दोस्ती में फुद्दी चुदाई-8
कॉलेज गेट पर उतर कर मैंने रूचि को साथ लिया और कुछ कदम दूर चौहान ढाबा पहुँच गया, वहाँ एक झोपड़े में चाय और टोस्ट मंगाया और रूचि को लेकर उसकी आगे की कहानी सुनने को बैठ गया। उस झोपड़े में एक चारपाई एक कुर्सी और एक छोटी मेज थी। मैं कुर्सी पर बैठ गया.. […]