पड़ोसी

घर के पास रहने वाली पड़ोसी जवान भाभी, लड़की, लड़के आन्टी, अंकल को पटा कर उनकी आपस में चूत चुदाई की हिन्दी सेक्स कहानियाँ

Pados me rahane vali jawan bhabhi, ladki, aunti uncle ki aaps me chut chudai ki Hindi Sex kahaniyan

Hindi sex Stories about Fuddi choda-chudai sex with neighbor Bhabhi, aunti, desi girl

बाथरूम से छत तक

हेलो दोस्तो ! मैं अरशद, एक बार फिर से आपका अन्तर्वासना में स्वागत करता हूँ। सभी पढ़ने वालों को नमस्कार ! आप सभी का धन्यवाद कि आपने मेरी कहानी “मेरा पहला अनुभव” को काफी सराहा। बात करीब तीन से चार महीने पहले की है। मेरे घर के बगल वाले घर में एक महिला कल्याण का […]

मेरी प्यारी कान्ता चाची

By singhsexyman On 2011-06-22 Tags:

प्रेषक : आर्यन सिंह मेरे प्यारे दोस्तो, आज मैं आपको अपनी एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ, जो कि मेरी और मेरी प्यारी कान्ता चाची की है। मेरा नाम आर्यन सिंह है, उम्र 22 साल, कद 5’10” और मैं चण्डीगढ़ का रहने वाला हूँ। मैं एक मकैनिकल इंजिनियर हूँ, मैं दिखने काफी स्मार्ट और […]

तेरी याद साथ है-21

By सोनू चौधरी On 2011-05-15 Tags:

प्रेषक : सोनू चौधरी मैंने बिना वक़्त गवाए अपने लंड को बाहर खींच कर फिर से एक धक्का मार कर अन्दर ठेल दिया। फच्च …एक आवाज़ आई और मेरा लंड वापस उसकी चूत की गहराइयों में चला गया और प्रिया के मुँह से फिर से एक सिसकारी निकली। मैंने बिना रुके अपने लंड को आगे […]

तेरी याद साथ है-20

By सोनू चौधरी On 2011-05-14 Tags:

प्रेषक : सोनू चौधरी निक्कर निकलते ही मेरा मुन्ना बिल्कुल अकड़ कर फुफकारने लगा। प्रिया की आँखें फ़ैल गईं और फिर उनमें वही चमक दिखने लगी जो कि पिछली रात को नज़र आई थी। उसने झट से मेरे लंड को अपने हाथों में जकड़ लिया और झुक कर लंड के सुपारे पर एक किस्सी कर […]

तेरी याद साथ है-19

By सोनू चौधरी On 2011-05-13 Tags:

प्रेषक : सोनू चौधरी “प्लीज जान…अपने हाथ ऊपर करो और मैं जो करने जा रहा हूँ उसका मज़ा लो…” मैंने उसे समझाते हुए कहा। “हाय राम…पता नहीं तुम क्या क्या करोगे…मुझसे रहा नहीं जा रहा है…” प्रिया ने अपनी हालत मुझे व्यक्त करते हुए कहा और फिर अपने हाथों को ऊपर अंगड़ाई लेते हुए हटा […]

तेरी याद साथ है-18

By सोनू चौधरी On 2011-05-12 Tags:

प्रेषक : सोनू चौधरी मैंने प्रिया को आँख मारी और उसे लेकर धीरे से बिस्तर पे लेट गया। लेट कर मैंने उसे अपने से बिल्कुल सटा लिया और अपना एक पैर उठाकर उसके ऊपर रख दिया और उसे और भी करीब कर लिया। अब मैंने उसके बालों में अपनी उँगलियाँ फिराईं और धीरे धीरे अपनी […]

तेरी याद साथ है-17

By सोनू चौधरी On 2011-05-11 Tags:

प्रेषक : सोनू चौधरी रिंकी की अक्षतयोनि का शील भंग करने के बाद: दिल तो मेरा भी नहीं कर रहा है जान, लेकिन अब बहुत देर हो चुकी है और सबके वापस आने का वक़्त हो चुका है। अब आप जाओ और मैं भी जाकर अपने प्रेम की निशानियों को साफ़ कर देती हूँ वरना […]

तेरी याद साथ है-16

By सोनू चौधरी On 2011-04-27 Tags:

प्रेषक : सोनू चौधरी रिंकी ने एक नज़र आईने पे डाली और उस दृश्य को देखकर एक बार के लिए शरमा सी गई। मैंने अपने हाथ आगे बढ़ा कर उसकी चूचियों को फिर से थामा और उसकी गर्दन पर चुम्बनों की बरसात कर दी। रिंकी ने भी मेरे चुम्बनों का जवाब दिया और अपने हाथ […]

तेरी याद साथ है-15

By सोनू चौधरी On 2011-04-26 Tags:

प्रेषक : सोनू चौधरी उह्ह्ह…जान, थोड़ा धीरे करना…तुम्हारा लंड सच में बहुत ज़ालिम है, मेरी हालत ख़राब कर देगा।” रिंकी ने डरते हुए अपना सर उठा कर मुझसे कहा और अपने दांत भींच लिए। उसकी चूत सच में बहुत कसी थी। अब तक जैसा कि मैं सोच रहा था कि उसने पहले भी लंड खाए […]

तेरी याद साथ है-14

By सोनू चौधरी On 2011-04-25 Tags:

प्रेषक : सोनू चौधरी “रिंकी ने देरी नहीं की और उठ कर मेरे दोनों पैरों के बीच आकर मुझ पर लेट गई। उसका नंगा बदन मेरे नंगे बदन से चिपक गया। मेरा लंड अब भी सख्त था और ठुनक रहा था। रिंकी ने मेरे लंड को अपने हाथों से नीचे की तरफ एडजस्ट किया और […]

तेरी याद साथ है-13

By सोनू चौधरी On 2011-04-24 Tags:

प्रेषक : सोनू चौधरी “जैसे ही उसने अपनी जीभ का स्पर्श मेरे सुपारे से किया मेरे लंड ने एक जोर का ठुनका मारा और एक प्यारी सी काम रस की बूँद बिल्कुल ओस की बूँद की तरह मेरे लंड के मुँह पे आ गई। उस बूँद को देखकर रिंकी ने एक मुस्कान भरी और अपनी […]

तेरी याद साथ है-12

By सोनू चौधरी On 2011-04-23 Tags:

प्रेषक : सोनू चौधरी “दोनों बहनें बिल्कुल समझदार हैं…समय गँवाने का चांस ही नहीं रखतीं।” मैंने मन ही मन सोचा और अपने हाथों को उसकी स्कर्ट के अन्दर डालने लगा। मैंने उसकी जांघों को सहलाते हुए उसके पिछवाड़े पे अपना हाथ रखा… “उफ्फ्फ्फ़…कितनी चिकनी थी उसकी स्किन ! मानो मक्खन मेरे हाथ में है।” मेरे […]

तेरी याद साथ है-11

By सोनू चौधरी On 2011-04-22 Tags:

प्रेषक : सोनू चौधरी मैंने उस वक़्त एक छोटी सी निकर पहनी हुई थी जो कि मेरे जांघों के बहुत ऊपर तक उठा हुआ था। जब रिंकी ने अपने हाथ रखे तो वो आधा मेरे निकर पे और आधा मेरी जांघों पे था। मेरी टांगों पे ढेर सारे बाल थे। रिंकी ने अपनी उँगलियों से […]

तेरी याद साथ है-10

By सोनू चौधरी On 2011-04-21 Tags:

प्रिया ने भी मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए और चूमते हुए कहा,”ठीक है मेरे स्वामी, अब मैं जाती हूँ। लेकिन कल हम अपना अधूरा काम पूरा करेंगे।” और मुझे आँख मार दी। उसने अपनी किताबें और नोट्स उठा लीं और जाने लगी। जाते जाते वो मुड़ कर मेरे पास वापस आई और बिना […]

तेरी याद साथ है-9

By सोनू चौधरी On 2011-03-20 Tags:

प्रेषक : सोनू चौधरी मैंने उसका हाथ पकड़ा और वापस अपना मुँह उसकी चूत से लगा दिया और उसकी चूत की खुशबू लेते हुए अपना काम चालू कर दिया। उसकी आवाजें बढ़ने लगी थीं… मुझे डर लगने लगा कि कहीं कोई सुन न ले। लेकिन मैं रुका नहीं और चूत की चुसाई जारी रखी। “ह्म्म…ह्म्म… […]

तेरी याद साथ है-8

By सोनू चौधरी On 2011-03-19 Tags:

प्रेषक : सोनू चौधरी मैंने अपनी हथेली को उसके जांघों से ऊपर सरका दिया और धीरे धीरे ज़न्नत के दरवाज़े तक पहुँचा दिया। उफ्फ्फ्फ़…इतनी गर्मी जैसे किसी धधकती हुई भट्टी पर हाथ रख दिया हो मैंने…मेरे हाथ उस जगह पर ठहर गए और मैंने उसकी चिकनी चूत को सहला दिया। “ह्म्म्मम्म…उफ्फ्फफ्फ्फ़”…प्रिया के मुँह से एक […]

तेरी याद साथ है-7

By सोनू चौधरी On 2011-03-18 Tags:

प्रेषक : सोनू चौधरी मेरा लण्ड फिर से शरारत करने लगा और अपन सर उठाने लगा। मैं ऐसी तरह से बैठा था कि चाह कर भी अपने लण्ड को हाथों से छिपा नहीं सकता था। लेकिन लण्ड था कि मानने को तैयार ही नहीं था। मैंने मज़बूरी में अपने हाथ को नीचे किया और अपने […]

तेरी याद साथ है-6

By सोनू चौधरी On 2011-03-17 Tags:

प्रेषक : सोनू चौधरी अपने कमरे में पहुँचा और कपड़े बदलकर एक हल्की सी टीशर्ट और शॉर्ट्स पहन लिया। घड़ी पर नज़र गई तो देखा 9 बज रहे थे। दीदी कहीं दिखाई नहीं दे रही थी। तभी किसी के चलने की आहट सुनाई दी। मैंने पीछे मुड़ कर देखा तो रोज़ की तरह प्रिया मुझे […]

तेरी याद साथ है-5

By सोनू चौधरी On 2011-03-16 Tags:

आपने मेरी कहानी के पहले चार भाग पढ़े ! अब आगे- तभी बाहर से घंटी की आवाज़ आई और हम तीनों चौंक गए… “रिंकी… रिंकीऽऽऽऽऽ… दरवाज़ा खोलो !” यह प्रिया की आवाज़ थी… हम लोग सामान्य हो गए और अपनी अपनी जगह पर बैठ गए… रिंकी ने दरवाज़ा खोला और प्रिया अंदर आ गई…अंदर आते […]

डाण्डिया से दिल तक

By jitfrombhuj On 2011-03-14 Tags:

प्रेषक : जीत फ़्रॉम भुज सबसे पहले मैं अन्तर्वासना के सभी पाठकों को अपना परिचय देना चाहूंगा, मेरा नाम जीत है। मैं एक 21 साल का युवक हूँ। मेरी लम्बाई 5’6″ इंच है और मेरे लोड़े की लम्बाई 6 इंच से ऊपर है अगर आपको तसल्ली करनी हो तो आपको खुद को ही पकड़ कर […]

Scroll To Top