसेड़ दी।
पोस्ट ग्रेजुयेट कॉलेज में मेरी एक दोस्त थी प्रियंक, उसका फिगर 32-30-36 का एकदम मस्त, उसका रंग भी गोरा है.. कॉलेज के शुरुआत से ही वो मुझे पसंद करती थी लेकिन उसका बॉयफ्रेण्ड कोई और था.