बरसात की रात एक लड़की के साथ
मेरी जूनियर लड़की मेरे साथ बाइक फील्ड में गई. शाम को वापिसी में बारिश हो गई, भीगने लगे, रुके भी लेकिन बारिश तेज हुए जा रही थी. मैं उसे अपने कमरे पर ले गया.
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मेरी जूनियर लड़की मेरे साथ बाइक फील्ड में गई. शाम को वापिसी में बारिश हो गई, भीगने लगे, रुके भी लेकिन बारिश तेज हुए जा रही थी. मैं उसे अपने कमरे पर ले गया.
ऑफ़िस की लड़की के साथ मैं उसके रूम में था और हम एक दूसरे को चूम रहे थे। मैंने धीरे धीरे उसके कपड़े उतारने शुरू किए। आगे क्या हुआ, इस कहानी में पढ़िये।
मेरे ऑफिस की एक लड़की का नाम था आफरीन! मैं उसकी सादगी का दीवाना हो गया था। मैंने उसे पटाने की कोशिश शुरु कर दी। कहानी पढ़ कर देखिए कि मेरी कोशिश क्या रंग लाई।
एक स्कूल में जिम्मे ऑफिस मैंनेजमेंट का काम था। मुझे एक मैडम पसंद आ गई थी. मैंने उसे ऑफिस में बुलवाया और उसके होंठों पर होंठ रख दिए। वो मस्त हो गई..
मेरे ऑफिस में एक मैडम ने माँ बनने के लिए पैसों का लालच देकर मुझसे चूत चुदवाई। उनकी शादी को चार साल हो गए थे मगर अभी तक वह माँ नहीं बन पाई थीं।
दफ़्तर में नई स्टेनो के बदन को प्यार करने लगा। हम कार में लोंग ड्राइव पर जाते और खूब चूमाचाटी करते लेकिन अभी तक वह सम्भोग के लिये तैयार नहीं थी।
दफ़्तर में नई स्टेनो रखी। उस्का विवाहित जीवन सुखी नहीं था पर मेरी रुचि उसके बदन में नहीं थी। लेकिन हालात कुछ ऐसे बनते गए कि मैं उसके बदन को प्यार करने लगा।
अस्पताल की नाइट शिफ़्ट में मेरे साथ 42 साल की महिला नर्स थी। एक बार कोई मरीज नहीं था तो मैं लेटा था, वो मेरे पास आकर लेट गई और मेरी छाती पर पैर रख दिए।
वो मूतने जाने लगी तो मैंने मैंने अपने होंठ उसकी चूत पर लगा दिए। फ़िर बाथटब में उसकी गांड में उंगली करते हुए चूत चाटी। उसके बाद उसकी गांड मारी।
चुदाई शुरू हो चुकी थी, मैंने उसे दोहरा मज़ा देने के लिये उसकी गांड में डिल्डो घुसाया और फ़िर आगे से चूत में लौड़ा… वो तो मज़े से पागल हो गई इस दोहरी चु्दाई से…
इन्टरव्यू के बाद मैं अर्श को अगले दिन दौरे पर ले गया। हम एक होटल में रुके और मैं तैयार हो कर मीटिंग में चला गया। अर्श आराम करने लगी। मीटिंग से आने के बाद?
इन्टरव्यू के दौरान अन्तर्वासना कहानियों की बात चल निकली, वो भी अन्तर्वासना की शौकीन थी। मैंने उसे अपनी कहानियों के बारे में बताया और हम दोनों काफ़ी खुल गए।
इंटरव्यू लेते हुए एक लड़की को मैंने लैपटॉप दिया कि इमेल भेज कर दिखाओ। उसने इमेल भेज दी पर लोग आउट नहीं किया। मैंने देखा कि उसकी इमेल पर अन्तर्वासना मेल्स थी।
उनकी नाइटी ऊपर को चढ़ कर उनकी आधी पैंटी के दर्शन करवा रही थी। अब मुझे खुद पर ज़रा भी कंट्रोल न रहा.. मैं उनकी पैंटी के पास अपनी नाक ले जाकर उनकी चूत की सुगंध को सूंघने लगा।
मैं जूही की कम्पनी में नौकरी करने लगा। एक शाम को मैं ऑफिस से निकला कि जूही की कार मेरे पास रुकी, मुझे बैठने के लिए कहा। उस दिन उसकी शादी की साल गिरह थी लेकिन उसका पति उसके साथ नहीं था।
मैंने उसको बाँहों में जकड़ा और उसको अपने नीचे कर दिया लेकिन हमारे होंठ अभी भी एक-दूसरे को नहीं छोड़ना चाहते थे। मैं धीरे-धीरे नीचे की तरफ बढ़ने लगा और पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूत को सहलाने और चाटने लगा।
पिता के कर्ज के कारण मैं दुखी रहता था तो बॉस ने पूछा। मैंने अपनी समस्या बताई तो और उसने उसकी बीवी को गर्भवती बनाने के बदले मुझे पैसे देने की पेशकश की।
मैंने उसके एक हाथ को अपनी जीन्स की ज़िप पर रख दिया और कहा- धीरे-धीरे सहलाओ। मैं उसको उसके चेहरे पर.. गालों पर.. गर्दन पर.. होंठों पर.. चुम्मी करता रहा, फिर कुछ देर में लगा कि मैं बह जाऊँगा.. तो मैंने पूनम को रुकने के लिए कहा..
मेरी नई-नई नौकरी लगी थी.. दफ्तर में एक गोलू नाम का सीनियर कर्मचारी था वो मुझको रोज-रोज घूरता रहता था. मैंने उसकी बीवी को चोदा और मेरे दोस्त ने गोलू की गांड मारी.
इस सेक्स कहानी का पिछला भाग : ऑफ़िस गर्ल की चुदाई ऑफिस में -1 मैंने आपको बताया था.. मैं और मेघा कार में बैठ कर चल दिए। मेघा की चूत गीली हो गई थी.. शायद बहुत दिनों बाद किसी ने हाथ फेरा था। मैंने कार रोकी और डिक्की खोल कर सन शेड निकाल कर चारों […]