मेरी गली का सलीम-1
लेखिका : शमीम बानो कुरेशी “क्या बात है अब्दुल, आजकल तो तू मिलने भी नहीं आता है?” मैंने शिकायत भरे स्वर में कहा। “नहीं, ऐसी तो कोई बात ही नहीं… बस अब इन बातों में मन ही नहीं लगता !” उसने सर झुका कर कहा। “कोई बात नहीं भड़वे, कभी कभी तो चोद जाया कर […]