मेरे जन्मदिन पर मेरे यार ने दिया दर्द-4
घर में कोई नहीं था तो हम नंगे घूम रहे थे घर में। हमने डिनर किया और बातें करते रहे। बीच बीच में मैं उसके लन्ड को सहला देती तो कभी वो मेरी गांड को भींच देता।
जवान लड़की को प्रेम प्यार के चक्कर में फांस कर सेक्स का मजा लेने या अपनी अन्तर्वासना शांत करने के लिए चूत चुदवाने वाली कहानियाँ हिंदी में
jwan Ladki Ko Prem Pyar ke chakkar me fans kar sex ka maja lene ya apni antarvasna shant karne ke liye bur chudvane vali kahaniyan
Indian Sex stories of teen girls and Boys
घर में कोई नहीं था तो हम नंगे घूम रहे थे घर में। हमने डिनर किया और बातें करते रहे। बीच बीच में मैं उसके लन्ड को सहला देती तो कभी वो मेरी गांड को भींच देता।
शॉपिंग मॉल में पहली बार काजल और मेरे बीच कुछ बात हुई. वापस आते समय उसकी जांघ से जांघ सटी होने के कारण मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया. मगर उसके बाद जो हुआ ...
मैंने अपने पेटीकोट का नाड़ा खोल उसे भी नीचे गिरा दिया। अब मैं सिर्फ सेक्सी लाल ब्रा और पैंटी में खड़ी थी और मेरे आधे चेहरे पर गिरे खुले बाल हल्के हल्के उड़ रहे थे.
मेरी बहन की सहेली कई दिन हमारे घर नहीं आई तो मैं बचैन रहने लगा. जब वो दोबारा आई तो मुझे उसके करीब जाने का मौका मिला. क्या मैं अपने मकसद में कामयाब हो सका?
कॉलेज से घर आया तो देखा कि मेरी बड़ी बहन के साथ उसकी एक सहेली बैठी थी. पहली नजर में ही मुझे वो भा गयी थी तो मैं उसे देखता ही रह गया. वो मेरे दिल में समा गयी.
यह कहानी मेरी और मेरे घर में रह रही किरायेदार लड़की की है. मेरे घर में दो लडकियाँ रह रही थी. पढ़ें कि कैसे मैंने उनमें से एक को पटाया और उसकी चूत चोदी.
मेरे जन्मदिन पर मेरी सहेली ने मेरा चोदू यार को पार्टी करने बुला लिया. मेरी सहेली ने मेरे प्रेमी से जन्मदिन मनाने का और मेरी चुदाई का सारा प्रोग्राम तय कर दिया.
मेरी गली की एक लड़की के गोल गोल चूतड़ों पर टिकी उसकी पतली कमर, एकदम नोक सी खड़ी चूचियां मेरा लंड खड़ा कर देती थीं. उसे मैंने कैसे पटाया और चोदा? पढ़ें मेरी सेक्स कथा.
एक दिन मेरी कार रास्ते में खराब होने से मुझे बस से ऑफिस जाना पड़ा। बस में एक लड़की मेरे साथ बैठी और उससे थोड़ी बात हुई. यह बात कहाँ तक आगे बढ़ी और क्या हुआ हमारे बीच?
मैं पानीपत के पास एक गाँव की जाट छोरी हूँ, पानीपत में पढ़ती हूँ. वहीं मेरी दोस्ती गवांड के एक छोरे से हो गयी. एक दिन उस छोरे ने मुझे 'आई लव यू' बोल दिया. फिर ...
लॉज के मैनेजर के बाद जीजा ने मेरी चूत की प्यास बुझाने की कोशिश की. लेकिन क्या जीजा अपनी साली की चूत की प्यास बुझा सके? क्या मेरे यार के साथ मेरा मिलन हो पाया?
मेरी बहनों की बात सुन मुझे अपने कानों पर यकीन ही नहीं हुआ. मैं तो सोचता था कि लड़के ही चूत तड़पते हैं लेकिन मेरी बहन तो मर्दों के लौड़ों के मामले में कुछ ज्यादा ही चालू निकली.
गाँव में मुझे पड़ोस का एक लड़का पसंद था. एक दिन जब मैं घर में अकेली थी तो उस लड़के ने आकर किस तरह से मेरी चूत चोद कर उसकी गर्मी निकाली, मेरी देसी कहानी में पढ़ें.
अपनी कक्षा की एक खूबसूरत लड़की को पसंद करने लगा लेकिन वो भाव नहीं देती थी. मैंने अपना दिमाग लगाकर उसको पटाया. दोस्ती में हमने कितने मजे लिये, मेरी इस कहानी में पढ़ें.
पड़ोसन के घर उसकी भतीजी रहने आई हुई थी. मेरे बार बार कहने पर वो अपनी भतीजी को मेरे पास भेजने को राजी हो गई. तो क्या वो लड़की आई और मैं कुछ कर पाया?
पड़ोसन की बेटी को मैं पेपर दिलाने लखनऊ ले गया. वहां होटल में चुदाई के खूब मजे लेने के बाद दूसरे दिन हम वापस आ गए. लेकिन अब मैं उसकी दोबारा चुदाई के जुगाड़ में था.
मैं अपनी पड़ोसन की कुंवारी बेटी को एक बार चोद चुका था. उसने अपनी पहली चुदाई खुल कर करवाई और पूरा मजा लिया. उसके बाद मैंने उसके साथ और क्या क्या किया, पढ़ें और मजा लें!
ट्रांसफर होकर मैंने कानपुर में मकान किराये पर लिया. ठीक सामने गुप्ताइन का घर था. मैंने जब से उसे देखा, दिल उस पर फिदा था, मैं किसी भी तरह उसको चोदना चाह रहा था.
कोचिंग क्लास जाते हुए मुझे ऑटो में एक दिन एक लड़की मिली. उसकी खूबसूरती पर मैं फिदा हो गया. बात करने पर पता चला कि वह भी मेरे कोचिंग सेंटर में है. उसके बाद क्या हुआ?
मैं अपने नाना जी के गांव गया था. रात में पायल की छन-छन ने मेरी नींद हराम कर दी! दोस्त ने बताया कि भूत है. पर जब मैं बात की तहकीकात करने निकला तो क्या मिला?