मेरा गुप्त जीवन- 161
जैसे ही सोनी का मुंह मोनी की चूत में गया, वो एकदम से उछल पड़ी और अपनी कमर को उठा कर सोनी के मुंह से जोड़ दिया, दोनों हाथों को सोनी के सर पर रख दिए और पूरी ताकत से वो सर को अपनी चूत में दबाने लगी।
दो या ज्यादा लेस्बीयन लड़कियाँ या औरतों के बीच यौनांगों को चूसने चाटने से सैक्स का मजे लेने की कहानियाँ
Lesbian Ladkiyon ke beech chut, chuchi chuusa kar sex ka maza lene ki kahaniyan
Stories about Lesbian Girls enjoying licking sucking pussies, boobs and nipples
जैसे ही सोनी का मुंह मोनी की चूत में गया, वो एकदम से उछल पड़ी और अपनी कमर को उठा कर सोनी के मुंह से जोड़ दिया, दोनों हाथों को सोनी के सर पर रख दिए और पूरी ताकत से वो सर को अपनी चूत में दबाने लगी।
'अच्छा नेहा एक बात बता.. जब तू यह किताब पढ़ती है तो तुझे मन नहीं करता कि कोई तेरे साथ कुछ करे और तेरी चूत को चोद-चोद कर शांत करे.. उसकी गर्मी निकाले?'
मेरी एक सगी बहन है और एक शादीशुदा पड़ोसन जिसे मैं बहन की तरह मानता हूँ.. मुझे सेक्सी किताबें पढ़ने का शौक है. एक बार मेरी किताबें घर से गायब हो गई...
सच में वो बढ़िया मालिश कर रहा था, मेरी पीठ, चूतड़, जांघों और टाँगों की उसने बहुत बढ़िया मसाज की। मुझे सीधा लेटाया और मेरे कंधों, बूब्स, पेट, कमर, जांघों की बड़े मनोयोग से मालिश की।
उर्वशी भाभी के पति बाहर गए तो वे मुझे रात भर के लिये अपने घर ले गई। वहाँ पर उनकी नौकरानी मुझे पसन्द आ गई और भाभी तो उससे अपनी चूत चुसाई करवाती ही थी।
मैं दस दिन से भूखी थी तो लीना बीस दिन से! जल्दी ही हमारे बाकी कपड़े भी उतर गये, हम 69 के अंदाज में आकर एक दूसरी की चूचियाँ चूसने लगी। थोड़ी ही देर बाद हमारे शरीर सरके और एक दूसरे की चूत हमारे मुँह के सामने थीं।
मैंने कमला की चूत में हाथ लगाया.. तो उसकी चूत गीली हो गई थी। कमला ने मेरी चूत में हाथ लगाया.. तो चूत से पानी निकल रहा था। मैंने कमला की चूत को मुँह लगाया.. तो उसकी चूत का स्वाद अच्छा लग रहा था।
जांघों को किस करते हुए चूत तक पहुँच गई। उसकी पैन्टी के ऊपर से ही चूत को सूंघने लगी। चूत की खुश्बू सूंघ कर मैं तो बेहोश होने लगी थी.. आह्ह.. क्या नशा था उसमें..
घर पहुंच कर रात को सोने लगे तो मुझे 'आह… उह…' की आवाजें सुनाई दी, मैं समझ गया कि ननद भाभी में लेस्बियन सेक्स का खेल चल रहा है। मैं उठा और देखने गया।
बायोलोजी ट्यूशन की टीचर अकेली रहती थी, वो बहुत सेक्सी थी, सेक्सी कपड़े पहनती थी, उन्होंने मुझे कैसे लेस्बीयन सेक्स के घेरे में लिया. इस कहानी में!
हम सब चुदास की आग में जल रहे थे और सभी जानते थे कि ये खेल कैसे खेला जाता था बस अभी तक किसी ने इस खेल को खेला नहीं था तो आज सब के मन में इसको खेल को खेलने की इच्छा थी।
मैं रोज रात को ब्लू फ़िल्में देख कर अपनी चूत की आग उंगली से बुझा लेती थी.. लेकिन आज मुझे एक रूममेट के साथ रात बितानी थी। रात के 11 बजे में उठकर बाथरूम में जाने लगी... क्योंकि मेरी चूत में बुरी तरह आग लगी हुई थी।
दिन में नहाने के बाद मैंने अपना छोटा नेकर और सैक्सी टॉप पहना, अंजलि मुझे देखकर हैरान थी। मैंने कहा- ललित को भी ऐसी ही लड़कियाँ चाहियें इसलिये तुझे भी ऐसे ही कपड़े पहनने होंगे।
बेटी ये सब कैसे बताती.. तुम दोनों मियाँ-बीवी रात होते ही अन्दर चुदाई में शुरू हो जाते हो और इधर मैं तेरी सिसकारियाँ सुन-सुन कर गर्म हो जाती थी। बस बेबसी में ज़ोर से चूत पर उंगली फिराने लगती थी।
कमरे के अन्दर का नज़ारा देख कर मैं दंग रह गई.. सासू माँ बिना कपड़ों में किसी औरत के सामने पैर फैला क़र लेटी हुई थीं और वो औरत माँ जी की चूत पर ज़ोर से चाट रही थी।
उसकी चूत के दोनों लबों को खोलते हुए मैं बोली- जाहिरा तुम्हारी चूत तो कल की बनिस्बत ज्यादा खुली हुई लग रही है.. जैसे किसी ने अपना मोटा लंड तुम्हारी चूत में डाल दिया हो?
मेरी सहेली ने मुझे अपने घर बुलाया, कहा कि सेक्सी बन कर आना. वहां हमने ताश के खेल में अपने कपड़े उतारने शुरू किये और नंगी हो गई. उसने डिल्डो से मेरी चूत चोदी और अपनी फुद्दी चटवाई !
भाई को चूची चुसवा कर मेरे पास आई तो जाहिरा को मैंने दबोच लिया उसकी चूची चूसने के साथ साथ मेरी नज़र जाहिरा की जाँघों के बीच में जाहिरा की अनछुई चूत पर थी।
मैंने शरारत से जाहिरा के निप्पल को चुटकी में पकड़ कर मींजा और बोली- जानेमन तेरी चूचियाँ बड़ी प्यारी लग रही हैं.. जाहिरा ने भी फ़ौरन से ही मेरी चूची को मुठ्ठी में लेकर जोर से दबाया और बोली- भाभी.. आपकी भी तो पूरी नंगी ही नज़र आ रही हैं।
मैं समझ गई कि जाहिरा की चूत पहली-पहली बार पानी छोड़ रही है। मैंने उसके जिस्म को अपने जिस्म के साथ भींच लिया और थोड़ी ही देर में ही उसका जिस्म मेरी बाँहों की गिरफ्त में बिल्कुल ढीला हो गया।