कोई मिल गया

ऎसे ही अनजानी लड़की लड़का या औरत मिल जाने पर हुई अचानक चुदाई की सेक्स कहानियाँ हिंदी में

किसी अन्जान अचानक मिले व्यक्ति से यौन सम्बन्ध की हिन्दी सेक्स कहानी

Hindi Sex Stories About Sex with unacquainted/unknown

माँ-बेटियों ने एक दूसरे के सामने मुझसे चुदवाया-3

By गबरू On 2014-03-31 Tags:

अगली सुबह मैं जरा देर से तब उठा जब बिंदा मुझे चाय देने आई। उस समय तक मैं नंगा ही था। मैंने तौलिये को अपने कमर पर लपेटा। तब तक सब चाय पी चुके थे। मैं जब बाहर आया तो देखा कि खूब साफ़ और तेज धूप निकली हुई है। पहाड़ों में वैसे भी धूप […]

माँ-बेटियों ने एक दूसरे के सामने मुझसे चुदवाया-2

अगले दिन खाना खाने के बाद करीब 12 बजे रागिनी और उसकी मौसेरी बहनें मुझे आस-पास की पहाड़ी पर घुमाने ले गईं। हिमालय अपने सुन्दर लहजे में अपना सारा सौन्दर्य बिखेरे था। एकांत देख कर रागिनी ने मुझे बता दिया कि आज रात में बिन्दा मेरे साथ सोएगी, मुझे उसको चोद कर सब सैट कर […]

माँ-बेटियों ने एक दूसरे के सामने मुझसे चुदवाया-1

By गबरू On 2014-03-31 Tags:

मेरा नाम गबरू है। मेरी उम्र लगभग 45 वर्ष की है। यूँ तो मैं एक टैक्सी ड्राइवर हूँ लेकिन मैं रंडियों का दलाल भी हूँ। मैंने अपने संपर्क से कई बेरोजगार लड़कियों को जिस्म-फरोशी के धंधे में उतारा। मैंने कभी भी किसी लड़की को जबरदस्ती इस धंधे में आने को मजबूर नहीं किया। मैंने सिर्फ […]

औरतें सिर्फ सेक्स की भूखी नहीं होती-1

By राकेश कुमार On 2014-03-31 Tags:

प्रेषक : राकेश कुमार सभी को नमस्कार, आप सभी का शुक्रिया और आभार। मेरी अगली कहानी बताने जा रहा हूँ। यह कहानी करीब 3 साल पहले की है, जब मैं मुम्बई में बैंक में काम करता था और मेरी जिंदगी मजे में चल रही थी। मैं जिगोलो नहीं था, मेरी कई लोगों से मुलाकातें होती […]

चुदाई से भरी होली-2

अजय ने कार में रखी अपनी जैकेट मुझे दी और कहा- पहन लो, तुम्हारा बदन भीगा और लोग देखेंगे तो गलत समझेंगे। मैंने उसकी जैकेट पहन ली और हम लोग लिफ्ट से सीधे उसके फ्लैट में पहुँच गए, फ्लैट पर कोई नहीं था। मैंने पूछा- अभी तो तुम्हारे घर पर कोई नहीं है? अजय ने […]

चुदाई से भरी होली-1

सभी तड़कते-फड़कते हुए आशिक़ों और चाहने वाले दोस्तों को मेरा नमस्कार! जैसा कि आप सबको पता है होली आ गई है इसलिए मैं आपको आज मेरी होली की आप-बीती सुनाती हूँ। आजकल के लड़के जब किसी सुन्दर लड़की को देखते हैं तो दिल करता है जल्दी से लड़की के नीचे के कपड़े खोल लूँ और […]

उसे जन्नत दिखा दी !

By आदित्य On 2014-03-27 Tags:

मेरा नाम आदित्य है। यह मेरी बिल्कुल सच्ची घटना है, उम्मीद है आप लोगों को पसंद आएगी। मेरी हिंदी इतनी अच्छी नहीं है, लेकिन फिर भी कोशिश पूरी की है ! मेरे एक दोस्त के रिश्तेदार की शादी थी, जिसमें मेरे दोस्त के बहुत बार जिद्द करने पर मैं जाने को तैयार हुआ, मन नहीं […]

ग़ोवा में सुहागरात-2

प्रेषक : रोहित मल्होत्रा मैंने भी कह दिया- अच्छी लड़कियाँ महेन्द्र जैसे लोगों को ही मिलती हैं, हम जैसे लोगों को नहीं। क्या अच्छा नहीं होता कि जो आपको अच्छा लगे आप उसके साथ समय बिता सकें? खुश रह सकें? क्या खुशी पाने के लिये शादी जरुरी है? शायद इसीलिए मैं शादी ही नहीं करना […]

ग़ोवा में सुहागरात-1

प्रेषक : रोहित मल्होत्रा नमस्कार अन्तर्वासना के दोस्तो, मेरा नाम रोहित है, मैं 35 साल का अविवाहित हूँ। आप सबको मैं अपनी एक सच्ची कहानी गोवा में खुशी मिली सुना चुका हूँ और आप सभी के ढेर सारे मेल का धन्यवाद। मैं आप सबको अपनी एक और कहानी सुनाना चाहता हूँ, उम्मीद है आपको पसन्द […]

गन्ने का खेत में सील तोड़ी

प्रेषक : सेक्सी जाट हेलो जी, आप सब के क्या हाल हैं ! सभी सेक्सी फुद्दी वालियों और खड़े लंड वालों को मेरा सलाम। सबसे पहले मैं अपने बारे में बताता हूँ कि मैं पंजाब से हूँ, मैं दिखने में स्मार्ट हूँ और मैं सेक्स का बहुत दीवाना हूँ, इसलिए मुझे भी लगा कि मुझे […]

कामदेव के तीर-5

By रोनी सलूजा On 2014-03-25 Tags:

मैं पलंग से उठा ही था तभी रजिया मेरे लिए चाय लेकर आ गई और मेज पर रख दी। मैंने पीछे से रजिया को दबोच लिया ‘ओ..माँ… थोड़ा सबर करो! फरहा दीदी को शबा के स्कूल के लिए निकल जाने दो, फिर मुलाकात कर लेना!’ कहकर वो चली गई! मैंने चाय पी और फ्रेश होने […]

कामदेव के तीर-4

By रोनी सलूजा On 2014-03-25 Tags:

घर में किसी के आने का कोई अंदेशा नहीं था, बड़ी निश्चिन्तता से सारा काम चल रहा था। मुझे नींद ने आ घेरा, कब सो गया पता ही नहीं चला! अचानक ही मुझे अपने लंड पर कुछ अहसास हुआ, जब मेरी नींद खुली तो देखा कि फरहा मेरे लंड को सहला रही है और बार […]

कामदेव के तीर-3

By रोनी सलूजा On 2014-03-25 Tags:

मैंने कहा- डार्लिंग, अब तो कल तक के लिए यही हूँ, थोड़ी थकावट मिट जाये, फ़िर रात में जरूर उस तरीके से तुम्हें चोदूँगा। फिर मैंने रजिया का जिक्र छेड़ दिया, वो मेरे मंतव्य को बखूबी समझ चुकी थी, बोली- अच्छा जी जनाब रजिया के शवाब का लुत्फ़ लेना चाह रहे हैं? मैं– यदि आप […]

कामदेव के तीर-2

By रोनी सलूजा On 2014-03-25 Tags:

रजिया के जाने के बाद हमने नाश्ता किया, फिर ऊपर वाली मंजिल पर चले गए जहाँ फरहा का बेडरूम था। यहाँ पर स्वर्ग जैसी सारी सुविधाएँ मुहैया थी! मुझे आलीशान पलंग पर बिठाकर फ़रहा बोली- अब आप अपने कपड़े बदल लो! और फरहा बाथरूम में घुस गई। मैं सुसज्जित शयनकक्ष को देख सम्मोहित सा हो […]

कामदेव के तीर-1

By रोनी सलूजा On 2014-03-25 Tags:

मैं अपने ऑफिस में बैठा मेल चैक कर रहा था, इस बार ज्यादातर मेल मध्यप्रदेश के जबलपुर, ग्वालियर, इन्दौर, सागर, भोपाल और अन्य शहरों से भी थे। उनमें एक मेल फरहा बेगम का था जिसमें लिखा था- रोनी सलूजा, आपकी कहानी बहुत अच्छी लगी। बड़ा मजा आया इसे पढ़कर! मैंने जबाब दिया– कहानी पसंद आई, […]

सम्पूर्ण काया मर्दन, सन्तुष्टि-2

मूल लेखक : सिद्धार्थ वर्मा सम्पादन सहयोग : उर्मिला उसके बदन के पीछे के भाग का मालिश पूरा करने के बाद मैंने उसे सीधा किया और उसके गुप्तांगों पर एक बार फिर तौलियों से ढक दिया तथा जिस्म के सामने की ओर से उसकी मालिश शुरू कर दी। पहले मैंने उसकी गर्दन पर क्रीम लगा […]

सम्पूर्ण काया मर्दन, सन्तुष्टि-1

मूल लेखक : सिद्धार्थ वर्मा सम्पादन सहयोग : उर्मिला अन्तर्वासना के प्रिय मित्रो, कृपया मेरा अभिनन्दन स्वीकार करें ! आपकी सेवा में उर्मिला ( ‘भोपाल की ट्रेनिंग’ वाली उर्मी) प्रस्तुत करती है अपने एक अन्तर्वासना पाठक मित्र सिद्धार्थ वर्मा के जीवन में घटित एक घटना के विवरण ! मुझे आशा है कि इस रचना को […]

वो लड़की भीगी सी-2

By इमरान ओवैश On 2014-03-23 Tags:

प्रेषक : इमरान ओवैश मैंने उसका आशय समझ कर अपने कपड़े उतारने में देर नहीं लगाई। चूँकि मैं एक अच्छे कसरती शरीर का स्वामी था इसलिए उसे पसंद न आने का सवाल ही नहीं था… बाकी मेरा पप्पू ज़रूर मेरे हिसाब से छोटा था लेकिन वो उसके साथ संतुष्ट थी तो ठीक ही था। मैं […]

वो लड़की भीगी सी-1

By इमरान ओवैश On 2014-03-23 Tags:

प्रेषक : इमरान ओवैश “क्या देख रहे हो? कभी कुछ देखा नहीं क्या?” उसने बड़े बेबाक अंदाज़ में पूछा। “जी !” मैं एकदम से सकपका गया। वह अजीब से अंदाज़ में हंसी… मैंने झेंप कर चेहरा घुमा लिया। इस वक़्त शाम के चार बजे थे मगर आकाश पर छाई घटाओं और बारिश ने दिन में […]

रेलगाड़ी में मिली एक यौवना

By आशीष On 2014-03-23 Tags:

प्रिय दोस्तो, जैसा मैंने पिछली कहानी ‘दिल्ली की साक्षी’ में अपनी आपबीती सुनाई। आप सब लोग इतना पसंद करेंगे, मैंने कभी सोचा नहीं था ! आज मैं आपको अभी हाल में ही घटी एक घटना के बारे में बताता हूँ। आप सब जानते हैं कि मैं एक सॉफ्टवेयर इंजिनियर हूँ और ऑफिस के काम के […]

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