मेरी मदमस्त रंगीली बीवी-11
सलोनी को अपने पाँव से लंड हिलाने और खेलने में बहुत मज़ा आता है, इस वक्त वह अपना वही मनपसंद खेल खेल रही थी। जावेद चचा का हाथ शॉर्ट्स के ऊपर से ही सलोनी की चूत का पूरा जायजा ले रहा था।
बीवी की चुदाई, देसी बीवी इंडियन वाइफ की हिंदी सेक्स कहानियाँ जिसमे वो अपने पति और पराये मर्दों के साथ सेक्स करती है.
Biwi ki chudai, Indian Wife Ki Hindi Sex Kahaniyan.
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सलोनी को अपने पाँव से लंड हिलाने और खेलने में बहुत मज़ा आता है, इस वक्त वह अपना वही मनपसंद खेल खेल रही थी। जावेद चचा का हाथ शॉर्ट्स के ऊपर से ही सलोनी की चूत का पूरा जायजा ले रहा था।
कलुआ बेशर्मी पर उतर आया- मैडमजी, जल्दी से चचा को अपने नंगे चूतड़ दिखा दो, साब आ गये तो गड़बड़ हो जाएगी। जब आप को चोद रहे थे, तभी साब के आने का डर लग रहा था तो फ़टाफ़ट में चोदा आपको!
पप्पू- हम आपका बेवकूफ़ नहीं बना रहे चचा... सच... अभी कुछ देर पहले यह मैडम हमारे साथ पूरी नंगी थी उस कमरे में! पप्पू ने बैडरूम की तरफ़ इशारा कर के कहा।
अब एक साथ दो दो लन्ड सलोनी के अंदर थे। पप्पू का लन्ड सलोनी की गांड में और कलुआ का लंड उसकी चूत में! और कमरे में अनवरत असंख्य सिसकारियाँ... अह्ह आअह ओह्ह ऊई आअह्हा आअह्ह
पप्पू ने सलोनी के गांड के छेद पर उंगली फिराई, सलोनी तुरन्त उठी और वो कुछ कहती, इससे पहले ही कलुआ ने उसका मुँह दबा लिया और पप्पू को इशारा किया।
शॉर्ट्स एक ही बार में पूरी चूतड़ों से नीचे आ गई और सलोनी के मस्त मक्खन जैसे नर्म, चिकने, उठे हुए गद्देदार चूतड़ पूरे नंगे हो गये... चूतड़ों के दोनों पट आपस में चिपके हुये थे...
कपड़े उठाते वक्त वो उन लड़कों की तरफ़ अपने चूतड़ करके झुकी तो उसकी गांड का छेद और पीछे को निकली हुई चूत भी उन लड़कों ने खूब अच्छे से देखी होगी।
अब मेरे नाजुक अंग पर उसकी मुट्ठी का अधिकार था, उसके होंठ उसके ऊपर थे, मुझे तो बस शान्त रह कर देखना था कि सलोनी आगे क्या करती है।
जब मैं सलोनी को पूरी नंगी देखता हूँ तो मुझे लगता है कि जैसे वह अभी तक अक्षतयौवना अनछुई कच्ची कली हो... सच में ही मेरी सलोनी कुँवारी कमसिन बाला से भी ज्यादा जवान और नाजुक नज़र आती है
सलोनी मेरी सेक्सी बीवी किसी परिचय की मोहताज़ नहीं... उसका सौन्दर्य बिना कहे ही अपनी कहानी खुद बता देता है... मेरी सलोनी है ही इतनी मस्त कि कोई उसको एक बार देख ले तो जिन्दगी भर भूल नहीं सकता।
पीछे से आते ही उसने मेरी गांड को टटोला और जब उसे ये एहसास हुआ कि मैंने पैंटी उतार दी है तो वो जैसे पागल हो गए, उसने मुझे पीछे से पकड़ा और मेरे मम्मे दबाने शुरु कर दिये।
नीता बोली- भाभी, इसमें तो ऐसा लग रहा है जैसे उनके सामने हम लोग बिना कपड़ों के ही हैं। मधु बोली- यही तो रिझाने की कला है, थोड़ा दिखाओ थोड़ा छुपाओ, थोड़ा दिखा के छुपाओ थोड़ा छुपा के दिखाओ।
मेरे एक प्रशंसक से मुझे प्यार सा हो गया, मैंने कई बार इसे सेक्स के लिए उकसाया मगर वो यह जानते हुए भी कि मैं शादीशुदा हूँ, कहता कि तुम्हारे साथ सुहागरात मनाऊँगा शादी के बाद...
नीता के कपड़े भी थोड़े से गीले हो गए पर बेचारी कुछ एक महीने से प्यासी थी इसलिए उसे उस समय कुछ समझ नहीं आ रहा था और वो इस आज़ादी और अपने चुम्बन का रस ले रही थी।
मधु बोली- आप तो मेरे हीरो हो, मुझे बहुत मज़ा आया। और सबसे ज्यादा आपको उत्तेजित देखकर बार बार में उत्तेजित हो रही थी। मैं तो अभी तक आपको अपने अंदर महसूस कर रही हूँ।
मधु नीलेश के बालों को पुचकारते हुए बोली- भइया, आप बहुत अच्छी चुदाई करते हैं। आपका कड़क लंड ऐसा लग रहा है जैसे लोहे की रॉड अंदर डाल दी हो। आप तो... आह ओह्ह्ह आह… भर दो ओह्ह्ह आह आह मेरी चूत को!
मैं एक उंगली उसकी चूत के पानी से गीली करके उसकी गुदा पर फेरने लगा, चूत का पानी बह कर उसकी गुदा के छेद पर आ चुका था तो मैंने उंगली को उसकी गांड में सरका दिया
अब मधु बैठ नहीं रही थी क्योंकि उसका तौलिया बहुत ऊपर तक था। वो सोफे के दूसरी तरफ खड़ी रही, मैं सोफे पर बैठा बैठा अपना हाथ बढ़ा कर उसकी चिकनी चूत को सहला रहा था।
नीलेश मेरी तरफ देखता हुआ आँखों से इशारे से बताने की कोशिश कर रहा था कि स्कर्ट और टॉप थोड़ा नीचे कर दूँ पर वो अभी मेरा प्लान जानता ही कहाँ था।
उसकी इस हरकत से में और उत्तेजित होने लगा, मैंने अपना हाथ उसके टॉप के अंदर डाल दिया और अब उसके नंगे बदन पर मेरे हाथ रेंग रहे थे, उसके मस्त उभारों को में सहला रहा था।