कोई मिल गया

ऎसे ही अनजानी लड़की लड़का या औरत मिल जाने पर हुई अचानक चुदाई की सेक्स कहानियाँ हिंदी में

किसी अन्जान अचानक मिले व्यक्ति से यौन सम्बन्ध की हिन्दी सेक्स कहानी

Hindi Sex Stories About Sex with unacquainted/unknown

राधा, मैं तुझ बिन आधा

By jogiya2012 On 2014-03-21 Tags:

लेखक : जोगी यारा मैंने पहली बार अन्तर्वासना डॉट कॉम साईट को चार साल पहले देखा था। पहली बार लिखने को मन किया क्योंकि अब मुझे हिंदी लिखना आ गया है और जिसके बारे में कहानी है वो अब इसे नहीं पढ़ सकती है। मेरा नाम रवि है, पंजाब के एक दूर दराज के गांव […]

वासना का भूत-2

By साजन शर्मा On 2014-03-20 Tags:

लवीना का गोरा बदन, पांच फुट तीन इंच की लम्बाई और उसके उरोजों का आकार बत्तीस रहा होगा। चेहरा थोड़ा सा लम्बा, बाल उसके कूल्हों को छूते हुए, बड़ी ही मस्त लगती है वो ! जब वो चलती तो ऐसा लगता जैसे हिरणी जंगल में घूम रही हो। शाम तक हमारे बीच इशारेबाजी चलती रही। […]

वासना का भूत-1

By साजन शर्मा On 2014-03-19 Tags:

एक बार फिर मैं अपने जीवन की एक और सत्य घटना लेकर आपसे रूबरू हो रहा हूँ, आशा करता हूँ, आपको ये कहानी जरूर पसन्द आयेगी। यह कहानी मयूरी के जाने के बाद की है। हुआ यों कि मेरी दीदी की ननद की शादी थी इसलिए जीजाजी ने मुझे शादी से एक हफ्ते पहले ही […]

मस्त छमिया शीला-2

By हैरी On 2014-03-12 Tags:

प्रेषक : हैरी हम दोनों एक सीट पर लेट गए। नीचे मैं और ऊपर मेरे नंगी वो औरत थी और ऊपर हमारे शाल था। ताकि कोई हमें नंगा न देख ले। मैंने पूछा- तुम्हारा नाम क्या है? वो बोली- शीला। मैंने कहा- एक बात बताऊँ ! तो वो बोली- क्या? मैंने कहा- तुम सच में […]

मस्त छमिया शीला-1

By हैरी On 2014-03-11 Tags:

प्रेषक : हैरी लड़कियों को चोदते-चोदते मुझे करीब दो साल हो चुके हैं और इन में मैंने जितनी लड़कियों के साथ सेक्स किया है, वो सब कहानियाँ मैं अन्तर्वासना पर डाल चुका हूँ और अब मेरे अन्दर से डर भी जैसे खत्म हो चुका है, लड़कियों को चोदने का काफ़ी अनुभव भी हो चुका है। […]

मामी की पड़ोसन चुद गई

निर्मला आंटी विधवा थी, उनका सिर्फ एक लड़का था, वो पाँचवीं में पढ़ता था। जुलाई में स्कूलों में छुट्टियाँ पड़ती हैं इसलिए उनका लड़का अनुज अपनी मौसी जी के यहाँ गया हुआ था। इसलिए वहाँ सिर्फ निर्मला आंटी और अनीता मामीजी दोनों ही रह गए थे। मैं 9 जुलाई शनिवार के दिन वहाँ शाम करीब […]

एक वकील की चुदाई कथा

बिपिन मुझे सेक्स बहुत पसंद है, खासकर भाभीओं के साथ तलाकशुदा, विधवा और जो महिलायें सेक्स से संतुष्ट नहीं हैं वो, इनके साथ सेक्स करने के लिए अलग-अलग तरीके ढूँढ़ता रहता हूँ और आज अपना एक अनुभव बताने उपस्थित हुआ हूँ। मैं एक 30 वर्षीय युवक हूँ। लम्बाई 6 फिट, गोरा हट्टा-कट्टा जवान हूँ। मैं […]

बदले की आग-6

अगले दिन मुन्नी के पति वापस आ गए और 5-6 दिन बिना किसी हंगामे के निकल गए। भाभी मुझसे बहुत खुश थीं और उन्होंने मुझे अपनी चूत का फ्री लाइसेंस दे दिया था। हर 2-3 दिन में एक बार उनकी चूत मार लेता था। मुन्नी-भाभी की दोस्ती हो गई थी, जब मैं घर वापस आता […]

बदले की आग-3

अगले दिन दोपहर का समय था, मैं पास के एक काम्प्लेक्स में खड़ा था, तभी राखी उधर आई तो मुझे देखकर मुस्कराई, राखी से मैंने पूछा- किस काम से आई हो? राखी बोली- मेरे पति को अगले महीने ट्रक पर जाना है, मालिक एक बार ट्रक पर जाने के लिए ट्रक के खर्चे के पच्चीस […]

बदले की आग-2

गीता ने मेरी लुंगी की गाँठ खोल दी और मेरा लण्ड हाथ में पकड़ते हुए बोली- आह क्या मोटा लोड़ा है ! देवर जी इससे तो चुदने में मज़ा ही आ जाएगा। गीता लेट गई और अपना पेटीकोट उठा कर बोली- एक बार चोद ही दो ! फिर दोस्ती पक्की हो जाएगी। मैं बोला- नेक […]

बदले की आग-1

मेरा नाम राकेश है, मेरी पढ़ाई के बाद मुंबई में दस हजार रुपए की मेडिकल रेप्रिजेंटटिव की नौकरी लग गई थी। मुझे औरतों को पटा कर और फंसा कर चोदने का शौक था। पाँच-छः औरतें पढ़ाई के समय से फंसी हुई थी, महीने में 4-5 बार उनसे चुदाई का मज़ा ले लेता था। उनमें से […]

मोनिका संग मस्ती

By मनोज़ वर्मा On 2014-02-26 Tags:

प्रेषक : मनोज वर्मा आज की कहानी मेरे कॉलेज के दिनों की है। कॉलेज के दिनों में मैं फ़्लैट में अपने दो रूम-मेट के साथ रहता था। हमारा 2 बीएचके फ़्लैट था। जिसके एक रूम में मैं, दूसरे में रोहित रहता था और ख़ान हमारा जूनियर था व वो हॉल में रहता था। हॉल काफी […]

आकांक्षा की चूत चुदाई

मेरा नाम सलीम खान है। मैं 28 साल का हूँ, 6 फुट का हूँ, और मैं गुड़गाँव की एक टेलिकॉम कंपनी में काम करता हूँ। एक दिन मैं कार से ऑफिस से घर आ रहा था। रास्ते में बहुत से बस स्टॉप मिलते हैं, उसमें से बहुत सारे ऐसे भी हैं जहाँ कम बसें रूकती […]

शादी किसी और की सुहागरात मेरी

प्रेषक : नयन जोशी सहयोगी : अंकिता यादव अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार ! मैं अंकिता एक बार फिर आपके सामने एक और कहानी लेकर हाजिर हूँ। मेरी पहली कहानी के बाद मुझे कई सारी मेल मिली। उनमें से एक ने मुझसे कहा कि मैं उसकी कहानी अन्तर्वासना पर लिखूँ। तो उसकी कहानी […]

पुलोक की बेटी सहारा चुद गई-2

प्रेषक : देशमुख तभी मेरे शैतानी दिमाग ने एक योजना बनाई, मैंने फट से अपने हाथ सहारा खातून की गांड के साइड में रख दिए, मैं बोला- अरे ऊपर कहाँ चढ़ी हैं आप? कहीं गिर विर ना जाएँ ! “देशमुख जी, हमारा तो रोज का है यह सब, कहीं पर भी चढ़ना उतरना पड़ता है।” […]

पुलोक की बेटी सहारा चुद गई-1

प्रेषक : देशमुख ढाका से मेरा ट्रांसफर रंगपुर हुआ और मैंने मन ही मन में कम्पनी के सभी बॉस की ढेरों गालियाँ दी। साले पूरी पिलाई कर देते हैं आप की, खालिदा के चूतड़ों जैसे बड़े इलाके में सेल्स बनाओ और फ़िर वो कहेगा कि चल अब यहाँ की चुदाई छोड़ो और कहीं और जाकर […]

सोनाली की बहन भी चुदी

By राकेश कुमार On 2014-01-17 Tags:

आपने मेरी पिछली कहानियाँ ‘यौन साथियों की अदला-बदली’ और ‘सोनाली भाभी और उनकी उलझन’ पढ़ी और अच्छे सुझाव प्राप्त हुए। मैं सोनाली के साथ सेक्स करके खुश था और शर्माजी भी। अब मैं उनके घर हमेशा आता-जाता रहता था और हमारे सम्बन्ध भी अच्छे हो गए थे, पर मैं सोनाली के साथ सेक्स नहीं कर […]

बहन ने भाभी की दिलवाई

By अक्षत सिंह On 2014-01-16 Tags:

प्रेषक : अक्षत हाय दोस्तो, मेरा नाम अक्षत है और मैं बिलासपुर छत्तीसगढ़ का रहने वाला हूँ। अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली कहानी है। मैं इस साईट को 5 साल से पढ़ रहा हूँ। अब कहानी की ओर बढ़ते हैं जिसको पढ़ कर आपको फ़ैसला करना कि यह आपको सच्ची लगती है या नहीं। मेरी […]

सोनाली भाभी और उनकी उलझन

By राकेश कुमार On 2014-01-07 Tags:

मैं यहाँ अपनी दूसरी कहानी लिखने जा रहा हूँ। मेरी पहली कहानी यौन साथियों की अदला-बदली में मुझे बहुत सारे मेल मिले और उसके लिए शुक्रिया। बात छह महीने पहले की है, मैं अपने काम से मुम्बई आता-जाता रहता था। मेरे बहुत से मित्र हैं वहाँ, सभी के साथ मेरे अच्छे सम्बन्ध थे तो मैं […]

कामिनी की अतृप्त कामाग्नि-3

By ऐश On 2013-12-31 Tags:

कहानी का पिछला भाग: कामिनी की अतृप्त कामाग्नि-2 कामिनी यह सुन कर खुश हो गई, और बोल पड़ी- आग दोनों तरफ ही लगी हुई है। भीम बोला- बीबी जी, अगर मुझे ज़रा भी पता होता, तो मैं कल शाम 8 बजे ही चला आता। पर आपकी रज़ा नहीं थी, इसलिए इतना नाटक करना पड़ा। कामिनी […]

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