पलक और अंकित
अंकित ने मुझे बिस्तर पर लिटा दिया और मेरे ऊपर आ गया। उसने मेरी टीशर्ट उतारने की कोशिश की, मैंने उसका पूरा साथ दिया और हाथ ऊँचे करके उठ कर टी शर्ट उतरवा ली।
जवान लड़की को प्रेम प्यार के चक्कर में फांस कर सेक्स का मजा लेने या अपनी अन्तर्वासना शांत करने के लिए चूत चुदवाने वाली कहानियाँ हिंदी में
jwan Ladki Ko Prem Pyar ke chakkar me fans kar sex ka maja lene ya apni antarvasna shant karne ke liye bur chudvane vali kahaniyan
Indian Sex stories of teen girls and Boys
अंकित ने मुझे बिस्तर पर लिटा दिया और मेरे ऊपर आ गया। उसने मेरी टीशर्ट उतारने की कोशिश की, मैंने उसका पूरा साथ दिया और हाथ ऊँचे करके उठ कर टी शर्ट उतरवा ली।
इस बार उसके मुँह से दर्द से एक चीख निकल ही गई थी, मैंने उसकी टांगो को छोड़ कर दोनों हाथों को उसके दोनों स्तनों पर रख कर उसके स्तन दबाने लगा और होंठों से उसके होंठों को चूसने लगा। मैं थोड़ी देर तक यही करता रहा और उसे भी आराम मिलने लगा था और […]
हम दोनों घाट से उठे, मैंने अपनी चप्पल हाथों में ही ले ली और और खाना खाने के लिए चल दिए और खाना खाकर कमरे की तरफ चल दिए… कमरे में पहुँच कर पलक ने अपना बैग उठाया और मुझे कहा- तू टीवी देख और जब मैं मैसेज करूँ तो मेरे कमरे में आ जाना […]
वो कहते कहते रुक गई … “मैंने पूछा और क्या …?” तो बोली- और तुझे यह भी बताना है कि मैं यह सब अंकित के साथ क्यों नहीं कर रही हूँ.. मैं तेरे साथ ही क्यों करना चाहती हूँ। और वो मुझे तैयार होने को बोल कर बाथरूम में घुस गई और मुँह हाथ धोकर […]
मैंने कहा,”अब मत रोक ! नहीं तो तेरा देह शोषण हो जायेगा मुझ से।” वो बोली,” ऐसा कुछ नहीं होगा लेकिन मैं चाहती हूँ मेरी जो इच्छा है वो हर इच्छा पूरी हो तो प्लीज मान जा और अगर तुझे करना ही है तो मैं रोकूँगी नहीं।” उसकी आँखों में अजीब सी कशिश और उदासी […]
पर पलक ने ड्राईवर के लिए सीधे मना कर दिया और बोली,” मैं सरिता को साथ में लेकर चली जाऊँगी गाड़ी चलाने के लिए पर नो ड्राईवर !” मेरे ऊपर भड़कते हुए बोली,”गधे, तू कार चलाना क्यों नहीं सीख लेता?” मैंने कहा,”तू है न उसके लिए मेरी ड्रायवर ! और ना मुझे तब कार चलाना […]
लेखक : सन्दीप शर्मा मैं कुछ कहता या समझता वो उसके पहले ही कैफे से बाहर थी, मैं मेरे गाल को सहला रहा था और बिल माँगा तो पता चला कि आज मोहतरमा पहले ही पैसे दे कर जा चुकी थी। तभी मेरे फोन पर उसका एक मेसेज आया। मैंने मैसेज देखा तो वो खाली […]
लेखक : सन्दीप शर्मा यह कहानी मेरी और मेरी एक दोस्त की है जो आज से कुछ साल पहले घटी थी उसका नाम बदल कर मैं पलक लिख रहा हूँ। मेरी पिछली कहानी को पढ़ने के बाद उसने मुझे कहा कि मैं हम दोनों की कहानी भी लिखूँ और उसके बाद मैंने इस किस्से को […]
मैंने तान्या को बाल पकड़ कर उठाया और एक रण्डी की तरह बिस्तर पर पटक दिया. उसके बाद तान्या अपनी चूत में अपनी उंगली डालने लगी.
कुछ क्षणों पहले हाथ भी नहीं लगाने दे रही थी। अभी मस्ती में सराबोर है। मैं और उत्साहित होकर थूथन घुसा घुसाकर उसके गड्ढे को कुरेदता हूँ। उसके मुँह से कुछ अटपटी ऍं ऑं की सी आवाजें आ रही है। साथी अगर स्वरयुक्त हो तो क्या बात है ! उसकी कमर की हरकत बढ़ती जा […]
पुष्पा का पुष्प। पैंटी के नीचे ढका हुआ... सुरक्षित, कोमल, सुगंधित, रसभरा... दो हिस्सों में फटी मांसल स्पंज, जिसके बीच की फाँक को मैं कंधों से उसकी जांघों को फैलाकर चौड़ा करता हूँ!
उसकी पनीली आँखों में, जिनमें एक अजब-सा मर्म को छूता भाव उमड़ रहा था। शर्म से लाल गालों पर झूलती लट, बालों के बीच सफेद मांग ! खाली। मेरे भीतर कुछ उमड़ आया। उस तमाम निर्भयता और तेजी के पीछे एक अदद औरत उमड़ रही थी, वह औरत जो खुद उसे तीर से भेदने वाले […]
मैंने उसके नितम्बों को बाँहों में घेरा और कमर के नीचे उस स्थान पर जहाँ भीतर जांघों का संधिस्थल था उसमें मुँह घुसाकर जोर से चूम लिया।
बाथरूम से निकलते हुए कुसुम की नजर जब रीतेश के कमरे की ओर गई तो उसने देखा कि दरवाजा आधा खुला था और मिनी अपने को किसी से छुड़ाने की कोशिश कर रही थी। उसे लगा जैसे किसी चीज में उसका पाँव उलझ गया हो और वह उसे ही छुड़ा रही हो। तभी मिनी तेजी […]
मेरी सेक्स कहानी का पहला भाग : सिमरन मैडम गोवा में-1 हम दोनों घूम कर होटल जाने को थे कि मैंने सिमरन से कहा- तुम चलो, मैं आता हूँ. मैंने पास में मार्केट से एक बिकनी खरीदी और कमरे पर गया। सिमरन ने पूछा- कहाँ गए थे? मैंने कहा- तुम्हारे लिए यह लेने! वो पहले […]
हेलो दोस्तो! मेरा नाम अमित है। मेरा रंग गोरा है, मेरा कद 6 फुट 1 इंच, जिम तो नहीं जाता पर अपने शरीर का मैं पूरा ध्यान रखता हूँ। अन्तर्वासना पर पहली कहानी लिखने जा रहा हूँ, कोई गलती हो तो माफ़ करिएगा। इस कहानी में लड़की का नाम बदला हुआ है और शहर, स्कूल […]
उसने मुझे सीधी लिटाया और बीच में बैठ सुपारे को दाने से रगड़ा तो मस्ती के मारे मेरी आँखें बंद हो गई और उसने मेरे होंठ अपने होंठों में लेते हुए झटका दिया।
एक रात बुआ की बेटी को चोदते समय मैंने उससे कहा- मुझे अमिता की चूत मारनी है! तो वो नाराज हो गई और बोली- उस रण्डी की चूत क्या मेरी से ज्यादा अच्छी है?
उसने कहा- भोसड़ी के, क्या-क्या चाटेगा और कहाँ-कहाँ घुसेगा? मैंने कहा- मादरचोद, तेरे हर छेद में आज अपना लौड़ा डालूँगा ! तो वो बोली- जहाँ डालना हो वहाँ बाद में डालना पर पहले साले मेरे मुँह में अपना लौड़ा डाल पहले !
रंजना एक मस्त, गोरी और जबरदस्त लड़की थी। उसकी बदनाकृति 34-30-34 थी, इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि कितनी मस्त थी रंजना। मैं हमेशा रंजना को पटाने की सोचता था, कहते हैं ना कि भगवान के घर देर है, अंधेर नहीं ! मुझे रंजना को पटाने का मौका भी जल्दी ही मिल गया।