चूत एक पहेली -81
मान ले एक बार मैं हार गया.. तो तू अपनी जींस निकाल देना.. ये कुर्ता इतना लंबा है.. कि तेरे घुटने तक रहेगा.. तो जींस निकल जाने के बाद भी तू सेफ रहेगी। पायल- हाँ समझ गई.. अब दूसरी बार मैं आप मुझे पैन्टी निकालने को कहोगे यही ना?
जवान लड़की को प्रेम प्यार के चक्कर में फांस कर सेक्स का मजा लेने या अपनी अन्तर्वासना शांत करने के लिए चूत चुदवाने वाली कहानियाँ हिंदी में
jwan Ladki Ko Prem Pyar ke chakkar me fans kar sex ka maja lene ya apni antarvasna shant karne ke liye bur chudvane vali kahaniyan
Indian Sex stories of teen girls and Boys
मान ले एक बार मैं हार गया.. तो तू अपनी जींस निकाल देना.. ये कुर्ता इतना लंबा है.. कि तेरे घुटने तक रहेगा.. तो जींस निकल जाने के बाद भी तू सेफ रहेगी। पायल- हाँ समझ गई.. अब दूसरी बार मैं आप मुझे पैन्टी निकालने को कहोगे यही ना?
गांव की एक रिश्तेदार कमसिन लड़की मेरे घर रहने आई, शहर आते ही उसका रंग निखर गया और जिस्म भी भर गया, वो एकदम पटाखा बन गई थी, वो अब बहुत हसीन दिखने लगी थी।
बदल सिंग ने पायल को अपनी गोद में बैठा लिया और उसके गाउन के अन्दर हाथ डालकर उसके मम्मों को दबाने लगा। उसका खड़ा लौड़ा पायल अपनी गाण्ड पर साफ महसूस कर रही थी।
मेरी मस्त पटाका आइटम क्लासमेट मेरे साथ ही कोचिंग में थी। हमारी दोस्ती प्यार में बदल गई। कहानी में प।धें कि कैसे हमारे बीच चूत चुदाई की शुरुआत हुई।
वाह बॉस.. आज तो मज़ा आ गया.. साली क्या मस्त माल है.. कसम से उसको तो बस एक घंटे तक सिर्फ़ चूसता ही रहूँगा.. उसके बाद साली को घोड़ी बना कर ऐसा चोदूँगा कि वो मेरे को क्या याद करेगी।
मौका देख कर टोनी सन्नी के पास गया और पायल को उसकी बाँहों से अपनी बाँहों में ले लिया। वो डान्स करते हुए पायल के मम्मों को दबाने लगा.. उसकी गाण्ड में अपना लौड़ा टच करके मज़ा लेने लगा।
तो आप हैं साली साहिबा.. प्रियंका साली..! उधर से जवाब आया- हाँ आपकी चु्दक्कड़ प्रियंका साली.. जीजू आपने मुझे आज बहुत मजे दिए.. बदले में आप मुझसे कुछ भी मांग सकते हैं।
जैसे ही मैं आयशा के मम्मों चूसने लगा.. तो प्रियंका ने अपना कंट्रोल खोकर मेरे लम्बे मोटे लण्ड को.. गप्प से अपने मुँह में ले लिया। वो मेरे लौड़े को अपने मुँह में भर कर आगे-पीछे करने लगी।
अब तक आपने पढ़ा.. मैं थोड़ा ऐंठता हुआ अपना लण्ड बाहर निकालने लगा और थोड़ा आगे-पीछे करके.. मेरा पानी तेज पिचकारी जैसे उसके मम्मों पर जाकर गिरा.. और फिर धीरे-धीरे पानी को मैंने उसकी नाभि में भर दिया.. उसके पेट का छेद पूरा भर गया और बहते हुए चूत के ठीक ऊपर लकीर बनाते हुए […]
मुझे टयूशन की ज़रूरत महसूस हुई और मैंने ज़िद की कि मुझे भी घर पर टयूटर लगवा दिया जाए। मेरे टयूटर एक स्मार्ट यंग स्टूडेंट थे.. वो दिखने में बहुत शरीफ और मासूम से लगते थे..
मेरी गर्लफ़्रेंड मुझसे चुदना चाहती थी तो उसकी सहेली, जिसने हमें मूवी हाल में लंड चूसते देखा था, ने उसे आइडिया दिया और मुझे अपने पीजी में अपना भाई बना कर बुला लिया।
फ़ोन पर मिस काल कर कर के मैंने एक लड़की पटाई और वो नौकरी के चक्कर में मेरे साथ रहने आ गई। वो मुझसे लगतार महीने भर चुदाई करवाती रही।
इंस्टिट्यूट में मेरी मुलाकात एक प्यारी सी लड़की से हुई. मैं उसे पसंद करने लगा था.. पर मैंने कभी उसे बताया नहीं। धीरे-धीरे हम दोनों में नज़दीकियां बढ़ने लगी।
लेकिन क्या पता था कि वो अपनी चोर निगाहों से देख रही थी.. और देखे भी क्यों नहीं.. हम कारनामा ऐसा जो कर रहे थे। हम खूब एक-दूसरे के होंठों को चूस रहे थे.. मैं उसकी गर्दन पर भी चुम्बन कर रहा था..
गर्लफ़्रेंड के साथ ज़िस्म-2 मूवी देखने गया। ढीले कपड़े पहन कर गये थे दोनों, वहाँ हम शुरु हो गए और मेरी गर्लफ़्रेंड ने लन्ड चूसना शुरु कर दिया। इन्टरवल हुआ तो देखा कि पीछे उसकी सहेली बैठी थी।
अब वो मेरे सामने पूरी नंगी पड़ी थी… मैं उसके ऊपर चढ़ गया और उसके मम्मों को अपने मुँह में भर कर चूसने लगा। फिर पेट पर चूमता हुआ मैं उसकी चूत पर आ गया और चूत को चूसने लगा।
मैंने फिर से अपना हाथ उसके कंधे पर रखा.. इसके बाद वो कुछ नहीं बोली.. तो मैंने आगे बढ़ने का सोचा और अपनी उंगलियों से उसकी जुल्फों को सहलाने लगा।
जैसे ही मैंने अपना हाथ उसकी कुर्ती में नीचे से अन्दर डाल कर उसकी ब्रा खोलनी चाही.. तो जैसे ही मेरा हाथ उसकी नाभि के पास पहुँचा.. उसने मेरा हाथ पकड़ लिया। वो मेरे हाथ को छोड़ ही नहीं रही थी।
बहन की सहेली शीतल की चूत फाड़ कर आनन्द.. वो मेरे कॉलेज में पढ़ती थी, मेरा दिल उस पर आ गया था. वो मेरे घर आती थी. उसके बॉयफ्रेंड ने उसे छोड़ दिया तो मेरा भाग्य जाग गया.
यह कहानी मेरे पड़ोस की कमसिन लड़की की है जिसे मैं रोज छत पर देखता था. एक दिन मेरी भाभी के घर वो मुझे दिख गई तो बात करने का मौका मिल गया. उसके बाद क्या हुआ कहानी में पढ़िए !