पड़ोसन लड़की को बिस्तर पर लाने की चाह -1
मेरे घर के सामने एक बड़ी कमाल की चिड़िया रहती है। क्या मटकती है.. चलते समय उसके चूतड़ बहुत सेक्सी तरीके से ऊपर-नीचे होते हैं। उसको बिस्तर पर लाने की चाह कैसे पूरी हुई!
जवान लड़की को प्रेम प्यार के चक्कर में फांस कर सेक्स का मजा लेने या अपनी अन्तर्वासना शांत करने के लिए चूत चुदवाने वाली कहानियाँ हिंदी में
jwan Ladki Ko Prem Pyar ke chakkar me fans kar sex ka maja lene ya apni antarvasna shant karne ke liye bur chudvane vali kahaniyan
Indian Sex stories of teen girls and Boys
मेरे घर के सामने एक बड़ी कमाल की चिड़िया रहती है। क्या मटकती है.. चलते समय उसके चूतड़ बहुत सेक्सी तरीके से ऊपर-नीचे होते हैं। उसको बिस्तर पर लाने की चाह कैसे पूरी हुई!
मेरे एक दोस्त ने जो मेरे साथ ही इंजीनियरिंग कर रहा था। उसने बताया कि उसका तुमसे पहले भी कई लड़कों से चक्कर रह चुका है और तेरे साथ तो ये उसके घर वालों ने प्लान किया था।
रिश्ते में मेरी बहन की ननद आई हुई थी, बो मेरे से खूब मजाक करती थी. उसकी शरारतों से मैंने उत्तेजित होकर उसे पकड़ लिया और चूमने लगा.
सोनिया बोली- अब तुम लोगों ने ग्रुप सेक्स का मज़ा लेने की आदत डाल दी है.. तो एक और लण्ड का इंतजाम कर लो.. पर एक बार में एक अकेले से ही चुदवाऊँगी.. जैसे मैंने मदन से चुदवाई थी।
अपनी क्लासमेट दोस्त के जरिये मैंने अपने ही कॉलेज की एक बहुत खूबसूरत माल लड़की से दोस्ती की और कुछ ही दिनों में सेक्स की बातें होने लगी.
सोनिया बोली- वीडियो देख कर तो अब मेरा दिल भी कर रहा है कि गाण्ड मरवा कर देखूँ एक बार.. पर अगर ज्यादा दर्द होगा.. तो मेरी गाण्ड प्लीज़ मत चोदना।
सोनिया की चूत की सील तो मैंने तोड़ दी पर अब मेरा दोस्त सोनिया को चोदने की जिद करने लगा। आखिर सोनिया मेरे दोस्त से अकेली चुदने को तैयार हो गई।
यह कहानी मेरे और मेरी पहली गर्लफ्रेंड के बीच पहले सेक्स की है। मेरे दोस्त की दूकान पर एक खूबसूरत लड़की काम करती थी. उससे मैंने दोस्ती की और उसने मेरे जन्म दिन पर मुझे अपने घर बुलाया.
एक दिन अनायास ही मेरी गर्लफ्रेंड की सहेली सीमा (परिवर्तित नाम) से जिस्मानी सम्बन्ध बन गया और मेरे द्वारा किये गए सेक्स से वो इतनी खुश हुई कि वो मुझसे बार बार मिलना चाहती है।
ऊषा मेरे लण्ड को पैंट से बाहर निकाल कर खेलने, चूमने लगी, फ़िर लण्ड को लहलहाते हुए देख कर अपनी सलवार ढीली की और वो अपनी चूत में लण्ड को डलवा कर चढ़ बैठी।
मेरे पड़ोस में दो बहनें रहती थी। एक रात मुझे एक के साथ सोने का मौका मिला और मैंने अपनी हरकत शुरू कर दी। दीदी को गर्म कर लिया और चूत में लंड घुसाने लगा तो…
मेरे पड़ोस में एक लड़की अकेली रह कर पढ़ रही थी, उसे देख कर उसे पटा कर चोदने का ख्याल आता था. उससे दोस्ती बढ़ा कर मैंने उसे चुदाई के लिए कैसे मनाया... इस कहानी में !
मेरे बॉयफ़्रेन्ड ने मेरे साथ मसूरी घूमने जाने का प्रोग्राम बनाया और रास्ते में मैं पेशाब करने पहाड़ी पर चढ़ कर मूतने लगी, पीछे से उसने आकर मुझे पकड़ लिया और वहीं पर मुझे चोदने की जिद करने लगा।
मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था। अन्तर्वासना की ये कहानियाँ इतना उत्तेजित करने वाली थीं कि मैं अपनी उत्तेजना नहीं रोक पाई। कहानी भाई-बहन की होने के नाते मेरे मुँह से ‘भैया.. भैया..’ ही निकल रहा था।
अंकल ने भी मुझे खूब ज़ोर से अपने से भींच लिया और मेरी कमर और मेरे चूतड़ों पर अपने भारी हाथ फेरने लगे। मैं पहली बार किसी मर्द के इतना क़रीब उस के बाजुओं में सिमटी हुई झड़ी थी।
पड़ोस की एक लड़की मेरे पास पढ़ने आ जाती थी। एक दिन मैं अकेला था तो वो आ गई और बायोलोजी के प्रश्न पूछने लगी। बहाने से उसने मेरा लंड पकड़ लिया।
अंकल मेरे नंगे मम्मों को देख चुके थे.. उससे पहले अपनी उंगलियों से उसके चूचुकों को भी सहला चुके थे.. अपनी मुठ्ठियों में भर कर उसके मज़े ले चुके थे.. तो अब क्या शरमाना..!
मैं ख़यालों में अंकल के सीने लग गई.. उनकी भरी-भरी गुदाज़ छाती के खूब सुर्ख लाल निपल्स को मुँह में लेकर चूसने लगी.. तो अंकल मुझे ज़ोर से अपने से भींचने लगे।
मैंने पूछा- अंकल आपने बताया नहीं कि अपने बेडरूम में आज तक किसी और को क्यों नहीं जाने दिया.. वहाँ ऐसा क्या है? लेकिन मैं तो आपके बेडरूम में जाऊंगी.. उसे देखने के लिए..
रिया की बाहें मेरे गले का हार बनी हुई थी और मेरे हाथ उसके चूतड़ों के नीचे रखे हुए थे तो रिया अब अपनी मर्ज़ी और मनचाही रफ़्तार से मुझ से चुदवा रही थी या फिर मुझको चोद रही थी।