नवाजिश-ए-हुस्न-1
लेखक : अलवी साहब अन्तर्वासना के चाहको आपको प्यार भरा सलाम, नमस्ते ! और अन्तर्वासना की पाठिकाओ, आपके दर-ए-हुस्न पर मेरा अर्ज़-ए-सलाम कबूल हो ! दुनिया-ए-हकीकी में हमारा नाम फ़िरोज़ है, मगर दुनिया-ए-इश्क-मजाज में हमारा नाम ‘अल्वी साहब’ है, हर तलबगार-ए-इश्क और हर साहिबा-ए-हुस्न ने हमें इस लक़ब (पहचान) के साथ ही पहचाना है, हमने […]