चूहे ने दो चूतें चुदवाईं -2
आंटी और खुशबू दोनों नंगी हो चुकी थी, चुदाई के लिये तड़प रही थी… आंटी को चोदने लगा तो उसने मेरे लण्ड पे कण्डोम चढ़ाया और मैंने एक धक्के में अन्दर घुसा दिया।
घर के पास रहने वाली पड़ोसी जवान भाभी, लड़की, लड़के आन्टी, अंकल को पटा कर उनकी आपस में चूत चुदाई की हिन्दी सेक्स कहानियाँ
Pados me rahane vali jawan bhabhi, ladki, aunti uncle ki aaps me chut chudai ki Hindi Sex kahaniyan
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आंटी और खुशबू दोनों नंगी हो चुकी थी, चुदाई के लिये तड़प रही थी… आंटी को चोदने लगा तो उसने मेरे लण्ड पे कण्डोम चढ़ाया और मैंने एक धक्के में अन्दर घुसा दिया।
मेरे पड़ोस में एक डॉक्टर रहती थी, वो बहुत सेक्सी माल थी, उसके पति अपने काम मे मस्त थे, मेरी नज़र उस पे थी। एक दिन मैंने उसे अपनी चूत मे कुछ घुसाते देख लिया…
पड़ोस में एक मोटी लड़की रहती थी अपने माँ बाप के साथ उसकी बुआ भी रहती थी। मैं उनके घर कैरम खेलने जाता था। एक दिन मैं वहाँ था तो बुआ बाथरूम में चूहे को देख कर डर गई, वो नंगी बाहर भाग आई !
मैंने भाभी की सलवार से चींटियाँ हटाने के बहाने से उनकी सलवार उतरवा दी और फ़िर पैंटी से चींटियाँ हटाने के बहाने उसनी चूत सहलाने लगा, भाभी गर्म हो गई…
किरायेदार भाभी घर बदल कर जाने लगी तो वो मुझे बता गई कि विधवा मकान मालकिन भी चुदाई की भूखी है, वो आसानी से पट सकती है तो मैं उसे अपने जाल में फ़न्साने में लग गया!
मेरे घर के सामने एक बहुत ही सुन्दर और गोरी भाभी रहती थी। उसका पति उससे बुरा बर्ताव करता था. एक दिन उसका पति लड़ कर घर से बाहर गया तो मैं सांत्वना देने के बहाने से उसके घर चला गया और.... कहानी पढ़ कर पता चलेगा कि आगे क्या हुआ!!
मेरे पड़ोस में एक बड़ा परिवार रहने आया जिसमे तीन युवा लड़कियाँ थी, एक भाभी और दो उसकी ननदें... उस परिवार से परिचय बढ़ा और आना जाना हो गया... एक दिन भाभी ने मेरी गर्लफ्रेंड के बारे में पूछा ! मैंने झूठ ही कह दिया कि मैं अपनी गर्लफ्रेंड के साथ सब कुछ कर चुका हूँ.. भाभी रोने लगी तो मैंने कारण पूछा तो भाभी कहने लगी कि भैया ने उनके साथ कभी कुछ नहीं किया ! कहानी पढ़ कर आगे के घटना क्रम का मज़ा लें !
माया मेरी पीठ सहलाते हुए मेरे माथे को चूमे जा रही थी और जहाँ कुछ देर पहले 'अह्ह्ह ह्हह... फ्छ्झ.. पुच.. पुक..' की आवाजें आ रही थीं..
माया की चूत से बूँद-बूँद करके रस टपक रहा था। वो मेरे पीठ पर हाथ फेरते हुए मुझसे बोल रही थी- तुम्हारा ये गर्म एहसास मुझे बहुत पागल कर देता है.. मेरा खुद पर कोई कंट्रोल नहीं रहता और जब तुम मुझे इतना करीब से प्यार देते हो.. तो मेरा दिल करता है कि मैं तुम्हारे ही जिस्म में समा जाऊँ।
तो उन्होंने बिना बोले ही अपनी नाइटी उतार दी और मेरे गालों को चूमते हुए मेरे सीने तक आईं और फिर दोबारा ऊपर जाते हुए मेरी गरदन पर अपनी
जुबान को फेरते हुए धीरे से बोलीं- अब सोचना नहीं बल्कि करना है.. आज ऐसा चोदो कि मेरा ख़ुद पर काबू न रहे..
तभी एकाएक झटके से मैंने उन्हें बिस्तर पर लिटा दिया और उनके ऊपर आ कर उनके होंठों को चूसने लगा।
मैं इंजीनियरिंग करने भोपाल गया पी जी वाले घर में एक भाभी से मेरी दस्ती हो गई... हम बातें करते एक महीने में इतने क्लोज हो गए थे कि वो कभी-कभी मेरे सामने ब्रा और पैन्टी में ही आ जाती और जब वो मेरे कमरे में आती तो मैं उसके सामने फ्रेंची में ही आ जाया करता था। कहानी पढ़ कर आनन्द उठाएँ!
हमारे घर के पास एक आंटी रानी है। उनकी उम्र लगभग 38 साल की होगी पर वो अभी भी 27 साल की लगती थी और इतनी फिट थीं कि क्या बताऊँ। वो काफ़ी हॉट थीं.. मैं उन्हें कब से चोदने का चाह रहा था लेकिन किसी मौके का इंतज़ार कर रहा था। एक बार मैन घर मे अकेला था, वो मुझे नाश्ता देने आई और मैं नन्गा सोया हुआ था… मुझे नंगा देख कर कहने लगीं- तुम तो अब जवान हो गए हो.. कहानी पढ़ कर मज़ा लीजिए…
पड़ोस की भाभी से मेरी नजदीकियाँ बढ़ने लगी थीं। उनके पति एक बहुराष्ट्रीय कम्पनी में काम करते थे.. तो वे भाभी को कम ही समय देते थे।
मुझे भाभी पसंद तो थी हीं.. मैंने सोचा क्यों ना इन्हीं पर लाइन मार के देखा जाए.. क्या पता बात बन जाए और लण्ड की प्यास भी बुझ जाए।
एक दिन मौका देख कर मैंने भाभी का हाथ पकड़ कर ‘आई लव यू’ कह दिया और भाभी नाराज होने की जगह मुस्कुरा उठी।
मेरे बाजू वाले कमरे में किराए से एक परिवार रहने के लिए आया.. कुछ ही समय में उन लोगों से मेरी अच्छी पटने लगी। कुछ दिन ऐसा चलता रहा.. भाभी को देख कर मेरे तनमन में की अन्तर्वासना जागने लगी। फिर क्या था.. भाभी को हासिल करने के लिए कुछ तो करने की ज़रूरत थी.. पर पहले ये भी जानना ज़रूरी था कि उनके मन में मेरे लिए भी क्या है। कहानी पढ़ कर देखिये कि भाभी कैसे पटी मुझ से!
आंटी कोकिला अक्सर माँ के पास आकर बैठ जाती, बातें करती, मैं छुप छुप कर उन्हें देखता। उनके स्तन बहुत भारी थे, मैं चाहता था कि मैं उनके विशाल स्तन देखूँ। एक दिन जब मैं उनके घर में गया तो देखा कि कोकी आंटी बाथरूम में हैं। मैं बाथरूम की ओर चल पड़ा। जब बाथरूम के पास पहुँचा तो देखा बाथरूम का दरवाजा ठीक से बंद नहीं था, थोड़ा सा खुला था, जिसमें से अंदर देखा जा सकता था। पूरी कहानी पढ़ कर खुद मज़ा लीजिए…
घर के सामने एक बहुत सेक्सी पड़ोसन रहती थी.. जब भी कभी मैं सामने आ जाता.. तो मुझे देख कर मुस्कुराती थी। मैंने कभी ध्यान नहीं दिया.. मैं अपना केबल टीवी का काम करता रहता था। एक बार उनकी केबल बंद हो गई.. उसने मुझसे अपनी केबल सुधारने को बोला.. तो मैं चला गया। उस समय उसके घर पर कोई नहीं था.. वो अकेली थी। केबल ठीक कर मैं फ्री हुआ ही था कि वो मेरे बारे में पूछने लगी। मैंने उससे पूछा- आप मुझे क्यों देखती रहती हैं। तो वो मुस्कुरा कर बोली- क्यों.. देखना कोई गुनाह तो नहीं है.. मैं उसकी अदा से खुश हो गया। मैं उसको पटाने में लग गया।
हाय फ्रेंड्स… मेरा नाम राहुल है और मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र 32 साल है और मैं शादीशुदा हूँ। मेरी लम्बाई 5 फुट 8 इंच है.. मेरा लण्ड 6″ लम्बा है और 3 इंच मोटा है। मुझे सेक्स करने में बड़ा मज़ा आता है। मुझे अन्तर्वासना पर सेक्स स्टोरी पढ़ना बहुत पसंद […]
हमारे बगल वाले फ्लैट में नया परिवार आया, भाभी अकेले रहने की वजह से गुस्से में रहती थी। एक दिन वो बाज़ार से आई तो मैं उनका सामान उनके घर में पहुँचाने गया...
मैं देहरादून के एक पॉश इलाक़े मेंस घर में मैं किराए पर रहता हूँ उस घर की मकान-मालकिन हमेशा मुझे मुस्कुराती हुई नज़रों से देखा करती थी। एक दिन दरवाजे पर किसी की दस्तक ने मेरी नींद खराब कर दी। जैसे ही मैंने दरवाजा खोला.. मेरी मकान मालकिन जिसे मैं अब ‘लण्ड-लॉर्ड’ कहने लगा था.. मेरे सामने जीन्स और टॉप में खड़ी थी। वो एकदम गजब की माल लग रही थी। मेरे तो होश ही उड़ गए वो किसी 18 साल की लड़की से कम नहीं लग रही थी.. उनके दुद्धू.. क्या गजब ढा रहे थे यारों.. पूरे 36 इन्च नाप के होंगे एकदम तने थे.. और उसकी कमर 32 इन्च की..
पढ़ाई के लिए मुझे कमरा अकेले लेना पड़ा था। मकान मालकिन भाभी, उम्र 26 साल, देखने में क्या मस्त माल थी, उनका फिगर लगभग 36-24-36 का था उनको को देखते ही किसी का लंड भी खड़ा होता था। वह मुझे कभी कभी उदास सी लगती थी शायद भैया के न रहने की वजह से। मैं थोड़ा पतला था, वो मुझसे हमेशा मजाक में कहती- प्रथम कुछ खाया भी करो वर्ना ऐसे ही रह जाओगे। तुम्हें कोई लड़की भी नहीं मिलेगी! और मैं हमेशा मुस्करा देता।
जहाँ मेरा रूम था वहीं पड़ोस में एक परिवार भी रहता था, उसमें पति पत्नी और तीन बच्चे भी थे। वो भाभी मुझे बहुत घूर कर देखती थी। पहले तो मैंने भाव नहीं दिए लेकिन बाद में मैं भी उसे देखने लगा और फिर एक दिन सुबह कॉलेज जाते वक़्त मैं उसके घर के पास गया और मैंने उससे अपना फोन नम्बर दे दिया। इसके बाद उसने खुद मुझे अपने घर बुला कर… कहानी में पढ़िए…