कोई मिल गया

ऎसे ही अनजानी लड़की लड़का या औरत मिल जाने पर हुई अचानक चुदाई की सेक्स कहानियाँ हिंदी में

किसी अन्जान अचानक मिले व्यक्ति से यौन सम्बन्ध की हिन्दी सेक्स कहानी

Hindi Sex Stories About Sex with unacquainted/unknown

अपॉयंट्मेंट

By सारिका रॉय On 2010-07-27 Tags:

मेरी 2 बजे की अपॉयंट्मेंट थी। एक हफ्ते पहले यह अपॉयंट्मेंट पक्की हुई थी, तब से आज तक चैन से नींद नहीं आई है, पहली बार किसी से सेक्स के प्रति अपना डर बताने वाली थी.. मेरी सहेली सपना ने इस डॉक्टर के बारे में बताया था कि कैसे इस डॉक्टर ने उसके मन से […]

जिंदगी भर फ्री

By singh79 On 2010-07-23 Tags:

प्रेषक : अक्षय सिंह दोस्तो, आप सभी को अक्षय का सलाम। मैं राजस्थान के एक सुंदर शहर का रहने वाला हूँ, मेरा खुद का व्यवसाय है जो काफी अच्छा चलता है, मैं शादीशुदा हूँ। मैं इधर उधर की बात करने की बजाये सीधा मुद्दे पे आता हूँ, पिछले महीने मेरी जिंदगी मैं कुछ ऐसा हुआ […]

प्रफुल्ला-4

उसके बाएँ वक्ष पर एक गहरा काला तिल था, और यह मेरा निजी अनुभव है कि वक्ष पर तिल वाली लड़कियाँ बहुत उत्तेजक और कामी प्रवृति की होती हैं और उनके पति उनसे सदैव सुखी और संतुष्ट रहते हैं।

प्रफुल्ला-3

प्रफ़ुल्ला ब्लाउज और पेटीकोट में थी, साड़ी हटते ही उसकी कामुक देह का आभास होने लगा था, अब मैंने उसके ब्लाउज के हुक खोल दिए और उसके खुले पल्ले अलग कर के छोड़ दिए उसे पूरा निकाला नहीं।

आंटी ने मुझे चूत दिखाई

आँटी आई। वो पहली बार था जब मैंने चूत देखी थी, वो दिन मेरी जिन्दगी को झकझोर देने वाला था। जब मैंने चूत को देखा तो मैं बर्दाश्त नहीं कर पाया। मुझे उलटी सी आने वाली थी, मुझे घृणा होने लगी थी.

पाँच साल बाद घर वापिसी

By kg4galz On 2010-06-27 Tags:

प्रेषक : करन गोयल नमस्ते दोस्तो ! मेरा नाम करन गोयल है और यह मेरी अन्तर्वासना पर पहली कहानी है। आप सबसे विनती करुंगा कि अगर कोई गलती मुझसे हो जाये तो मुझे माफ़ करें। सबसे पहले मैं आपको अपने बारे में बता दूँ। मैं 18 साल का एक नया-नया जवान होता लड़का हूँ। मेरा […]

चाची चार सौ बीस-2

‘यशोदा … सो गई क्या?’ ‘उंह्ह … चाची, क्या है? ओह, खाना लग गया क्या?’ ‘देख अंकल तुझे कुछ कहना चाह रहे हैं।’ फिर चाची पीछे मुड़ी और जाने लगी। अंकल ने तुरन्त चाची का हाथ पकड़ लिया, चाची रुक गई। ‘अंकल आप तो नंगे हैं !’ मैं जान करके हंस पड़ी। उनका लण्ड सख्त […]

चाची चार सौ बीस-1

चाची ने मेरे दोनों हाथ ऊपर खींच कर दबा दिये। अंकल मेरी टांगों की तरफ़ आ गये और उन्हें पकड़ कर दोनों और चौड़ा दिये। मेरी चूत खुल गई। अंकल का लण्ड हाय राम ...

केयर टेकर-2

कहानी का पिछला भाग: केयर टेकर-1 एक सप्ताह बाद सवेरे प्रीतम आया और कुछ पैसे मुझे दे गया। बता गया कि शाम को कुछ बिजनेस के काम से चार लोग आ रहे हैं, सामने से चिकन ले आना और बना देना… बाकी मैं कर लूँगा। ‘ठीक है बाबू जी, पर इतने दिन कहाँ रहे?’ ‘तू […]

केयर टेकर-1

मैं दुनिया में बिल्कुल अकेली थी। मेरे माँ-बाप बचपन में ही एक दुर्घटना में चल बसे थे। मेरे मामा ने ही मुझे पाल-पोस कर बड़ा किया था। एम कॉम तक मुझे पढ़ाया था। मेरे मामा भी बहुत रंगीले थे। बचपन से ही वो मेरे शरीर से खेला करते थे। मेरे छोटे छोटे मम्मों को वो […]

उसने रोक दिया

By अर्जिन On 2010-06-11 Tags:

हरजिन्दर बरार दोस्तो, मैं जानता हूँ कि आप सभी लोग कहानियों का आनन्द ले रहे होंगे, मैंने कुछ दिन पहले ही अन्तर्वासना कहानियों को पढ़ना शुरू किया है। एक दिन ऐसे ही ढूंढ रहा था कि इस वेबसाइट पर ध्यान गया और देखा और पढ़ना शुरू किया मुझे बहुत अच्छी लगीं। फिर मैंने सोचा मुझे […]

सीढ़ियों में पटा कर छत पे चोदा

मेरे अपार्टमेंट बिल्डिंग में एक नई लड़की दिखी, अच्छी लगी, उसके पीछे गया, बात की, मस्का लगाया. तभी मैं उसे बिल्डिंग की सीढ़ियों में ले गया और फिर...

शीशे का ताजमहल-2

कहानी का पहला भाग : शीशे का ताजमहल-1 शबनम ने दीवान पर मेरे सोने की व्यवस्था कर अन्दर चली गई। मुझे नींद नहीं आ रही थी, मेरा मन अब शबनम के प्रति बदल चुका था। मैंने तय कर लिया था कि शबनम को अब बुरी निगाह से नहीं देखूँगा और न उसके बारे में कुछ […]

शीशे का ताजमहल-1

अन्तर्वासना को कुछ वक्त के लिए तो दबाया जा सकता है लेकिन हमेशा के लिए नहीं... यह सेक्स कहानी है शौहर को छोड़ अकेली रह रही एक लड़की की जिसके जीवन में एक लड़का आना चाह रहा है.

सावन में मस्ती..

प्रिय मित्रो.. मेरा नाम लक्ष्मी है, मैं दिल्ली में रहती हूँ, अभी कुछ महीने पहले ही मैंने पहली बार चुदाई का मज़ा लिया है। अन्तर्वासना पर कहानियाँ पढ़ती थी तो आज दिल किया की दूसरों की चुदाई की कहानी पढ़ने में जब इतना मज़ा आता है तो अपनी चुदाई की कहानी सुनाने का रोमांच कैसा […]

प्यासी तलाकशुदा आन्टी की चूत में

मैंने सबसे पहले आन्टी की साड़ी उतारनी शुरू कर दी और उनका गोरा पेट और नाभि सामने थी, मैंने हाथ फिराते हुए उनके पेटीकोट का नाड़ा खींच दिया।

गोआ में खुशी मिली

प्रेषक : राकेश पाण्डे हाय दोस्तो, मेरा नाम रोहित है और मैं 35 साल का अविवाहित हूँ मगर मेरी सेहत बहुत ही अच्छी है और मैं दिखने में भी ठीकठाक हूँ। शायद अविवाहित होने का ही यह एक फ़ायदा है। मैं इस समय गोआ में एक थ्री स्टार होटेल में मैनेजर के पद पर काम […]

बहकती रात..

दोस्तो… आप का प्यार हर बार मुझे अपनी जिंदगी के हसीन लम्हें आपसे बाँटने को बेचैन कर देता है। मेरी हर कहानी को आप सबका बहुत प्यार मिलता है। कुछ दिन बीतते ही नयी कहानी नया किस्सा आप सबसे बाँटने को दिल मचल उठता है। मेरे मित्र भी अपनी दास्ताँ मुझे बताते रहते हैं तो […]

Scroll To Top