कोई मिल गया

ऎसे ही अनजानी लड़की लड़का या औरत मिल जाने पर हुई अचानक चुदाई की सेक्स कहानियाँ हिंदी में

किसी अन्जान अचानक मिले व्यक्ति से यौन सम्बन्ध की हिन्दी सेक्स कहानी

Hindi Sex Stories About Sex with unacquainted/unknown

विदुषी की विनिमय-लीला-1

By लीलाधर On 2011-05-26 Tags:

पाठकों से दो शब्द : यह कहानी अच्छी रुचि के और भाषाई संस्कार से संपन्न पाठकों के लिए है, उनके लिए नहीं जिन्हें गंदे शब्दों और फूहड़ वर्णन में मजा आता है। इसे लिखने में एक-एक शब्द पर मेहनत की गई है। यौन क्रिया के सारे गाढ़े रंग इसमें मिलेंगे, बस कहानी को मनोयोगपूर्वक पढ़ें। […]

हुई चौड़ी चने के खेत में -5

मैं चाह रही थी कि काश वक्त रुक जाए और जगन इसी तरह मुझे चोदता रहे। पर मेरे चाहने से क्या होता आखिर शरीर की भी कुछ सीमा होती है। मैंने अपनी चूत का संकोचन किया

हुई चौड़ी चने के खेत में -4

'अबे साले... मुफ्त की चूत मिल गई तो लालच आ गया क्या?' मैंने अपनी गांड से उसकी उंगुली निकालने की कोशिश करते हुए कहा। 'भौजी.. एक बार गांड मार लेने दो ना?' उसने मेरे गालों को काट लिया।

हुई चौड़ी चने के खेत में -3

मैंने अपनी छमिया की फांकों पर पहनी दोनों बालियों को पकड़ कर चौड़ा किया और मूतने लगी। फिच्च सीईईई.... के मधुर संगीत के साथ पतली धार दूर तक चली गई। आपको बता दूं मैं धारा प्रवाह नहीं मूतती। बीच बीच में कई बार उसे रोक कर मूतती हूँ।

हुई चौड़ी चने के खेत में -2

मेरा मन बुरी तरह उस मोटे लंड के लिए कुनमुनाने लगा था। काश एक ही झटके में जगन अपना पूरा लंड मेरी चूत में उतार दे तो यह जिंदगी धन्य हो जाए। मेरी छमिया ने तो इस ख्याल से ही एक बार फिर पानी छोड़ दिया।

31 दिसम्बर की रात

By अमित यंग On 2011-05-04 Tags:

प्रेषक : अमित कुमार यह कहानी बिल्कुल सच्ची है। मेरा काम कंप्यूटर ठीक करने का है। 31 दिसम्बर की शाम आठ बजे के बाद मेरे पास एक कॉल आया, एक लड़की बोली- भैया, आप कंप्यूटर वाले भैया बोल रहे हो ना? मैं बोला- हाँ बोल रहा हूँ। वो बोली- भैया, मैं सेक्टर 40 से डिम्पल […]

अब दिल क्या करे-2

कहानी का पहला भाग: अब दिल क्या करे-1 मैं बिल्कुल नंगा बाथरूम में खड़ा अपना बदन पोंछ रहा था कि अचानक दरवाजा खुला और साथ ही मेरे कानों में रेशमा की आवाज सुनाई पड़ी। “ओह..माय..गोड.. !” रेशमा अपने मुँह पर हाथ रखे मेरी तरफ देख रही थी। तभी मुझे भी ध्यान आया कि मैं नंगा […]

अब दिल क्या करे-1

प्रेषक : राज कार्तिक क्या करे बेचारा दिल जब कोई हसीना अपने हुस्न के ऐसे जलवे दिखाए कि आदमी बेचारा अपना लंगोट ढीला करने को मजबूर हो जाए ! आज के समाज में अक्सर मर्द को दोषी घोषित कर दिया जाता है पर मेरा यह मानना है कि जब तक औरत इशारा ना दे तब […]

मुझे मिली इक माधुरी-2

By धीरज चोदू On 2011-04-14 Tags:

प्रेषक : धीरज मैंने कहा- एक बात कहूँ? वो बोली- कहो ! मैंने कहा- मुझे तुम्हारे साथ सब कुछ करना है ! वो बोली- यह नहीं हो सकता। मैंने कहा- अगर यह नहीं हो सकता तो मैं आज ही जाने वाला हूँ। वो बोली- यहाँ सब होंगे फिर कैसे? यह सुनते ही मेरी तो जैसे […]

मुझे मिली इक माधुरी-1

By धीरज चोदू On 2011-04-13 Tags:

प्रेषक : धीरज नमस्ते दोस्तो, मेरा नाम धीरज है, उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में रहता हूँ। मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ और काफी दिनों से सोच रहा था कि मैं भी अपनी कहानी आप लोगों तक पहुँचाऊँ और अब जाकर मैं कहानी लिख रहा हूँ। मैं शुरू से ही अकेला रहा हूँ, मेरे घर […]

रेल गाड़ी में 69

By extrafuun On 2011-04-03 Tags:

नमस्कार…मैं एक बहुत ही हंसमुख स्वभाव का पढ़ा लिखा इन्सान हूँ और एक अच्छे परिवार से हूँ। यह एक सच्ची घटना है। मैं एक ट्रेन से सफ़र कर रहा था, मुझे विशाखापत्तनम से कोलकाता जाना था पर मेरी सीट कन्फर्म नहीं थी। मैं द्वीतीय श्रेणी की ए सी बोगी में टी टी को बोल कर […]

सेक्सी सविता भाभी का जिगोलो

By सुरेश पटेल On 2011-03-30 Tags:

प्रेषक : सुरेश हाय दोस्तो, मेरा नाम सुरेश है, मैं सूरत से हूँ, मेरी उम्र 21 साल है, कद 5 फ़ुट 3 इंच है। मैंने यहाँ अन्तर्वासना पर काफ़ी कहानियाँ पढ़ी हैं और इससे प्रेरित होकर मैंने अपनी कहानी लिखी है। बात करीब 6 महीने पहले की है, एक दिन जब मैं कॉलेज से घर […]

सब्जी वाले से सेक्स-2

सब्जी वाला मेरी पीठ पर हाथ फ़ेरकर बोला- बेटी, तू तो बड़ी जबर्दस्त चुदक्कड़ है! मेरा आशीर्वाद है कि तेरी चूत और फ़ूले-फ़ले, इसकी चुदास बढ़े! इसे लण्डों की कभी कमी न हो। सदा चुदागन रहो।

सब्जी वाले से सेक्स-1

ने जानबूझ कर साड़ी पहनी, फिर जब वो मुझे देख रहा था, मैंने पल्लू नीचे गिरा दिया अब उसकी आँखों के सामने मेरे दोनों बड़े बड़े खरबूजे आधे से ज्यादा ब्लाउज से फ़टे पड़ रहे थे।

लक्ष्मी की ससुराल-2

By राज कौशिक On 2011-02-28 Tags:

क्यों नहीं? तो मारो ! मेरा भी मन कर रहा है ! प्रेम तो गाँड को हाथ भी नहीं लगाता। चिन्ता मत करो जानू ! इतने ही पीछे से आवाज आई- भाभी? हमने देखा, रीतिका खड़ी थी क्योंकि गेट तो हमने लगाया ही नहीं था। लक्ष्मी डर गई और सिर मेरी छाती पर रख दिया। […]

लक्ष्मी की ससुराल-1

By राज कौशिक On 2011-02-27 Tags:

हाय दोस्तो, मैं राज एक बार सभी चूत वालियों को लण्ड हिलाकर प्रणाम और सभी लण्डधारियों को नमस्कार। आपने मेरी कहानियाँ “सुहागरात भी तुम्हारे साथ मनाऊँगी और “कुवाँरी चूत मिली तोहफ़े में” पढ़ी। मुझे मेल करने के लिए धन्यवाद। मैं अपनी कहानी पर आता हूँ। शादी के एक साल के अन्दर ही लक्ष्मी को लड़का […]

कुँवारी चूत मिली तोहफ़े में

हाय दोस्तो, मैं राज कौशिक अपनी कहानी सुहागरात भी तुम्हारे साथ मनाऊँगी जो चार भागों में प्रकाशित हुई थी, के आगे का भाग भेज रहा हूँ। लक्ष्मी की सगाई हो चुकी थी, 20 दिन बाद लक्ष्मी की शादी थी, उससे पहले मैंने उसे 10-11 बार चोदा और वो अपनी सहेली मुझे उपहार में देकर गई। […]

दिल की तमन्ना

प्रेषक : राजवीर मेरी पूर्व प्रकाशित कहानियों पर काफी मेल आये, उसके लिए आपका शुक्रिया ! आपके मेल से ही तो हमें नई कहानियाँ लिखने की प्रेरणा मिलती है। आपने मेरी कहानी दो बूँद आँसू तो पढ़ी ही होगी। उसमें मैंने अपनी फ्रेंड की सहेली की बहन की मदद की थी। रूपा अब अपने बेटे […]

खुश करने के लिए या?

By माया सिंह On 2011-02-17 Tags:

प्रेषिका : माया सिंह कई साल पहले की बात है मेरे पति वरुण ने मुझसे पूछा- क्या तुम मेरे साथ नागपुर जाना चाहोगी? उनको अपने जॉब के किसी काम से ही वहाँ जाना था। मैंने ख़ुशी खुशी हाँ कर दी, इस बहाने मैं भी घूम सकती थी। हम दोनों ट्रेन से नागपुर पहुँचे। स्टेशन पर […]

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