पड़ोसी

घर के पास रहने वाली पड़ोसी जवान भाभी, लड़की, लड़के आन्टी, अंकल को पटा कर उनकी आपस में चूत चुदाई की हिन्दी सेक्स कहानियाँ

Pados me rahane vali jawan bhabhi, ladki, aunti uncle ki aaps me chut chudai ki Hindi Sex kahaniyan

Hindi sex Stories about Fuddi choda-chudai sex with neighbor Bhabhi, aunti, desi girl

रिम्पी और उसका परिवार-2

By रुबीना ग्रीन On 2008-04-30 Tags:

प्रेषक : रुबीन ग्रीन फिर उसी दिन शाम के समय फिर से उसकी चूचियों को मसल दिया। उसने कहा- छोड़िये ! दर्द हो रहा है। मैंने छोड़ दिया पर उस दिन खेल-खेल 8-9 बार उसकी चूचियों और गाँड को मसल दिया, उसने कुछ नहीं बोला। दूसरे दिन शाम को टीवी पर ब्लू फिल्म देखते हुए […]

रिम्पी और उसका परिवार-1

By रुबीना ग्रीन On 2008-04-29 Tags:

प्रेषक : रुबीन ग्रीन यह मेरी सच्ची कहानी है। मैं पहली बार अपनी कहानी लिख रहा हूँ। मैं एक उच्च परिवार से सम्बन्ध रखता हूँ, कोयम्बटूर का रहने वाला हूँ, वहाँ मैं एक बहुमंजिली इमारत में निचले मंजिल पर किराएदार था। मैं व्यापार के सिलसिले में वहाँ अकेले रहता था। मेरी मंजिल पर ही एक […]

टेंशन दूर हो गया-2

लेखिका : कामिनी सक्सेना “अच्छा, अब तुम जाओ …” मेरा मन तो नहीं कर रहा था कि वो जाये, पर शराफ़त का जामा पहनना एक तकाजा भी था कि वो मुझे कहीं चालू, छिनाल या रण्डी ना समझ ले। मैं मुड़ कर अपने बेडरूम में आ गई। मुझे घोर निराशा हुई कि वो मेरे पीछे […]

टेंशन दूर हो गया-1

लेखिका : कामिनी सक्सेना मैं दिन भर घर में अकेली होती हूँ। बस घर का काम करती रहती हूँ, मेरा दिल तो यूँ तो पाक-साफ़ रहता है, मेरे दिल में भी कोई बुरे विचार नहीं आते। मेरे पति प्रातः नौ बजे कार्यालय चले जाते हैं फिर संध्या को छः बजे तक लौटते हैं। स्वभाव से […]

हंसी तो फंसी-2

एक बार फिर से हाजिर हूँ चूत में से पानी निकालने और लंड में से अमृत रस निकालने के लिए। मैंने आपको अपनी कहानी के पिछले भाग हंसी तो फंसी-1 में बताया था कि कैसे मैंने मोनिका को चोदा था। इस कहानी में आपको बताऊंगा कि कैसे मैंने मोनिका की बड़ी बहन मानसी को चोदा। […]

हंसी तो फंसी-1

यह कहानी है मेरी पड़ोस में आए नए किरायेदार की। परिवार में दो बेटियाँ और उनकी माँ, बस यही तीन लोग थे। लड़कियों में एक मोनिका 18 साल और दूसरी मानसी 20 साल की थी। हमारे घर से उनका घर साफ़ दिखता था, कमरा भी पूरा दिखता था और बाथरूम भी। एक दिन जब मैं […]

शिवानी की कुंवारी चूत

प्रेषक : राज कुमार सिंह हेल्लो दोस्तो, मेरा नाम राज है और मैं आज आपको अपनी जिन्दगी की पहली यौन-कथा बताने जा रहा हूँ। मैं मथुरा में रहता हूँ। यह उस समय की बात है जब हमारे पड़ोस में एक नई लड़की अपने मामा के यहाँ रहने आई। उसका नाम शिवानी था। वो कानपुर की […]

हमारी किरायेदार

By राहुल पटिल On 2008-01-31 Tags:

मेरा नाम राहुल है, बीस साल का हूँ, मैं महाराष्ट्र में कोल्हापुर में रहता हूँ और सांगली के कॉलेज में पढ़ता हूँ। मैं अन्तर्वासना का बहुत बड़ा प्रशंसक हूँ। मैं इसे पिछले एक साल से पढ़ रहा हूँ और जो कहानी मैं अब आपके सामने ला रहा हूँ वो एक सच्ची कहानी है और कुछ […]

अकेली मत रहियो

भरी वर्षा में उसकी चुदाई मुझे आज तक याद आती है। काश आज पचास की उमर में भी ऐसा ही कोई हरा भरा जवान आ कर मुझे मस्त चोद डाले... मेरे मन की आग बुझा दे...

देखने-पढ़ने से मन नहीं भरता अब-8

प्रेषक : मुन्ना भाई एम बी ए किरण तो परम आन्न्द प्राप्त कर निढाल सी लेट गई थी, इधर मेरा लण्ड थोड़ा मुर्झाया सा लटक रहा था जैसे किसी बच्चे को बिना वजह डांटा गया हो और वो गर्दन झुकाए खड़ा हो। मैंने किरण से अपने लण्ड की तरफ इशारा करते हुए कहा- देखो इसे […]

देखने-पढ़ने से मन नहीं भरता अब-7

प्रेषक : मुन्ना भाई एम बी ए फिर वो अपने घुटने के बल मेरे लण्ड के सामने बैठ गई, उसने मेरे लण्ड को एक हाथ से हलके से पकड़ा। मैंने उससे कहा- जरा ताकत लगा कर पकड़ो इसे ! और ऊपर नीचे करो ! यही सब कुछ है। वो धीरे-धीरे मुठ मारने लगी। फिर मैंने […]

देखने-पढ़ने से मन नहीं भरता अब-6

प्रेषक : मुन्ना भाई एम बी ए आज मैं जल्दी ऑफिस आ गया क्योंकि कुछ फाइल्स लेकर मुझे मुम्बई जाना था। करीब 10-20 पर किरण का फोन आया, उसने बताया- भाभी-भैया अभी ऑफिस के लिए निकल चुके हैं, आप आ जाइए। मैंने उससे कहा- यार, मेरी भाभी भी तो हैं, मैं क्या बहाना बनाउंगा? तो […]

देखने-पढ़ने से मन नहीं भरता अब-5

प्रेषक : मुन्ना भाई एम बी ए लखनऊ 9-7-2010 समय: 10-30 सुबह आज ऑफिस आने में कुछ देर हो गई। आते ही मैंने अपने असिस्टेन्ट को बुला कर आज के काम की लिस्ट मंगाई, फिर मैंने काम के अनुसार असिस्टेन्ट को सब कुछ समझा दिया और कहा कि आज मुझे 1 बजे एक खास मीटिंग […]

देखने-पढ़ने से मन नहीं भरता अब-4

प्रेषक : मुन्ना भाई एम बी ए लखनऊ 8-7-2010 समय: 1-30 शाम आज मुझे अपनी गाड़ी की सर्विसिंग करानी थी इसलिए मैं ऑफिस से जल्दी ही निकल गया था। गाड़ी सर्विस कराने के बाद मैं घर पहुचा। मैं अभी लंच लेने के बाद सोने की सोच ही रहा था कि बाहर किसी ने दरवाज़ा खटखटाया। […]

देखने-पढ़ने से मन नहीं भरता अब-3

प्रेषक : मुन्ना भाई एम बी ए लखनऊ 2-7-2010, समय: 9-30 शाम आज सुबह मैं जल्दी ही तैयार हो गया, बाइक बाहर निकाली और किरण को बुलाने के लिए उसके घर की घंटी बजा दी। वो तैयार ही थी, तुरन्त बाहर आ गई और साथ में राधा भाभी भी ऑफिस के लिए तैयार हो कर […]

देखने-पढ़ने से मन नहीं भरता अब-2

प्रेषक : मुन्ना भाई एम बी ए सुरेश मुस्कराते हुए बोला- वाह… और फिर राधा भाभी सुरेश के होठों को चूमने लगीं और फिर अपने पीठ के बल चित्त लेट गई। इसके बाद सुरेश ने सामने से नाइटी खोल दी और एक चूची को चूसने लगा और अपने एक हाथ से उसकी चूत की खुजली […]

देखने-पढ़ने से मन नहीं भरता अब-1

प्रेषक : मुन्ना भाई एम बी ए(यह नाम पाठकों द्वारा सुझाया गया है) गुरू जी, यदि आपने मेरी कहानी स्पर्म थैरेपी न प्रकाशित की होती तो आज शोहरत के इस मुक़ाम पर शायद न होता जहाँ आपकी वजह से हूँ, आप को शत शत प्रणाम एवं धन्यवाद। सभी पाठकों को मुन्ना भाई एम बी ए […]

पचास साल की पड़ोसन

By फ़ाइल फ्री On 2007-12-12 Tags:

प्रेषक : फ़्लाई फ़्री दोस्तो, यह कहानी सच्ची है। मुझे घुमाकर बोलने की आदत नहीं है इसलिए मैंने अपनी पहली चुदाई की वो ही सीधे बता रहा हूँ। कहानी में सिर्फ नाम ही बदले हैं बाकी सब सच है। मेरी पड़ोसन जिसको मैंने चोदा उसके साथ, उसके कहने पर ही यह कहानी लिख रहा हूँ। […]

मकान मालकिन के साथ होली

By मयंक शर्मा On 2007-12-11 Tags:

प्रेषक: मयंक शर्मा मेरा नाम मयंक है, मैं 24 साल का लड़का हूँ, मेरी शादी हो चुकी है। मेरा शरीर दुबला है पर एक बड़े लंड का मालिक हूँ। मैं भोपाल में एक प्राइवेट कंपनी में काम करता हूँ, वैसे मैं लखनऊ का रहने वाला हूँ और यहाँ भोपाल में किराये के घर में रहता […]

पड़ोस वाली भाभी-2

By राहुल मल On 2007-11-05 Tags:

वो मुस्कुरा दी और मुझे अन्दर आने को कहा। मैं अब कमरे के अन्दर था, भाभी ने दरवाजा बंद कर दिया और बड़ी अजीब नज़रों से मेरी तरफ देखने लगी!

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